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एनकेएच कोरबा में ए वि फिस्टुला की सुविधा उपलब्ध  अस्पताल की एक और बड़ी उपलब्धि..

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कोरबा@M4S: न्यू कोरबा हॉस्पिटल (एनकेएच) कोरबा ने एक दिन में 9 डायलिसिस मरीजों की सफलतापूर्वक आर्टेरियोवेनस फिस्टुला (ए वि फिस्टुला) सर्जरी पूरी करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि एनकेएच कोरबा की चिकित्सा सेवाओं में उत्कृष्टता और मरीजों के कुशल उपचार और देखभाल का प्रमाण है। लम्बे समय से जिनका डायलिसिस होता है उनको ए वि फिस्टुला बनवाने की जरुरत पड़ती है। सभी मरीजों की सर्जरी अत्याधुनिक तकनीक से की गई और अगले दिन ही स्वस्थ हालत में डिस्चार्ज भी कर दिया गया। अब मरीजों को कहीं बाहर बड़े अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, एनकेएच कोरबा में ये सुविधा उपलब्ध है।
एनकेएच कोरबा की डायलिसिस सेवाएं-
पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से एनकेएच में डायलिसिस सेवाएं उपलब्ध हैं। जहां 50 हजार से अधिक सफल डायलिसिस किए जा चुके हैं। अस्पताल में 8 अत्याधुनिक डायलिसिस मशीनें, 5 से अधिक प्रशिक्षित डायलिसिस तकनीशियन और सहायक स्टाफ उपलब्ध हैं. हेपेटाइटिस- सी पॉजिटिव मरीजों के लिए अलग डायलिसिस सुविधा उपलब्ध है। वही आयुष्मान भारत कार्ड से निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा भी उपलब्ध। एनकेएच कोरबा में नफ्रोलॉजिस्ट और वेस्कुलर सर्जन अपनी सेवाएं नियमित रूप से दे रहे है।
एनकेएच कोरबा की टीम मरीजों की सुरक्षा और तेजी से रिकवरी सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहती है, जिससे अस्पताल कोरबा सहित आसपास के क्षेत्र में किडनी और वेस्कुलर सम्बन्धित बीमारी के उपचार का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त  ज्ञानेश कुमार तथा निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ. विवेक जोशी ने निर्वाचन सदन में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव  एम. ए. बेबी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात

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रायपुर@M4S: मुख्य निर्वाचन आयुक्त  ज्ञानेश कुमार तथा निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ. विवेक जोशी ने निर्वाचन सदन में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ विगत दिनों इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव एम. ए. बेबी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। यह बैठक विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के अध्यक्षों से हो रही चर्चाओं की श्रृंखला का हिस्सा है।

इन संवादों का उद्देश्य लंबे समय से महसूस की जा रही रचनात्मक चर्चाओं की आवश्यकता को पूरा करना है, जिससे राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पार्टी अध्यक्ष आयोग के साथ सीधे अपने सुझावों और चिंताओं को साझा कर सकें।

यह पहल आयोग के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य सभी हितधारकों के साथ मिलकर वर्तमान कानूनी ढांचे के अंतर्गत चुनावी प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाना है।

इससे पहले, आयोग ने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के अध्यक्ष कुमारी मायावती के नेतृत्व में 06 मई 2025 को तथा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में 08 मई 2025 को मुलाकात की थी।

अब तक कुल 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, जिनमें 40 बैठकें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों (सीईओ) द्वारा, 800 जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) द्वारा और 3,879 बैठकें निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) द्वारा आयोजित की गईं, जिनमें 28,000 से अधिक विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कैसे द‍िल-ओ-द‍िमाग को हेल्‍दी रखता है Vitamin-P? ये 6 संकेत बताते हैं शरीर में हो गई है इसकी कमी

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नई द‍िल्‍ली(एजेंसी): शरीर को हेल्दी बनाए रखने के ल‍िए खानपान का सही होना बेहद जरूरी होता है। जब हम हेल्‍दी डाइट लेते हैं तो हमारे शरीर को सभी जरूरी पोषण म‍िल जाते ह‍ैं। शरीर में विटामिन की कमी के कारण आपको कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। विटामिन कई तरह के होते हैं। 

ज्‍यादातर लोग व‍िटाम‍ि‍न A, B, C, D, E और K के बारे में ही जानते हैं लेक‍िन क्‍या आपने कभी Vitamin P के बारे में सुना है? भले ही ये आपको नया लगे लेक‍िन व‍िटाम‍िन पी हमारी सेहत के ल‍िए बेहद जरूरी होता है। ये शरीर को कई गंभीर नुकसान से बचाने में मदद करता है। विटामिन पी की कमी होने पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको अपने लेख में बताएंगे क‍ि व‍िटाम‍िन पी क्‍या है और आप इसे क‍िन तरीकों से ले सकते हैं। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से- 

व‍िटाम‍िन P क्‍या होता है?

विटामिन पी असल में कोई एक अकेला विटामिन नहीं है। यह बायोफ्लेवोनॉइड्स का एक ग्रुप होता है, जिसे विटामिन P नाम से भी जाना जाता है। ये शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यह विटामिन C के साथ मिलकर काम करता है। फलों, सब्जियों, चाय, कोको और वाइन में कई प्रकार के बायोफ्लेवोनॉइड्स पाए जाते हैं। 

व‍िटाम‍िन पी के फायदे
  • इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत।
  • ब्लड वेसल्स को भी मजबूती दे।
  • शरीर में लचीलापन बनाए रखे।
  • स्किन को बनाए हेल्दी और ग्‍लोइंग।
  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर।
  • दिल और द‍िमाग को रखे हेल्‍दी।
  • व‍िटाम‍िन P की कमी के लक्षण
    • गठिया की समस्या
    • जोड़ों में दर्द और सूजन
    • स्कर्वी की बीमारी
    • दांतों और मसूड़ों से खून आना
    • स्किन और बालों का ड्राई होना
    • शरीर में खून की कमी
    इन तरीकों से ले सकते हैं वि‍टाम‍िन पी
    • नींबू, संतरा, मौसमी जैसे फलों में बायोफ्लेवोनॉइड्स की अच्छी मात्रा होती हैं। ये विटामिन C के साथ मिलकर शरीर को कई बीमार‍ियों से बचाने में मदद करते हैं।
    • हरी पत्तेदार सब्जि‍यां जैसे पालक, मेथी, सरसों के साग में भी फ्लेवोनॉइड्स पाए जाते हैं। ये शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
    • इसके अलावा ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद और आंवला भी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
    • प्याज, लहसुन और मिर्च भी व‍िटाम‍िन पी का बढ़ि‍यां स्‍त्रोत होते हैं। ये हार्ट को हेल्‍दी रखने में मदद करते हैं।
    • ग्रीन टी और ब्‍लैक टी में मौजूद कैटेचिन्स और फ्लेवोनॉइड्स शरीर को डिटॉक्स करने का काम करते हैं। इससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद म‍िलती है।
    डेली डाइट में कैसे शाम‍िल करें?
    • सुबह एक ग्लास नींबू पानी पिएं।
    • सेब, अमरूद या कुछ बेरीज ले सकते हैं।
    • लंच और डिनर में हरी सब्‍जि‍याें और सलाद को शामिल करें।
    • ग्रीन टी या नींबू वाली हर्बल चाय जरूर प‍िएं।
    • घर के खाने में प्याज-लहसुन का इस्तेमाल करें।

फ्रिज को हफ्ते में कितनी बार करें ऑफ? एक गलती कर सकती है महंगे Refrigerator को खराब!

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नई दिल्ली(एजेंसी):गर्मियां आ गई हैं और इन दिनों फ्रिज का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। गर्मियों में फ्रिज घर का सबसे जरूरी इलेक्ट्रिक अप्लायंस बन जाता है जो लगातार 24 घंटे चलता है, लेकिन ऐसे में कई लोगों के मन में एक सवाल रहता है कि क्या फ्रिज को 24 घंटे चालू रखना सही है? या फिर इसे कुछ देर के लिए बंद कर देना चाहिए। अगर आपके मन में भी ऐसा कोई सवाल है तो परेशान न हों। आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से बताएंगे और यह भी बताएंगे कि आप फ्रिज को कब बंद कर सकते हैं। चलिए जानें… 

फ्रिज को हफ्ते में ऑफ करना जरूरी?
दअरसल, एक्सपोर्ट्स का कहना है कि फ्रिज को हफ्ते में एक या दो बार बंद करना जरूरी नहीं है। फ्रिज को बार-बार बंद करना सही नहीं होता बल्कि ऐसा करने से फ्रिज को नुक्सान पहुंच सकता है। जी हां, बार-बार फ्रिज को ऑन ऑफ करने से इसके कंप्रेसर और कॉलिंग सिस्टम पर और भी ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे फ्रिज के खराब होने के चांस बढ़ जाते हैं। वहीं, अगर आप ऐसी कोई गलती रहे हैं तो इससे आपका महंगा फ्रिज जल्दी खराब हो सकता है।
फ्रिज में होती है ये सुविधा
आजकल जितने भी मॉडर्न फ्रिज आ रहे हैं, उनमें ऑटोमैटिक कट ऑन फीचर होता है जो फ्रिज को जरूरत के हिसाब से बंद और चालू करने की सुविधा देता है। इसकी वजह से अब आपको फ्रिज को बार-बार मैन्युअली ऑफ या ऑन करने की जरूरत नहीं पड़ती। यह फीचर खुद ही फ्रिज को बीच-बीच में बंद और चालू करता रहता है। 

…तो कब फ्रिज को ऑफ करना सही?

तो अगर बात करें कि फ्रिज को कब बंद करना चाहिए तो अगर आप फ्रिज को अंदर से डीप क्लीन कर रहे हैं तो सबसे पहले फ्रिज को बंद करके कुछ देर के लिए छोड़ दें। इसके अलावा, अगर आप लंबे समय के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो भी फ्रिज को बंद करना सही रहता है। इसके साथ ही अगर कोई तकनीकी समस्या आ रही है तो भी फ्रिज को ऑफ कर दें। 

ये गलत आदत तो अभी छोड़ दें

यह भी देखा जाता है कि कुछ लोग बिजली बचाने के लिए हर दिन कुछ घंटों के लिए फ्रिज को बंद कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है। यह आदत न केवल फ्रिज को खराब कर सकती है बल्कि इसके अंदर रखे फूड को भी खराब कर सकती है।

लोक अदालत में रूठे पिया को मनायाः 75 साल के पति संग गईं 65 वर्षीय पत्नी, बुजुर्ग दंपती के जीवन में लौटीं खुशियां

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अलीगढ़(एजेंसी):लोक अदालत में शनिवार का दिन खास था। मेला जैसा नजारा था। 65 वर्षीय महिला ने कई साल से रुठे चल रहे 75 वर्षीय पति को देखा तो सारे विवाद खत्म हो गए। बुजुर्ग दंपत्ती के जीवन फिर से आई खुशी को देखकर हर कोई गदगद था। शादी के कुछ दिन बाद ही विवाद शुरू हो गया था। बात इतनी बढ़ी की बात अदालत तक पहुंच गई।2003 में शादी और 2006 में अदालत में मुकदमा होने के बाद दोनों पक्ष परेशान थे। उनका भी विवाद सुलझ गया। विधिक सेवा प्राधिकरण की इस वर्ष की दूसरी लोक अदालत में 106263 वादों का सुलह समझौते व प्रीलिटिगेशन के तहत निस्तारण किया गया। 24 करोड़ 4 लाख 56 हजार 323 रुपये की राशि जुर्माना व प्रतिकर के तौर पर निर्धारित की गई।

32703 वादों का निस्तारण

इस दौरान सभी न्यायालयों में सुलह समझौते के आधार पर 32703 वादों का निस्तारण कर 10 करोड़ 4 लाख 78 हजार 393.23 रुपये जुर्माना वसूला गया। स्थायी लोक अदालत द्वारा 24 वाद का निस्तारण कर 2626000 रुपये धनराशि तय की गई। उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 6 वाद का निस्तारण कर 1372682 रुपये धनराशि तय की गयी। बैंक व प्रशासन द्वारा प्री-लिटिगेशन के माध्यम से 73450 वादों का निस्तारण कर 139978210 रुपये प्रतिकर राशि तय की गई।

प्री-लिटिगेशन वैवाहिक वाद में 110 वादों का निस्तारण किया गया व 13 जोड़े साथ-साथ गए। परिवार न्यायालय द्वारा 34 जोड़े को साथ-साथ उनके घर भेजा गया।

समझौते के आधार पर दोनों पक्ष विजयी

इससे पहले जिला जज अनुपम कुमार, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय रणधीर सिंह, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारी विवेक त्रिपाठी, एमएसीटी के पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुंढीर व सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण नितिन श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिला जज ने कहा कि लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर मामलों का निपटारा होता है। समझौते के आधार पर दोनों पक्ष विजयी होते हैं।

ये रहे मौजूद

दि अलीगढ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह, सचिव दीपक बंसल, दि सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार सक्सेना, एडीजे हरविन्द्र सिंह, सुभाष चन्द्रा, राकेश वशिष्ठ, संजय कुमार यादव, प्रदीप कुमार जयंत, प्रदीप कुमार राम, अभिषेक कुमार बागडिय़ा, पारुल अत्री, रवीश कुमार अत्री, नवल किशोर सिंह, अनिल कुमार, विनय तिवारी, ललिता गुप्ता, अमित कुमार तिवारी, अंजू राजपूत, ज्ञानेन्द्र सिंह-द्वितीय, रचना, सीजेएम शिवम कुमार के अलावा अन्य न्यायिक अधिकारियों में अशोक कुमार सिंह आदि थे। परिवार न्यायालय के काउंसलर योगेश सारस्वत, मीडिएटर योगेंद्र उपाध्याय, योगेश शंकर भारद्वाज, अनीता गर्ग, प्रमोद कुमार कुलश्रेष्ठ, विनोद कुमार, अतेना कुमार, यशपाल, देवेंद्र, आदर्श, राजेंद्र त्यागी आदि थे।

‘गर्व है… जो मैं नहीं कर सका, उसने कर दिखाया’, बलिदानी मेजर पवन के सैनिक पिता की बात सुनकर आप भी करेंगे सैल्यूट

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धर्मशाला/शाहपुर (एजेंसी):‘बेटे का बलिदान मेरे लिए गर्व के पल लाया है क्योंकि जो मैं नहीं कर पाया वह बेटे ने कर दिखाया!’ आंसुओं के सैलाब को पहाड़ बन कर रोकते हुए ऐसा कहते हैं जम्मू-कश्मीर में कांगड़ा के बलिदानी सूबेदार मेजर पवन कुमार के पिता गरज सिंह। 

पूर्व सैनिक गरज सिंह भी कभी उसी पंजाब रेजीमेंट का हिस्सा रहे हैं, जिसमें उनके बेटे पवन सेवाएं दे रहे थे। कांगड़ा के गांव सिहोलपुरी (झुलाड़) निवासी पवन कुमार पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे और पुंछ में पाकिस्तानी गोलीबारी में बलिदान हुए हैं। पिता गरज सिंह को बेटे के बलिदान की सूचना शनिवार सुबह 8.30 बजे मिली। 

31 अगस्त को होने वाले थे सेवानिवृत्त

पवन ने इस साल 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होना था। पवन के परिवार में माता-पिता, पत्नी और बेटा-बेटी हैं। पार्थिव देह आज शाहपुर पहुंचेगी और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के फोन गरज सिंह को आए, उनका स्वर संयत था जबकि बरामदे में बलिदानी की माता का करुण विलाप सुनाई दे रहा था।

गरज सिंह कहते हैं- ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू कश्मीर के हालात पर चिंता थी। मैंने बेटे को फोन पर पूछा था कि सुरक्षित हो? उसने कहा चिंता की बात नहीं। आज फोन आया तो बताया कि सिर पर चोट लगी है। मैं समझ गया था कि हेड इंजरी है तो यह गंभीर है।’
पवन कुमार पुंछ के कृष्णाघाटी में पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलीबारी से घायल हुए थे और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया और वहां उन्होंने अंतिम सांस ली। कहा, उन्होंने हिम्मत जुटाकर स्वजन को सूचना दी।

सीएम सुक्खू ने बलिदानी के पिता को किया फोन

बलिदानी का 23 वर्षीय बेटा अभिषेक और 22 वर्षीय बेटी अनामिका राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। वीरनारी सुषमा देवी गृहिणी है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से की जा रही कार्रवाई के बीच पवन कुमार जिला कांगड़ा के पहले बलिदानी हैं। वह एक महीने पहले छुट्टी काटकर लौटे थे।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बलिदानी के पिता से फोन पर कहा कि प्रदेश सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि पवन का बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा, सरकार हमेशा परिवार के साथ है। कांगड़ा के सांसद डॉक्टर राजीव भारद्वाज, विधायक केवल सिंह पठानिया और पूर्व विधायक सरवीण चौधरी ने भी बलिदानी के घर पहुंचकर दुख प्रकट किया।

चार दिन में कैसे घुटनों पर आया पाकिस्तान? 5 प्वाइंट्स में समझें भारत-पाक सीजफायर के पीछे की कहानी

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नई दिल्ली(एजेंसी):7 मई 2025 की आधी रात को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान और PoK में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। भारतीय सेना ने रात में 90 के आसपास आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। भारत की इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने न आव देखा न ताव और 8 मई की रात को सीमा से सटे इलाकों पर हमले करने शुरू कर दिए। 

पाकिस्तान ने पुंछ और राजौरी समेत रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी सेना के कई महत्वपूर्ण अड्डो को तबाह कर दिया। पाकिस्तान यहीं नहीं रुका, 9 मई की रात भी उसने ड्रोन हमले जारी रखे। इसके जवाब में सेना ने रावलपिंडी समेत पाक सेना के 4 एयरबेस नष्ट कर दिए। पाकिस्तान ने फतेह मिसाइल दागी, जिसे सिरसा एयरबेस से हवा में ही खत्म कर दिया गया। 

क्यों हुआ सीजफायर?

दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात बन चुके थे। पाकिस्तान अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहा था और जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाक को खूब नुकसान पहुंचाया। मगर 10 मई को आखिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों देशों ने सीजफायर का एलान कर दिया?

1. एयरबेस की तबाही
सीजफायर की कहानी 9-10 मई की रात से शुरू होती है, जब पाकिस्तान पर करारा पलटवार करते हुए भारतीय वायुसेना ने पाक सैन्य ठिकानों पर ब्रह्मोस-ए क्रूज मिसाइल दाग दी। इस दौरान रावलपिंडी के नूरखान, चकलाला और पंजाब के सरगोधा एयरबेस को निशाना बनाया गया। यह हमला रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय के बेहद करीब हुआ। इसके बाद PoK में जकोबाबाद, भोलारी और स्कार्दू एयरबेस को भी तबाह किया गया।
2. पाकिस्तान को सताने लगा डर
भारत के द्वारा पाकिस्तानी एयरबेस पर हमले से बौखलाए पाक को रक्षा सूत्रों से खबर मिली कि भारत का अगला निशाना उनके परमाणु कमांड और कंट्रोल इंफ्रास्ट्रक्चर हो सकते हैं। ऐसे में पाकिस्तान ने रावलपिंडी समेत सभी संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी।
3. पाकिस्तान ने अमेरिका से मांगी मदद
पाकिस्तान को डर था कि कहीं भारत उनके परमाणु ठिकानों पर हमला न कर दे। ऐसे में पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद मांगी। अमेरिका पहले से दोनों देशों के संपर्क में था। मगर, परमाणु की बात सुनकर अमेरिका भी हड़बड़ी में आ गया। अमेरिका ने तत्परता दिखाते हुए दोनों देशों से तुरंत पीछे हटने के लिए कहा।
4. पाक DGMO ने भारत को किया फोन
अमेरिका ने इस्लामाबाद को बिना किसी देरी के बॉर्डर पर गोलीबारी बंद करने और भारत से बात करने का आदेश दिया। 10 मई की दोपहर को लगभग 03:35 बजे पाकिस्तान के DGMO मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने अपने भारतीय समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को फोन किया और सीजफायर का ऑफर दिया।
5. पाकिस्तान को दिया मौका

भारत सीजफायर के लिए राजी तो हो गया, लेकिन भारत ने प्रोटोकॉल के बाहर जाकर पाकिस्तान के साथ कोई भी औपचारिक कूटनीतिक और सैन्य वार्ता में शामिल होने से साफ मना कर दिया। भारत कथित रूप से पाकिस्तान के ऊर्जा और आर्थिक लक्ष्यों पर हमले की तैयारी कर रहा था। हालांकि, पाकिस्तान की गुजारिश पर उसे सीजफायर के रूप में एक मौका दिया गया है।

भारत की शर्तों पर हुआ सीजफायर

भारत ने पाकिस्तान से अपनी शर्तों पर सीजफायर किया है। सिंधु जल समझौता अभी भी रद है। साथ ही भारत ने साफ कर दिया है कि भविष्य में कोई भी आतंकवादी हमला भारत के लिए ‘एक्ट ऑफ वॉर’ माना जाएगा।

चैतमा समाधान शिविर में 7794 आवेदनों का हुआ शत-प्रतिशत निराकरण टी.बी. मुक्त घोषित हुईं 5 ग्राम पंचायतें

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कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित सुशासन तिहार 2025 के तहत 08 मई 2025 को गुरुवार को शासकीय माध्यमिक शाला भवन, चैतमा में समाधान शिविर का भव्य आयोजन किया गया। यह शिविर शासन द्वारा निर्धारित तीन चरणों की प्रक्रिया का अंतिम चरण था, जिसमें ग्रामीणों की समस्याओं का स्थायी समाधान प्रस्तुत किया गया।
शिविर का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य माया रूपेश कंवर, जनपद सदस्य इंदिरा पटेल, चैतमा के सरपंच  राजलाल सिन्द्राम, सहित आसपास के ग्राम पंचायतों के सरपंच, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सीमा पात्रे, सहायक नोडल अधिकारी  भूपेन्द्र कुमार सोनवानी, तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। शिविर के दौरान सभी विभागों द्वारा अपनी-अपनी योजनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दी गई। चैतमा क्लस्टर में प्राप्त कुल 7794 आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण कर शासन की प्रतिबद्धता को साकार किया गया।


डॉ. पवन सिंह ने अपने उद्बोधन में सुशासन तिहार को जनता और शासन के बीच सेतु बताते हुए इस पहल की सराहना की। वहीं, अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती पात्रे ने आवेदन निराकरण की प्रक्रिया व पारदर्शिता पर प्रकाश डाला।
षिविर में ग्राम पंचायत बारीउमराव, मानिकपुर, डोडकी, सपलवा एवं बडेबांका को टी.बी. मुक्त पंचायत का प्रमाण पत्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान किया गया। राजस्व विभाग द्वारा दो हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र, एवं श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों को चार श्रम कार्ड वितरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी भूपेन्द्र कुमार सोनवानी ने समस्त जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं ग्रामीणजनों को सफल आयोजन हेतु आभार व्यक्त किया।

लोक अदालत का सार ना जीत ना हार: वर्ष 2025 का द्वितीय हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत का आयोजन 147872 प्रकरणों का हुआ निराकरण

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कोरबा@M4S:राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा द्वारा जिला एवं तहसील स्तर पर दिनांक 10 मई 2025 को सभी मामलों से संबंधित नेशनल लोक अदालत का आयोजन संतोष शर्मा, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के अध्यक्षता में शुभारंभ किया गया। उक्त अवसर में नीता यादव, न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय कोरबा, संतोष कुमार आदित्य, प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश कोरबा, गरिमा शर्मा, द्वितीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश कोरबा, डाॅ ममता भोजवानी, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश एफ.टी.एस.सी. (पाॅक्सो) कोरबा,सुनील कुमार नन्दे, तृृतीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश कोरबा, अविनाश तिवारी, श्रम न्यायाधीश, श्रम न्यायालय कोरबा, सीमा प्रताप चंद्रा, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश (एफ.टी.सी.) कोरबा, शीलू सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोरबा, सत्यानंद प्रसाद, तृतीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी कोरबा, कु. डाॅली धु्रव, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी कोरबा, कुमुदिनी गर्ग, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ श्रेणी कोरबा, लव कुमार लहरे, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ श्रेणी , गणेश कुलदीप अध्यक्ष, जिला अधिवक्ता संघ,  जिला अंधिवक्ता संघ के अन्य पदाधिकारियों तथा न्यायालयीन कर्मचारीगण उक्त कार्यक्रम में उपस्थित थे। नेशनल लोक अदालत में न्यायालय में कुल 439245 प्रकरण रखे गये थे, जिसमें न्यायालयों में लंबित प्रकरण 6144 एवं प्री-लिटिगेशन के 433101 प्रकरण थे। जिसमें राजस्व मामलों के प्रकरण, प्री-लिटिगेशन प्रकरण तथा न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के कुल प्रकरणों सहित 147872 प्रकरणों का निराकरण नेशनल लोक अदालत मंे समझौते के आधार पर हुआ।

तालुका स्तर में भी किया गया लोक अदालत का आयोजन राजीनामा आधार पर किया गया प्रकरण का निराकरण
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली व छ0ग0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार एवं श्री संतोष कुमार शर्मा, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के मार्गदर्शन में दिनांक 10 मई 2025 को व्यवहार न्यायालय कटघोरा में नेशलन लोक अदालत का आयोजन किया गया। व्यवहार न्यायालय कटघोरा में कुल 05 खण्डपीड क्रियाशील रहा। उक्त खण्डपीठों में विभिन्न राजीनामा योग्य दांडिक एवं सिविल प्रकृति के प्रकरणों का निराकरण नेशनल लोक अदालत मंे समझौते के आधार पर हुआ।

सक्सेस स्टोरीः
01. विवाह की पुर्नस्थापना कर लोक अदालत ने अदा की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका

जिला न्यायालय कोरबा के माननीय न्यायालय न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय कोरबा में विचाराधीन प्ररकण में आवेदिका के द्वारा प्रस्तुत आवेदन के अनुसार आवेदिका तथा अनावेदक का विवाह दिनांक 03.05.2022 को हिन्दू रीति-रिवाज से संपन्न हुआ था, विवाह के कुछ दिन तक अनावेदक का व्यवहार ठिक रहा, इसके बाद अनावेदक के द्वारा बात-बात पर आवेदिका से विवाद करने लगा और मारपीट करने लगा और आवेदिका से मायके से मोटर सायकल एवं पैसा लाने की बात कहने लगा तथा आवेदिका के द्वारा मना करने पर मारपीट करने लगा किंतु आवेदिका यह सोचकर कि भविष्य में अनावेदक के व्यवहार में परिवर्तन आ जाएगा कुछ सहन कर अनावेदक के साथ पारिवारिक जीवन व्यतीत करने लगी किंतु अनावेदक के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया और वह पहले से ज्यादा मारपीट करने लगा तथा घर से निकाल दिया। इससे तंग आकर आवेदिका के द्वारा धारा 144 भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम वास्ते भरण-पोषण के तहत कुटुम्ब न्यायालय कोरबा में आवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें कई पेशी में लगातार मान0 खंडपीठ के समझाईश तथा प्रयासों से आज दिनांक 10 मई 2025 को आज नेशनल लोक अदालत में बिना किसी डर दबाव के आपसी सहमति से राजीनामा आधार पर लंबित प्ररकण का निराकरण कर पुनः दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने को सहमत हुए।

02. बेसहारा आवेदिका को मिला न्याय नेशनल लोक अदालत बना जल्द से जल्द न्याय पाने का सहारा

‘‘न्याय आपके द्वार‘‘ वाक्य को चरितार्थ करते हुए नेशनल लोक अदालत दिनांक 10 मई 2025 में एक ऐसे मामले का भी निराकरण हुआ, जिसमें घटना दिनांक 28.05.2024 को आवेदक की पत्नी की मृत्यु वाहन बस से ठोकर लगने से हुई थी, मृत्यु होने से मृतिका अपने पीछे नाबालिग बच्चे को छोडकर चली गई, ऐसे में बच्चे के लालन पालन तथा माॅ की ममता से दूर हो गया। मामले में आवेदकगण ने अंतर्गत धारा 166 मोटर यान अधिनियम 1988 वास्ते क्षतिपूर्ति की राशि हेतु मान. न्यायालय के समक्ष अनुतोष हेतु आवेदन प्रस्तुत किया।
दिनांक 10.05.2025 को नेशनल लोक अदालत में मामला आने से खंडपीठ क्र 07 में सीमा प्रताप चंद्रा, अतिरिक्त मोटर यान दुर्घटना दावा अधिकरण कोरबा/जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश एफ.टी.सी. कोरबा के समक्ष आवेदकगण व अनावेदक बीमा कंपनी के द्वारा संयुक्त रूप से समझौता कर आवेदन प्रस्तुत किया। इसमें हाइब्रीड नेशनल लोक अदालत का लाभ लेते हुए बेसहारा आवेदिका को 2000000/- बीस लाख रूपए मात्र का बिना डर-दबाव के राजीनामा कराया गया, जिसे अनावेदक बीमा कंपनी को 30 दिवस के भीतर अदा करने का निर्देश दिया गया। इस तरह नेशनल लोक अदालत ने आवेदक दंपति को जीवन जीने का एक सहारा प्रदान करने में अपना योगदान दिया।

श्रीमंत झा ने एशियन पैरा-आर्म रेसलिंग में जीता रजत पदक

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बढ़ाया देश और प्रदेश का मान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दी बधाई एवं शुभकामनाएं

रायपुर@M4S:छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी वर्ल्ड नंबर-3 और एशिया के नंबर-1 पैरा-आर्म रेसलर  श्रीमंत झा ने एक बार फिर देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया है। हाल ही में दिल्ली में आयोजित एशियन पैरा-आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप 2025 में उन्होंने प्लस 85 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक (सिल्वर) जीतकर भारत का परचम लहराया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रीमंत झा की इस उपलब्धि पर बधाई दी है और कहा छत्तीसगढ़ के होनहार पैरा-एथलीट श्रीमंत झा ने कठिन परिस्थितियों को पार करते हुए जो अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धि हासिल की है, वह युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी सफलता प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।

श्रीमंत झा ने अपनी जीत भारत के शहीद जवानों को समर्पित करते हुए कहा, यह मेरे लिए एक विशेष जीत है। मैं हर मैच शहीदों की स्मृति में खेलता हूं और अब मेरा लक्ष्य आगामी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में देश को फिर से गौरवान्वित करना है। श्री झा जो दोनों हाथों में केवल चार अंगुलियों के साथ जन्मे थे, आज 55 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं। वे पैरा-आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप 2025 में विश्व स्तर पर तीसरे और एशिया में पहले स्थान पर हैं।

श्रीमंत झा के इस गौरवशाली उपलब्धि पर पीपुल्स आर्म रैसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्ष सुश्री प्रीति झींज्ञानी, छत्तीसगढ़ आर्म रेसलिंग संघ के अध्यक्ष श्री सुरेश बाबे, चेयरमैन श्री बृज मोहन सिंह, सचिव श्री श्रीकांत और श्री कृष्ण साहू ने भी उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

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