Home Blog Page 2

शिक्षा विभाग के नए ऑर्डर से शिक्षकों में मचा हड़कंप, एक गलती से रुक सकती है वेतन वृद्धि और प्रमोशन

0

जमशेदपुर(एजेंसी): झारखंड सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए 50 घंटे का ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है। ऑनलाइन प्रशिक्षण कोल्हान प्रमंडल में एक जून से प्रारंभ होगा। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है, जिससे वे बेहतर तरीके से बच्चों को पढ़ा सकें।
नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद शिक्षकों की जिम्मेदारी और जवाबदेही दोनों बढ़ी है। प्रत्येक चालू सत्र में सभी शिक्षकों के लिए 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक कोल्हान एवं कोल्हान के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भेजे पत्र में बताया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शिक्षकों के सतत पेशेवर विकास (कंटीन्यूअस प्रोफेशनल डेवलपमेंट) के लिए 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है।

प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों के नवीनतम शिक्षा तकनीक, पद्धति, कौशल और नवाचार को सीखने का अवसर दिया गया है। प्रशिक्षण नहीं लेने पर शिक्षक की प्रोन्नति और समय-समय पर होने वाले वेतन वृद्धि को विभाग ने रोकने का निर्णय लिया है।
सत्र 2025-26 के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में प्रशिक्षण शुरू जा रहा है। बैच वार शेड्यूल बनाया जा रहा है। प्रशिक्षण में जिले के सरकारी एवं गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) शिक्षक-शिक्षिकाओं को शामिल किया गया है।

पूर्वी सिंहभूम जिले की बात करें सरकारी स्कूल में कक्षा 1 से 12वीं (पारा शिक्षक सहित) में लगभग 2000 से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। विभाग एक शिक्षक के प्रशिक्षण पर कागज, कलम एवं अन्य चीजों पर कुल 150 रूपये खर्च कर रही है।

रांची में होगा 20 घंटे का प्रशिक्षण

शिक्षा सचिव द्वारा भेजे गए पत्र में साफ लिखा गया है कि 50 घंटे में से 24 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण है। दूसरा 6 घंटे का ऑफलाइन गैर-आवासीय और तीसरा 20 घंटे का ऑफलाइन आवासीय प्रशिक्षण शिक्षकों को मिलेगा।

यह 20 घंटे का ऑफलाइन आवासीय प्रशिक्षण शिक्षकों को झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) रांची में लेना है। बीस घंटे में से अंतिम दो घंटे शिक्षकों के मूल्यांकन के लिए समय रखा गया है।

पूर्वी सिंहभूम के डीएसई सह डायट प्रभारी आशीष कुमार पांडे ने बताया कि सुविधा अनुसार बैच तैयार किया गया है। तैयार बैच में शामिल शिक्षकों को प्रतिदिन डाइट में प्रशिक्षण दिया जायेगा। विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में सभी शिक्षकों को 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया है।

प्रशिक्षण की मुख्य बातें

ऑनलाइन प्रशिक्षण

शिक्षकों को जे-गुरुजी ऐप के माध्यम से 24 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण लेना होगा। यह प्रशिक्षण एक जून से 30 जून तक चलेगा।

ऑफलाइन प्रशिक्षण

शिक्षकों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में 6 घंटे का गैर-आवासीय और 20 घंटे का आवासीय प्रशिक्षण लेना होगा। छह घंटे का आवासीय प्रशिक्षण डाइट में जुलाई एवं अगस्त को होगा, वहीं 20 घंटे का आवासीय प्रशिक्षण अक्टूबर एवं नवंबर में होगा।

प्रशिक्षण की आवश्यकता

नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के बाद शिक्षकों की जिम्मेदारी और जवाबदेही बढ़ी है।

सेवाकालीन प्रशिक्षण शिक्षकों की प्रभावशीलता को बढ़ाता है और शिक्षण और सीखने में सुधार करता है।

प्रशिक्षण शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को अद्यतन करने का एक तरीका है, जिससे बेहतर कार्य प्रदर्शन होता है।

इस बार प्रशिक्षण में कोई बहानाबाजी नहीं चलेगी। इस प्रशिक्षण पर विभाग सतत मॉनिटरिंग करेगा। ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्रशिक्षण को अनिवार्य किया गया है। आगे इस तरह के ऑनलाइन एवं ऑफलाइन प्रशिक्षण शिक्षकों को और करने पड़ेंगे। इससे वे नई पद्धतियों एवं तकनीक से अवगत होंगे।

उमा शंकर सिंह, शिक्षा सचिव, झारखंड

पंजाब में बड़ा हादसा, मुक्तसर साहिब में पटाखा फैक्ट्री में धमाके से पांच की मौत और 27 घायल

0
लंबी (श्री मुक्तसर साहिब)(एजेंसी): लंबी हलके के निकटवर्ती गांव सिंघेवाला-फुतूहीवाला के खेतों में मौजूद एक पटाखा फैक्ट्री में गत रात्रि देर रात भयंकर विस्फोट हो गया। जिसमें चार लोगों की मौत और करीब 27 मजदूरों के गंभीर रूप से घायल होने की प्रारंभिक रिपोर्ट है। 

घायलों को बठिंडा एम्स भेजा गया है। विस्फोट में फैक्ट्री इमारत की दो मंजिलें पल भर में ताश के पत्तों की तरह मलबे में तब्दील हो गईं। यह दुर्घटना फैक्ट्री के पटाखा बनाने वाले यूनिट में रात्रि करीब 12:50 बजे घटित हुई। जबकि फैक्ट्री में पटाखे बनाने का काम उत्तर प्रदेश के हाथरस निवासी ठेकेदार राज कुमार की अंतर्गत होता था, ठेकेदार घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है।

कई किलोमीटर तक सुनी गई आवाज

घटनास्थल पर कॉर्सेर कंपनी के बक्सों में तैयार पटाखे पड़े थे। इस बीच घटनास्थल से उक्त कंपनी के खाली बक्सों से भरा हरियाणा नंबर का एक छोटा हाथी भी बरामद किया गया है।

विस्फोट की तेज आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई। फैक्ट्री की पैकिंग यूनिट में काम करने वाले प्रवासी श्रमिकों के अनुसार, यहां दो शिफ्टों में करीब 40 कर्मचारी काम करते थे, जिनमें से कुछ अपने परिवारों के साथ यहां रहते थे।

बड़ी संख्या में कर्मचारी बुरी तरह घायल

बताया जा रहा है कि अधिकांश कर्मचारी उत्तर प्रदेश और बिहार के थे। कारीगर अरुण सक्सेना ने बताया कि वह देर रात फैक्ट्री के सामने खुले आसमान के नीचे सो रहे थे। अचानक विस्फोट हुआ और कुछ ही पलो में पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो गई तथा बड़ी संख्या में कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गए।सूचना मिलने पर एसएसपी डा अखिल चौधरी,एसपी (डी) मनमीत सिंह, लंबी के डीएसपी जसपाल सिंह और थाना किल्लियांवाली के प्रभारी कर्मजीत कौर मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर डेरा सच्चा सौदा सिरसा की ग्रीन एस फोर्स के कार्यकर्ता राहत कार्य में लगे हुए हैं तथा हाइड्रो मशीन की मदद से हमले का मलबा हटाया जा रहा है।

मलबे के नीचे मिले शव

लंबी के जसपाल सिंह ने बताया कि यह फैक्ट्री सिंघे वाला-फुतूहीवाला के तरसेम सिंह नामक व्यक्ति की है, जो मंज़ूरशुदा है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक तौर पर पांच लोगों की मौत व करीब 27 लोग घायल हुए हैं।मलबे के नीचे से तीन शव निकाले गए हैं। राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी डा अखिल चौधरी ने बताया कि चार की मौत की पुष्टि है। घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी।

गरीब परिवारों को पक्का मकान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को साकार कर रही है छत्तीसगढ़ सरकार: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

0

मुख्यमंत्री श्री साय भैंसा में आयोजित सुशासन तिहार में ग्रामीणों से हुए रूबरू

‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के लिए 10 जागरूकता रथों को दिखाई हरी झंडी

भैंसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पानी टंकी, हायर सेकेंडरी स्कूल भवन सहित विभिन्न विकास कार्यों के लिए दी ₹3.5 करोड़ की सौगात

नवीन पुलिस चौकी की स्थापना की घोषणा

समाधान शिविर में 110 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास की चाबी सौंपी

रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज रायपुर जिले के ग्राम भैंसा में आयोजित सुशासन शिविर में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने देशभर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 29 मई से 12 जून तक चलने वाले ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत 10 जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की।

शिविर में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित 110 पक्के मकानों की चाबी हितग्राहियों को सौंपी, और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि देश का कोई भी गरीब परिवार कच्चे मकान में न रहे। हमारी सरकार इस संकल्प को साकार करने हेतु छत्तीसगढ़ में 18 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कर चुकी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बचे हुए पात्र परिवारों को ‘आवास प्लस प्लस’ योजना के अंतर्गत जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने ग्राम भैंसा और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत वाले विभिन्न कार्यों की घोषणा की। इसमें ग्राम भैंसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 75 लाख रुपए, हाईस्कूल भवन निर्माण के लिए 75 लाख रुपए, पानी टंकी एवं पाइपलाइन विस्तार हेतु 55 लाख रुपए, हायर सेकेंडरी स्कूल निर्माण हेतु 50 लाख रुपए, अहाता एवं शेड निर्माण हेतु 20 लाख रुपए, ग्राम अमोड़ी में पाइपलाइन विस्तार हेतु 42 लाख रुपए, हायर सेकेंडरी स्कूल में तीन अतिरिक्त कक्षों के निर्माण हेतु 24 लाख रुपए की राशि प्रदान करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने भैंसा में नवीन पुलिस चौकी खोलने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने समाधान शिविर के दौरान विभिन्न हितग्राहियों से योजनाओं के फीडबैक भी लिए। श्रीमती चंदन ने ‘महतारी वंदन योजना’ के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि वे इस योजना की राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई और आवश्यक जरूरतों में करती हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुशासन तभी सार्थक होता है जब उसकी गूंज गांव-गांव और  घर-घर तक सुनाई दे। आज प्रधानमंत्री आवास की चाबियाँ सिर्फ मकान की नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और सुरक्षित जीवन की चाबियाँ हैं।

छत्तीसगढ़ में विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ

0

गरीब परिवारों को पक्का मकान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को कर रहे हैं पूरा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

भैंसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सहित विभिन्न विकास कार्यों के लिए दी साढे़ 3 करोड़ की सौगात

भैंसा में नवीन पुलिस चौकी खोलने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने 110 हितग्राहियों को सौंपी पीएम आवास की चाबी

मुख्यमंत्री भैंसा में आयोजित सुशासन तिहार में ग्रामीणों से हुए रूबरू

रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज रायपुर जिले के ग्राम भैंसा में आयोजित सुशासन शिविर में शामिल हुए। उन्होंने इस मौके पर देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 29 मई से 12 जून तक चलने वाले विकसित कृषि संकल्प अभियान के लिए जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। उन्होंने शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् निर्मित 110 पक्के मकानों की चाबी हितग्राहियों को सौंपा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुवात हो रही है। इस अभियान में केंद्र सरकार के वैज्ञानिक भी आएंगे और राज्य के वैज्ञानिकों के साथ दल बनाकर कार्य करेंगे। राज्य के 13 लाख से अधिक किसानों से आने वाले दिनों में सम्पर्क कर हम राज्य में कृषि विकास हेतु कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर कृषि वैज्ञानिक और शोधकर्ता प्रयोग शाला से खेत तक जाकर उन्नत एवं संतुलित कृषि के संबंध में किसानों को जागरूक करेंगे तथा किसानों से भी सुझाव लेंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने सुशासन शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि देश के हर गरीब के पास पक्का मकान होना चाहिए। हमारी सरकार यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने राज्य के मकान विहीन वाले एवं गरीब परिवारों को 18 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्रदान की है। लाखों लोगों को उनके पक्के आवास मिल चुके हैं। साथ ही शेष बचे हुए मकानों का निर्माण जारी है, उन्होंने कहा कि आवास प्लस प्लस में सब बचे हुए पात्र लोगों को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 70 लाख से ज्यादा बहनों के खातों में महतारी वंदन योजना के तहत् प्रतिमाह 1 हजार रूपए की राशि अंतरित किए जा रहे हैं। जिनका नाम नही जुड़ा, उनके लिए भी जल्द ही योजना में नाम जोड़ने का काम शुरू किया जाएगा।

हितग्राहियों से लिया फीडबैक 

मुख्यमंत्री साय ने समाधान शिविर में हितग्राहियों से चर्चा कर योजनाओं के फीडबैक लिए। हितग्राही चमार सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री को बताया कि गिरते हुए जल स्तर को ध्यान में रखते हुए धान की खेती के अलावा उद्यानिकी और कम पानी खर्च और अधिक आमदनी वाले फसलों को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने जैविक कृषि के लिए भी किसानों से अपील की। श्रीमती चंदन ने महतारी वंदन योजना शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया उन्होंने कहा कि वे इस योजना के पैसे का उपयोग बच्चों की पढ़ाई के साथ ही अन्य जरूरत पर करते हैं।

मुख्यमंत्री की घोषणाएं

मुख्यमंत्री श्री साय ने समाधान शिविर में क्षेत्र के विकास के लिए लगभग साढ़े 3 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा की। इनमें ग्राम भैसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 75 लाख रूपए, हाईस्कूल भवन निर्माण के लिए 75 लाख 23 हजार रूपए पानी टँकी एवं पाइप लाइन विस्तार हेतु 55 लाख, हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए 50 लाख रूपए, अहाता एवं शेड निर्माण के लिए 20 लाख रूपए, ग्राम अमोड़ी में पाइप लाइन विस्तार के लिए 42 लाख रूपए, हायर सेकंेडरी स्कूल में तीन अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 24 लाख रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने इस मौके पर भैंसा में नवीन नवीन पुलिस चौकी खोलने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शिविर में कृषि पत्रिका का भी विमोचन किया। समाधान शिविर में कृषि विभाग के योजनाओं के तहत् हितग्राहियों का कृषि उपकरणों हेतु अनुदान चेक, दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकल, किसान क्रेडिट कार्ड भी प्रदान किए।

कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रिसर्च सिर्फ लैब तक न रहे, लैब से निकलकर वैज्ञानिक गांव-गांव तक जाए और किसानों तक जानकारी पहुंचाने पर जोर दिया। यहां केंद्र सरकार के 100 वैज्ञानिक आएंगे, साथ ही यहां के वैज्ञानिक और विभिन्न विभागों के अधिकारी हर दिन 2-2 कैंप करेंगे और किसान को उन्नत और संतुलित खेती के संबंध में जानकारी देंगे। उन्होंने राज्य के किसानों को अपील करते हुए कहा कि इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा किसान शामिल हो। कौन सी खेत में क्या फलस लेना है कितनी खाद-बीज और दवाई की जरूरत है के संबंध में चर्चा करें और कृषि को उन्नत बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सोच है कि हमारे किसान जितने मजबूत होंगे, उतना देश शक्तिशाली और मजबूत होगा। कार्यक्रम को स्थानीय विधायक गुरू खुशवंत साहेब ने भी संबोधित किया और क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष् अपनी मांग रखी।

समाधान शिविर में कलेक्टर रायपुर गौरव सिंह ने बताया कि जिले में प्रथम चरण में 2,98,635 आवेदन प्राप्त हुए तथा शिविरों के माध्यम से 12,003 आवेदन मिले इनमें मांग 2,89,968 और शिकायतों के 8641 प्राप्त हुए। सभी आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है। मात्र शिकायतों के 26 प्रकरण लंबित है। उन्होंने बताया कि समाधान शिविरों में लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए भी शिविर लगाए गए थे। इन शिविरों में 5000 से अधिक लर्निंग लाइसेंस बनाए गए हैं।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री  टंक राम वर्मा, छत्तीसगढ़ बीज एवं कृषि विकास निगम के अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर, किसान कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेश चंद्रवंशी, कृषि उत्पादन आयुक्त एवं सचिव सहला निगार,  रायपुर संभाग के आयुक्त  महादेव कावरे, एस.एस.पी लाल उमेद सिंह, जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  कुमार विश्वरंजन और नगर निगम के आयुक्त विश्वदीप सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन उपस्थित थे।

रानी अहिल्याबाई होल्कर का शासन प्रजा कल्याण, राष्ट्र निर्माण और न्याय का स्वर्ण युग: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

0

पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर मुख्यमंत्री निवास में संगोष्ठी आयोजित

मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल प्रमुख वक्ता के रूप में हुए शामिल

रायपुर@M4S:पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती पर आज राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संगोष्ठी की अध्यक्षता की। मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रमुख वक्ता के रूप में संगोष्ठी को संबोधित किया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री तोखन साहू और कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी संगोष्ठी में शामिल हुए। विभिन्न वर्गों के बुद्धिजीवी, समाज सेवी, डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट, वकील और साहित्यकार भी बड़ी संख्या में संगोष्ठी में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संगोष्ठी में राजमाता रानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदानों को स्मरण करते हुए उन्हें भारत की सांस्कृतिक एकता और सुशासन का प्रतीक बताया। उन्होंने रानी अहिल्याबाई होल्कर के करीब 30 वर्षों के शासन को प्रजा कल्याण, राष्ट्र निर्माण और न्याय का स्वर्ण युग कहा। उन्होंने कहा कि इंदौर की महारानी होने के बावजूद राजमाता ने स्वयं को किसी एक भौगोलिक सीमा में नहीं बांधा। उन्होंने देशभर में मंदिरों और धर्मशालाओं का निर्माण कराया। उन्होंने रामराज्य की अवधारणा को साकार करते हुए तीन दशकों तक होल्कर राजवंश का नेतृत्व किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण में रानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को ऐतिहासिक बताया। पेशवा माधवराव की इच्छा के अनुरूप राजमाता ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कर करोड़ों आस्थावानों की भावना को सम्मान दिया। उन्होंने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का भी ऐतिहासिक निर्णय लिया, जो भारत की सांस्कृतिक पुनर्स्थापना का प्रतीक बना। श्री साय ने कहा कि आज इंदौर देश में स्वच्छता में अग्रणी है, इसके पीछे राजमाता द्वारा स्थापित गुड गवर्नेंस की प्रेरणा है। वे न्यायप्रिय थीं। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को भी न्याय के लिए दंड देने से परहेज नहीं किया।

मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने संगोष्ठी को प्रमुख वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने 1767 से 1795 तक अपने 28 वर्षो के शासन काल में धर्मसत्ता और न्यायसत्ता की आवाज बुलंद की। उन्होंने अपने जीवन में तमाम विपत्तियों के बीच अनेक अनुकरणीय कार्य किए। उन्होंने अपने शासन काल में सार्वजनिक धन और राजकोष के सदुपयोग की मिसालें कायम की। राजसत्ता की कोई राशि कभी अपने लिए खर्च नहीं की। श्री पटेल ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर अपने पति के निधन के बाद कभी राजमहल में नहीं रहीं। झोपड़ी में अपना जीवन बिताया। न्याय के लिए उन्होंने अपने पुत्र को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उन्होंने अपने शासन में विधवाओं को दत्तक पुत्र लेने की अनुमति प्रदान की। रानी अहिल्याबाई होल्कर के प्रजाहितैषी और कल्याणकारी कार्यों के कारण उनके राज्य के लोगों ने उन्हें लोकमाता का दर्जा दिया था।

विधायक किरण देव और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने भी संगोष्ठी में रानी अहिल्याबाई होल्कर के व्यक्तित्व, कार्यों और उनके शासन काल की विशेषताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने अपने सुशासन, न्यायप्रियता एवं लोक कल्याणकारी कार्यों के माध्यम से भारतीय इतिहास में अमिट छाप छोड़ी है। संगोष्ठी के माध्यम से आज हम उनके विचारों का स्मरण कर रहे हैं। उनके कार्य हमें सामाजिक समरसता और जनसेवा के लिए प्रेरित करते हैं। यह संगोष्ठी आज की पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

संगोष्ठी में धनकर समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को रानी अहिल्याबाई होल्कर का तैलचित्र भेंट किया। विधायकगण  सुनील सोनी, मोतीलाल साहू और पुरंदर मिश्रा, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष  विश्व विजय सिंह तोमर, रायपुर नगर निगम की महापौर मीनल चौबे, पूर्व मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, सीएसआईडीसी के पूर्व अध्यश्र छगन मूंदड़ा और श्री शंकर अग्रवाल सहित कई निगमों, मंडलों, आयोगों के पदाधिकारी और युवा बड़ी संख्या में संगोष्ठी में उपस्थित थे।

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई 2025: Unmasking the Appeal:- Exposing Industry Tactics on Tobacco and Nicotine Products

0

 

🚭”जिंदगी चुनो,
तम्बाकू नहीं” 🚭
कोरबा@M4S:राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम(NTCP ) अंतर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महोदय डॉ. एस. एन.केसरी सर निर्देशानुसार तथा नोडल अधिकारी डॉ. कुमार पुष्पेंश सर एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री- पदमाकार शिंदे सर के मार्गदर्शन में NIIT फाउंडेशन प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत शिक्षण संस्थान में डॉ. मानसी जायसवाल जिला सलाहकार (NTCP) के द्वारा जन जागरूकता कार्यक्रम किया गया जिसमें तंबाकू के नशे के दुष्परिणाम एवं नशे की आदत को कैसे छोड़ा जाए एवं उसके इलाज के बारे में जानकारी दिया गया साथी कोटपा एक्ट 2003 की धारा के बारे में पूर्ण रूप से बताया गया साथ ही सोशल वर्कर संतोष केवट के द्वारा तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान 11 प्रकार के मापदंडों के बारे में जानकारी दी गई और कार्यशाला में चित्रकला और निबंध लेखन प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया साथ में IEC पंपलेट वितरण किया गया जन जागरूकता के लिए साथ ही धारा 4 और धारा 6 (ब ) पोस्टर दिया गया एवं 11 प्रकार का मापदंडों का फॉर्म को भरकर तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान की पहल की गई साथ ही शासन के द्वारा संचालित तंबाकू नशा मुक्ति केंद्र के बारे में जानकारी पूर्ण रूप से दिया गया

Balco ने प्रोजेक्ट ‘नयी किरण’ के माध्यम से 85,000 लोगों के जीवन को संवारा

0

 

कोरबा@M4S: वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपनी प्रमुख सामुदायिक परियोजना ‘नयी किरण’ के माध्यम से 85,000 से अधिक लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। इस पहल के अंतर्गत कंपनी ने कोरबा, छत्तीसगढ़ के 45 गांवों में माहवारी से जुड़े मिथकों को तोड़ते हुए, खुली बातचीत को बढ़ावा तथा सतत माहवारी स्वच्छता प्रथाओं को अपनाने की दिशा में प्रयास किए।

प्रोजेक्ट नयी किरण का उद्देश्य माहवारी से जुड़े सामाजिक पूर्वाग्रहों को जड़ से समाप्त करना है। यह पहल लोगों को माहवारी स्वच्छता पर सही जानकारी और माहवारी संसाधन से सशक्त बना रहा है। परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से समुदाय को सतत एवं सुरक्षित माहवारी स्वच्छता पर जागरूक किया है।

 

बालको द्वारा इस परियोजना के तहत विभिन्न कार्यक्रम संचालित की गई हैं। इसमें अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं और किशोरों को प्रशिक्षित करना, जिससे वे परिवर्तन के वाहक बन सकें। साथ ही 50 प्रतिशत सरकारी हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों को ‘माहवारी स्वच्छता प्रबंधन (एमएचएम)’ अनुकूल बनाया गया है, जहां किशोरावस्था और यौवनावस्था से संबंधित नियमित सत्र आयोजित किए जाते हैं। लगभग 700 सामुदायिक सदस्यों को एमएचएम साथी के रूप में प्रशिक्षित किया गया है, जो अपने समुदाय में जागरूकता फैलाने और सकारात्मक परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको में हम समुदाय की समग्र भलाई को अपने विकास कार्य के केंद्र में रखते हैं। चाहे वह डोर-टू-डोर स्वास्थ्य सेवा, प्रशिक्षण सत्र या अत्याधुनिक अस्पताल हो हमारा लक्ष्य एक ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता मिले। जागरूकता से ही सशक्तिकरण की शुरुआत होती है और हमें इस बदलाव को हर स्तर पर निरंतर रूप से आगे बढ़ाने पर गर्व है।

सरकारी स्कूल की अध्यापिका दीप्ति सिंह बताया कि एमएचएम साथी बनने का अनुभव शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों के लिए लिए अत्यंत परिवर्तनकारी रहा है। कभी जो विषय चुप्पी और गलतफहमियों से घिरा था, आज हमारे स्कूल को एक एमएचएम फ्रेंडली स्कूल के रूप में पहचान मिली है। यहाँ किशोरियाँ अब सुरक्षित, जागरूक और आत्मविश्वास से भरपूर महसूस करती हैं। नयी किरणके माध्यम से हम बच्चों को न केवल शिक्षा में बल्कि गरिमा के साथ जीवन जीने में भी सहयोग कर पा रहे हैं।

बालको ने वर्षों से व्यवहार परिवर्तन को प्रेरित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित की हैं। कंपनी ने सामुदायिक सत्र के माध्यम से इंटरएक्टिव सेशन जैसे ‘चाय पे चर्चा’ और ‘रात्रि चौपाल’ आयोजित की। साथ ही ‘माँ बेटी- सास बहू सम्मेलन’ आयोजित किया, जो माहवारी के बारे में पीढ़ी दर पीढ़ी संवाद को प्रोत्साहित करता है। कंपनी ने ‘सेफ स्पेस कैंपेन’ लॉन्च किया, जिसमें स्थानीय क्लीनिक, दुकान और स्कूल को निर्णय-मुक्त क्षेत्र के रूप में पहचानने का काम किया। बालको ने ‘सपोर्टिंग ग्रीन पीरियड्स’ नामक एक कर्मचारी स्वंयसेवी कार्यक्रम भी शुरू किया, जिसके तहत महिलाओं को पुनः उपयोगी कपड़े के पैड बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इसके साथ ही बालको ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई जानकारी, शिक्षा और संचार (आईईसी) सामग्री और टेराकोटा से बने शारीरिक संरचना के मॉडल वितरित किए।

इस पहल को कई प्रतिष्ठित संस्थानों से सराहना मिली है। हाल ही में एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने बालको को “माहवारी स्वच्छता में अधिकतम प्रभाव डालने वाली सीएसआर पहल – कॉर्पोरेट और पीएसयू श्रेणी” में एसोचैम पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया है।

2019 में शुरू हुई ‘नयी किरण’ का उद्देश्य माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों एवं मिथकों को तोड़ना, सतत स्वच्छता विकल्प के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सुरक्षित प्रजनन स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण देना है। अब तक इस परियोजना के माध्यम से 45 गांवों में 85,000 से अधिक लोगों को जागरूक किया गया है और 700+ समुदाय सदस्यों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है जो अपने समुदाय में परिवर्तन के अग्रदूत बन सके हैं। इस कार्यक्रम में किशोर लड़के-लड़कियां, स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाएं और आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता शामिल हैं।

बॉडी में बढ़ रहा है Uric Acid? इन 5 छिपे हुए संकेतों को पहचानें, वरना बाद में होगा पछतावा!

0
नई दिल्ली(एजेंसी): इन दिनों यूरिक एसिड की समस्या काफी ज्यादा आम हो चुकी है। बिगड़ती लाइफस्टाइल और खानपान को लेकर लापरवाही अक्सर कई समस्याओं का कारण बनती हैं। शरीर में बढ़ता यूरिक एसिड इन्हीं समस्याओं में से एक है। आमतौर पर जब भी शरीर में इसका मात्रा बढ़ जाती है, तो जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं। 

हालांकि, इसके कुछ अन्य लक्षण भी हैं, जिसे लोग आमतौर पर कुछ और मानकर अनदेखा कर देते हैं। इसलिए जरूरी है कि समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर ली जाए, ताकि हालात बिगड़ने के पहले ही कंट्रोल किए जा सकें। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बनाने जा रहे हैं, जिन्हें लोग अक्सर किसी और समस्या से जोड़कर देखते हैं और अनदेखा कर देते हैं।
एसिडिटी या अपच जैसी समस्या

आमतौर पर ज्यादा खाने या भारी खाने की वजह से ऐसा फील होता है और इसलिए लोग इस गंभीरता से नहीं लेते हैं। हालांकि, हर बार यह सिर्फ खाने की वजह से नहीं होता है। हाई यूरिक एसिड होने की वजह से भी एसिडिटी या अपच जैसी समस्या हो सकती है। दरअसल, जब किडनी सही तरीके यूरिक एसिड को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती, तो पेट पर इसका असर होने लगता है और एसिडिटी, अपच, पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन, हल्का मतली जैसी समस्या होने लगती है।

मूड स्विंग और ब्रेन फॉग

अक्सर तनाव, नींद की कमी और मानसिक तौर पर थके होने की वजह से मूड स्विंग और ब्रेन फॉग जैसी समस्या देखने को मिलती है। हालांकि, यह भी शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड का संकेत हो सकता है। हाई यूरिक एसिड अक्सर ब्रेन में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को प्रभावित कर सकता है। यानी कि यह शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर शारीरिक ही नहीं मानसिक सेहत पर भी असर पड़ता है, इसलिए इन लक्षणों को आम समझ अनदेखा न करें।

पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन

आमतौर पर शरीर में विटामिन बी12 की कमी, डायबिटीक न्यूरोपैथी या पिंच हुई नस की वजह से पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस होता है। हालांकि, कई बार यह हाई यूरिक एसिड की वजह से भी हो सकता है। यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों के आस-पास की नसों को परेशान कर सकते हैं, खासकर पैरों में। इसकी वजह से कभी-कभी झुनझुनी, सुन्नता या जलन होती है।

स्किन में खुजली और रेडनेस होना

स्किन एलर्जी के तरह नजर आने वाले त्वचा पर कुछ लक्षण भी हाई यूरिक एसिड का संकेत देते हैं। ड्राई स्किन और स्किन में खुजली या दाने भी हाई यूरिक एसिड की वजह से हो सकते हैं। कई बार शरीर में इसका स्तर बढ़ने पर कभी-कभी त्वचा के नीचे क्रिस्टल जमा हो सकते हैं, जिससे स्किन पर छोटे, खुजली वाले लाल धब्बे या उभार हो सकते हैं।

हल्का बुखार और शरीर में दर्द

लोग अक्सर इसे हल्का वायरल बुखार, एक्सरसाइज के बाद होने वाली तकलीफ या मौसम से जुड़ी थकान समझ सकते हैं। हालांकि, ऐसा भी हाई यूरिक एसिड की वजह से हो सकता है। दरअसल, हमारा इम्यून सिस्टम यूरिक एसिड क्रिस्टल को आक्रमणकारी की तरह मानता है, जिसकी वजह से हल्का बुखार और शरीर में दर्द हो सकता है।

‘सर अक्सर ऑफिस में बुलाते थे…’, कैथल में महिला कंडक्टर ने सुपरवाइजर पर लगाया उत्पीड़न का आरोप; केस दर्ज

0
 कैथल(एजेंसी): रोडवेज डिपो कैथल में कार्यरत एक महिला परिचालक की शिकायत पर स्टेशन सुपरवाइजर सुनील कुमार के विरुद्ध सिविल लाइन थाना में केस दर्ज किया गया है। शिकायत में बताया कि सुनील कुमार अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2024 में कैथल डिपो में तैनात था और इस समय वह चंडीगढ़ डिपो में तैनात है। 

आरोप है कि जिस समय वह कैथल में था उसने यहां जातिवाद फैलाने का काम किया। कर्मचारियों को एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देता था। उसका हाजिरी रजिस्टर सुनील ने अपने कार्यालय में रख लिया था। हाजिरी लगाने के बहाने सुनील उसे बदनीयत से अपने कार्यालय में बुलाता था। मनमर्जी से उसकी हाजिरी लगाता था और कहता था कि उसे कार्यालय में तो आना ही पड़ेगा। 

इस बारे में अधिकारियों को शिकायत की थी तो सुनील ने माफी भी मांग ली थी। इसके बाद भी सुनील ने 13 मार्च को अपनी मेल से कैथल जीएम की मेल पर उसके बारे में गलत लिखकर भेज दिया। इससे यहां तैनात कर्मचारी भी उसे शक की नजरों से देखते हैं और उसका कार्यालय आना ही मुश्किल हो गया है।

उस पर आरोप लगे थे कि 40 से 50 दिन वह ठीक से ड्यूटी पर नहीं आई थी। अगर ऐसा था तो किसी उच्च अधिकारी ने इस मामले को लेकर संज्ञान क्यों नहीं लिया। बता दें कि परिचालक ने इस मामले को लेकर परिवहन मंत्री, मुख्य सचिव हरियाणा, डीजीपी पुलिस, एसपी कैथल, कैथल रोडवेज महाप्रबंधक, महिला आयोग पंचकूला और डीजी ट्रांसपोर्ट को की थी। महिला ने यह भी बताया कि कैथल में बस स्टैंड पर अव्यवस्था मिलने पर परिवहन मंत्री ने भी सुनील कुमार को निलंबित कर दिया था। 

इस मामले को लेकर अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि महिला कर्मचारी ने उन पर जो आरोप लगाए हैं, वे सभी झूठे हैं। महिला कर्मचारी समय पर ड्यूटी पर नहीं आती थी, जिस कारण उन्हें समय पर आने के लिए कहा जाता था। सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकरण ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने की सौजन्य मुलाकात

0

रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज उनके निवास कार्यालय में मध्यप्रदेश शासन के शहरी विकास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने सौजन्य मुलाकात की।इस दौरान दोनों नेताओं के बीच राज्य एवं क्षेत्रीय विकास से जुड़े विविध विषयों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री श्री साय ने विजयवर्गीय का आत्मीय स्वागत किया तथा उन्हें छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति का प्रतीक शॉल एवं नंदी भेंटकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव और छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सलीम राज भी उपस्थित थे।

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!