Home Blog Page 5

छत्तीसगढ़ में निवेश के असीम अवसर : वाणिज्य मंत्री ने मुंबई में उद्योगपतियों से किया संवाद

0

रायपुर@M4S:छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन आज मुंबई में आयोजित ‘इंडिया स्टील 2025’ सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ को इस्पात उत्पादन और औद्योगिक निवेश के लिए तेजी से उभरता हुआ गंतव्य बताया। मंत्री श्री देवांगन ने इस्पात क्षेत्र में राज्य सरकार की नीति, पारदर्शिता और प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी दी और देश-विदेश के निवेशकों से राज्य के औद्योगिक विकास में साझेदार बनने का आह्वान किया।

भारत में नहीं रिलीज होगी Abir Gulaal! पाकिस्तानी एक्टर Fawad Khan की कमबैक फिल्म पर गिरी गाज

0

नई दिल्ली(एजेंसी):पहलगाम में हुआ घातक आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में क्रोध और रोष देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से बॉलीवुड एक्ट्रेस वाणी कपूर और पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान (Fawad Khan) की आने वाली फिल्म अबीर गुलाल (Abir Gulaal) की रिलीज पर भी विवाद हुआ। अब खबर आ रही है कि भारत में फवाद की ये कमबैक बॉलीवुड रिलीज नहीं की जाएगी।

जिसके चलते अबीर गुलाल के मेकर्स को बड़ा झटका लगा है। वाणी और फवाद की ये मूवी अगले महीने 9 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी।

भारत में नहीं रिलीज होगी अबीर गुलाल

साल 2016 में निर्माता करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के बाद से फवाद खान का इंडियन फिल्म इंडस्ट्री से पत्ता कट गट था। 9 साल के अंतराल के बाद फिल्म अबीर गुलाल के जरिए उनकी वापसी की उम्मीद सामने आई, लेकिन अब इस पर तलवार लटकती हुई नजर आ रही है।

दरअसल समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार सूचना एंव प्रसारण मंत्रायल भारत सरकार के एक करीबी सूत्र ने इस बात की जानकारी दी है कि अबीर गुलाल को अब भारत में रिलीज नहीं किया जाएगा। पहलगाम आतंकी हमले को जहन में रखते हुए ये बड़ा कदम उठाया गया है।

गौर करें अबीर गुलाल की तरफ तो कुछ दिन पहले इस मूवी का टीजर रिलीज किया गया था, जिसमें फवाद खान और वाणी कपूर (Vaani Kapoor) का रोमांटिक अंदाज देखने को मिला। इसके बाद से ही इंडिया में इस मूवी की रिलीज को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था। लेकिन अब पहलगाम टेरर अटैक के बाद अबीर गुलाल पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।

हमले के बाद उठी बैन की मांग

दरअसल पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक तबका फवाद खान की अबीर गुलाल को बैन और रिलीज टालने के समर्थन में उतर आया। सिर्फ इतना ही नहीं FWICE के अध्यक्ष बी एन तिवारी और इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष (IFTDA) अशोक पंडित डंके की चोट पर इसके खिलाफ आवाज उठाई। जिसका नतीजा अब फिल्म की रिलीज पोस्टपॉन से मिल गया है।

‘चार दिन में भारत छोड़ दें पाकिस्तानी नागरिक’, पहलगाम के बाद एक और बड़ा प्रहार; वीजा सेवा तत्काल सस्पेंड

0
नई दिल्ली(एजेंसी): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर, भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है।इसके तहत, 27 अप्रैल से सभी मौजूदा वैध वीजा रद कर दिए जाएंगे। सिर्फ चिकित्सा वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। भारत में वर्तमान में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।

भारत सरकार ने लोगों को दी सलाहभारत सरकार ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान यात्रा से बचने की सलाह दी है। साथ ही, पाकिस्तान में वर्तमान में मौजूद भारतीय नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे जल्द से जल्द भारत लौट आएं।

भारत ने लिए बड़े एक्शन

यह कदम उस आतंकवादी हमले के जवाब में उठाया गया है, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 पर्यटकों की जान गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है और कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इससे पहले, भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित किया था और वाघा-अटारी सीमा को बंद कर दिया था।

‘पाकिस्तान से आए इन कुत्तों को…’, ओवैसी ने पहलगाम हमले पर उठाए ये दो सवाल, बताया कैसे मिलेगा इंसाफ

0

नई दिल्ली(एजेंसी): AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इन आतंकयों के खात्मे से ही उन लोगों के परिवार को न्याय मिलेगा, जिनकी इसमें हत्या हुई है।

ओवैसी ने उठाए सवाल?
उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान से आए थे और पाकिस्तान उनका समर्थन करता है। वे सीमा कैसे पार कर गए? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? वे पहलगाम पहुंचे गए तो श्रीनगर भी पहुंच सकते थे… न्याय तभी होगा जब जवाबदेही तय होगी… हम आतंकी हमले की निंदा करते हैं। 

पीएम से सर्वदलीय बैठक का आग्रह

बता दें कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि पहलगाम सर्वदलीय बैठक के लिए संसद में सदस्यों की संख्या की परवाह किए बिना सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जाए। 

ओवैसी ने रिजिजू से की फोन पर बात
  • ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने बुधवार रात केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू से बात की और उन्हें बताया गया कि एनडीए सरकार केवल ‘पांच या 10 सांसदों’ वाले दलों को आमंत्रित करने पर विचार कर रही है।
  • ओवैसी ने यह भी कहा कि जब उन्होंने पूछा कि कम सांसदों वाले दलों को क्यों नहीं? तो केंद्रीय मंत्री ने जवाब दिया कि बैठक ‘बहुत लंबी’ हो जाएगी और उन्होंने मजाक किया कि एआईएमआईएम नेताओं की आवाज वैसे भी बहुत तेज है।
  • गुरुवार शाम को होने वाली बैठक में केंद्र विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी देगा और उनके विचार सुनेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नेताओं को जानकारी देंगे। सिंह बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
आतंकवादियों को करारा जवाब जरूरी
ओवैसी ने कहा कि यह भाजपा या किसी अन्य पार्टी की आंतरिक बैठक नहीं है, बल्कि आतंकवाद और आतंकवादियों को पनाह देने वाले देशों के खिलाफ एक मजबूत और एकजुट संदेश भेजने के लिए एक सर्वदलीय बैठक है। क्या नरेंद्र मोदी सभी दलों की चिंताओं को सुनने के लिए एक घंटा अतिरिक्त नहीं दे सकते?

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर किया ‘अटल डिजिटल सुविधा केंद्र’ का वर्चुअल शुभारंभ

0

प्रदेश में मोदी की एक और गारंटी पूरी: डिजिटल सेवाओं की पहुंच अब गांव तक, ग्रामीणों को मिलेगी नकद भुगतान सहित नागरिक सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने ‘मोर गांव-मोर पानी महाअभियान’ का शुभारंभ कर जल संरक्षण दिलाई शपथ

प्रदेश के 11 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में चलेगा जल संरक्षण अभियान

पंचायतें लोकतंत्र की जड़ें हैं, इन्हें सशक्त बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता : मुख्यमंत्री साय

मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से की चर्चा, लाभार्थियों ने साझा किए अपने अनुभव

पीएम आवास प्लस प्लस का सर्वे जारी, मुख्यमंत्री ने कहा – सर्वे में शामिल होकर योजना से लाभान्वित

रायपुर@M4S:त्रि स्तरीय पंचायती राज संस्थाएं ग्रामीण विकास की मूल कड़ी हैं। मैं पांच साल पंच रहा और निर्विरोध रूप से सरपंच का दायित्व संभालने का अवसर भी मिला। अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए यदि आप अच्छा काम करेंगे तो जनता का स्नेह हमेशा मिलेगा और गांव के विकास में आप बड़ी भूमिका निभा पाएंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर से ‘अटल डिजिटल सुविधा केंद्र’ का वर्चुअल शुभारंभ कर पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए यह बातें कही। उन्होंने कहा कि पंचायती राज दिवस के खास मौके पर शुरू हुई इस योजना से छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में डिजिटल क्रांति आएगी और प्रदेश के सरकारी सेवाओं और योजनाओं की पहुंच आम लोगों तक सुगम होगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण के उद्देश्य से प्रदेश के 11 हजार 693 ग्राम पंचायतों में मोर गांव मोर पानी महाअभियान का शुभारंभ कर पंचायत प्रतिनिधियों और नागरिकों से जल संरक्षण का आह्वान करते हुए शपथ दिलाई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंचायतें हमारे लोकतंत्र की जड़ें हैं और इन्हें मजबूत करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनता से वादा किया था कि ग्राम पंचायतों में नगद भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि ग्रामीणों को बैंक शाखाओं तक न जाना पड़े। आज मोदी की इस गारंटी को पूरा करते हुए अटल डिजिटल सुविधा केंद्र का शुभारंभ किया गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग पेंशनधारी, महतारी वंदन योजना से लाभान्वित माताएं बहनें, अन्नदाता किसानों को पीएम किसान निधि समेत डीबीटी से प्राप्त राशि के आहरण की सुविधा अब गांव में ही मिलने लगेगी। श्री साय ने कहा कि ग्रामीणों को अब लंबी दूरी तय कर बैंक नहीं जाना पड़ेगा और समय के साथ-साथ उनके आने-जाने में खर्च होने वाली राशि की भी बचत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति, निवास, जन्म, मृत्यु प्रमाणपत्र, पेंशन योजनाएं, राशन कार्ड जैसी सरकारी सेवाएं भी ग्रामीणों के लिए आसान और सुगम हो जाएंगी। श्री साय ने विश्वास जताया कि यह योजना डिजिटल इंडिया मिशन को जमीनी स्तर पर मजबूती देगी और ग्रामीण क्षेत्रों में पारदर्शी व उत्तरदायी शासन प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि आज 1460 ग्राम पंचायतों में यह व्यवस्था शुरू हुई है और आने वाले समय में इस योजना को विस्तार दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भू जल स्तर में लगातार कमी हो रही है और जल संचयन के उद्देश्य से मोर गांव मोर पानी महाअभियान का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने  पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि जल संचयन की दिशा में आप सभी को गंभीरता के साथ कार्य करना है। वर्षा जल संचयन के साथ-साथ वाटर हार्वेस्टिंग जैसे उपायों को भी अपनाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। इन प्रयासों के माध्यम से ही हम आने वाले समय में प्रदेश में पानी की कमी को दूर कर पाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के 51 हजार परिवारों को पीएम आवास की 300 करोड़ से अधिक की राशि जारी की है। प्रधानमंत्री सभी जरूरतमंद परिवार को पक्का घर मिले इसकी लगातार चिंता करते हैं। उन्होंने बताया कि अभी आवास प्लस प्लस का सर्वे चल रहा है और इसका दायरा बढ़ाते हुए कुछ अतिरिक्त छूट के प्रावधान भी किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने सर्वे में शामिल होकर योजना का लाभ लेने की बात कही और पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि वे भी इसकी जानकारी आमजन तक पहुंचाएं।


उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा ने आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अटल डिजिटल सुविधा केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं की पहुंच को सशक्त बनाएगा। इन केंद्रों के माध्यम से नागरिकों को जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, आय-जाति निवास प्रमाणपत्र, भूमि दस्तावेज, डिजिटल भुगतान और ई-डिस्ट्रिक्ट की अनेक सेवाएं आसानी से ग्राम पंचायत स्तर पर ही उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद की 10 ग्राम पंचायतों में पहले चरण में यह सुविधा प्रारंभ की जा रही है और आगामी छह महीनों में 8,000 से अधिक पंचायतों में इन केंद्रों की स्थापना की जाएगी।


उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। पारंपरिक जल स्रोतों का पुनर्जीवन, वर्षा जल संग्रहण और भू-जल स्तर को पुनःस्थापित करने हेतु मोर गांव-मोर पानी महाभियान प्रारंभ किया गया है। हर ग्राम पंचायत में नागरिकों की सहभागिता से जल संचयन की योजनाएं बनाई जाएंगी और उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने सरपंचों, जनपद एवं जिला पंचायत सदस्यों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जल स्रोतों की पहचान कर उनके पुनर्निर्माण और संरक्षण की दिशा में सक्रिय कार्य करें।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज लोकतंत्र की जड़ है और ग्राम विकास की रीढ़ है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प लें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी सुविधाओं से वंचित न रहे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपूर्ण मकानों की सूची तैयार कर उनका समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, सचिव पंचायत श्री भीम सिंह, संचालक पीएम आवास ग्रामीण श्री तारन प्रकाश सिन्हा सहित अधिकारी कर्मचारी और प्रदेश के विभिन्न जिलों से पंचायत प्रतिनिधि, हितग्राही और आमजन वर्चुअली मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने अटल डिजिटल सुविधा केंद्र के हितग्राहियों और जनप्रतिनिधियों से किया संवाद

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अटल डिजिटल सुविधा केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर सूरजपुर, धमतरी, बस्तर, कबीरधाम, रायगढ़ और जशपुर जिले के विभिन्न हितग्राहियों से योजना को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह योजना ग्रामीणों की सुविधा की दृष्टि से प्रारंभ किया गया है और इसकी जानकारी अधिक से अधिक लोगों को दी जाए।
बस्तर जिले के नानगुर ग्राम पंचायत की श्रीमती सुमनी बघेल ने मुख्यमंत्री को बताया कि महतारी वंदन से प्रति माह उन्हें 1 हजार रूपये की राशि मिलती है। जिसे वह पोस्ट ऑफिस में जमा कर रही हैं ताकि आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही बेटी को कम्प्यूटर क्लास के लिए लैपटॉप दिलवा सके। उनके पंचायत में अटल डिजिटल सुविधा केन्द्र खुल जाने से अब उन्हें पैसों के लेन-देन के लिए 18 से 20 किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी और न ही बैंक की लम्बी कतारों में खड़ा होना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि केन्द्र के शुभारंभ से पैसे और समय दोनों की बचत हो रही है। इसी तरह धमतरी जिले की ग्राम अछोटा की श्रीमती चेतना देवांगन ने बताया कि आज उन्होंने अटल डिजिटल सुविधा केन्द्र से 2 हजार रूपये निकाले हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि गांव में ही सुविधा केंद्र खुलने से पैसे निकालने के लिए अब उन्हें पहले जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने सूरजपुर जिले के भैयाथान पंचायत की सकीना बेगम से बात करते हुए कहा कि आज हमने मोदी की एक और गारंटी को पूरा किया है। इससे आपको शासन की योजनाओं से मिलने वाले राशि के नकद आहरण की सुविधा पंचायत में ही मिल जाएगी। इसी तरह रायगढ़ के तमनार पंचायत की श्रीमती सुभद्रा साव ने मुख्यमंत्री को बताया कि हर माह महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि से वह अपनी बिटिया को ट्यूशन पढ़ाती हैं और अब आसानी से गांव में ही पैसे निकाल पाएंगी।

जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में उठा आबकारी और खनिज विभाग का मुद्दा

0
कोरबा@M4S:जिला पंचायत के सभाकक्ष में बुधवार को सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने की। पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम और सीईओ जिला पंचायत दिनेश कुमार नाग की उपस्थिति में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग,ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग,कृषि विभाग,आबकारी विभाग, खनिज विभाग,उद्यान विभाग एवं स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की समीक्षा की गई। इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी तथा वन विभाग के कार्यों पर चर्चा की गई। सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत सदस्यों,जनप्रतिनिधियों ने ग्रामों में स्कूल भवन निर्माण, शिक्षकों की कमी दूर करने,सडक़ एवं पुल-पुलियों के निर्माण कार्य, ग्रीष्मकाल के मद्देनजर हैंडपंपों के सुधार कार्य, पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था, ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक,लघु एवं सीमांत किसानों को कृषि एवं उद्यान विभाग की योजनाओं से लाभान्वित करने,प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बनाए जा रहे आवासों के लिए निर्बाध रेत परिवहन करने आदि जनहित के मुद्दे उठाए। बैठक के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों ने जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन की जानकारी दी। बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष निकिता मुकेश जायसवाल , जिला पंचायत सदस्य रेणुका राठिया, शांति मरावी, अनंत सुष्मिता कमलेश, सावित्री अजय कंवर, रज्जाक अली, सुषमा रवि रजक, विनोद कुमार यादव (अधिवक्ता), माया रूपेश कंवर, कौशल नेटी, विद्वान सिंह मरकाम, जिला पंचायत के लेखाधिकारी सुदीप भट्टाचार्य, सहायक परियोजना अधिकारी इंदिरा भगत सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

रिकॉर्ड तोड़ हो रही बिजली की खपत, मांग 6800 मेगावॉट  पिछले साल अप्रैल में बिजली की खपत थी 6300 मेगावॉट

0
कोरबा@M4S:जिले में बैसाख में सूर्य की किरणें आग बरसा रही हैं और तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इसका असर बिजली की खपत पर देखा जा रहा है। अप्रैल में ही प्रदेश में बिजली की जरूरत 6800 मेगावॉट के पार पहुंच गई है। जबकि पिछले साल इसी समय बिजली की खपत 6300 मेगावॉट थी।
प्रदेश में जिस तरीके से बिजली की मांग बढ़ रही है उससे केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण का पूर्वानुमान कमजोर पडऩे लगा है। अप्रैल के महीने में जब तापमान 42 डिग्री को पार कर रहा है तब बिजली की खपत भी बढ़ गई है। अप्रैल के महीने में बिजली की अधिकतम मांग 6800 मेगावॉट के पार पहुंच गई है। यह स्थिति तब है जब मई का महीना बाकी है और जेठ की गर्मी आने वाली है। प्रदेश में बिजली की मांग बढऩे का बड़ा कारण औद्योगीकरण के साथ-साथ रबी फसल में धान की बोआई प्रमुख है। छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों में किसानों ने गर्मी में धान की फसल लगाई है। इसके लिए पानी की आपूर्ति के लिए किसान बिजली के पंप पर निर्भर हैं। इसका असर बिजली की मांग पर भी देखा जा रहा है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण का अनुमान है कि वर्ष 2026-27 तक राज्य सरकार को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजाना 7661 मेगावॉट बिजली की जरूरत होगी। विद्युत प्राधिकरण का यह अनुमान आने वाले दो साल की मौजूदा मांग पर आधारित है। लेकिन इसी साल पीकऑवर में बिजली की खपत जब 6800 मेगावॉट के पार पहुंच गई है। तब अगले साल के लिए अभी से बिजली विभाग यह आकलन कर रहा है कि 2025-26 तक प्रदेश सरकार की जरूरत कितनी होगी और इसकी पूर्ति कैसे की जाएगी। जो अनुमान निकलकर सामने आ रहे हैं उसके अनुसार प्रदेश सरकार को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 7500 मेगावॉट के आसपास बिजली की जरूरत होगी।अधिकारियों का मानना है कि प्रदेश में बिजली की खपत अप्रैल में अधिकतम 6800 मेगावॉट तक पहुंची है। इसकी वजह गर्मी में बढ़ोतरी और इस सीजन में लगने वाली धान की सिंचाई के लिए इलेक्ट्रिक पंप का चालू होना है। वितरण कंपनी ने आपूर्ति बनाए रखने के लिए कंपनियों से जो अनुबंध किया है उसके तहत बिजली मिल रही है और इसकी आपूर्ति प्रदेश में की जा रही है। वर्ष 2016-17 में छत्तीसगढ़ को अपनी बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए 3875 मेगावॉट बिजली की आवश्यकता पड़ी थी जो पांच साल बाद 2021-22 तक बढक़र 5019 मेगावॉट हो गई। पांच वर्षों में बिजली की खपत में 1144 मेगावॉट की बढ़ोतरी पहुंच गई है जबकि 2021 से 2026 तक यानि पांच वर्षों के लिए केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने जो पूर्वानुमान लगाया है उसके अनुसार छत्तीसगढ़ को 7661 मेगावॉट की जरूरत होगी। यानि 2022 से 2027 तक 2642 मेगावॉट की खपत बढ़ जाएगी।

गर्मी का टॉर्चर, बिगड़ रही लोगों की सेहत  लू और डि-हाइड्रेशन की शिकायतें बढ़ी

0

कोरबा@M4S:जिले में गर्मी का टॉर्चर बर्दाश्त से बाहर हो रहा है। पारा 42 डिग्री के कांटे को भी पार कर गया है। इससे लू जैसे हालात बन गए हैं। बेतहाशा गर्मी का सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। लू और डि-हाइड्रेशन की शिकायत लेकर हर दिन मरीज अस्पतालों तक पहुंच रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से ओपीडी से लेकर डॉक्टर्स कक्ष, दवाखाना, पैथोलैब, एक्स-रे सभी विभागों में इतनी भीड़ लग रही है कि हर जगह आधे से पौन घंटे तक लाइन में लगना पड़ रहा है। तब जाकर जांच और इलाज हो पा रही है। बढ़ते तापमान को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही लू से बचाव के संबंध में एडवाइजरी जारी कर दी है कि तेज धूप में निकलने से बचे। लू के लक्षण हैं तो अस्पताल पहुंचे।
भीषण गर्मी से जिला अस्पताल में वार्डों में भर्ती मरीजों को हलाकान होना पड़ रहा है। वार्डों में मरीज गर्मी से परेशान हो रहे हैं। मरीजों को गर्मी से व्याकुल होना पड़ रहा है।

चिकित्सकों ने दी लू से बचाव की सलाह
चिकित्सकों का कहना है कि तेज धूप से लू की आशंका बन गई है। लू के कारण शरीर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाए तो कभी-कभी ये जानलेवा भी हो सकती है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा एतिहयात बरतने की आवश्यकता रहती है। जितना हो सके, तेज धूप से निकलने में बचना चाहिए। खूब पानी पीना चाहिए और शराब और कैफीन का सेवन करना से बचना चाहिए। खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूज का सेवन अधिक करें।

चढ़ा पारा, इन्वर्टर एसी, लो पावर कूलर व स्मार्ट कूलिंग सिस्टम की बढ़ी मांग मरम्मत और इंस्टॉलेशन के ऑर्डर में वृद्धि

0

कोरबा@M4S:बढ़ते तापमान के साथ ही शहर में एसी और कूलर की मांग तेजी से बढ़ गई है। 44 डिग्री के पार पहुंचे तापमान ने लोगों को गर्मी से राहत पाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स बाजारों और शोरूम का रुख करने पर मजबूर कर दिया है। दुकानदारों और मैकेनिकों के लिए यह सीजन कमाई का सुनहरा मौका बन गया है।
शहर के इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम संचालकों ने बताया कि पिछले सप्ताह की तुलना में एसी और कूलर की बिक्री में 25 से 30 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। शादी-विाह के सीजन के चलते भी इन्वर्टर एसी, लो पावर कूलर, और स्मार्ट कूलिंग सिस्टम जैसे उत्पादों की मांग अधिक है। दुकानदारों ने संभावित बढ़ी मांग को देखते हुए स्टॉक पहले ही तैयार कर लिया है। इलेक्ट्रिशियन और युवा तकनीशियन डिजिटल बुकिंग और यूपीआई पेमेंट जैसे आधुनिक साधनों का उपयोग कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं। कई युवा अपने कार्यक्षेत्र में नई टीम बनाकर काम कर रहे हैं। बढ़ी मांग के बीच सर्विसिंग चार्ज 300 से 600 रूपए तक है। इंस्टॉलेशन चार्ज 1000 रूपए तक ली जा रही है। शहर की दुकानों में प्रति दिन 5 से 10 एसी के आर्डर आ रहे हैं।
इनकी है डिमांड
एक टन और 1.5 टन के इन्वर्टर एसी
लो पावर कंजंप्शन वाले डेजर्ट कूलर
वॉल-माउंटेड स्मार्ट कूलिंग सिस्टम
 साइलेंट ऑपरेशन वाले कूलर

कोसाबाड़ी मण्डल ने दी श्रद्धांजलि, किया आतंकवाद का पुतला दहन

0

कोरबा@M4S:जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस कायराना हरकत में कई निर्दोष पर्यटकों की मृत्यु हो गई, जबकि अनेक लोग घायल हो गए।हृदयविदारक घटना के विरोध में कोसाबाड़ी मण्डल के नेतृत्व में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, युवाजन एवं स्थानीय जन ने भारी संख्या में उपस्थित रहे। श्रद्धांजलि सभा के दौरान दीप प्रज्वलित कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई। लोगों की आंखों में आक्रोश और पीड़ा साफ दिखाई दे रही थी।
इस अवसर पर आतंकवाद के प्रतीक स्वरूप पुतले का दहन कर आतंकवाद और उसके समर्थकों के प्रति तीव्र विरोध प्रकट किया गया। उपस्थित लोगों ने भारत सरकार से मांग की कि दोषियों को शीघ्र चिन्हित कर सख्त से सख्त सजा दी जाए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कठोर कदम उठाए जाएं। कार्यक्रम के अंत में दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कोसाबाड़ी मण्डल द्वारा इस प्रकार की घटनाओं के प्रति समाज को जागरूक करने का संकल्प भी लिया गया।
श्रद्धांजलि सभा न केवल एक संवेदनात्मक पहल थी, बल्कि यह संदेश भी था कि आतंक के खिलाफ देश एकजुट है, और हम सब मिलकर इस नासूर को जड़ से समाप्त करने के लिए कटिबद्ध हैं।

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!