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जहाँ तक जाती है नजर…वहाँ आँखे जाती है ठहर… बाँगो मिनीमाता जलाशय ..सिर्फ पहचान ही नहीं छत्तीसगढ़ की शान है.

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प्रकृति की गोद में जलमग्न दृश्यों को निहारने खींचे चले आते हैं पर्यटक

खेतो को सिंचित ही नहीं करती किसानों को समृद्ध भी बनाती है मिनीमाता हसदेव बाँगो जलाशय

कमलज्योति

कोरबा:यह बाँगो जलाशय है…जिसका अधिकृत नाम अविभाजित मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मिनीमाता के नाम पर मिनीमाता हसदेव बाँगो परियोजना है..। प्रकृति के सुरम्य वातावरण के बीच कई ऊंचे पर्वतों के आसपास जलमग्न इस नजारों को देखने यहाँ हर पर्यटकों की आँखों की पलके तब तक नहीं झपकती जब तक वह इस नयनाभिराम नजारों को अंतिम छोर तक नहीं देख लेता, हालांकि दूर-दूर तक कई किलोमीटर में फैला यह जलमग्न दृश्य हर किसी के आँखों में पूरी तरह से कैद नहीं हो पाता…क्योंकि उनकी नजरें जहाँ तक जा पाती है…पानी के ठहराव के बीच देखने वालों की आँखे भी वहीं तक ही ठहर जाती है। कोरबा जिले की पहचान और छत्तीसगढ़ की शान मिनीमाता हसदेव बाँगो जलाशय देखने वालों को रोमांचित ही नहीं करती..उन्हें अचंभित भी कर देती है। यहाँ आना और इन नजारों को करीब से देख पाना किसी सौभाग्य से कम नहीं, क्योंकि यह खूबसूरती की ही नहीं… लाखो लोगो की प्यास बुझाने के साथ किसानों के खेतो को हरा-भरा बनाकर उनके समृद्धि की भी पहचान है..।


कोरबा शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के अंतर्गत मिनीमाता बाँगो जलाशय छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे बड़ा जलाशय की पहचान रखता है। जल संसाधन विभाग के मिनीमाता ( हसदेव ) बांगो परियोजना अंतर्गत कोरबा जिले में स्थित मिनीमाता बांगो बांध का निर्माण कार्य वर्ष 1992 में पूर्ण हुआ। यह बांध प्रदेश का सबसे अधिक जल भराव क्षमता एवं सबसे ऊँचा बांध है, इस बांध की जल भराव क्षमता 2894.33 मिलियन क्यूबिक मीटर (लाइव स्टोरेज) एवं 3264.33 मिलियन क्यूबिक मीटर (ग्रास स्टोरेज) है साथ ही बांध का डूबान क्षेत्र 185 स्क्वाॅयर किलोमीटर है, इस बांध की ऊंचाई नदी के तल से 73 मीटर एवं फाउंडेशन लेवल से 87 मीटर है। यह बांध तीन महत्वपूर्ण हिस्सों में बना है जो कि 1. रॉक फिल बांध 2. मेसनरी बांध 3. मिटटी बांध है, जिसमे से रॉक फिल बांध 177मीटर, मेसनरी बांध 554.5 मीटर एवं मिटटी बांध 1778 मीटर है।

मिनीमाता बांगो बांध की कुल लम्बाई 2509.5 मीटर है। इस परियोजना में 6730 वर्ग किमी जलग्रहण क्षेत्र, बांध का उच्चतम स्तर 366 मीटर, अधिकतम जलाशय स्तर 363.08 मीटर, पूर्ण जलाशय स्तर 359.66 मीटर है। वर्तमान में बांध की सुरक्षा के लिए विभिन्न जटिल कार्यों को सम्बद्ध किया गया है। यहां बांध के सुरक्षा के लिए जवान लगातार तैनात है और सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जा रही है। इस बांध और आसपास के सुंदर नजारों को निहारने के लिए कोरबा जिला ही नहीं अन्य जिले के लोग भी निरन्तर यहां आते हैं। कोरिया जिले के परमानंद दास, सुशीला सिंह, माया सिंह ने बांगो बांध का नाम सुना था। उन्हें इस बांध को करीब से देखने की इच्छा थी। यहां आकर जब बांध को देखा तो उन्हें दूर-दूर तक पानी का ऐसा नजारा दिखा जैसे कोई नीला आकाश है। उन्होंने बताया कि वाकई में बांगो बांध को करीब से देख लेना सौभाग्य की बात है। हम लोग कब से योजना बना रहे थे, आज यहां आकर नदी- पहाड़ सब को पास से देखा।

कोरबा में पहली बार पेसमेकर ट्रांसप्लांट, एक ही दिन 4 एंजियोप्लास्टी भी

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एनकेएच का कैथलैब हृदयरोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो रहा

कोरबा@M4S:शहर के सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल एनकेएच में कैथलैब की सुविधा प्रारंभ होने से हृदय रोगियों को राहत मिलने के साथ जीवन की रक्षा हो रही है। एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी का समय पर लाभ संबंधितों को प्राप्त हो रहा है। इसी कड़ी में एक बड़ी उपलब्धि के साथ जिले का पहला सफल पेसमेकर ट्रांसप्लांट भी किया गया जिससे मरीज को नई जिंदगी मिली। एक ही दिन में 4 सफल एंजियोप्लास्टी भी की गई।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश सूर्यवंशी व टीम के द्वारा सर्जरी की गई तथा 20 से ज्यादा मरीजों को कॉर्डियक ओपीडी में देखा गया। प्रारंभ से लेकर अभी तक 100 से ज्यादा मरीज का एंजियोप्लास्टी कोरबा में हो चुका है व लगभग 1000 से ज्यादा मरीज हृदय रोग का इलाज भी करा चुके हैं। एनकेएच के डायरेक्टर डॉ. एस चंदानी ने कहा है कि यह सुविधा मिलने से कोरबा जिलावासियों को काफी राहत मिल रही है। अस्पताल में रायपुर के सुपर स्पेशलिस्ट व ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ.सतीश सूर्यवंशी, डॉ.एस. एस. मोहंती, डॉ भरत अग्रवाल अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे हैं। नियमित रूप से एंजियोप्लास्टी एवं एंजियोग्राफी की सुविधा एन के एच में दी जा रही है। जिससे लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

क्या है पेसमेकर प्रत्यारोपण

स्थायी पेसमेकर प्रत्यारोपण (Permanent Pacemaker Implantation) एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसका उपयोग असामान्य हृदय गति (अरिदमिया) के इलाज के लिए किया जाता है, जैसे कि ब्रैडीकार्डिया (धीमी हृदय गति)। पेसमेकर एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे छाती में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह हृदय की गति को नियमित करने के लिए विद्युत आवेग भेजता है।
कब आवश्यक होता है पेसमेकर?
1. ब्रैडीकार्डिया: जब हृदय की गति सामान्य से धीमी हो।
2. पूर्ण हृदय अवरोध: जब हृदय की विद्युत प्रणाली बाधित हो।
3. हृदय विफलता : जब विद्युत गड़बड़ी के कारण हृदय सही तरीके से काम नहीं करता।
4. सर्जरी के बाद अरिदमिया: हृदय सर्जरी के बाद अनियमित धड़कन।
5. जन्मजात या अर्जित हृदय ब्लॉक: हृदय में विद्यमान रुकावट।
पेसमेकर ट्रांसप्लांट के बाद सावधानियां और देखभाल
1. नियमित जांच और पेसमेकर का फॉलो-अप।
2. भारी उपकरणों या चुंबकीय क्षेत्र से बचाव।
3. लक्षण जैसे चक्कर आना या बेहोशी महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

एसईसीएल ने सेवानिवृत कर्मियों के लिए शुरू की पोस्ट रिटायरमेंट बेनेफिट (पीआरबी) सेल

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कंपनी की इस पहल से सेवानिवृत कर्मियों को एक ही जगह पर होंगी सभी सुविधाएं उपलब्ध

बिलासपुर@M4S:साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने सेवानिवृत कर्मियों के हितों का ध्यान रखते हुए पोस्ट रिटायरमेंट बेनेफिट (पीआरबी) सेल की शुरूआत की है। यह पहल एसईसीएल की अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कल्याण और सुविधा को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

पीआरबी सेल, एकल खिड़की के रूप में कार्य करते हुए, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करते हुए, विभिन्न सेवानिवृत्ति के बाद की सेवाओं को एक छत के नीचे प्रदान करेगा जिससे उन्हें पेंशन, भविष्य निधि, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य लाभों के लिए विभिन्न विभागों में दौड़-भाग करने के मुक्ति मिलेगी।

इससे पहले सेवानिवृत कर्मियों को पोस्ट रिटायरमेंट सेवाओं के लिए विभिन्न विभागों जैसे कार्मिक, वित्त, चिकित्सा आदि विभागों से संपर्क करना पड़ता था जिससे उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता था एवं लाभ मिलने में देरी भी होती थी। इस सेल के शुरू होने से सेवानिवृत्त कर्मचारी अपनी सेवानिवृत्ति के बाद के सभी लाभों और सेवाओं को आसनी से प्राप्त कर पाएंगे।

सेल में कार्मिक, वित्त और चिकित्सा सहित प्रमुख विभागों के अधिकारियों की तैनाती की गए है जिससे सेवानिवृत्त कर्मियों को जल्द से जल्द लाभ मिलना सुनिश्चित हो पाएगा।
पीआरबी सेल के प्रमुख लाभों में शामिल हैं:

• सभी सेवाओं के लिए एकल खिड़की: पीआरबी सेल सेवानिवृत्त लोगों के लिए एकल खिड़की के रूप में कार्य करेगा, जहाँ वे अब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और मुद्दों का समाधान कर सकते हैं।

• सुव्यवस्थित प्रक्रियाएँ: सेवानिवृत्ति के बाद की सभी लाभ सेवाएँ एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं, जिससे सेवानिवृत्त लोगों को कई विभागों के साथ समन्वय करने की आवश्यकता नहीं रह गई है।

• त्वरित समाधान: समर्पित कर्मचारी तेजी से प्रतिक्रिया समय और बेहतर सेवा वितरण सुनिश्चित करते हैं।

इस अवसर पर एसईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा, “पीआरबी सेल का शुभारंभ हमारे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कल्याण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उनके अमूल्य योगदान को स्वीकार करने और सेवानिवृत्ति के बाद परेशानी मुक्त अनुभव सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है।

निदेशक (कार्मिक),  बिरंची दास, ने कहा” पीआरबी सेल हमारे हितधारकों और लोगों के साथ बेहतर संचार और समन्वय प्राप्त करने के लिए एसईसीएल में कुछ महीने पहले शुरू किए गए हमारे ‘मिशन संबंध’ को मजबूत करेगा-

मंडल रेल प्रबंधक एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस के पदाधिकारियों के मध्य औपचारिक बैठक सम्पन्न 

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बिलासपुर@M4S: मंडल सभागार में मंडल रेल प्रबंधक  राजमल खोईवाल की उपस्थिति में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ औपचारिक बैठक आयोजित की गई । इस बैठक में अपर मंडल रेल प्रबंधक  योगेश कुमार देवांगन, अपर मंडल रेल प्रबंधक  चंद्रभूषण सहित सभी शाखाधिकारी एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस के महामंत्री  पीताम्बर लक्ष्मी नारायण , मंडल समन्वयक  बी कृष्ण कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे । मंडल रेल प्रबंधक द्वारा नवनिर्वाचित श्रम संगठन के पदाधिकारियों का एवं श्रम संगठन द्वारा मंडल रेल प्रबंधक का स्वागत किया गया ।
तत्पश्चात वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी डॉ अंशुमन मिश्रा के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया । मजदूर कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं मंडल रेल प्रबंधक के मध्य सकारात्मक चर्चा हुई, जिसमें मजदूर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने प्रशासन के सभी कार्यों में सहयोग करने की बात कही |


इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक ने अपने उद्बोधन में कहा कि आप रेल की प्रगति एवं विकास में अपना बहुमूल्य सुझाव के साथ ही कर्मचारी कल्याण के मुद्दों से रेल प्रशासन को अवगत कराएं । हम चाहते हैं कि हम सभी मिलकर न केवल समस्याओं का समाधान करेंगे, बल्कि भविष्य के लिए ऐसी रणनीति बनाएँगे जिससे न केवल संगठन और कर्मचारी, बल्कि हमारी पूरी रेल व्यवस्था प्रगति की ओर बढ़े।

अडानी का दौरा 12 जनवरी को पॉवर प्लांट में चल रही आगमन की तैयारी

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कोरबा@M4S: देश के प्रख्यात उद्योगपति गौतम अडानी 12 जनवरी को कोरबा का दौरा करेंगे। विभागीय सूत्रों के अनुसार उनका हेलीकॉप्टर दोपहर 12 बजे लैंको अडानी पॉवर प्लांट में उतरेगा। लैंको पावर प्लांट खरीदी के बाद अडानी का यह पहला दौरा होगा। माना जा रहा है कि उनके दौरे के बाद लैंको पावर प्लांट के दूसरे चरण की इकाई के काम को तेजी मिलेगी।
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य संयंत्र के संचालन और प्रगति का निरीक्षण करना है। गौतम अडानी संयंत्र के स्थानीय प्रबंधन के साथ महत्वपूर्ण विचार-विमर्श करेंगे, जिसमें उत्पादन क्षमता, भविष्य की योजनाओं और क्षेत्रीय विकास पर चर्चा होने की संभावना है।कोरबा में अडानी समूह की उपस्थिति और सक्रियता क्षेत्र के विकास और रोजगार के नए अवसरों को बढ़ावा देती रही है। अडानी के इस दौरे से स्थानीय प्रबंधन को नई दिशा-निर्देश मिलने की उम्मीद है, जो संयंत्र के कार्यों को और प्रभावी बनाने में सहायक होंगे।उद्योग विशेषज्ञ मानते हैं कि गौतम अडानी का यह दौरा क्षेत्रीय औद्योगिक विकास को गति देने के साथ-साथ, परियोजनाओं में पारदर्शिता और कुशलता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह दौरा न केवल अडानी समूह की योजनाओं को स्पष्ट करेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में उनकी भूमिका को भी रेखांकित करेगा। हालांकि, संयंत्र प्रबंधन को पर्यावरणीय और सामाजिक पहलुओं को संतुलित करने की भी चुनौती है, जिससे यह परियोजना स्थानीय जनता के लिए लाभप्रद और टिकाऊ बन सके। गौतम अडानी का यह दौरा क्षेत्रीय उद्योग और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव डालेगा, यह देखने योग्य होगा।

विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हम फौलादी इच्छाशक्ति से कर रहे हैं काम : मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय

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2030 तक 300 मिलियन टन स्टील उत्पादन का लक्ष्य पाने में छत्तीसगढ़ की होगी सबसे अहम भूमिका : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने ऑल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 को किया संबोधित

रायपुर@M4S विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हम फौलादी इच्छाशक्ति के साथ काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक 300 मिलियन टन स्टील उत्पादन का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को पाने में छत्तीसगढ़ की सबसे अहम भूमिका होगी। इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक उद्यमी को छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा का ब्रांड एंबेसडर बनना होगा। प्रदेश के स्टील उद्योग को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए हरसम्भव सहयोग हमारी सरकार प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के मेफेयर लेक रिसॉर्ट में आयोजित ऑल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा है। हम विकसित छत्तीसगढ़ की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं केंद्रीय राज्य मंत्री था तब स्टील इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से अक्सर मुलाकात होती रही है। श्री साय ने कहा कि 17 राज्यों से आए 1500 प्रतिनिधि यहां दो दिन स्टील उद्योग की चुनौतियों व नये अवसर पर मंथन करेंगे। मुझे विश्वास है कि यहां हुई चर्चा स्टील सेक्टर के साथ ही छत्तीसगढ़ और देश की तरक्की को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन प्रदेश में स्टील उद्योग को तो प्रोत्साहित करेगा ही, एमएसएमई के लिए भी लाभकारी होगा। देशभर के उद्योग जगत के लोग छत्तीसगढ़ की इस विकास यात्रा में भागीदार होना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में अवसर के कई द्वार अभी और खुलेंगे। जल्द ही हम लिथियम जैसी ऊर्जा खनिज के सबसे बड़े केंद्र बनेंगे।

मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्टील उद्योग के लिए काफी अवसर हैं। हमारे पास स्टील इंडस्ट्री के लिए जरुरी खनिज जैसे लोहा ओर और कोयला के साथ ही बिजली पर्याप्त मात्रा में है। हम स्टील उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर हैं। हमें गर्व है कि हमारा प्रदेश देश की इकोनॉमी का पावर हाउस है। छत्तीसगढ़ ने अब ग्रीन स्टील की ओर भी कदम बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि स्टील उद्योग में कई नवाचार हो रहे हैं। उत्पादन बढ़ाने के लिए आप लोग नई और एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं, इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। आर्थिक विकास को गति देने के साथ हमें जलवायु परिवर्तन की चुनौती का भी समाधान करना होगा। ऐसे में अब पर्यावरण अनुकूल विकास के स्थायी उपाय करने होंगे। उन्होंने नई औद्योगिक नीति के जरिए 5 लाख नये रोजगार सृजन के लक्ष्य की बात दोहराई और कहा कि यह आप सभी के सहयोग से ही पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 और नई औद्योगिक नीति पर भी सरकार के विजन को साझा किया। सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 एक ऐसा नवाचारी प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए राज्य में उद्योग, व्यवसाय और स्टार्टअप को एक पोर्टल पर तमाम सुविधाएं मिल रही हैं।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री  लखनलाल देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार ने निवेश के लिए अनुकूल औद्योगिक नीति तैयार की है और इससे प्रदेश में निवेश आकर्षित हो रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ वनाच्छादित प्रदेश है और यहां खनिज सम्पदा के विपुल भंडार मौजूद है। प्रदेश के विकास को गति देने की सभी संभावनाएं यहां मौजूद है। श्री देवांगन ने स्टील उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा लिए गए निर्णयों की जानकारी भी दी। उन्होंने कॉनक्लेव में मौजूद सभी उद्योगपतियों से आग्रह करते हुए कहा कि हमारी इस औद्योगिक नीति को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं, जिससे लोग इसका लाभ लें और प्रदेश की तरक्की में साझेदार बने।

सांसद  बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का सबसे तेजी से विकसित होता हुआ राज्य बन रहा है। प्रदेश में स्टील उद्योग के लिए अनुकूल अवस्थाएं मौजूद हैं। प्रदेश में पहले से ही अनेक उद्योग स्थापित हैं अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम विकास के साथ ही पर्यावरण का भी ध्यान रखें। सीएसआर की सहायता से लोगों के जीवन को भी बेहतर बनाने का प्रयास करें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव  सुबोध सिंह, सचिव  राहुल भगत, उद्योग सचिव  रजत कुमार, ऑल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 के चेयरमैन  रमेश अग्रवाल, छत्तीसगढ़ स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष  संजय त्रिपाठी, भिलाई स्टील प्लांट के सीईओ अजॉय कुमार चक्रवर्ती सहित सीएसआरए के पदाधिकारीगण और स्टील उद्योग से जुड़े उद्योगपति उपस्थित थे।

निकाय चुनाव के लिये महापौर और अध्यक्षों की जमानत राशि तय

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कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगर पालिका चुनाव के अभ्यर्थियों से प्राप्त प्रतिभूति (निक्षेप) राशि के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके अनुसार नगर पालिका (नगर पालिक निगम, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत) निर्वाचन के अभ्यर्थियों के लिए यह आवश्यक है कि वह पहले नियम 26 के अनुसार प्रतिभूति (निक्षेप) की निर्धारित राशि जमा कराएं। छत्तीसगढ़ शासन, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर छत्तीसगढ़ नगरपालिका निर्वाचन नियम, 1994 के नियमों में संशोधन किया गया है। प्रतिभूति (निक्षेप) राशि के संबंध में आयोग द्वारा पूर्व में जारी संदर्भित निर्देश को अधिक्रमित करते हुए निर्देशित किया गया है कि किसी भी अभ्यर्थी को निर्वाचन के लिए सयक रूप से नाम निर्देशित नहीं समझा जाएगा, जब तक कि उसने नियम 25 के अधीन रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष या तो अपने नाम निर्देशन पत्र के प्रस्तुतिकरण के समय या उसके पूर्व, निर्धारित राशि नगद रूप में जमा न कर दी हो या जमा न करवा दिया हो। नगर पालिक निगम पार्षद पद के अभ्यर्थी5 हजार रुपए, महापौर पद के अभ्यर्थी लिए 20 हजार रुपए प्रतिभूति राशि तय की है

आरक्षित वर्ग को लगेगा आधा
जहां कोई अभ्यर्थी, महिला है या अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग का सदस्य है, वहां उसे इस नियम के अधीन उपरोक्त विहित धनराशि का केवल आधा भाग निक्षेप करना आवश्यक है। जहां किसी अभ्यर्थी की अभ्यर्थिता को एक से अधिक नाम निर्देशन पत्र से किसी एक ही स्थान हेतु निर्वाचन के लिए नाम निर्दिष्ट किया गया हो, वहां उससे उपनियम (1) के अधीन एक से अधिक निक्षेप की अपेक्षा नहीं की जाएगी।

नकद के साथ चालान की भी सुविधा
प्रतिभूति की राशि रिटर्निंग या सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के पास नगद जमा कराई जा सकती है या उसके पूर्व किसी भी शासकीय कोषालय या उप कोषालय में शीर्ष 8443-सिविल जमा राशियां 800 अन्य जमा नगर पालिका चुनाव के लिए प्रतिभूति की राशि चालान से जमा की जा सकती है और रसीद या चालान की प्रति संलग्न करनी होगी।

नगर पालिक निगम
0 पार्षद पद के अभ्यर्थी5 हजार रुपए
0 महापौर पद के अभ्यर्थी20 हजार रुपए
0 पार्षद के लिए 3 हजार
0 अध्यक्ष के लिए 15 हजार
नगर पंचायत
0पार्षद पद के प्रत्याशी के लिए 1 हजार
अध्यक्ष पद के लिए 10 हजार

दीपका नगर पालिका चुनाव: आम आदमी पार्टी से ललित महिलांगे अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार

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साफ छवि और जनता के मुद्दों के लिए संघर्ष बना लोकप्रियता का आधार

कोरबा@M4S: दीपका नगर पालिका के आगामी चुनावों में अध्यक्ष पद सामान्य श्रेणी के लिए आरक्षित हो गया है, जिससे विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में टिकट पाने की होड़ तेज हो गई है इस बार कांग्रेस और भाजपा के पारंपरिक वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (आप) ने भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी कर ली है ।

दिल्ली और पंजाब में सफलता के बाद आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि एक स्वच्छ और ईमानदार विकल्प के रूप में बनाई है इसी प्रभाव के चलते पार्टी अब दीपका नगर पालिका के सभी 21 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारने की रणनीति बना रही है पार्टी के अनुसूचित जाति विंग के जिलाध्यक्ष ललित महिलांगे अध्यक्ष पद के लिए सशक्त दावेदार के रूप में उभरे हैं ।

सक्रियता और लोकप्रियता बनी पहचान

ललित महिलांगे ने गेवरा और दीपका क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं जैसे मजदूर अधिकार, बिजली-पानी, सफाई, सड़कों की दुर्दशा, और प्रदूषण को लेकर लगातार आवाज उठाई है उनकी स्वतंत्र पत्रकारिता और सोशल मीडिया पर सक्रिय जन आंदोलनों ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया है ।

जनहित के मुद्दों पर संघर्षशील

महिलांगे कोयला खदानों के ठेका कामगारों, भूविस्थापितों और किसानों के पुनर्वास तथा रोजगार के अधिकारों के लिए लंबे समय से संघर्षरत हैं इसके साथ ही, वह विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर काम करते हैं और आम आदमी पार्टी के जरिए जनहित के मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाते हैं ।

पार्टी और जनता का भरपूर समर्थन

दीपका क्षेत्र में ललित महिलांगे की साफ-सुथरी छवि और सक्रियता ने उन्हें आम जनता और सामाजिक संगठनों के बीच खास पहचान दिलाई है यदि आम आदमी पार्टी उन्हें अपना उम्मीदवार बनाती है, तो उन्हें व्यापक समर्थन मिलने की संभावना है महिलांगे की लोकप्रियता पार्टी को चुनावी दौड़ में बढ़त दिलाने का कारगर साधन बन सकती है ।

आम आदमी पार्टी की रणनीति, ललित महिलांगे की सक्रियता और जनता के बीच उनकी स्वीकार्यता दीपका नगर पालिका चुनाव में नए समीकरण बना सकती है यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस अवसर का किस प्रकार लाभ उठाती है और क्षेत्रीय राजनीति में बदलाव ला पाती है ।

मुख्यमंत्री कप राज्य स्तरीय किकबाक्सिंग प्रतियोगिता सम्पन्न विभिन्न जिलों से 24 टीमों के 800 खिलाड़ियों एवं ऑफिशियल्स ने की शिरकत

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कोरबा जिले के खिलाड़ियों 70 स्वर्ण, 10 रजत एवं 5 कांस्य सहित कुल 85 पदक

उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने दी बधाई, पार्षद नरेंद्र देवांगन ने किया सम्मानित

क्रीड़ा भारती ने सी एम ए किकबॉक्सिंग एकेडमी में आयोजित किया सम्मान समारोह

कोरबा@M4S:मुख्यमंत्री कप राज्य स्तरीय ओपन किकबॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन छत्तीसगढ़ किकबाक्सिंग एसोसियेशन के तत्वाधान में ओ पी जिंदल विश्वविद्यालय रायगढ़ में दिनांक 3 से 5 जनवरी 2025 तक किया गया। उक्त प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न जिलों से लगभग 800 खिलाड़ीयो, प्रशिक्षकों एवं ऑफिसियल ने किकबॉक्सिंग की सभी विधाओं पाइंट फाइटिंग, लाइट कांटेक्ट,किक लाइट, फूल कांटेक्ट, लोकिक, के-वन , म्यूजिकल फार्म्स एवं क्रिएटिव फार्म्स में हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ किकबॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष छगन लाल मुंदड़ा ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन के 1 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री कप का आयोजन किया गया है। कार्यकारी अध्यक्ष तारकेश मिश्रा एवं महासचिव आकाश गुरुदीवान ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता में कैडेट, जूनियर एवं सीनियर वर्ग के बालक बालिका खिलाड़ियों ने विभिन्न वजन वर्गो में हिस्सा लिया।

कोरबा जिले के सीएमए किकबाक्सिंग एकेडमी कोरबा के खिलाड़ियों ने 70 स्वर्ण, 10 रजत तथा 5 कांस्य सहित कुल 85 पदक जीतकर जिले को गौरवान्वित किया है।

प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर रायगढ़ लोकसभा के सांसद राधेश्याम राठिया, राज्यसभा सांसद राजा देवेंद्र प्रताप सिंह एवं समापन तथा पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यमंत्री जी के मीडिया सलाहकार अनिल जी, ओ पी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति आर डी पाटीदार एवं गणमान्य अतिथियों ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। जिले की टीम के सभी खिलाड़ियों एवं आफिशियल के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर मंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्री लखनलाल देवांगन ने बधाई दी है।

पार्षद नरेंद्र देवांगन एवं क्रीड़ा भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री कौशलेंद्र जी ने सी एम ए किकबॉक्सिंग एकेडमी में क्रीड़ा भारती कोरबा द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में सभी खिलाड़ियों का सम्मान किया। इस अवसर पर किकबाक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष छगनलाल मूंदड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष तारकेश मिश्रा, महासचिव आकाश गुरुदीवान, क्रीड़ा भारती कोरबा के अध्यक्ष बलराम विश्वकर्मा, जिला ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नौशाद खान, सचिव सुरेश क्रिस्टोफर, जिला खेल अधिकारी दिनु पटेल, रामकृपाल साहू, क्रीड़ा भारती कोरबा के अध्यक्ष बलराम विश्वकर्मा, सीएमए किकबॉक्सिंग एकेडमी की संचालिका प्रीती मिश्रा, शैलेश सिंह सोमवंशी, विकास नामदेव एवं खेलप्रेमियों ने शुभकामनाएं दी है।

ग्राम पंचायत रजगामार की सरपंच को किया गया पद से पृथक

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वित्तीय अनियमितता उजागर होने पर की गई कार्यवाही
पंचायती राज अधिनियम अंतर्गत निर्वाचन के लिये छह वर्ष के लिये किया गया निरर्हित

कोरबा@M4S: 15 वें वित्त की राशि एवं मूलभूत

की राशि में वित्तीय अनियमितता पाये जाने पर न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कोरबा द्वारा 09 जनवरी 2025 को आदेश पारित कर ग्राम पंचायत रजगामार, जनपद पंचायत कोरबा के सरपंच श्रीमती रमूला राठिया पति सुखराम राठिया को सरपंच पद से पृथक करने के साथ पंचायती राज अधिनियम अंतर्गत निर्वाचन के लिये छह वर्ष के लिए निरर्हित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत रजगामार, जनपद पंचायत कोरबा के सरंपच श्रीमती रमूला राठिया पति सुखराम राठिया एवं सचिव ईश्वर धिरहे के संबंध में व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत कार्यालय जिला पंचायत कोरबा छ०ग० के पत्र कमांक/2817/पंचा० / सचिव स्था0 / 2024 कोरबा, दिनांक 13/03/2024 के द्वारा एसडीएम कार्यालय को प्राप्त हुआ था। प्राप्त शिकायत की जाँच उपरांत ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती मूला राठिया एवं सचिव ईश्वर धिरहे के विरुद्ध कुल 1,56,00,079/- रूपये शब्दों में एक करोड़, छप्पन लाख, उन्यासी रूपये वसूली योग्य राशि निर्धारित की गई। इसे गंभीर वित्तीय अनियमितता एवं कदाचार की श्रेणी, जन कल्याणकारी कार्यों में बाधा तथा शासन की छबि धूमिल होना मानते हुए सरपंच के विरूद्ध छ0ग0पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत पद से पृथक करने हेतु पत्र प्राप्त होने के आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध कर अनावेदिका श्रीमती रमूला राठिया सरपंच ग्राम पंचायत रजगामार को धारा 40 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उनके द्वारा उक्त कारण बताओ नोटिस के जवाब पर अनावेदिका द्वारा जाँच पर संदेह व्यक्त किया गया ।
इस संबंध में जिला पंचायत के विस्तृत जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें कुल 9 सदस्यीय जनपद स्तरीय दल बनाकर जॉच कराया गया। जॉच दल में उप अभियंता, करारोपण अधिकारी एवं तकनीकी सहायक का दल बनाया गया था। गठित दल द्वारा सरपंच, उप सरपंच, सचिव, पंचगण एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में मौका जॉच कर निरीक्षण किया गया। जॉच प्रतिवेदन अनुसार कुल 83,94, 940 /- रूपये का कार्य होना पाया गया, अपितु इस कार्य हेतु किसी प्रकार की तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृति नहीं लिया गया एवं कैशबुक व बिल व्हाउचर का संधारण नहीं किया गया। इन 83,94,940/- रूपये के कार्य को छोड़कर शेष 72,05,139 /- रूपये की वसूली हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उनके द्वारा नोटिस का संतोषप्रद जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया और न ही कार्य होने संबंधित कोई साक्ष्य प्रस्तुत किया गया। अनावेदिका सरपंच को जवाब एवं साक्ष्य प्रस्तुत करने समुचित अवसर प्रदान किया गया, परन्तु अनावेदिका साक्ष्य प्रस्तुत करने में असफल रही। 15 वें वित्त की राशि एवं मूलभूत की राशि ग्राम पंचायत की मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने एवं आवश्यक विकास कार्य कर ग्रामीणों के उत्थान हेतु आबंटित की जाती है। उक्त राशि का सही उपयोग न कर वित्तीय अनियमितता करना ग्राम पंचायत के विकास कार्य में बाधा उत्पन्न करना दर्शाता है।
उपरोक्त सभी तथ्यों के परिशीलन से यह सिद्ध होता है कि सरपंच श्रीमती रमूला राठिया ग्राम पंचायत – रजगामार के द्वारा वित्तीय अनियमितता की गई है, जो कि छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 (1) (क) के तहत अपने कर्तव्यों के निर्वहन में अवचार का दोषी रही है। उपरोक्त तथ्यों के आधार पर न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कोरबा द्वारा ग्राम पंचायत रजगामार के सरपंच श्रीमती रमूला राठिया को पंचायती राज अधिनियम 1993 की धारा 40(1) के तहत पद से पृथक किया गया है। तथा अनावेदक श्रीमती रमूला राठिया सरपंच को अधिनियम के अधीन निर्वाचन के लिए भी छह वर्ष की कालावधि के लिए निरर्हित किया गया है।

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