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कलेक्टर ने पीएचसी तुमान का किया निरीक्षण आमजनों को प्राथमिकता से स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने के दिए निर्देश संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश

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कोरबा@M4S:कलेक्टर अजीत वसंत ने आज विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमान का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र में स्वास्थ्य अधिकारी- कर्मचारियों की स्वीकृत, दर्ज एवं रिक्त पदों की जानकारी लेते हुए सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को समय पर केंद्र में उपस्थित रहकर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए कहा।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने तुमान के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ओपीडी, महिला एवं पुरूष वार्ड, प्रसव कक्ष, प्रयोगशाला, सहित पूरे परिसर का अवलोकन किया।

उन्होंने मरीजों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए। जिससे उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। कलेक्टर ने लोगों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य केन्द्र में आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने केंद्र में होने वाले प्रसव की जानकारी लेते हुए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और शत प्रतिशत प्रसव सुरक्षित रूप से कराने के लिए कहा। इस हेतु मितानिनों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने की बात भी उन्होंने कही। कलेक्टर ने डीएमएफ से हुई नियुक्ति की जानकारी भी ली। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ पवन सिंह कँवर, एसडीएम पोड़ी उपरोड़ा  तुलाराम भारद्वाज आदि उपस्थित थे।

HEALTH TIPS:आंतों को अंदर से सड़ा देते हैं ये 6 फूड्स, गट हेल्थ सुधारने के लिए तुरंत कर दें डाइट से बाहर

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नई दिल्ली(एजेंसी):हमारी लाइफस्टाइल के साथ हमारी खाने-पीने की आदतों में भी काफी बदलाव आया है। अब हम हर काम जल्दी करना चाहते हैं। इसलिए खाने-पीने की भी वैसी ही चीजें (Worst Foods for Digestion) पसंद करते हैं, जो तुरंत मिल जाएं, जैसे- नूडल्स, चिप्स आदि। लेकिन यहीं चीजें हमारी आंतों को नुकसान पहुंचाती हैं और अक्सर लोगों का ध्यान भी इस ओर नहीं जाता है।
इसलिए हर साल वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे (World Digestive Health Day 2025) मनाया जाता है, ताकि लोग पाचन से जुड़ी समस्याओं और उसे हेल्दी कैसे रखा जाए, इस बारे में जागरूक बनें। आइए डॉ. सौरभ सेठी से जानते हैं 6 ऐसे फूड्स (Avoid 6 Worst Foods for Gut Health) के बारे में, आपकी गट हेल्थ के लिए बिल्कुल हेल्दी नहीं हैं।
आंतों के लिए हानिकारक फूड्स (Worst Foods for Gut Health)
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स, जैसे- पैक्ड स्नैक्स, इंस्टेंट नूडल्स, फ्रोजन मील और रेडी-टू-ईट फूड्स में प्रिजर्वेटिव्स, आर्टिफिशियल फ्लेवर और हानिकारक केमिकल्स होते हैं। ये आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे डाइजेशन कमजोर होता है और इंफ्लेमेशन यानी सूजन बढ़ती है।

व्हाइट ब्रेड और रिफाइंड आटा

व्हाइट ब्रेड, पास्ता और मैदा से बनी चीजें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती हैं, जिनमें फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है। ये आंतों में जाकर जल्दी पच जाते हैं, लेकिन गट बैक्टीरिया के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसकी जगह होल ग्रेन ब्रेड, ब्राउन राइस और ओट्स जैसे फाइबर से भरपूर फूड्स खाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।

कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और सोडा

सोडा और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और आर्टिफिशियल स्वीटनर होते हैं, जो आंतों के गुड बैक्टीरिया को कम करते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। ये ड्रिंक्स पेट में गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी की समस्या पैदा करते हैं। इनकी जगह नारियल पानी, छाछ या नींबू पानी जैसे हेल्दी ड्रिंक्स चुनें।

तला-भुना और जंक फूड

तले हुई चीजें, जैसे- समोसे, पकौड़े, चिप्स और फ्रेंच फ्राइज में ट्रांस फैट होता है, जो आंतों की सेहत के लिए हानिकारक है। ये सभी चीजें काफी धीरे-धीरे पचती हैं और आंतों में सूजन पैदा कर सकती हैं।

रिफाइंड शुगर और आर्टिफिशियल स्वीटनर्स

चीनी, मिठाइयां, केक और पेस्ट्री जैसे रिफाइंड शुगर से बनी चीजें आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस, मोटापा और लीकी गट सिंड्रोम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। शुगर की जगह शहद, गुड़ या नेचुरल फ्रूट्स का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर होगा।

ज्यादा मसालेदार खाना

ज्यादा मिर्च-मसाले वाला खाना पेट में जलन और एसिडिटी पैदा कर सकता है। इससे आंतों की परत को नुकसान पहुंचता है और डाइजेशन कमजोर होता है। मसालों का सही तरीके से इस्तेमाल करें, ताकि वे आपको फायदा पहुंचाएं, न कि नुकसान।

किसानों को मिलेगी अब फसलों की ज्यादा कीमत, धान समेत 14 फसलों की MSP में बढ़ोतरी; किसान क्रेडिट कार्ड पर कम ब्याज में मिलेगा लोन

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नई दिल्ली(एजेंसी): खरीफ की खेती शुरू होने से पहले सरकार ने किसानों के पक्ष में बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बुधवार को वर्ष 2025-26 के खरीफ सत्र के लिए 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की गई। सामान्य किस्म के धान के एमएसपी को 69 रुपये बढ़ाकर 2,369 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
धान का एमएसपी 2,389 रुपये क्विंटल होगा
‘ए ग्रेड’ धान का एमएसपी 2,389 रुपये क्विंटल होगा। अन्य फसलों में मूंग, उड़द, कपास, मूंगफली, सूरजमुखी, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, अरहर, सोयाबीन (पीला), तिल एवं रामतिल शामिल हैं। इन सभी फसलों का एमएसपी खेती में आने वाली लागत से कम से कम 50 प्रतिशत अधिक रखा गया है।
अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को दी जानकारी
सरकार के इस फैसले से किसानों का उत्साह बढ़ेगा और वे उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे। कैबिनेट की बैठक के बाद सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को बताया कि दलहन-तिलहन के एमएसपी में नौ प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है।
देश में सबसे ज्यादा मांग अरहर (तुअर) दाल की है

देश में दालों की भारी कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसके अधिक से अधिक उत्पादन के लिए किसानों को प्रेरित करने की योजना के तहत यह फैसला लिया है। देश में सबसे ज्यादा मांग अरहर (तुअर) दाल की है। घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रति वर्ष लाखों टन अरहर दाल का आयात करना पड़ता है। 

उत्पादन बढ़ाने के लिए अरहर के एमएसपी में 450 रुपये की वृद्धि करते हुए इसे 8,000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इससे घरेलू उत्पादन बढ़ाने और आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी। वैसे भी सरकार ने दलहन में आत्मनिर्भर बनने के लिए अभियान भी चला रखा है। 

सरकार ने तिलहनों के एमएसपी में भी बड़ी वृद्धि की

सरकार ने तिलहनों के एमएसपी में भी बड़ी वृद्धि की है। रामतिल का एमएसएपी 820 रुपये बढ़ाकर 9,537 प्रति क्विंटल कर दिया गया है। वैष्णव ने बताया कि सरकार का जोर पोषण वाली फसलों पर भी है।

‘श्रीअन्न’ की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा

हाल के वर्षों में दलहन, तिलहन और पोषणयुक्त ‘श्रीअन्न’ की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इनके एमएसपी में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। बाजरे की खेती पर आने वाली लागत पर 63 प्रतिशत एवं मक्का और अरहर पर 59 प्रतिशत बढ़ाकर किसानों को भुगतान किया जाएगा।

किसान क्रेडिट कार्ड पर जारी रहेगी ब्याज छूट

छोटे एवं सीमांत किसानों को बड़ी राहत देते हुए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) पर ब्याज छूट योजना को जारी रखने का निर्णय लिया गया है। यानी समय पर भुगतान करने वाले किसानों को सिर्फ चार प्रतिशत ब्याज पर तीन लाख रुपये तक का लोन मिलता रहेगा। इससे उनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होने के साथ-साथ उत्पादन में भी वृद्धि होगी।

ग्रामीण ऋण प्रणाली को सशक्त बनाने पर जोर

वैष्णव ने बताया कि इस निर्णय से किसानों की आय बढ़ाने, ग्रामीण ऋण प्रणाली को सशक्त बनाने के साथ ही कृषि विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। कृषि कार्य के लिए केसीसी पर तीन लाख रुपये तक कर्ज लेने पर सात प्रतिशत ब्याज का प्रविधान है। समय पर भुगतान करने पर तीन प्रतिशत की छूट किसानों को सीधे दी जाती है, जिससे प्रभावी ब्याज दर सिर्फ चार प्रतिशत रह जाती है। पशुपालन एवं मत्स्य पालन के लिए ऋणों पर यह लाभ दो लाख रुपये तक पर लागू होगा।

किस फसल का कितना एमएसपी बढ़ा
फसल नया एमएसपी वृद्धि लागत पर लाभ
धान (सामान्य) 2,369 69 50 फीसदी
ज्वार (हाइब्रिड) 3,699 328 50 फीसदी
बाजरा 2,775 150 63 फीसदी
रागी 4,886 596 50 फीसदी
मक्का 2,400 175 59 फीसदी
तूर 8,000 450 59 फीसदी
उड़द 7,800 400 53 फीसदी
मूंग 8,768 86 50 फीसदी
मूंगफली 7,263 480 50 फीसदी
सोयाबीन (पीला) 5,328 436 50 फीसदी
सूरजमुखी 7,721 441 50 फीसदी
तिल 9,846 579 50 फीसदी
रामतिल 9,537 820 50 फीसदी
कपास (मध्यम रेशा) 7,710 589 50 फीसदी

(एमएसपी प्रति क्विंटल रुपये में)

पोर्न साइट पर क्लिक किया तो नाबालिग को चार पुलिसकर्मियों ने किया ब्लैकमेल, एक्शन न लेने पर फाजिल्का SSP सस्पेंड

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चंडीगढ़(एजेंसी):भ्रष्ट कर्मचारियों पर समुचित कार्रवाई नहीं करने पर फाजिल्का के एसएसपी वरिंदर सिंह बराड़ (Fazilka SSP Suspended) को निलंबित कर दिया गया है। यह पहला अवसर है जब भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं करने पर किसी एसएसपी पर निलंबन की गाज गिरी है।
उनकी जगह गुरमीत सिंह को फाजिल्का का एसएसपी नियुक्त किया गया है। एक किशोर की ओर से पोर्न साइट क्लिक करने पर टिपलाइन साइबर थाने पहुंची थी।मामला बेहद मामूली होने के बावजूद साइबर सेल के एसएचओ मंजीत सिंह व तीन कर्मचारियों हेड कॉन्स्टेबल राजपाल, हेड कॉन्स्टेबल शिंदर पाल और कॉन्स्टेबल सुमित कुमार ने किशोर के परिवार से एक लाख रुपये रिश्वत मांगी थी।

पीड़ित परिवार ने की थी शिकायत

पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन नंबर पर की थी। इसके पश्चात विजिलेंस ने मंगलवार को चारों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। अब राज्य सरकार ने मामले में एसएसपी पर भी कार्रवाई की है।

इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस के प्रमुख एसपीएस परमार, श्री मुक्तसर साहिब के डीसी रहे आइएएस राजेश त्रिपाठी सहित दो अन्य पुलिस अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया था।

पीपीएस अधिकारी स्वर्णदीप सिंह व हरप्रीत सिंह मंडेर को आइपीएस परमार के साथ निलंबित किया गया था, लेकिन जांच के बाद दोनों पीपीएस अधिकारियों को फिर से उसी पद पर बहाल कर दिया गया।

2022 में भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा कर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी (आप) के चार विधायकों को अब तक जेल की हवा खानी पड़ी है। तीन साल के कार्यकाल में तीन विधायकों को खुद सरकार ने ही पकड़ा।

विधायकों को ईडी ने पकड़ा

चौथे विधायक को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पकड़ा। दो मंत्रियों को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित ऑडियो-वीडियो के बाद विवाद के कारण कुर्सी छोड़नी पड़ी। एक मंत्री को कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई जिससे वह कुर्सी बचा पाए। 2022 में पूर्व सेहत मंत्री डॉ. विजय सिंगला के खिलाफ कार्रवाई हुई।

 

सिंगला हर काम और टेंडर में एक प्रतिशत कमिशन मांग रहे थे। बठिंडा ग्रामीण से विधायक अमित रतन कोटफत्ता को भ्रष्टाचार में गिरफ्तार किया गया। उन पर सरपंच से रिश्वत मांगने का आरोप था। जालंधर सेंट्रल सीट के विधायक रमन अरोड़ा को बीते दिनों भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

 

विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा को ईडी ने 2023 में गिरफ्तार किया था। इससे पहले भी भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस ब्यूरो आइएएस अधिकारियों, उनकी पत्नियों, पूर्व विधायकों और पूर्व मंत्रियों पर कार्रवाई कर चुका है।

मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों, चुप्पियों और पर्यावरणीय चुनौतियों पर विचार करने का अवसर:अरुण साव

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सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री

विशेषज्ञों ने नगरीय निकायों के मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता की दी जानकारी

रायपुर@M4S:उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव आज “शक्ति संवाद – स्वच्छता से सशक्तीकरण की ओर” विषय पर आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर रायपुर के नवीन विश्राम भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने नगरीय निकायों के मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एमिटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर श्री पीयूष कांत भी कार्यशाला में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर स्वच्छता दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को मास्टर ट्रेनर के रूप में यहां मिली जानकारी को राज्य के 10 हजार स्वच्छता दीदियों के साथ ही लाखों बहन-बेटियों तक पहुँचाना है, ताकि मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर जो झिझक बहनों में है, उसे दूर किया जा सके। उन्होंने सेनेटरी नेपकिन के उपयोग के बाद उसके सही निपटान की प्रक्रिया को भी ध्यान में रखने को कहा। श्री साव ने कहा कि 28 मई को पूरी दुनिया में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह न केवल महिलाओं के माहवारी स्वच्छता के अधिकार को उजागर करता है, बल्कि इस विषय से जुड़ी भ्रांतियों, चुप्पियों और पर्यावरणीय चुनौतियों पर विचार करने का अवसर भी प्रदान करता है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा महिलाओं एवं लड़कियों को स्वच्छ व सुरक्षित माहौल प्रदान कर उनके अधिकारों की रक्षा करना है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालयों में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि ने महिलाओं और बालिकाओं के बेहतर मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं में योगदान दिया है। इस अभियान ने मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ शशांक पाण्डेय ने कार्यशाला में कहा कि आज हम यहाँ एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर बात कर रहे हैं। आज का दिन न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ा है, बल्कि समाज की सोच, जागरूकता और संवेदनशीलता से भी जुड़ा हुआ है। हर साल 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है, ताकि इस विषय पर खुलकर चर्चा हो और जागरूकता बढ़ाकर इससे जुड़ी भ्रांतियों, असहजता और चुप्पी को समाप्त किया जा सके। हमारे समाज में आज भी इस पर खुलकर बात नहीं की जाती।

श्री पाण्डेय ने बताया कि आज सुरक्षित सेनेटरी अपशिष्ट प्रबंधन एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर विभाग द्वारा प्रथम कार्यशाला आयोजित की गई है। आगे सभी नगरीय निकायों में भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता दीदियों को उनके स्वास्थ्य के विषय में जागरूक किया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित वातावरण में कार्य करते हुए प्रदेश की 10 हजार स्वच्छता दीदियों को मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें प्रशिक्षित कर सके।

एम्स (AIIMS) के पूर्व निर्देशक पद्मश्री से सम्मानित डॉ. रणदीप गुलेरिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यशाला में मौजूद स्वच्छता दीदियों को माहवारी स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। एमिटी यूनिवर्सिटी की डॉ. आकांक्षा सिंह ने मासिक धर्म स्वच्छता विषय पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से स्वच्छता दीदियों को सेनेटरी पैड के निपटान और मासिक धर्म के दौरान जरूरी सावधानियों से अवगत कराया। यूनिसेफ के वॉश (Wash) विशेषज्ञ श्री आशीष कुमार ने निजी स्वच्छता पर प्रस्तुतिकरण दिया।

कार्यशाला में राज्य के एसएलआरएम सेंटर में कार्यरत स्वच्छता दीदियों को घरेलू हानिकारक अपशिष्टों के व्यवस्थित निपटान एवं एसएलआरएम सेंटर के जोखिम रहित संचालन के लिए प्रस्तुतिकरण दिया गया। डॉ. सबापथी एस. ने मासिक धर्म स्वच्छता संबंधित स्टार्ट-अप, ‘समर्थन’ संस्था की श्रीमती ऋतु वर्मा और श्री देवीदास ने मासिक धर्म स्वच्छता एवं निजी स्वच्छता पर प्रस्तुतीकरण दिया। सूडा के अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी श्री दुष्यंत कुमार रायस्त सहित नगरीय प्रशासन विभाग एवं सूडा के अधिकारी भी कार्यशाला में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री की चौपाल: कांकेर जिले के मांदरी गांव में उतरा मुख्यमंत्री का उड़नखटोला

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ग्रामीणों से आत्मीयता के साथ किया संवाद, हितग्राहियों से की चर्चा

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 3.90 करोड़ की घोषणा

रायपुर@M4S:सुशासन तिहार के अंतिम चरण के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हेलीकॉप्टर कांकेर (उत्तर बस्तर) जिले के ग्राम मांदरी में उतरा। उन्होंने  पंचायत शेड के नीचे अपनी चौपाल लगाई और ग्रामीणों से संवाद कर योजनाओं पर फीडबैक लिया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ग्रामीणों की मांग पर मांदरी में हाई स्कूल बाउंड्रीवाल निर्माण हेतु 20 लाख की स्वीकृति, मांदरी आंगनबाड़ी केंद्र भवन में बाउंड्रीवाल के लिए 5 लाख की स्वीकृति, साल्हेभांट मुख्य मार्ग से टीरउ सलाम के घर तक सीसी सड़क निर्माण 600 मीटर  हेतु  15 लाख की स्वीकृति, झुरा नाला से खेतों में सिंचाई के लिए लाइन विस्तार हेतु 3.50 करोड़ की स्वीकृति की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि हमने बीते डेढ़ वर्षों में जनता के हित में कार्य किया है। सुशासन तिहार हमारा रिपोर्ट कार्ड भी है और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन करने का अवसर भी। इसके माध्यम से हम जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति जान रहे हैं। हमारे अलावा मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सुशासन तिहार में शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत  कैबिनेट में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जरूरतमंदों को आवास मिलेगा, ‘आवास प्लस’ में जिनका नाम है, उन्हें भी आवास दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 70 लाख से अधिक महिलाओं को ‘महतारी वंदन योजना’ की राशि सीधे उनके खातों में देकर आर्थिक समृद्धि और महिला सशक्तिकरण का द्वार खोला गया है। जो लाभार्थी अभी वंचित हैं, उन्हें भी जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल से ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग व अन्य सेवाओं की सुविधा मिलेगी। अभी यह सेवा 1460 पंचायतों में शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार तकनीक के उपयोग से भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर रही है। पंजीयन की नई प्रक्रिया से रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल किया गया है।

जानी योजनाओं की हकीकत
ग्राम मांदरी में अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया। मुख्यमंत्री ने बिजली व्यवस्था, राशन वितरण और महतारी वंदन योजना की राशि के संबंध में हितग्राहियों से जानकारी ली। इस अवसर पर हितग्राही इतवारिन आचला ने बताया कि महतारी वंदन योजना की प्राप्त राशि का बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवाकर राशि जमा कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है, और जनकल्याण ही सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।

इस अवसर पर विधायक कांकेर आशा राम नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण नूरेटी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ बसव राजु एस., कमिश्नर बस्तर  डोमन सिंह, डीआईजी अमित कामले, कलेक्टर  नीलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक  इंद्र कल्याण एलेसेला सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में युवाओं प्रतियोगिता परीक्षा के तैयारी हेतु जिला प्रशासन द्वारा तैयार की पुस्तक “नई दिशा” का विमोचन कर युवाओं को वितरित किया। साथ ही विभिन्न विभागों के जन कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री, आवास की चाबी, ट्राई साइकिल आदि वितरित की ।

विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना साकार करने सभी अधिकारी निष्ठा एवं प्रतिबद्धता से करें कार्य: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

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मुख्यमंत्री ने बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक ली

रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत संयुक्त जिला कार्यालय, बालोद के सभाकक्ष में बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति की गहन समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे समर्पण एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का सतत निरीक्षण एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की वास्तविक प्रगति का मूल्यांकन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आम जनता से प्राप्त सकारात्मक फीडबैक इस बात का प्रमाण है कि बीते डेढ़ वर्षों में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छता को जनभागीदारी से जोड़ते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वच्छता के प्रति विशेष रूचि लेकर कार्य करें एवं सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त स्वच्छता संबंधी आवेदनों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए स्वच्छ भारत मिशन का सकारात्मक प्रभाव प्रदेशभर में परिलक्षित हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से दौरा कर निर्माण एवं विकास कार्यो का मौका मुआयना करने के साथ ही जनसमस्याओं का त्वरित निदान का काम करें। मुख्यमंत्री ने फसल चक्र को अपनाने हेतु किसानों को प्रेरित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने बालोद जिले में गन्ना तथा कांकेर एवं नारायणपुर जिलों में दलहन-तिलहन फसलों को प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक रणनीति बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने राजस्व मामलों के निराकरण पर जोर देते हुए कहा कि अनावश्यक विलंब से जनता में असंतोष उत्पन्न होता है। उन्होंने जिला एवं तहसील स्तर पर नियमित रूप से राजस्व न्यायालय की तिथि सुनिश्चित करने तथा सभी लंबित मामलों के समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिए। राजस्व अधिकारियों को बरसात से पहले सीमांकन कार्य पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने, ड्रोन दीदी कार्यक्रम पर विशेष ध्यान केंद्रित करने एवं अधोसंरचना विकास कार्यों को गुणवत्ता एवं समयसीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्रों के संबंध में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निदान करने तथा विशेषकर विद्यार्थियों को आवश्यक प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बालोद जिले के परीक्षा परिणामों पर असंतोष व्यक्त किया तथा सुधारात्मक उपाय तत्काल अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत, हर घर जल, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा प्रधानमंत्री जनमन योजना के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बालोद जिले के देवरी एवं डौंडीलोहारा में 500 करोड़ रूपए की लागत से 400/220/132 केवी उच्चदाब उपकेन्द्र तथा 11.47 करोड़ रूपए की लागत से जुनवानी से चिखली सड़क मार्ग निर्माण की जानकारी भी साझा की।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजु एस., दुर्ग संभाग के आयुक्त  सत्य नारायण राठौर, बस्तर संभाग के आयुक्त डोमन सिंह, बालोद कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा,कांकेर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, नारायणपुर कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगई, संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सुशासन तिहार के दौरे पर मुख्यमंत्री अचानक पहुंचे मांदरी गांव के आँगनबाड़ी केंद्र

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बच्चों से आत्मीयता से मिले, आंगनबाड़ी की व्यवस्थाओं का लिया जायजा

बच्चों ने मुख्यमंत्री को भेंट किया फूलों का गुलदस्ता, सुनाई कविता

बच्चों को उपहार में मिली चाकलेट

रायपुर@M4S:सुशासन तिहार के तहत् मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हेलीकॉप्टर से आज अचानक कांकेर जिले के मांदरी गांव पहुंचे। हेलीपेड से गांव के रास्ते पर आँगनबाड़ी भवन देखकर मुख्यमंत्री केंद्र के बच्चों से मिलने और वहां की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों ने मुख्यमंत्री का स्थानीय फूलों से तैयार किया गया गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने बड़ी आत्मीयता के साथ बच्चों से घुल-मिल कर बातचीत की और उनसे आंगनबाड़ी और उनके अक्षर ज्ञान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के पूछने पर बच्चों ने धारा-प्रवाह कविता सुनाई। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से बच्चों को चाकलेट वितरित कर उन्हें दुलार किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं और भोजन व्यवस्था की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसव राजु एस, कमिश्नर डोमन सिंह, कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक आई के एलेसेला, सहित  क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन के नेतृत्व में भाजपा जिला अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से की भेंट ,नवनिर्मित पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन हॉल के लोकार्पण हेतु किया आमंत्रित 

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कोरबा@M4S:बुधवार को वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री  लखन लाल देवांगन के नेतृत्व में भाजपा जिला अध्यक्ष  गोपाल मोदी सहित अन्य पदाधिकारियों ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य भेंट की । साथ ही रिसदी मार्ग पर स्थित नवनिर्मित पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन हॉल के लोकार्पण हेतु मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय को सादर आमंत्रित किया।
   गौरतलब है की पिछले दिनों मंत्री लखन लाल देवांगन, गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष अनुराग सिंह देव एव भाजपा जिला अध्यक्ष  गोपाल मोदी ,महापौर  संजू देवी राजपूत ने हॉल का अवलोकन किया था । मंत्री श्री देवांगन ने हाउसिंग बोर्ड , निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों को मूर्ति स्थापना और परिसर के शेष कार्यों को जल्द कराने के निर्देश दिए गए है।

मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें किया नमन वीर सावरकर का जीवन राष्ट्रभक्ति, आत्मबलिदान और वैचारिक दृढ़ता का प्रतीक है – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

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रायपुर@M4S: मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री  लखनलाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री  लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक  धरमलाल कौशिक एवं जनप्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वीर सावरकर का संपूर्ण जीवन मातृभूमि की सेवा और राष्ट्र के नवनिर्माण के लिए समर्पित था। वीर सावरकर न केवल आज़ादी की लड़ाई के अग्रणी योद्धा थे, बल्कि वे एक समाज सुधारक, इतिहासकार, लेखक और दूरदर्शी राजनेता भी थे। उन्होंने सामाजिक रूढ़ियों के विरुद्ध आवाज़ उठाई और आधुनिक भारत के निर्माण की आधारशिला रखी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सेल्युलर जेल में बिताए गए सावरकर जी के कठोरतम वर्ष उनके अदम्य साहस, राष्ट्रभक्ति और मानसिक दृढ़ता के प्रमाण हैं। उनका बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे वीर सावरकर के विचारों और जीवन मूल्यों से प्रेरणा लें और राष्ट्र सेवा को अपना परम कर्तव्य मानते हुए आगे बढ़ें। वीर सावरकर का जीवन हर भारतीय के लिए आत्मबलिदान, समर्पण और देशभक्ति की जीवंत मिसाल है।

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