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Aadhaar Mandatory: आधार न होने पर प्रवेश देने से मना नहीं कर सकते स्कूल, केंद्र सरकार ने दी सफाई

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नई दिल्ली(एजेंसी):स्कूलों के प्रवेश में आधार को अनिवार्य बनाने को लेकर उठे सवाल पर केंद्र सरकार ने अपनी सफाई दी है और कहा कि यह अनिवार्य नहीं है। किसी भी छात्र को आधार न होने के आधार पर प्रवेश देने या दूसरी अन्य सुविधाओं से वंचित नहीं किया जा सकता है।
UIDAI ने राज्यों को दिए दिशा- निर्देश

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआई) ने भी इस संबंध में राज्यों को दिशा- निर्देश दिए है। जिसमें साफ तौर यह कहा गया है कि आधार संख्या के अभाव में किसी बच्चे को उनके लाभों या अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है।

लोकसभा में कांग्रेस सांसद शशि थरूर सहित दूसरे सांसदों ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से पूछा था कि क्या राज्यों में सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए आधार संख्या को अनिवार्य कर दिया गया है, क्योंकि प्रत्येक राज्य अब अनिवार्य रूप से इसकी मांग कर रहे है। उनका सवाल था कि राज्य यह कैसे कर सकते है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इसकी अनिवार्यता पर रोक लगा रखी है।

क्या है मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में ?

इसके जवाब में शिक्षा मंत्रालय ने कहा था कि शिक्षा वैसे समवर्ती सूची की विषय है। बावजूद इसके राज्यों को निर्देश दिया है कि वह स्कूलों में प्रवेश के लिए इसे अनिवार्य नहीं कर सकते है। इस संबंध में मंत्रालय ने एक अधिसूचना भी जारी कर रखी है।

जिसमें साफ कहा है कि स्कूलों में प्रवेश या फिर केंद्र संचालित ऐसी भी योजना के लाभ से ऐसे किसी भी बच्चे को वंचित नहीं कर सकते है,जिसके पास आधार नहीं है। यदि किसी बच्चे के पास आधार नहीं है तो प्रमाणीकरण के लिए दूसरे दस्तावेज को इस्तेमाल में लिया जा सकता है। इसके लिए बच्चों को बाध्य नहीं किया जा सकता है।

बड़े स्तर पर पकड़ में आयी गड़बड़ियां

स्कूलों में आधार की अनिवार्यता को लेकर यह सवाल ऐसे समय उठे है, जब छात्रवृत्ति सहित दूसरी योजनाओं की गड़बड़ियां को रोकने और छात्रों तक सीधे उसका लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें आधार से जोड़ा जा रहा है। इन सभी योजनाओं को आधार से लिंक करने के बाद बड़े स्तर पर गड़बड़ियां पकड़ में भी आयी है। गौरतलब है कि स्कूलों में आधार की अनिवार्यता का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है। जिसके बाद ही कोर्ट ने इसे अनिवार्य बनाए जाने पर रोक लगा दी थी।

मुंबई एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा, विस्तारा विमान के इंजन को ट्रक ने मारी टक्कर; सभी 140 यात्री सुरक्षित

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मुंबई(एजेंसी):मुंबई हवाई अड्डे (Mumbai Airport) पर आज सुबह एक बड़ा हादसा होने से टल गया। मुंबई एयरपोर्ट पर विस्तारा विमान (Vistara Aircraft) के इंजन को एक टो-ट्रक ने टक्कर मार दी। हालांकि, गनीमत यह रही कि विमान में सवार सभी 140 यात्री सुरक्षित हैं।

विमान में सवार सभी 140 यात्री सुरक्षित

बता दें कि यह हादसा आज मुंबई हवाई अड्डे पर पुश बैक के दौरान हुआ। जब एक विस्तारा विमान के इंजन को एक टो-ट्रक ने टक्कर मार दी। विस्तारा की फ्लाइट मुंबई एयरपोर्ट से कोलकाता के लिए उड़ान भरने वाली थी। फिलहाल विमान में सवार सभी 140 यात्री सुरक्षित हैं।

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 अगस्त को चिटफंड निवेशकों को करेंगे राशि का अंतरण

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रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 अगस्त को रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, धमतरी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया तथा मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी अंतर्गत चिटफंड निवेशकों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राशि का अंतरण करेंगे। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में दोपहर 12 बजे से आयोजित किया गया है।

युवाओं से भेंट-मुलाकात : किस्सा तब का जब कलेक्टर थे अजीत जोगी और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल थे स्टूडेंट

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  • रायपुर@M4S:युवाओं से भेंट-मुलाकात : बहतराई स्टेडियम, जिला-बिलासपुर
    किस्सा तब का जब कलेक्टर थे अजीत जोगी और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल थे स्टूडेंट
  • शक्ति के हसौद महाविद्यालय की अंतिम वर्ष की छात्रा दर्शनी रात्रे ने कहा कि कालेज स्टूडेंट हूं, सभी के कॉलेज जीवन में कुछ न कुछ किस्सा होता है, तब दर्शनी ने मुख्यमंत्री से उनके कॉलेज जीवन से जुड़ा किस्सा पूछा –

मुख्यमंत्री ने बताया कि हम लोग साइंस कॉलेज में मैथ्स लेकर पढ़े, एक बार हॉस्टल में पंखा नहीं था, हमने तीनों हॉस्टल में पंखा लगाने की मांग लेकर प्रदर्शन किया, अजीत जोगी जी उस समय कलेक्टर थे, वो आए और हमारी बात सुनी और इस तरह 8 दिनों में हमारी मांग पूरी हो गई।
युवाओं से भेंट-मुलाकात : बहतराई स्टेडियम, जिला-बिलासपुर

  • जांजगीर-चांपा जिले की युवा भारती देवांगन ने कहा कि मैं बीएससी फाइनल की छात्रा हूं। उसने मुख्यमंत्री से कहा कि आपने छात्राओं की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उसने बताया कि कन्या महाविद्यालय जांजगीर का एक मात्र विद्यालय है, यहां कमरो की कमी है।

मुख्यमंत्री ने छात्रों की संख्या और कमरे की जानकारी ली और कलेक्टर को 4 और कमरे बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही फिजिक्स और जूलॉजी का सत्र शुरू होगा।

युवाओं से भेंट-मुलाकात : बहतराई स्टेडियम, जिला-बिलासपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम स्थल पहुंचे

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बिलासपुर@M4S:छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, माल्यार्पण एवं राजगीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की।

मुख्य मंच पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री  उमेश पटेल, संसदीय सचिव रश्मि सिंह, विधायक बिलासपुर  शैलेश पांडेय, विधायक धरमजयगढ़  लालजीत सिंह राठिया, महापौर रामशरण यादव एवं पर्यटन विकास बोर्ड के अध्यक्ष  अटल श्रीवास्तव उपस्थित हैं।

आज न्यायधानी में मुख्यमंत्री की भेंट मुलाक़ात युवाओं के साथ

बिलासपुर संभागीय मुख्यालय के बहतराई इनडोर स्टेडियम में मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की भेंट मुलाकात युवाओं के साथ कार्यक्रम में जोश भरे धुनों के बीच विभिन्न युवाओं की भारी भीड़ और जबरदस्त उत्साह का माहौल…

पीएससी की आगामी परीक्षाओं में साक्षात्कार के नंबर होंगे कम, वर्गवार कटआफ सूची भी लिखित परिणाम के साथ होगी जारी

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संभागस्तरीय युवा भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पीएससी द्वारा लिये गये निर्णयों की दी जानकारी

बिलासपुर में पीएससी की तैयारी करने वाले युवाओं की सुविधा के लिए अगले सत्र से आरंभ होगा हॉस्टल

एसआई भर्ती का रिजल्ट भी शीघ्र होगा जारी

रायपुर@M4S:छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली बहुविकल्पीय परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की माँग के आधार पर आयोग द्वारा निर्णय लिया गया है कि भविष्य में आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के वर्गवार कटआफ सूची लिखित परीक्षा के साथ जारी की जाएगी। पीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में इंटरव्यू में जो ज्यादा नंबर हैं उन्हें भी कम किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर के बहतराई स्टेडियम में संभागस्तरीय युवा सम्मेलन के दौरान पीएससी के इन निर्णयों से युवाओं को अवगत कराया।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बिलासपुर के लिए हवाई मार्ग से जाने वाले थे लेकिन मौसम खराब होने की वजह से हेलीकाप्टर नहीं उड़ सका। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर युवाओं को सड़क मार्ग से आने की सूचना दी। ट्वीट में लिखा कि कका और आपके बीच मौसम नहीं आ सकता है। मैं सड़क मार्ग से आपके पास जल्द पहुंच रहा हूँ।


कार्यक्रम में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया का सबसे युवा देश हमारा भारत है और उसका हृदय स्थल छत्तीसगढ़ है। जब मैंने विधानसभा वार भेंट मुलाकात कार्यक्रम किया तो मैंने महसूस किया कि युवाओं के साथ अभी खूब सारी बातचीत करनी बची है और फिर युवाओं से संभागस्तरीय भेंट मुलाकात का निश्चय किया।


सबसे पहले रायपुर संभाग के युवाओं से मिला और आज बिलासपुर संभाग के युवाओं से मिलने आया हूँ। मुख्यमंत्री ने चर्चा में बताया कि राज्य शासन युवा हित को ध्यान में रखते हुए अनेक योजनाएं चला रही हैं। हमने व्यापम और पीएससी में फीस माफ कर दी है। 4 माह में युवाओं को 112 करोड़ रुपए का बेरोजगारी भत्ता दिया गया है। 41 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। एसआई की भर्ती के नतीजे शीघ्र ही आ जाएंगे।


इस मौके पर उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री  उमेश पटेल, संसदीय सचिव  रश्मि सिंह, संसदीय सचिव  चन्द्र देव राय , बिलासपुर विधायक श्री शैलेश पांडे, विधायक  लालजीत सिंह राठिया, विधायक रामकुमार यादव , महापौर रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष  गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार  विनोद वर्मा,  प्रदीप शर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। साथ ही वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव  सिद्धार्थ कोमल परदेशी, स्कूल शिक्षा सचिव  एस. भारतीदासन, संभागायुक्त भीम सिंह, कलेक्टर  सौरभ कुमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मेरे चेहरे की चमक का राज छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की दुआ

रायगढ़ से आये युवा संग्राम सिंह ने मुख्यमंत्री से पूछा कि आपके चेहरे की चमक का राज क्या है। मुख्यमंत्री ने उत्तर दिया कि मेरे चेहरे की चमक का राज छत्तीसगढ़ के 3 करोड़ जनता की दुआ है। कोरबा से आई कविता ने बताया कि हमारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति को सहेजने के लिए बड़ा काम मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया है। साइंस कालेज बिलासपुर के छात्र प्रियांशु दुबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा हर समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। प्रदेश में युवा ऊर्जा के लिए बहुत सकारात्मक माहौल है।

  तब कलेक्टर थे श्री अजीत जोगी और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल थे स्टूडेंट

सक्ती के हसौद महाविद्यालय की अंतिम वर्ष की छात्रा दर्शनी रात्रे ने कहा कि मैं कालेज स्टूडेंट हूं, सभी के कॉलेज जीवन में कुछ न कुछ किस्सा होता है, मुख्यमंत्री जी आपके कालेज जीवन का कौन सा यादगार किस्सा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मैं साइंस कॉलेज, रायपुर में मैथ्स लेकर पढ़ रहा था। तीन हॉस्टल थे। किसी भी हॉस्टल में पंखा नहीं था, हमने तीनों हॉस्टल में पंखा लगाने की मांग लेकर प्रदर्शन किया। श्री अजीत जोगी जी उस दौरान कलेक्टर थे, वो आए और हमारी बात सुनी और 8 दिनों में हमारी मांग पूरी हो गई।

युवाओं ने की माँग, मुख्यमंत्री ने की पूरी

सारंगढ़ से आई एक छात्रा ने कहा कि उनके कालेज में बाटनी में पीजी होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले सत्र से इसे आरंभ कर देंगे। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में महाविद्यालय आरंभ करने के लिए युवाओं ने धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग में वैकेंसी जल्द ही निकाली जाएंगी। मुंगेली की एक छात्रा ने पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की माँग की। मुख्यमंत्री ने इसे पूरा करने की घोषणा की।

सीजीपीएससी की तैयारी के लिए बिलासपुर में खोलेंगे हास्टल

मुख्यमंत्री से एक छात्रा ने कहा कि बिलासपुर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा बाहर से सीजीपीएससी की तैयारी करने आते हैं। इनके लिए एक हॉस्टल हो जाएगा तो बहुत अच्छी व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री ने इस सुझाव का स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छा सुझाव है। अगले सत्र से हॉस्टल की सुविधा हो जाएगी।

जुलाई महीने में 44 प्रतिशत बढ़ा एसईसीएल का उत्पादन, डिस्पैच भी सर्वाधिक

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बिलासपुर@M4S:साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने उत्पादन में, गत जुलाई माह में, पिछले वर्ष की तुलना में 43.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जुलाई 2023 में कम्पनी का उत्पादन 13.1 मिलियन टन (एमटी) रहा जो कि गत वर्ष इस माह में उत्पादित 9.1 मिलियन टन कोयले की तुलना में 43.7 प्रतिशत अधिक है।

इस वित्तीय वर्ष में, जुलाई 2023 तक कंपनी का सकल उत्पादन भी 22.3 प्रतिशत बढ़कर 54.8 मीट्रिक टन हो गया। वर्ष 2022 में अप्रैल से जुलाई की अवधि के दौरान एसईसीएल ने 44.8 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया था।

जुलाई 2023 डिस्पैच के लिहाज़ से भी कम्पनी के लिए उत्साहजनक रहा। कोयला डिस्पैच में 24.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। पिछले वर्ष के 11.8 मीट्रिक टन की तुलना में, एसईसीएल ने पिछले महीने 14.6 मीट्रिक टन का प्रेषण दर्ज किया। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में समग्र डिस्पैच 59.0 मिलियन टन रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 51.2 एमटी प्रेषण की तुलना में 15.3 प्रतिशत अधिक है।

जुलाई माह में, एसईसीएल ने चालू वित्तीय वर्ष में 50 मीट्रिक टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य हासिल किया था । यह कंपनी की स्थापना के बाद से 50 मीट्रिक टन का सबसे तेज़ प्रेषण था। पिछले वर्ष कंपनी ने इसी अवधि के दौरान लगभग 44 मिलियन टन कोयला भेजा था, इस प्रकार इस वित्तीय वर्ष में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। उपरोक्त में से 40 मीट्रिक टन कोयला बिजली क्षेत्र को भेज दिया गया है। गर्मी के मौसम में विद्युत संयंत्रों को रिकॉर्ड मात्रा में कोयले की आपूर्ति की गई, जिससे विद्युत संयंत्रों में कोयले की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।

गौरतलब है कि कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष 22-23 में अब तक का सबसे अधिक 167 मिलियन टन कोयला उत्पादन दर्ज किया है. कंपनी को इस साल 200 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य मिला है.

मड़वा विद्युत संयंत्र ने 89.13 प्रतिषत पीएलएफ के साथ विद्युत उत्पादन का बनाया नया रिकार्ड

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एक माह में सर्वाधिक 663.09 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन कर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा

जांजगीर@M4S:छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। विद्युत संयंत्र ने बीते जुलाई माह में सर्वाधिक 89.13 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 663.09 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस सफलता पर विद्युत कंपनी के अध्यक्ष  अंकित आनंद (आईएएस) एवं प्रबंध निदेशक  एस के कटियार ने मड़वा विद्युत संयंत्र के कार्यपालक निदेशक एस के बंजारा एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में 500-500 मेगावाॅट की आधुनिक दो विद्युत इकाइयां संचालित है। कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा ने बताया कि विद्युत संयंत्र ने पिछले रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए पूरे एक माह में सर्वाधिक विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान बनाया है। विद्युत संयंत्र ने वर्ष 2018 में 87.53 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 651.2 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का कीर्तिमान बनाया था।
राज्य सरकार की मड़वा विद्युत संयंत्र ने नए वित्तीय वर्ष 2023-24 के इन चार माह में विद्युत उत्पादन के साथ विभिन्न क्षेत्रों में भी कीर्तिमान बनाए हैं। इसमें कुल विद्युत उत्पादन 2493.801 मिलियन यूनिट का रिकार्ड बना है। जबकि पिछले साल 1737.112 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन दर्ज किया गया था। चालू वित्तीय वर्ष में 756.689 मिलियन यूनिट का अधिक विद्युत उत्पादन का रिकार्ड दर्ज हुआ है। पहली तिमाही में विद्युत संयंत्र की दोनों की इकाइयों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी ने विद्युत उत्पादन में देश में पहला प्राप्त किया है। इसके पूर्व भी इकाई क्रमांक एक ने 16 नवंबर 2022 को एक दिवस में 102.01 प्रतिशत पीएलएफ के साथ सर्वाधिक 12.241 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का रिकार्ड बनाया है। जबकि विद्युत इकाई क्रमांक दो ने 10 फरवरी 2023 को एक दिवस में 102.74 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 12.329 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का रिकार्ड बनाया है।

इसी तरह प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इस वर्ष पीएलएफ 87.69 प्रतिशत है जबकि पिछले वर्ष यह 59.33 प्रतिशत था। पीएएफ. में सीएसईआरसी के लक्ष्य 82 प्रतिशत के विरूद्ध विद्युत संयंत्र ने 87.69 प्रतिशत पीएएफ रिकार्ड दर्ज किया है। जबकि ओवरआल आॅक्जलरी पाॅवर कंज्प्शन में 1.73 प्रतिशत कमी आई है। इस वर्ष ओवरआल आॅक्जलरी पाॅवर कंज्प्शन 5 प्रतिशत है जबकि बीते वित्तीय वर्ष में यह 6.73 प्रतिशत था। फ्यूल की खपत में भी 0.4 मिलीलीटर प्रति किलोवाट अवर की कमी दर्ज की गई है। यह चालू वित्तीय वर्ष में 0.16 मिली प्रति किलोवाट अवर है जबकि यह बीते वित्तीय वर्ष में 0.56 मिलीलीटर प्रति किलोवाट अवर दर्ज किया गया था।

डीएसएम से 5.76 करोड़ रूपए की बचत:
विद्युत संयंत्र ने चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में डेविएशन सेटलमेंट मेकेनिजम (डीएसएम) से 5.76 करोड़ रूपए की बचत कर विद्युत कंपनी को लाभ पहुंचाया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 3.5 करोड़ रूपए ज्यादा है। बीते वित्तीय वर्ष में डीएसएम से 2.26 करोड़ रूपए की बचत हुई थी।


अभियंता एवं कर्मचारियों की अथक मेहनत का नतीजा
यह सफलता सभी अभियंता साथियों एवं कर्मचारियों के निरंतर मेहनत, प्रयास एवं सामंजस्य का नतीजा है। सभी साथियों ने इस लक्ष्य के लिए अथक मेहनत करते हुए अपना बेस्ट परपफार्मेंंस विद्युत कंपनी के हित में दिया है। उम्मीद करता हूं कि आगे भी सभी साथी नए लक्ष्यों के लिए निरंतर मेहनत करते रहेंगे। इस सफलता के लिए सभी को बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।
एसके बंजारा, कार्यपालक निदेशक
एबीवीटीपीएस मड़वा

जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कोरबा में भारी वाहनों से अवैध वसूली के चक्कर में लग रहे घंटों के ट्रॉफिक जाम की स्थिति से आम नागरिकों को राहत दिलाने पुलिस महानिदेशक को लिखा पत्र

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कोरबा@M4S:कोरबा जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण एवं शहर सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल एवं सपना चौहान ने संयुक्त पत्र जारी करते हुए पुलिस महानिदेशक को अवगत कराते हुए लिखा है कि कोरबा में अवैध वसूली अभियान के तहत न केवल कोरबा शहर बल्कि कोरबा तक पहुंचने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर कागजातों की जांच व वाहन चेकिंग के नाम पर भारी वाहनों का निरंतर जाम लगा रहता है। पत्र में आगे लिखा गया है कि ऊर्जाधानी में अनेक विद्युत संयंत्रों के अलावा एस.ई.सी.एल. की अनेक कायेला खदाने हैं जहां से सड़क मार्ग द्वारा कोयला ढ़ुलाई के अलावा अन्य सामग्रियों के परिवहन के लिए निर्वाध तौर पर विभिन्न संयंत्रों के लिए भारी मालवाहकों का निरंतर आवागमन बना रहता है।  पत्र में आगे लिखा गया है कि कोरबा शहर व बाहरी क्षेत्रों से जुड़नेवाले किसी भी मार्ग पर आवागमन के लिए आम नागरिकों को जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है और 5-10 किलोमीटर की दूरी तय करने में भी घंटों का समय लग जाना आम बात हो गई है। इस तरह से लगनेवाले जाम की स्थिति का मुख्य कारण लाईन से भारी वाहनों को कहीं पर भी रोककर चेकिंग के नाम पर अवैध वसली का कारोबार किया जाना है।
ग्रामीण जिलाध्यक्ष ने साक्ष प्रस्तुत करते हुए लिखा है कि दिनांक 30 जुलाई को शाम के समय वे स्वयं अम्बिकापुर से जब कोरबा वापस आ रहे थे तो देखा कि कोरबा शहर के बाहरी हिस्सों में जंगल के सुनसान क्षेत्र में यातायात विभाग के तीन स्थानों पर कॉंस्टेबलों द्वारा ट्रकों को रोक कर चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली अभियान चलाया जा रहा था जबकि उनके साथ कोई भी सक्षम अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था। उनके द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के अनैतिक कार्य से सड़क पर दोनों तरफ ट्रकों की लम्बी कतारें लग गई थी।  यह एक दिन का सिलसिला नहीं है, लोगों ने बताया कि आए दिन ऐसी स्थिति बनती रहती है और अब तो आम नागरिकों, मरीजों व जरूरी कार्य से कहीं भी जाने-आने वाले व्यक्तियों को भारी कठिनाईयों व असुविधा का सामना करने के लिए मजबूर होना आम बात हो गई है। इतना ही कोरबा नगरीय क्षेत्र से बाहर भी सुनसान क्षेत्रों में वाहन चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली का गोरखधंधा भलीभंाति संचालित है।
अध्यक्ष ने पत्र में आगे लिखा है कि कोरबा शहर के भीतर भी हर मार्ग पर जिधर से भी भारी वाहन शहर में प्रवेश करते हैं कागजात व वाहन चेकिंग के नाम पर ट्रॉफिक जाम की स्थिति निर्मित की जाती है जबकि चौक चौराहों पर ट्रॉफिक क्लीयर करने के लिए एक भी सिपाही की तैनाती नहीं दिखाई पड़ती है। वर्तमान में खेती किसानी का कार्य चल रहा है, ऐसे कृषक जिनकी कृषि भूमि एक गांव से दूसरे गांव में है कृषि कार्य की वेशभूशा में होने के कारण आवश्यक कागजात लेकर चलना संभव नहीं है, उन्हें भी कागजात जांच के ना पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पत्र में अपेक्षा की गई है कि इस तरह से अवैध वसूली अभियान का कारोबार किस अधिकारी के आदेश निर्देश पर कोरबा में जारी है, समझ से परे है जिसकी वजह से कोरबा के आम नागरिकों को रोजमर्रा की जिंदगी में जाम की स्थिति का सामना करना उनकी नियति बन गई है, इसका खुलासा किया जाएगा क्योंकि कोरबा की जनता को यह जानने का पूरा अधिकार  है।
पत्र में पुलिस महानिदेशक से आग्रह किया गया है कि कोरबा शहर व निकटवर्ती क्षेत्रों में जाम की स्थिति से आम नागरिकों को आए दिन हो रही कठिनाईयों की समस्या पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने का कष्ट करेंगे क्योंकि इस गंभीर समस्या को लेकर जनमानस में भारी आक्रोश व्याप्त है जो कभी भी विस्फोटक रूप धारण कर सकता है। उक्त पत्र की प्रति कलेक्टर कोरबा एवं पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर को भी प्रेषित किया गया है।
इसी तारतम्य में पत्र मं आगे लिखा गया है कि भारत एल्यूमिनियम कम्पनी लिमिटेड (बालको) में विद्युत संयंत्रों की जरूरतों के लिए सड़क मार्ग से कोयला परिवहन के साथ ही संयंत्र से निस्तारित फ्लाई ऐश का परिवहन तो सड़क मार्ग से कर ही रहा है, संयंत्र विस्तार परियोजना के तहत बड़े पैमाने पर मशीनरी आदि की आपूर्ति भारी वाहनों के जरिए संयंत्र सथल तक करवाया जा रहा है। आश्चर्य है कि इतने बड़े पैमाने पर बालको संयंत्र का कार्य चल रहा है जिसमें प्रतिदिन हजारों भारी वाहनों का आवागमन जारी रहता है लेकिन इनके पास वाहन पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं है और सभी दिशाओं से भारी वाहनों का जाम लगा रहता है जिसमें फंस कर आम आदमी को गंभीर कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। बालको संयंत्र तक पहुंचने के लिए भारी वाहनों की वजह से सड़कें व पुल-पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुके है। जिनके नियमित रखरखाव की ओर भी बालको प्रबंधन ध्यान नहीं देेता है। अतएव पुलिस महानिदेशक से अपेक्षा है कि अपने तरीके से उपर्युक्त बातों की जांच करवाकर बालको प्रबंधन को तत्काल निर्देश जारी करें कि बालको में आनेवाले और बालको से जानेवाले भारी वाहनों को नियंत्रित करे नही ंतो विवश होकर बालको संयंत्र के कार्य में परिवहन पर लगे भारी वाहनों को नगर निगम के बाहर ही रोककर आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी।
पत्र के अंत में आग्रहपूर्वक अपेक्षा की गई है कि एक सप्ताह के भीतर इस समस्या के मूल कारणों का पता लगाकर आम नागरिकों के हित में पुलिस महानिदेशक द्वारा समाधान अवश्य करवाया जावेगा अन्यथा आम नागरिकों को प्रशासन के विरूद्ध सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

कोरबा जिले के 17वें कलेक्टर सौरभ कुमार ने किया पदभार ग्रहण

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कोरबा@M4S: कोरबा जिले के नवनियुक्त कलेक्टर  सौरभ कुमार ने आज यहाँ जिला कार्यालय में अपना पदभार ग्रहण किया। कलेक्टर  सौरभ कोरबा जिले के 17वें कलेक्टर के रूप में नियुक्त किये गये हैं। पदभार ग्रहण के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर कलेक्टर  सौरभ कुमार का स्वागत किया। पदभार ग्रहण के पश्चात कलेक्टर  सौरभ कुमार ने जिले के विकास की गति को आगे बढाने के संबंध में कहा कि शासन की योजनाओं का शतप्रतिशत क्रियान्वयन उनकी प्राथमिकता होगी।

इस दौरान जिला पंचायत सीईओ  विश्वदीप, डीएफओ  अरविंद पीएम, अपर कलेक्टर  प्रदीप साहू, एसडीएम भी उपस्थित थे। कलेक्टर  सौरभ कुमार 2009 बैच के आईएएस अधिकारी है।  सौरभ कुमार इससे पहले दंतेवाड़ा, रायपुर, बिलासपुर जिले के कलेक्टर रह चुके है। वे चिप्स में सीईओ के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
दंतेवाड़ा रहते हुए नवाचार के क्षेत्र में भी कलेक्टर श्री कुमार ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी। दंतेवाड़ा के नक्सल प्रभावित पालनार गांव को कैशलेस गांव में बदलने के लिए उन्हें प्रधानमंत्री के हाथों पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है।

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