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पीलीभीत फर्जी मुठभेड़: 47 पुलिसकर्मियों को उम्रकैद

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लखनऊ(एजेंसी):करीब 25 साल पहले पीलीभीत जनपद में अंजाम दिए गए फर्जी मुठभेढ़ के बहुचर्चित मामले में सोमवार को राजधानी की सीबीआई कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने इस मामले में सभी 47 मुल्जिम पुलिस वालों को अपहरण, हत्या व हत्या का षडयंत्र रचने का आरोपी बताते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके साथ ही सीबीआई कोर्ट के विशेष जज लल्लू सिंह ने आरोपी प्रत्येक इंस्पेक्टर पर 11-11 लाख, एसआई पर आठ-आठ लाख और सिपाहियों पर 2.75 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। किसी फर्जी मुठभेड़ कांड में एक साथ इतने पुलिस वालों को उम्रकैद की सजा देने का यह पहला मामला है।

सभी आरोपियों पर पीलीभीत के तीन थाना क्षेत्रों में फर्जी मुठभेड़ के जरिए 10 सिक्ख तीर्थ यात्रियों को उग्रवादी बताकर उनकी हत्या करने का इल्जाम है। उधर शाम को मुल्जिमों के घर वालों ने कोर्ट में हंगामा किया। इनका आरोप था कि उन्हें कोर्ट से फैसले की प्रतिलिपि नहीं दी जा रही है। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि फैसला आने से पहले उम्रकैद की सजा न्यूज चैनलों में प्रसारित होने लगी थी।

38 मुल्जिम भेजे गए जेल 
1 अप्रैल को सीबीआई के विशेष जज लल्लू सिंह ने अदालत में मौजूद आरोपी 20 पुलिस कर्मियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। शेष 27 मुल्जिमों के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। सीबीआई ने 27 टीमें बनाकर मुल्जिमों के घर दबिश दी। इसमें 18 मुल्जिम गिरफ्तार कर लिए गए। सोमवार को सीबीआई ने मामले के 38 मुल्जिमों को अदालत में पेश किया। सजा पर सुनवाई के दौरान विशेष जज लल्लू सिंह ने सभी से उनका पक्ष सुना। इसके बाद फैसला सुनाया। अदालत के आदेश के साथ ही पुलिस ने 38 मुल्जिमों को जेल भेजा।

फैसले से लगा मरहम 
फर्जी एनकाउंटर में मारे गए छह सिख तीर्थ यात्रियों के घरवाले अदालत पहुंचे थे। 25 साल की कानूनी लड़ाई के बाद कोर्ट ने आरोपी पुलिस कर्मियों को सजा सुनाई तो उनके जख्मों पर मरहम लगा। हालांकि अभियोजन पक्ष ने मुल्जिमों को मृत्युदण्ड दिए जाने की मांग की थी।

यह था मामला 
सीबीआई के वकील एससी जायसवाल के मुताबिक 12 जुलाई, 1991 को नानकमथा, पटना साहिब, हुजुर साहिब व अन्य तीर्थ स्थलों की यात्रा करकें 25 सिक्ख तीर्थ यात्रियों का जत्था वापस लौट रहा था। सुबह करीब 11 बजे पीलीभीत जिले के कछालाघाट पुल के पास पुलिस द्वारा इन यात्रियों की बस रोक ली गई। बस का नंबर यूपी-26, 0245 था। 11 सिक्ख तीर्थ यात्रियों को बस से उतार लिया गया। उतारे गए यात्री बलजीत सिंह उर्फ पप्पू, जसवंत सिंह उर्फ जस्सी, सुरजन सिंह उर्फ विट्टा, हरमिंदर सिंह, जसवंत सिंह उर्फ फौजी, करतार सिंह, लखमिंदर सिंह उर्फ लक्खा, रंधीर सिंह उर्फ धीरा, नरेंद्र सिंह उर्फ नरेंद्र, मुखविंदर सिंह उर्फ मुक्खा व तलविंदर सिंह को पीलीभीत पुलिस जबरिया मिनी बस से लेकर चली गई। फिर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में मुठभेड़ दिखाकर इन्हें मार दिया गया। जबकि तलविंदर आज तक लापता है। पुलिस द्वारा इस मुठभेड़ की थाना विलसंडा, थाना पूरनपुर व थाना नोरिया में एफआईआर दर्ज कराई गई। जिसमें मारे गए यात्रियों पर अवैध असलहों से पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया गया था।

एक साल बाद शुरू हुई सीबीआई जांच 
15 मई, 1992 को वकील आरएस सोढ़ी की एक पीआईएल पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। सीबीआई ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार दिया। सीबीआई की जांच में कई जनपदों के विभिन्न थाना क्षेत्रों के एसओ, एसआई व कांस्टेबलों का नाम सामने आया। 12 जून, 1995 को सीबीआई ने 57 पुलिस वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 364, 365 व धारा 218 सपठित धारा 120 बी के तहत चार्जशीट दाखिल की। जिसमें पीलीभीत के थाना नोरिया के तत्कालीन एसओ चंद्रपाल सिंह, थाना पुरनपुर के एसओ विजेंदर सिंह, एसआई एमपी विमल, आरके राघव व सुरजीत सिंह, विलसंडा थाने के एसआई वीरपाल सिंह, अमेरिया थाने के एसओ राजेंद्र सिंह, देओरीकलां थाने के एसआई रमेश चंद्र भारती, गजरौला थाने के एसआई हरपाल सिंह, जनपद बदायूं के थाना इस्लाम नगर के एसओ देवेंद्र पांडेय, जनपद अलीगढ़ के थाना सदनी के एसओ मोहम्मद अनीस समेत इन सभी थानों के अनेक कांस्टेबलों को इस फर्जी मुठभेड़ का मुल्जिम बनाया।

मुल्जिमों पर आरोप तय
तमाम कानूनी दांव-पेंच के बाद 20 जनवरी, 2003 को अदालत ने 55 मुल्जिमों पर आईपीसी की धारा 302, 364, 365, 218 व धारा 117 सपठित धारा 120 बी के तहत आरोप तय किया। क्योंकि ट्रायल से पहले दो मुल्जिमों की मौत हो चुकी थी। जबकि ट्राॠयल के दौरान इस मुकदमे के 10 मुल्जिमों की मौत हुई। शेष 47 मुल्जिमों के मामले में बीते 29 मार्च को अंतिम बहस पर सुनवाई पूरी करते हुए सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था। सीबीआई की ओर से इस मुकदमे में कुल 67 गवाहों के बयान दर्ज कराए गए थे जबकि करीब 3400 पेज का बयान मुल्जिमों के दर्ज किए।

सोते हुए व्यक्ति को उठाकर ही मानेंगे ये 4 अलार्म एप

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नई दिल्ली(एजेंसी):रोजाना सोने से पहले आप दूसरे दिन सुबह-सुबह पार्क में घूमने का प्लान बनाते हैं और तय समय पर उठने के लिए फोन में अलार्म भी लगाते हैं मगर फोन में प्रीलोडेड अलार्म नींद से जगाने में असफल रहते हैं। ऐसे में कुछ खास अलार्म एप का उपयोग कर सकते हैं जो आपको उठाने के बाद ही बंद होंगे। इन्हें बंद करने के लिए आपको तेजी से चिल्लाना होगा या फिर किसी पहेली को हल करना है।

शेक इट अलार्म (एप डाउनलोड करने के लिए इस पर क्लिक करें)

इसके नाम से पता चलता है कि इस एप को इस्तेमाल करने के लिए फोन को ‘शेक’ यानी हिलाना पड़ता है। इस एप के अलार्म को बंद करने के लिए फोन को जोर से हिलाना पड़ेगा तभी यह बंद होगा। अगर आप नींद में हैं तो आप फोन को तेजी से शायद न हिला पाएं। इसलिए जब आपकी नींद खुलेगी तभी आप फोन को तेजी से हिला पाएंगे, वरना इस एप का अलार्म बजता रहेगा। यह एप गूगल प्ले स्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध है। हिलाने के अलावा आप ‘टैपिंग’ का विकल्प भी सेट कर सकते हैं। ‘टैपिंग’ को ऑन करने के बाद अलार्म को बंद करने के लिए फोन की डिस्प्ले पर बार-बार टच करना होता है। यह एप 16 भाषाओं को सपोर्ट करता है।

आई कान्ट वेक अप (एप डाउनलोड करने के लिए इस पर क्लिक करें)

एंड्रॉयड स्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध इस एप्लीकेशन में आठ प्रकार के टास्क दिए गए हैं जो अलार्म को बंद करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। अलार्म ऑन होने के बाद अगर आप इसे बंद करना चाहते हैं तो आपको उस टास्क को पूरा करना होगा जिसे आपने अलार्म सेट करते वक्त भरा था, नहीं तो अलार्म बजता रहेगा। उदाहरण के तौर पर अगर आपने अलार्म सेट करते समय गणित का सवाल सेट किया था तब आपको गणित के सवाल का जवाब देना होगा। उसके बाद ही यह अलार्म बंद होगा। इन टास्क को पूरा करने के चक्कर में आपकी नींद टूट जाएगी और आप बिस्तर से निकलकर पार्क या खेतों में घूमने के लिए जा सकेंगे।

मिमिकर अलार्म  (एप डाउनलोड करने के लिए इस पर क्लिक करें)
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का यह अलार्म एप, हसमुख चेहरे की सेल्फी लेने के बाद ही बंद होता है। इसमें सेल्फी लेते समय आपको खुशी के हाव-भाव व्यक्त करने होंगे। अगर सेल्फी लेते समय आपके चेहरे पर खुशी नहीं दिखाई देगी तो इस एप्लीकेशन का अलार्म ऑफ नहीं होगा। इसे माइक्रोसॉफ्ट ने गेराज प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया है। यह एप स्नूज करने के बाद भी बंद नहीं होता है। स्नूज करने पर इसमें एक संगीत बजता है जिसे आप सेट कर सकते हैं। स्नूज के दौरान आप एमपी-3 फॉर्मेट का गीत भी सेट कर सकते हैं।

वेकर : वेक अप विद कूल वॉयस  (एप डाउनलोड करने के लिए इस पर क्लिक करें)
आप चाहते हैं कि किसी व्यक्ति विशेष की आवाज सुनकर अपनी सुबह की शुरुआत करें तो आप इसके लिए आप ‘वेकअप’ एप को अपने फोन में इंस्टॉल कर सकते हैं। इसमें आप किसी की भी आवाज को अलार्म वॉयस में बदल कर उसे सेट कर सकते हैं। वह आवाज आपकी माता-पिता, भाई-बहन या किसी मित्र की भी हो सकती है।

चुनावी रैली में मोदी अजान के दौरान रुक गए कुछ देर के लिए

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खड़गपुर(एजेंसी):पश्चिम बंगाल में मुसलमानों तक पहुंचने की कोशिश करते हुए एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभास्थल के समीप एक मस्जिद से अजान के दौरान कुछ देर के लिए रुक गए।

सत्तारूढ़ तणमूल कांग्रेस और माकपा-कांग्रेस गठजोड़ पर करारा प्रहार करते हुए मोदी पूरे प्रवाह में थे लेकिन अजान के दौरान उन्होंने अचानक अपना भाषण रोक दिया। यह रैली यहां बीएनआर मैदान में हो रही थी जो गोलबाड़ी मस्जिद के पीछे स्थित है।

अजान खत्म हो जाने के पश्चात मोदी ने कहा कि यह हमारी परंपरा है। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए, उनके रीति रिवाजों एवं परंपराओं का आदर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे अंदर सम्मान की भावना होनी चाहिए ताकि भारत की एकता बनी रहे। उसके बार प्रधानमंत्री ने रैली में 20 मिनट और भाषण दिया। रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।

चार श्रद्धालुओं – खड़गपुर के अफताब और शेख फिरदौस तथा मिदनापुर के इम्तियाज अली और आमिर खान ने सभी धर्मों का सम्मान करने के लिए मोदी की भूरि भूरि प्रशंसा की।

दिल्ली-काठमांडो के जेट एयरवेज के विमान में बम होने की धमकी

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काठमांडू(एजेंसी):नई दिल्ली से अपराह्न रवाना हुए जेट एयरवेज के विमान में बम होने की धमकी के बाद उसमें सवार करीब 170 लोगों को आज नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा गया और इस पूरी प्रक्रिया में विमान परिचालन प्रभावित हुआ।

एक अज्ञात व्यक्ति ने हवाई अड्डे के अधिकारियों को फोन करके कहा कि आज अपराहन नई दिल्ली से उड़ान भरने वाले जेट एयरवेज विमान 260 में विस्फोटक है। चालक दल के सदस्यों सहित कुल 169 लोगों को लेकर विमान जैसे ही शाम साढ़े चार बजे हवाई अड्डे पर उतरा, सभी यात्रियों को तुरंत सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। विमान को एकांत जगह पर ले जाया गया और उसके अंदर गहन तलाशी ली गई।

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से जैसे ही काठमांडो स्थित जेट एयरवेज के कार्यालय को खतरे की सूचना मिली, सुरक्षा बलों ने विमान की गहन तलाशी ली। समाचार फैलने के बाद हवाई अड्डे पर अफरा तफरी मच गई।

हालांकि जांच पूरी होने के बाद बम की सूचना फर्जी निकली। विमान के भीतर से कोई विस्फोटक नहीं मिला। हवाई अड्डे पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हमने सभी सामान, यात्रियों और विमान की सीटों की गहन तलाशी ली, कुछ भी नहीं मिला।

जेट एयरवेज का विमान यहां उतरते ही सभी यात्रियों को सुरक्षित उसमें से बाहर निकाल लिया गया। घटना के कारण करीब एक घंटे तक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित रहीं। जरूरी जांच प्रक्रिया के बाद हवाई अड्डा प्राधिकार ने शाम साढ़े पांच बजे सबकुछ सामान्य होने की बात कही।

लाहौर में आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 51 लोग मारे गए

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लाहौर(एजेंसी):पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में ईस्टर का उत्सव मनाए जाने के दौरान एक भीड़-भाड़ वाले पार्क में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट किया जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 51 लोग मारे गए और करीब 200 लोग घायल हो गए।

शहर में इकबाल कस्बा इलाके के गुलशन-ए-इकबाल पार्क में इसाईयों समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे तभी शाम में विस्फोट हुआ। लाहौर के पुलिस उपनिरीक्षक हैदर अशरफ ने बताया, यह एक जोरदार धमाका था। संदेह है कि पार्क के मेन गेट के पास आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। शुरूआती सूचनाओं के मुताबिक यह एक आत्मघाती विस्फोट था। विस्फोट शहर के केंद्र के निकट एक पॉश इलाके में गुलशन-ए-इकबाल पार्क में हुआ।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पार्क में रक्त और अंगों के हिस्से बिखरे पड़े थे। वहां पर रविवार शाम महिला और बच्चों समेत बड़ी संख्या में पारिवारिक लोग मौजूद थे। पंजाब प्रांत के मंत्री बिलाल यासिन ने पुष्टि की है कि विस्फोट में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गयी और तकरीबन 200 लोग घायल हो गए।

पार्क लाहौर में पॉश इलाके में स्थित है। इसी शहर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का घर है। इसे अपेक्षाकृत शांत इलाका माना जाता है।

UP के इस गांव खुद ही लग जाती है आग, चल पड़ते हैं ट्रैक्टर

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लखीमपुर(एजेंसी):ये कोई ऊपरी ताकत या भूत-प्रेत का चक्कर नहीं है। लेकिन कुछ अजीबो गरीब घटनाओं ने भीरा के गांव में कौतुहल मचा रखा है। भीरा के पोथेपुरवा गांव में खुद ही आग लग जाती है। रास्ते में खड़े ट्रैक्टर खुद ही दौड़ पड़ते हैं।

पोथेपुरवा गांव में रहने वाले बबलू को हमारी और आपकी तरह  भूत-प्रेत की कहानियों में यकीन नहीं है। लेकिन उनके साथ कुछ अजब गजब वाकये हो रहे हैं। बबलू बताते हैं कि उनके घर में दो बार अपने आप आग लग गयी। उस वक्त घर में एक दीया तक नहीं जल रहा था और न ही आसपास कहीं चिंगारी थी। घर के सामने खड़े ट्रैक्टर की लाइट जल पड़ीं और वह भाग पड़ा। आग लगने के बाद बबलू की पत्नी बिट्टू पड़ोसी नीरज के घर चली गयी। वह जिस बिस्तर पर सोने जा रही थी, वह भी अचानक जलने लगा। पुरे गांव में अजीब तरह की घटनाओं से दहशत है। लोग अपने अपने कयास लगा रहे हैं।

वाईडी कालेज के पूर्व प्रवक्ता डॉ. वीपी सिंह इसे मानसिक असहजता नाम दे रहे हैं। उनका कहना है कि कई बार व्यक्ति किसी घटना को अपने मानसिक स्थिति के अनुसार देखता है और फिर उसी में जीना शुरू कर देता है। इस गांव में सम्भवत: यही हुआ होगा। साइंस क्लब के डॉ. अनिल कुमार इन घटनाओं के पीछे किसी की शैतानी मान रहे हैं। उनका कहना है कि जरूर कोई गांव के लोगों को डराने के लिए ज्वलनशील पदार्थ रख देता होगा, इसकी जांच जरुरी है।

वर्ल्ड टी20: कोहली के विस्फोट से भारत पहुंचा सेमीफाइनल में

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मोहाली (एजेंसी):विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराते हुए आईसीसी विश्व टी20 के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। भारत ने जीत के लिए मिले 161 रन के लक्ष्य को 19.1 ओवर में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। कोहली ने 51 गेंदों पर नाबाद 82 रनों की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और दो छक्के शामिल हैं।

इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी वापसी करके ऑस्ट्रेलिया को विस्फोटक शुरुआत का अधिक फायदा नहीं उठाने दिया और उसे छह विकेट पर 160 रन ही बनाने दिए।

ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पहले चार ओवर के बाद 53 रन था और तब लग रहा था कि वह 200 रन के पार पहुंच जाएगा लेकिन अगले दस ओवर में वह केवल 51 रन बना पाया और इस बीच उसने चार विकेट गंवाए। आरोन फिंच ने उसकी तरफ से सर्वाधिक 43 रन बनाए। उनके अलावा ग्लेन मैक्सवेल (28 गेंदों पर 31) और उस्मान ख्वाजा (16 गेंदों पर 26 रन) ने भी उपयोगी योगदान दिया।

भारतीय गेंदबाजों में हार्दिक पंड्या सबसे सफल रहे। उन्होंने चार ओवर में 36 रन देकर दो विकेट लिये। आशीष नेहरा (20 रन देकर एक विकेट), युवराज सिंह (19 रन देकर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा ने कसी हुई हुई गेंदबाजी करके ऑस्ट्रेलियाई रन गति पर अंकुश लगाने में अहम भूमिका निभायी।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए तूफानी शुरुआत की। ख्वाजा ने नेहरा के पहली गेंद पर चौका लगाने के बाद उनकी अगली पांच गेंदों को पूरा सम्मान दिया लेकिन जसप्रीत बुमराह पर चार चौके जड़कर उन्हें आक्रमण से हटवा दिया। बुमराह की जगह गेंद संभालने वाले भरोसेमंद स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पहले ओवर में 22 रन बने जिसमें फिंच के लांग आन पर लगाए गए दो छक्के हैं। इससे अश्विन की लय बिगड़ गई और उन्होंने लगातार दो गेंद वाइड की जिसमें एक चार रन के लिए गई।

नेहरा ने भारत को फिर से पावरप्ले में सफलता दिलायी। उनकी गुडलेंथ गेंद ख्वाजा के बल्ले के निचले हिस्से से लगी और विकेटकीपर धौनी ने अपने बायीं तरफ उसे कैच कर दिया। इससे रन गति पर अंकुश लगा। तीन ओवर तक गेंद सीमा रेखा पर नहीं पहुंची और अगले ओवर में अश्विन की स्पिन लेती गेंद पर डेविड वार्नर (6) गच्चा खाकर स्टंप आउट हो गए।

युवराज अपने घरेलू मैदान पर टूर्नामेंट में पहली बार गेंदबाजी के लिए आए। उनकी पहली गेंद में थोड़ा उछाल था जो स्टीवन स्मिथ (2) के बल्ले को चूमकर धौनी के दस्तानों में पहुंची। अंपायर मारियास इरासमुस ने उंगली उठा दी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान उनके फैसले से खुश नहीं थे और रीप्ले से भी साफ नहीं लग रहा था कि गेंद और बल्ले का संपर्क हुआ या नहीं।

ऑस्ट्रेलिया ने अपना दूसरा पचासा पूरा करने में 9.1 ओवर लिए। गेंद नीची रह रही थी और शाट लगाना मुश्किल था। फिंच ने एक छोर संभाले रखा था लेकिन पंडया की गेंद पर वह सही टाइमिंग से शाट नहीं लगा पाये और डीप मिडविकेट पर खड़े शिखर धवन को कैच करने में कोई परेशानी नहीं हुई। फिंच ने अपनी 34 गेंद की पारी में दो छक्कों के अलावा तीन चौके भी लगाए।

मैक्सवेल ने रविंद्र जडेजा पर स्विच हिट से छक्का लगाया लेकिन बमराह ने उनका ऑफ स्टंप उखाड़कर भारतीयों को डेथ ओवर में बड़ी राहत दी। पंडया के आखिरी ओवर में 15 रन बने। वह जेम्स फाकनर (दस) को आउट करने में सफल रहे लेकिन शेन वाटसन (नाबाद 18) और पीटर नेविल (नाबाद 10) टीम का स्कोर 150 रन के पार ले गए। नेविल ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाया।

नेशनल आर्चरी खिलाडी की अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर में मौत..

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पैसो के लिए शव को परिजनों को देने से किया अस्पताल प्रबंधन ने बनाया बंधक 

कोरबा@M4S:कोरबा के मुड़ापार निवासी  सेवानिवृत एस ई सी एल कर्मी की 8 बेटियों में सबसे छोटी,लाड़ली और होनहार नेशनल आर्चरी खिलाडी मिनीमाता गर्ल्स कालेज बी ए फर्स्ट ईयर की छात्रा १९ वर्षीय शांति धांधी  ने डॉक्टरों की लापरवाही और धनलिप्सा के आगे आखिरकार जिंदगी के सामने घुटने टेक दिए, शोक संतप्त परिवार को यहाँ उस वक़्त भी राहत नहीं मिली जब अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने इलाज  के लिए 6 लाख रुपये लेने के बाद भी 2 लाख रुपये की बकाया राशि देने की बात कहकर शव उन्हें देने से इंकार कर दिया और मीडिया और कलेक्टर पी दयानंद पहल के बाद शव को अपोलो प्रबंधन ने सौंपा। tt1 ggg1

14 मार्च को पेट दर्द की शिकायत और चेकअप के लिए अपोलो अस्पताल पहुंची शांति ने ये कभी नहीं सोचा था की उसकी जिंदगी मात्र 14 दिनों की ही है, अलग-अलग कई टेस्ट करने के बाद डॉक्टरों ने लिवर इंफेक्शन की बात कहकर उसे अस्पताल में भर्ती किया और शुरू हुआ पैसो का खेल मात्र 14 दिनों में ही परिजनों ने अपनी लाड़ली की जान की कीमत चुकाने के लिए अपनी सारी जमा पूंजी 6 लाख रुपये प्रबंधन को दिए पर रविवार उनके हिस्से उनकी बेटी की मौत ही आई, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गम्भीर आरोप लगाए और कहा की उनकी बेटी को जिंदगी की बजाये यहाँ के डॉक्टरों ने मौत दी है.रोते-बिलखते परिजनों ने जब शव ले जाने की तैयारी की तो अस्पताल प्रबंधन ने मानवता को तार-तार करते हुए शव को बंधक बना लिया और बकाया 2 लाख रुपये देने की बात कही  हो-हल्ला होने के बाद मिडिया कर्मियों और कोरबा कलेक्टर की पहल के आगे प्रबंधन की आँखे खुली और उन्होंने परिजनों को शव सौंपा।

मंत्री जी की सेल्फी …

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कोरबा@M4S:कोरबा में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 203 जोड़े रविवार को परिणय सूत्र में बंध वही जोड़ो को सहयोग राशि और उपहार वितरण करने के बाद मंत्री महोदिया भला यादगार पल को कैमरे में कैद कैसे नहीं करती मोबाइल से सेल्फी खिचवाती दिखाई दी साथ ही विवाहित जोड़े भी अपनी संगनी के साथ सेल्फी लेते नज़र आये।c9151d06-27d9-4a93-9ec7-939d06e60f48 2

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना परिणय सूत्र में बंधे 203 जोड़े

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महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने नव जोड़ों को दिया आशीर्वाद
कोरबा@M4S: महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम में किया गया। स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में 203 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। नव दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने वाले जोड़ों को महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने आशीर्वाद प्रदान किया। परिणय सूत्र में बंधने वाले जोड़ों को शासन की ओर से घरेलू जरूरत की सामग्रियां व नगद रकम उपलब्ध कराई गई। प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम से वर पक्षों द्वारा बाजे-गाजे के साथ बारात निकाली गई। कार्यक्रम में उपस्थित मंत्री रमशीला साहू ने नव जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की सराहना की। इंदिरा स्टेडियम में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। 94f88fcd-829c-45c1-b60a-435ed53e55d8सामाजिक रीति-रिवाज से 198 हिन्दू जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया।

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वहीं 5 ईसाई जोड़ों का पादरी ने ईसाई रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराया। इस अवसर पर संसदीय सचिव लखनलाल देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष देवी सिंह टेकाम सहित अन्य उपस्थित अतिथियों द्वारा नव जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया गया। सामूहिक विवाह के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तैयारियां की गई थी। जिसके कारण सामूहिक विवाह कार्यक्रम में किसी प्रकार की समस्या वर-वधु पक्ष को नहीं हुई।8

सूखा प्रभावित क्षेत्र के 100 कन्याओं को दी गई सहायता7 (2)
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत जहां 200 जोड़े दाम्पत्य बंधन में बंध गए। वहीं सूखा प्रभावित क्षेत्रों के 100 कन्याओं को इस योजना के तहत सहायता राशि प्रदान की गई। कन्याओं का विवाह उनके ही घरों पर संपन्न कराए जाएंगे। जिसके लिए 100 कन्याओं के परिजनों के खाते में सहायता राशि जमा कराई गई है।

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