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विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना साकार करने सभी अधिकारी निष्ठा एवं प्रतिबद्धता से करें कार्य: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

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मुख्यमंत्री ने बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक ली

रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत संयुक्त जिला कार्यालय, बालोद के सभाकक्ष में बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे समर्पण एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का सतत निरीक्षण एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की वास्तविक प्रगति का मूल्यांकन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आम जनता से प्राप्त सकारात्मक फीडबैक इस बात का प्रमाण है कि बीते डेढ़ वर्षों में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छता को जनभागीदारी से जोड़ते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वच्छता के प्रति विशेष रूचि लेकर कार्य करें एवं सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त स्वच्छता संबंधी आवेदनों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए स्वच्छ भारत मिशन का सकारात्मक प्रभाव प्रदेशभर में परिलक्षित हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से दौरा कर निर्माण एवं विकास कार्यो का मौका मुआयना करने के साथ ही जनसमस्याओं का त्वरित निदान का काम करें। मुख्यमंत्री ने फसल चक्र को अपनाने हेतु किसानों को प्रेरित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने बालोद जिले में गन्ना तथा कांकेर एवं नारायणपुर जिलों में दलहन-तिलहन फसलों को प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक रणनीति बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने राजस्व मामलों के निराकरण पर जोर देते हुए कहा कि अनावश्यक विलंब से जनता में असंतोष उत्पन्न होता है। उन्होंने जिला एवं तहसील स्तर पर नियमित रूप से राजस्व न्यायालय की तिथि सुनिश्चित करने तथा सभी लंबित मामलों के समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिए। राजस्व अधिकारियों को बरसात से पहले सीमांकन कार्य पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने, ड्रोन दीदी कार्यक्रम पर विशेष ध्यान केंद्रित करने एवं अधोसंरचना विकास कार्यों को गुणवत्ता एवं समयसीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्रों के संबंध में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निदान करने तथा विशेषकर विद्यार्थियों को आवश्यक प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बालोद जिले के परीक्षा परिणामों पर असंतोष व्यक्त किया तथा सुधारात्मक उपाय तत्काल अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत, हर घर जल, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा प्रधानमंत्री जनमन योजना के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बालोद जिले के देवरी एवं डौंडीलोहारा में 500 करोड़ रूपए की लागत से 400/220/132 केवी उच्चदाब उपकेन्द्र तथा 11.47 करोड़ रूपए की लागत से जुनवानी से चिखली सड़क मार्ग निर्माण की जानकारी भी साझा की।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजु एस., दुर्ग संभाग के आयुक्त  सत्य नारायण राठौर, बस्तर संभाग के आयुक्त डोमन सिंह, बालोद कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा,कांकेर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, नारायणपुर कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगई, संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सुशासन तिहार के दौरे पर मुख्यमंत्री अचानक पहुंचे मांदरी गांव के आँगनबाड़ी केंद्र

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बच्चों से आत्मीयता से मिले, आंगनबाड़ी की व्यवस्थाओं का लिया जायजा

बच्चों ने मुख्यमंत्री को भेंट किया फूलों का गुलदस्ता, सुनाई कविता

बच्चों को उपहार में मिली चाकलेट

रायपुर@M4S:सुशासन तिहार के तहत् मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हेलीकॉप्टर से आज अचानक कांकेर जिले के मांदरी गांव पहुंचे। हेलीपेड से गांव के रास्ते पर आँगनबाड़ी भवन देखकर मुख्यमंत्री केंद्र के बच्चों से मिलने और वहां की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों ने मुख्यमंत्री का स्थानीय फूलों से तैयार किया गया गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने बड़ी आत्मीयता के साथ बच्चों से घुल-मिल कर बातचीत की और उनसे आंगनबाड़ी और उनके अक्षर ज्ञान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के पूछने पर बच्चों ने धारा-प्रवाह कविता सुनाई। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से बच्चों को चाकलेट वितरित कर उन्हें दुलार किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं और भोजन व्यवस्था की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसव राजु एस, कमिश्नर डोमन सिंह, कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक आई के एलेसेला, सहित  क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन के नेतृत्व में भाजपा जिला अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से की भेंट ,नवनिर्मित पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन हॉल के लोकार्पण हेतु किया आमंत्रित 

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कोरबा@M4S:बुधवार को वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री  लखन लाल देवांगन के नेतृत्व में भाजपा जिला अध्यक्ष  गोपाल मोदी सहित अन्य पदाधिकारियों ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य भेंट की । साथ ही रिसदी मार्ग पर स्थित नवनिर्मित पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन हॉल के लोकार्पण हेतु मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय को सादर आमंत्रित किया।
   गौरतलब है की पिछले दिनों मंत्री लखन लाल देवांगन, गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष अनुराग सिंह देव एव भाजपा जिला अध्यक्ष  गोपाल मोदी ,महापौर  संजू देवी राजपूत ने हॉल का अवलोकन किया था । मंत्री श्री देवांगन ने हाउसिंग बोर्ड , निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों को मूर्ति स्थापना और परिसर के शेष कार्यों को जल्द कराने के निर्देश दिए गए है।

मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें किया नमन वीर सावरकर का जीवन राष्ट्रभक्ति, आत्मबलिदान और वैचारिक दृढ़ता का प्रतीक है – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

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रायपुर@M4S: मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री  लखनलाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री  लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक  धरमलाल कौशिक एवं जनप्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वीर सावरकर का संपूर्ण जीवन मातृभूमि की सेवा और राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए समर्पित था। वीर सावरकर न केवल आज़ादी की लड़ाई के अग्रणी योद्धा थे, बल्कि वे एक समाज सुधारक, इतिहासकार, लेखक और दूरदर्शी राजनेता भी थे। उन्होंने सामाजिक रूढ़ियों के विरुद्ध आवाज़ उठाई और आधुनिक भारत के निर्माण की आधारशिला रखी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सेल्युलर जेल में बिताए गए सावरकर जी के कठोरतम वर्ष उनके अदम्य साहस, राष्ट्रभक्ति और मानसिक दृढ़ता के प्रमाण हैं। उनका बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे वीर सावरकर के विचारों और जीवन मूल्यों से प्रेरणा लें और राष्ट्र सेवा को अपना परम कर्तव्य मानते हुए आगे बढ़ें। वीर सावरकर का जीवन हर भारतीय के लिए आत्मबलिदान, समर्पण और देशभक्ति की जीवंत मिसाल है।

गेवरा खदान हादसा:एसईसीएल और खान सुरक्षा निदेशालय की गैरजिम्मेदाराना कृत्य के कारण नही रुक रहा दुर्घटना

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कोरबा@M4S:एसईसीएल गेवरा की कोयला खदान में हुये हादसे में दो नौजवानों की मौत और एक की घायल हो जाने की खबर के बाद एसईसीएल प्रबधन द्वारा पल्ला झाड़ लेने से उसकी जिम्मेदारी खत्म नही हो जाती है जबकि पूर्व में ऐसी ही घटना हो चुकी है और सुरक्षा व्यवस्था के सार्थक उपाय नही किये जाने तथा कोयला उत्पादन की हवस के कारण यह घटना दोबारा हुआ है यह कहा जाना गलत नही होगा कि एसईसीएल की लापरवाही से ही ऐसी घटना हुई है ।

इस बात की जिम्मेदारी खान सुरक्षा महानिदेशालय की भी है कि खदान परिक्षेत्र और खासकर खनन क्षेत्र में सुरक्षा उपायों की अनदेखी के खिलाफ बार बार शिकायतों के बावजूद कार्यवाही नही की गयी देश मे अगर कोयला संकट है तो उसके लिए ग्रामीणों की बलि नही दिया जा सकता रिहायशी इलाकों तक कोयला उत्खनन किया जा रहा है ब्लास्टिंग किये जा रहे हैं ।

इस घटना के लिए प्रशासन भी उतनी ही जिम्मेदार है क्योंकि कानून व्यवस्था की लचर स्थिति को सुधारने के लिए वह गंभीर नही है ।

ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा है कि इस घटना से पूर्व 2017 और 2024 में हुए हादसे में 5 लोंगो ने अपनी जान गंवा दिया है जिससे सबक नही लिया गया केवल कोयला खदानों की बात नही है सड़क दुर्घटना में भारी वाहनों में हर दिन मौते हो रही है जिसको देखा नही जा रहा संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने कहा ,कोयला खदानों में किये जा रहे उत्खनन कार्य से उत्तपन्न भयावह स्थिति को अवगत कराते हुये दर्जनों शिकायत एसईसीएल मुख्यालय, शासन, प्रशासन ,खान सुरक्षा महानिदेशालय को किया जा चुका है किंतु देश मे कोयला संकट का हवाला देकर नियम विरुद्ध कोयला उत्पादन और परिवहन पर ही जोर दिया जा रहा है रिहायशी इलाकों ,गांव के मकानों तक जमीन को खोद डाला गया है सैकड़ो मीटर नीचे खाई बना दी गयी है और हैवी ब्लास्टिंग से जन जीवन दहल रहा है डेंजर जोन क्षेत्र का फेंसिंग तक नही किया जा रहा है जिससे दुर्घटना होना लाजिमी है स्थानीय ग्रामीण जहां अपनी रोजी रोटी और दैनिक उपयोग के लिए जान जोखिम में डालकर कोयला चुन रहे उनको रोकने के लिए कोई उपाय नही हो रहा है अधिकारी और बड़े सफेदपोश चोरों की मिलीभगत से करोड़ो की कोयला और डीजल चोरी किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर पीढ़ियों से अपने गांव के निजी व शासकीय भूमि पर अपना जीवन यापन करने वाले किसानो के रोजगार, पुनर्वास ,मुआवजा की मांग पर होने वाले विरोध कार्यवाहियों के लिए शासन प्रशासन , एसईसीएल प्रबन्धन आपसी षड्यंत्र के साथ दमनात्मक कार्यवाही कर रहे हैं ।

डबल इंजन की सरकार में जनता पीस रही है और जनप्रतिनिधियों के हाथ बांध दिए गए हैं ऐसी हालत निर्मित हो चुका है जिससे जनता घुट घुट कर मर रही है किंतु उनकी आवाज को सुनने के लिए कोई नही है ।

वन अधिकार मंच छत्तीसगढ़ की एक दिवसीय बैठक का सफल आयोजन वनाधिकार से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर लिए गए अहम निर्णय

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रायपुर@M4S:वन अधिकार मंच छत्तीसगढ़ की एक दिवसीय राज्य स्तरीय बैठक का सफल आयोजन रायपुर में किया गया, जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से सामाजिक कार्यकर्ता, जन संगठनों के प्रतिनिधि और विषय विशेषज्ञ शामिल हुए। बैठक में वन अधिकार अधिनियम की वर्तमान स्थिति, संरक्षित क्षेत्रों में विस्थापन, सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन (CFR) की प्रक्रिया, ग्राम सभा फेडरेशन के निर्माण, और नेटवर्क सदस्यों की क्षमता वृद्धि योजनाओं पर गंभीर मंथन हुआ।

बैठक में कांकेर और नारायणपुर जिलों में कार्यरत दिशा समाज संस्था ने बताया कि 60 ग्राम सभाओं में काम हो रहा है, लेकिन सचिवों की कमी और नक्सली प्रभाव के कारण चुनौतियाँ बनी हुई हैं। अब तक 25 ग्राम सभाओं के दावे तैयार हो चुके हैं, जबकि अभूजमाड़ क्षेत्र में प्रक्रियात्मक अड़चनें अब भी जारी हैं।

कवर्धा में पंचायत सचिवों की भूमिका और अड़चनों पर चर्चा हुई, वहीं रायगढ़ के लैगुंगा क्षेत्र में गलत अधिकार पत्रक जारी होने के कारण CFR प्रबंधन में परेशानी का मुद्दा सामने आया। भानुप्रतापपुर (कांकेर) में CFR प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, जबकि पंडरिया क्षेत्र में 10 ग्राम सभाओं की हैबिटेट राइट प्रक्रिया प्रगति पर है।

वक्ताओं में विजेंद्र अजनबी ने हैबिटेट अधिकारों में पारंपरिक प्रणालियों को मान्यता देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। अचानकमार टाइगर रिजर्व की स्थिति पर सीमांचल ने जानकारी साझा की और बैगा समुदाय के साथ संवाद की आवश्यकता बताई। चंद्रप्रताप उईके ने डिस्ट्रिक्ट लेवल कमेटी (DLC) के गठन में देरी और अवैध रेत खनन को प्रमुख समस्या बताया।

मुंगेली में विस्थापन की जानकारी सत्य प्रकाश बुनकर ने दी। महासमुंद और बलौदा बाजार से आए प्रतिनिधियों ने वन विभाग द्वारा की गई मारपीट की घटनाओं की जानकारी साझा की और एक संयुक्त फैक्ट फाइंडिंग टीम (जिसमें PUCL, VAM, पत्रकार और वकील शामिल हों) गठित करने का प्रस्ताव रखा।

चंद्रकांत यादव ने भोरमदेव को गौ-अभयारण्य घोषित किए जाने और पीवीटीजी समुदायों के अधिकारों पर चर्चा की कमी को लेकर चिंता जताई। डॉ. ऋषि ने कोरबा हाथी रिजर्व की स्थिति और राज्य की जल नीति में बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया।

सरगुजा से आए प्रतिनिधियों ने बताया कि 30 ग्राम सभाओं में सामुदायिक वन प्रबंधन योजना तैयार हो चुकी है, लेकिन नरेगा का उपयोग सीमित है। इस योजना को वन प्रबंधन के साथ जोड़ने पर बल दिया गया।

विजेंद्र अजनबी ने सामुदायिक सुशासन, विकेंद्रीकरण और ग्राम सभाओं के अधिकारों (विशेषतः तेंदूपत्ता और अन्य लघु वनोपज) को सशक्त करने की बात कही। अनुभव शोरी ने मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों से मिलकर राज्य स्तर पर समन्वय समिति के गठन का प्रस्ताव रखा। इस दिशा में अगले सप्ताह तक ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा।

बैठक में नेटवर्क की नियमित ऑनलाइन बैठकें आयोजित करने पर सहमति बनी। साथ ही, 15 जुलाई को अचानकमार में विस्थापन पर विशेष बैठक आयोजित करने और पीवीटीजी अधिकारों के अध्ययन के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में कई वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें राजेश रंजन, बिपाशा पॉल, सत्यप्रकाश बुनकर, सीमांचल, देवेंद्र बघेल, केशव शोरी, चंद्रप्रताप उईके, चंद्रकांत यादव, आलोक शुक्ला, विजेंद्र अजनबी, डॉ. ऋषि, प्रियांशु गुप्ता (प्राध्यापक, IIM), लोकनाथ सोनवानी एवं अन्य शामिल थे।

सभी प्रतिभागियों ने एकमत से वन अधिकारों की दिशा में साझा प्रयासों को और सशक्त करने का संकल्प लिया।

 

जन्म प्रमाण पत्र के मामले में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंग , महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष मिथलेश बघेल के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन

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कोरबा@M4S: अमीशा पति समेलाल धनवार निवासी ग्राम बंजारी से बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र सुधार हेतु आयुष्मान आरोग्य मंदिर (उप स्वास्थ्य केन्द्र) मड़ई विकास खण्ड पोडीउपरोडा जिला कोरबा छ.ग. में पदस्थ ए.एन.एम. सरस्वती रजक के द्वारा 500/- रूपये की मांग करने एवं पैसा नही देने पर प्रमाण पत्र नही देने पर मजबूर होकर आवेदिका ने घर पर पैसे ना होने पर चांवल बेंचकर पैसे दिए।
मामला सोशल मीडिया में आने पर ए एन एम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

उक्त मामले में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंग , महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष मिथलेश बघेल सहित कोरबा से पार्टी क्षेत्रीय इकाई ने पीड़िता से मुलाक़ात की। जिस पर आवेदिका को अब तक जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए आम आदमी पार्टी द्वारा धरना दिया जा रहा है जब तक आवेदिका को प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा धरना जारी रहेगा।

टेनिस बॉल क्रिकेट स्पर्धा में मेंटेनेंस-2 विभाग ने फ्यूल मैनेजमेंट को हराकर पॉवर कप ट्रॉफी पर कब्जा जमाया एचटीपीएस के हसदेव खेल परिसर में अंतरविभागीय क्रिकेट मैच खेला गया

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कोरबा@M4S: हसदेव ताप विद्युत संयंत्र (एचटीपीएस) कोरबा पश्चिम के हसदेव खेल परिसर में अंतर विभागीय फ्लड लाइट टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता ‘‘पॉवर कप’’ का आयोजन किया गया। 10 दिवसीय इस प्रतियोगिता में विद्युत संयंत्र के मेंटेनेंस-2 विभाग ने फ्यूल मैनेजमेंट विभाग को 24 रन से पछाड़ते हुए जीत दर्ज की। मुख्य अभियंता प्रवीण श्रीवास्तव ने विजयी टीम को बधाई देते हुए खेल को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह के आयोजनों की प्रशंसा की।
पॉवर कप क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला रविवार शाम को मेंटेनेंस-2 एवं फ्यूल मैनेजमेंट टीम के बीच खेला गया। मेंटेनेंस-2 की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। मेंटेनेंस-2 को ओर से सतीश ध्रुव ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 51 रन बनाए और टीम का स्कोर निर्धारित 12 ओवर में 102 रन पंहुचा दिया। 103 रनों का पीछा करने उतरी फ्यूल मैनेजमेंट टीम को पहले ही ओवर में मेंटेनेंस-2 के गेंदबाज बीरेंद्र कुमार ने झटका दिया और प्रमुख बल्लेबाज़ सौरभ रावटे को आउट कर दिया। इसके बाद सुनील मुलेठी और सुभाष ने सधी हुई बल्लेबाजी करते हुए क्रमशः 19 और 15 रनों का योगदान दिया। फिर मेंटेनेंस-2 के गेंदबाज हर्षल विश्वकर्मा ने 3 ओवर में मात्र 10 रन देकर 3 विकेट चटकाए और फ्यूल मैनेजमेंट टीम के बल्लेबाजी का क्रम तोड़ दिया। फ्यूल मैनेजमेंट टीम ने निर्धारित 12 ओवर में कुल 78 रन ही जोड़ पाई। इस तरह मेंटेनेंस-2 टीम ने 24 रन से जीत दर्ज कर पॉवर कप ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया।
क्षेत्रीय कला एवं क्रीड़ा परिषद, कोरबा-पश्चिम द्वारा “पावर कप“ क्रिकेट प्रतियोगिता 16 से 25 मई तक आयोजित की गई। इस टूर्नामेंट में कुल 8 टीमों ने हिस्सा लिया। पहले लीग मैच खेले गए। अंकों के आधार पर इनमें से चार टीम ने अगले दौर में अपनी जगह बनाई। बीते शनिवार को दो सेमीफाइनल मैच खेले गए। पहला सेमीफाइनल मेंटेनेंस-2 और ऑपरेशन-3 के मध्य खेला गया। इसमें मेंटेनेंस-2 ने जीत हासिल की। वहीं दूसरा सेमीफाइनल मैच मेंटेनेंस-1 और फ्यूल मैनेजमेंट के बीच खेला गया। यह मैच फ्यूल मैनेजमेंट ने जीत लिया। मेंटेनेंस-2 और फ्यूल मैनेजमेंट टीम ने फाइनल मुकाबले में जगह बना ली।


समापन समारोह में अतिरिक्त मुख्य अभियंता पीके. स्वैन, एमके. गुप्ता और केएनबी. राव के हाथों विजेता एवं उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को ट्रॉफी भेंटकर व्यक्तिगत पुरस्कार दिए गए। मैन ऑफ़ दा मैच सतीश ध्रुव, टूर्नामेंट के सर्वश्रेठ बल्लेबाज सौरभ रावटे, सर्वश्रेठ गेंदबाज अखिलेश साव, सर्वश्रेष्ठ आल राउंडर अमन किशोर को पुरस्कृत किया गया। क्षेत्रीय कला एवं क्रीड़ा परिषद कोरबा पश्चिम के सचिव सतीश बरड़िया ने अतिथियों एवं खेल आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का धन्यवाद देते हुए आभार जताया। समारोह में अधीक्षण अभियंता डीके राठौर, नरेंद्र उइके, मनोज जायसवाल एवं प्रमोद बघेल उपस्थित रहे।

Balco ने जैव विविधता दिवस पर वन्यजीव संरक्षण जागरूकता का चलाया अभियान

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कोरबा@M4S: वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर द एनिमल केयर ऑर्गेनाइजेशन (टाको) के सहयोग से आस-पास के गांवों में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम ‘प्रकृति के साथ सौहार्द और सतत विकास’ के अनुरूप इन कार्यक्रमों का उद्देश्य समुदाय को वन्यजीव व्यवहार, संघर्ष निवारण और जैव विविधता संरक्षण के प्रति जागरूक तथा प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व की भावना को प्रोत्साहित करना था।

कोरबा के वन क्षेत्रों में पाए जाने वाले स्लॉथ बियर (भालू की एक प्रजाति) के संरक्षण पर केंद्रित सत्र का आयोजन किया गया। जानवरों के व्यवहार को समझाकर मानव तथा वन्यजीव संघर्ष को कम करने के तरीकों को साझा किया गया, जिसमें 300 से अधिक सदस्यों एवं स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से व्यावहारिक परिदृश्य को दर्शाते हुए लोगों को वन्यजीव संरक्षण हेतु संवेदनशील और सुरक्षित व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। कहानी और क्विज़ के माध्यम से पारिस्थितिकी तंत्र बनाए रखने और स्थानीय वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया।

कार्यक्रम में जिला वन और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने स्थानीय जैव विविधता पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और वन-आश्रित क्षेत्रों के निवासियों में पर्यावरणीय जिम्मेदारी को प्रोत्साहित किया। इस पहल को स्थानीय पंचायत सदस्यों, पर्यावरणविदों और एनजीओ का भी सहयोग मिला।

जैव विविधता संरक्षण के प्रति अपनी निरंतर प्रतिबद्धता के तहत बालको ने सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन, रूरल एंड ट्राइबल (श्रोत) के साथ साझेदारी में कई कार्यक्रम आयोजित किये हैं। इनमें नियमित सामुदायिक स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और पशु कल्याण शामिल हैं, जिसका उद्देश्य स्थानीय पारिस्थितिक तंत्र को पुनर्स्थापित करने और बनाए रखने में समुदाय-आधारित प्रयासों को प्रोत्साहित करना है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको में हमारा मानना है कि वास्तविक प्रगति औद्योगिक विकास और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के संतुलन में निहित है। अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर हमारी सामुदायिक भागीदारी की पहल हमारे इस संकल्प को मजबूत करती हैं कि हम स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करें और वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व को बढ़ावा दें। हम ‘शून्य हानि’, सतत विकास और राष्ट्र निर्माण के दृष्टिकोण के साथ अपने प्रयासों को आगे बढ़ा रहे हैं।

पर्यावरणविद् दिनेश दीक्षित ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जंगल से लगे क्षेत्रों में जैव विविधता के संरक्षण में समुदाय की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। बालको जैसी पहल सराहनीय हैं क्योंकि ये वैज्ञानिक जागरूकता और स्थानीय कार्यवाही के बीच सेतु का काम करती हैं।
गांव के निवासी श्री मंगल सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जानवरों के प्राकृतिक व्यवहार को समझना संघर्ष रोकने में सहायक होता है। सुबह जल्दी या रात के समय (जो वन्यजीवों की गतिविधि के मुख्य समय है) आवाजाही कम करने पर मानव तथा वन्य जीव टकराव की संभावना कम हो जाती है। बालको द्वारा यह जानकारी साझा करने के लिए मैं उनका आभारी हूं।

बालको, जैव विविधता और पशु कल्याण को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है इनमें 3,000 से अधिक पशुओं को सड़क दुर्घटनाओं से बचाने के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर का वितरण, 2,500 से अधिक पशुओं के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, 300 से अधिक कुत्तों का रेबीज टीकाकरण तथा गर्मियों में पशुओं के लिए वॉटर बॉउल चैलेंज के अंतर्गत जल पात्र की व्यवस्था शामिल हैं। ये सभी कदम स्थानीय पारिस्थितिकी संतुलन और मानवीय सह-अस्तित्व को मजबूत करते हैं।

टाको अप्रैल 2022 में शुरू हुआ द एनिमल केयर ऑर्गनाइजेशन (टाको), वेदांता लिमिटेड की प्रमुख पशु कल्याण पहल है, जिसका उद्देश्य आवारा और सामुदायिक पशुओं के लिए समग्र देखभाल प्रदान करना है। यह संगठन बचाव, पुनर्वास, रोकथाम, वृद्ध पशु देखभाल और निःशुल्क ओपीडी सेवाएं प्रदान करता है। इसके तहत एक सुपर स्पेशियलिटी वेटरनरी हॉस्पिटल भी संचालित किया जाता है। बालको सहित वेदांता लिमिटेड की सभी यूनिट्स में टाको के उद्देश्य को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

कोरबा के 158 स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स को मिला राज्यपाल पुरस्कार राजभवन में आयोजित हुआ राज्यपाल पुरस्कार एवं अलंकरण समारोह

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कोरबा@M4S:26 मई को रायपुर स्थित राजभवन में राज्यपाल पुरस्कार एवं अलंकरण समारोह आयोजित हुआ। कोरबा जिले के 158 स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स को राज्यपाल पुरस्कार का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
राज्यपाल पुरस्कार एवं अलंकरण समारोह का आयोजन भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, छतीसगढ, राज्य मुख्यालय द्वारा किया गया था। समारोह में राज्यपाल रमेन डेका द्वारा सत्र 2023- 24 एवं 2024- 25 में सफल होने वाले स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स को राज्यपाल पुरस्कार का वितरण किया गया। कोरबा जिले से सत्र 2023- 24 में 76 तथा 2024- 25 में 82 स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स ने राज्यपाल पुरस्कार की पात्रता प्राप्त की थी। राजभवन में आयोजित समारोह में कोरबा जिले से सफल होने वाले 158 स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स का राज्यपाल पुरस्कार का प्रमाण पत्र स्काउट केशव प्रसाद यादव, गाइड खुशी कुर्रे, रोवर चेतन देवांगन, रेंजर सोमी रत्नाकर ने प्राप्त किया। जिला सचिव भरत सिंह वर्मा के नेतृत्व में कोरबा जिले के चयनित प्रतिभागी राजभवन पहुंचे थे। राज्यपाल पुरस्कार एवं अलंकरण समारोह में समारोह में स्कूल शिक्षा सचिव परदेशी सिद्धार्थ कोमल, राज्यपाल के सचिव डॉ सीआर प्रसन्ना, राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल मंचासीन रहे।
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