जमशेदपुर(एजेंसी): झारखंड सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए 50 घंटे का ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है। ऑनलाइन प्रशिक्षण कोल्हान प्रमंडल में एक जून से प्रारंभ होगा। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है, जिससे वे बेहतर तरीके से बच्चों को पढ़ा सकें।
नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद शिक्षकों की जिम्मेदारी और जवाबदेही दोनों बढ़ी है। प्रत्येक चालू सत्र में सभी शिक्षकों के लिए 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक कोल्हान एवं कोल्हान के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भेजे पत्र में बताया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शिक्षकों के सतत पेशेवर विकास (कंटीन्यूअस प्रोफेशनल डेवलपमेंट) के लिए 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है।
प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों के नवीनतम शिक्षा तकनीक, पद्धति, कौशल और नवाचार को सीखने का अवसर दिया गया है। प्रशिक्षण नहीं लेने पर शिक्षक की प्रोन्नति और समय-समय पर होने वाले वेतन वृद्धि को विभाग ने रोकने का निर्णय लिया है।
सत्र 2025-26 के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में प्रशिक्षण शुरू जा रहा है। बैच वार शेड्यूल बनाया जा रहा है। प्रशिक्षण में जिले के सरकारी एवं गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) शिक्षक-शिक्षिकाओं को शामिल किया गया है।
पूर्वी सिंहभूम जिले की बात करें सरकारी स्कूल में कक्षा 1 से 12वीं (पारा शिक्षक सहित) में लगभग 2000 से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। विभाग एक शिक्षक के प्रशिक्षण पर कागज, कलम एवं अन्य चीजों पर कुल 150 रूपये खर्च कर रही है।
रांची में होगा 20 घंटे का प्रशिक्षण
शिक्षा सचिव द्वारा भेजे गए पत्र में साफ लिखा गया है कि 50 घंटे में से 24 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण है। दूसरा 6 घंटे का ऑफलाइन गैर-आवासीय और तीसरा 20 घंटे का ऑफलाइन आवासीय प्रशिक्षण शिक्षकों को मिलेगा।
यह 20 घंटे का ऑफलाइन आवासीय प्रशिक्षण शिक्षकों को झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) रांची में लेना है। बीस घंटे में से अंतिम दो घंटे शिक्षकों के मूल्यांकन के लिए समय रखा गया है।
पूर्वी सिंहभूम के डीएसई सह डायट प्रभारी आशीष कुमार पांडे ने बताया कि सुविधा अनुसार बैच तैयार किया गया है। तैयार बैच में शामिल शिक्षकों को प्रतिदिन डाइट में प्रशिक्षण दिया जायेगा। विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में सभी शिक्षकों को 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया है।
प्रशिक्षण की मुख्य बातें
ऑनलाइन प्रशिक्षण
शिक्षकों को जे-गुरुजी ऐप के माध्यम से 24 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण लेना होगा। यह प्रशिक्षण एक जून से 30 जून तक चलेगा।
ऑफलाइन प्रशिक्षण
शिक्षकों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में 6 घंटे का गैर-आवासीय और 20 घंटे का आवासीय प्रशिक्षण लेना होगा। छह घंटे का आवासीय प्रशिक्षण डाइट में जुलाई एवं अगस्त को होगा, वहीं 20 घंटे का आवासीय प्रशिक्षण अक्टूबर एवं नवंबर में होगा।
प्रशिक्षण की आवश्यकता
नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के बाद शिक्षकों की जिम्मेदारी और जवाबदेही बढ़ी है।
सेवाकालीन प्रशिक्षण शिक्षकों की प्रभावशीलता को बढ़ाता है और शिक्षण और सीखने में सुधार करता है।
प्रशिक्षण शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को अद्यतन करने का एक तरीका है, जिससे बेहतर कार्य प्रदर्शन होता है।
इस बार प्रशिक्षण में कोई बहानाबाजी नहीं चलेगी। इस प्रशिक्षण पर विभाग सतत मॉनिटरिंग करेगा। ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों प्रशिक्षण को अनिवार्य किया गया है। आगे इस तरह के ऑनलाइन एवं ऑफलाइन प्रशिक्षण शिक्षकों को और करने पड़ेंगे। इससे वे नई पद्धतियों एवं तकनीक से अवगत होंगे।
उमा शंकर सिंह, शिक्षा सचिव, झारखंड