Home Blog Page 1409

किंग खान ने बच्चों संग कुछ ऐसे बिताई छुटटी

0

मुंबई(एजेंसी):बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान ने आखिरकार अपने बिजी शेड्यूल में से वक्त निकालकर कुछ समय अपने बच्चों के साथ बिताया।

शाहरुख ने ट्विटर पर लिखा, कई दिनों बाद अपने घर पर अपने बच्चों के साथ हूं सिर्फ टीवी देख रहा हूं ग़ाने सुन रहा हूं और बातें कर रहा हूं सर्वश्रेष्ठ छुटटी़ जिसकी काफी जरूरत थी।

शाहरुख पिछले दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘फैन’ के प्रचार और राहुल ढोलकिया की ‘रईस’ की शूटिंग में बिजी थे।

मनीष शर्मा के निर्देशन में बनी ‘फैन’ में शाहरुख ने दो भूमिकाएं निभाई हैं एक सुपरस्टार आर्यन खन्ना की और दूसरी उसके सबसे बड़े फैन गौरव की। शाहरुख को फिल्म में उनके शानदार अभिनय के लिए काफी सराहना मिल रही है।

शाहरुख की आने वाली फिल्म राहुल ढोलकिया की ‘रईस’ है। फिल्म 1980 के दशक के गुजरात पर आधारित है।

यह शराब तस्कर रईस खान की कहानी है जिसके कारोबार को एक पुलिस अधिकारी चौपट कर देता है। पुलिस अधिकारी की भूमिका में नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आएंगे।

फिल्म में पाकिस्तानी अदाकारा माहिरा खान भी नजर आएंगी। फिल्म के निर्माता रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर और गौरी खान हैं।

रिव्यू : लुक में प्रीमियम फोन का एहसास देता है Redmi note 3

0

नई दिल्ली(एजेंसी):शाओमी का रेडमी नोट 3 फोन का देखने में प्रीमियम फोन जैसा लगता है। कंपनी ने भारत के उपभोक्ताओं को रिझाने के लिए स्मार्टफोन की डिजाइन पर खासा ध्यान दिया है। इससे पहले जो शाओमी के फोन भारत में लॉन्च हुए हैं उनके डिजाइन खास नहीं रहे हैं।
डिस्प्ले और डिजाइन :गोल्डन कलर में उपलब्ध यह फोन मेटल बॉडी से बना है। फोन में 5.5 इंच की फुल एचडी आईपीएस डिस्प्ले है। डिस्प्ले के ऊपरी हिस्से पर नोटिफिकेशन अलर्ट के लिए एलईडी के साथ फ्रंट कैमरा दिया गया है। इसके कैपेसिटिव बटन में बैकलाइट दी गई है। फोन के बाईं ओर हाइब्रिड डुअल सिम ट्रे और दाई तरफ पावर और वॉल्यूम बटन दिए गए हैं। स्मार्टफोन के पिछले हिस्से में फिंगरप्रिंट सेंसर और मेन कैमरा दिया गया है। इस फोन में सनलाइट डिस्प्ले हार्डवेयर फीचर है जिससे सूरज की रोशनी मे भी स्क्रीन को आसानी से देख सकते हैं। हालांकि इस फोन का एक हाथ से इस्तेमाल करना काफी कठिन है।
परफॉरमेंस: रेडमी नोट 3 में 1.4 गीगहट्र्ज का क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 650 प्रोसेसर है। इसमें ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 510 कार्ड दिया गया है। वैसे यह फोन 2 वेरिएंट में उपलब्ध है लेकिन हमारे पास इसका 2 जीबी रैम और 16 जीबी इंटरनल मेमोरी वाला वेरिएंट था जिसकी कीमत 9,999 रुपये है। मल्टीटास्किंग के लिए यह एक बेहतर विकल्प है। इसकी कॉल क्वालिटी अच्छी है। हालांकि आप बार-बार सिम बदलते हैं दो रेडमी नोट 3 से आप थोड़ा निराश हो जाएंगे। दो सिम के साथ काम करने में यह काफी देर मे सिम डिटेक्ट करता है।
कैमरा : इस फोन में एफ/2.0 अपर्चर के साथ 16 मेगापिक्सल का मेन कैमरा है। यह रात में भी बेहतर तस्वीर लेता है। दिन में इसका फ्रंट कैमरा बेहतर तस्वीर लेता है हालांकि रात में इसकी पिक्चर क्वालिटी कम हो जाती है। इसके बावजूद कैमरा के मामले में यह 10 हजार से कम कीमत के अधिकतर फोन से बेहतर है।
सॉफ्टवेयर और बैटरी:  इस फोन में 4050 एमएएच की बैटरी दी गई है। लगातार इंटरनेट इस्तेमाल करने पर भी इसकी बैटरी एक दिन से अधिक चलती है। हालांकि इसकी बैटरी को चार्ज होने में समय अधिक लग सकता है। यह फोन क्विक चार्ज फीचर से लैस है। इसके वाबजूद यह जल्दी चार्ज नहीं होता। यह एंड्रॉयड लॉलीपॉप आधारित एमआईयूआई 7 इंटरफेस से लैस है। हालांकि इसमें सिंगल लेयर इंटरफेस है लेकिन यूजर ट्रांजिशन इफेक्ट और थीम के साथ इसे कस्टमाइज कर सकते हैं। कुल मिलाकर 9,999 रुपये में यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

कोहिनूर हीरा वापस लाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे: सरकार

0

नई दिल्ली(एजेंसी): केन्द्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि कोहिनूर हीरे के संबंध में कुछ समाचार पत्रों में छपी रिपोर्टें तथ्यों पर आधारित नहीं है और सरकार इस बेशकीमती हीरे को वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।

एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि कोहिनूर हीरे के संबंध में प्रेस में आई कुछ खबरें तथ्यों पर आधारित नहीं है। सरकार सौहार्दपूर्ण तरीके से इस हीरे को स्वदेश लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हरसंभव प्रयास किये जाएंगे।

विज्ञप्ति में सरकार ने कहा है कि इस संबंध में एक मामला न्यायालय में है। इस बारे में एक जनहित याचिका उच्चतम न्यायालय में दायर की गई है जिसे अभी न्यायालय सुनवाई के लिए स्वीकार नहीं किया है। न्यायालय ने सॉलिसिटर जनरल से इस संबंध में सरकार का पक्ष बताने को कहा था जो अभी बताया जाना है। सॉलिसिटर जनरल ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ के आधार पर न्यायालय को मौखिक रूप से इस हीरे के इतिहास की जानकारी दी है।

सरकार ने भविष्य निधि से पैसा निकालने के नए नियम वापस लिए

0

हैदराबाद(एजेंसी):कर्मचारी भविष्य निधि की योजना से धन निकालने के नियमों को सख्त किए जाने के खिलाफ कर्मचारियों के बढ़ते विरोध के मद्देनजर सरकार ने संबंधित अधिसूचना को रद्द कर दिया। इस फैसले से कुछ ही घंटे पहले सरकार की ओर से कहा गया था कि वह अधिसूचना के क्रियान्वयन को तीन महीने के लिये टाल रही है।

केंद्रीय श्रम मंत्री बंदारू दत्तात्रेय ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दस फरवरी 2016 को जारी अधिसूचना रदद कर दी गयी है। अब पुरानी व्यवस्था बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि मैं ईपीफएओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड से इसकी पुष्टि कराऊंगा।

इस मुद्दे पर कर्नाटक के सिले-सिलाये वस्त्र उद्योग के श्रमिक दो दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे जिसने आज हिंसक रूप ले लिया। श्रमिकों ने आज बेंगलुरू में कई बसों को आग लगा दी और एक थाने पर पथराव किया।

संशोधित नियम को वापस लिए जाने के कारणों के बारे में बताते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि इसका कारण ट्रेड यूनियनों का अनुरोध है। भविष्य निधि से निकासी नियमों को कड़ा करने का फैसला भी ट्रेड यूनियनों की राय से लिया गया था। अब जब ट्रेड यूनियन अनुरोध कर रहे हैं, तब हमने निर्णय को वापस ले लिया।

इससे पहले, नई दिल्ली में मंत्री ने कहा था, अधिसूचना (भविष्य निधि निकासी नियमों को सख्त बनाने से जुड़ी) लागू किए जाने का काम 31 जुलाई, 2016 तक के लिये टाला जा रहा है। हम संबद्ध पक्षों के साथ इस बारे में चर्चा करेंगे। दत्तात्रेय ने कहा कि कर्मचारियों तथा श्रमिकों को अधिसूचना रदद होने के मददेनजर कोई गलत धारणा रखने की जरूरत नहीं है।

संशोधित नियम के तहत भविष्य निधि में नियोक्ताओं के योगदान की निकासी पर कर्मचारियों के 58 साल होने तक के लिये रोक लगायी गयी थी। मामले को ठंडा करने के इरादे से श्रम मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के पास जमा पूरी राशि को मकान खरीदने, गंभीर बीमारी, शादी तथा बच्चों की पेशेवर शिक्षा जैसे कार्यों के लिये अंशधारकों को निकालने की अनुमति देने पर विचार कर रहा है। मामले को मंजूरी के लिए कानून मंत्रालय के पास भेजा गया है।

इस निर्णय के खिलाफ ऑनलाइन अभियान भी चलाया गया। इसे 10 फरवरी से लागू किया जाना था लेकिन विरोध को देखते हुए इसे 30 अप्रैल तक टाल दिया गया।

प्रदर्शनकारियों ने बेंगलुर में हेब्बगोदी पुलिस स्टेशन पर पथराव किया और वहां खड़े वाहनों में आग लगा दी। इस प्रदर्शन का नेतृत्व किसी ट्रेड यूनियन द्वारा नहीं किया जा रहा था। पुलिस ने कहा कि उन्हें उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये लाठीचार्ज करना पड़ा।

कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम की कम-से-कम दो बसों तथा बेंगलुर मेट्रोपालिटन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की एक बस को भी आग लगा दी गई। शहर के दूसरे हिस्सों में भी पथराव की घटना की खबर है।

प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को समक्षाते हुए केंद्रीय मंत्री तथा बेंगलुर के सांसद अनंत कुमार ने कहा कि असंगठित तथा कपड़ा कर्मचारियों के अधिकारों को बनाए रखा जाएगा और उन्होंने प्रदर्शन वापस लेने का अनुरोध किया।

शहर के पुलिस आयुक्त एन एस मेघारिख ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में हैं लेकिन शहर के बाहरी भागों में कुछ मामले सामने आए हैं। पुलिस ने कहा कि कपड़ा कर्मचारियों के साथ दूसरे कर्मचारी भी जुड़ गए।

शहर के पुलिस प्रमुख के अनुसार बेंगलुर में कपड़ा फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या करीब 12 लाख है। ईपीएफ कानून में संशोधन का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने आशंका जतायी है कि नये नियम से भविष्य निधि में नियोक्ताओं के योगदान के उपर उनका अधिकार उनकी आयु 58 साल पूरे होने तक नहीं रह जाएगा। फरवरी में मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर अंशधारकों के दो महीने से अधिक बेरोजगार होने पर भविष्य निधि से 100 प्रतिशत निकासी पर प्रतिबंध लगा दिया था।

काबुल में आत्मघाती हमले में 28 की मौत, PAK ने की हमले की निंदा

0

काबुल(एजेंसी):अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के मध्य में मंगलवार को तालिबान ने आत्मघाती विस्फोट किया, जिसके बाद वहां गोलीबारी होने लगी। इस हमले में कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए आतंकी हमले की निंदा की है।

पाकिस्तानी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा, हम उन लोगों के प्रति सहानुभूति और संवेदना प्रकट करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और घायलों के जल्द सेहतमंद होने की दुआ करते हैं। एक सप्ताह पहले ही तालिबान ने अपनी गतिविधियों में तेजी लाने का ऐलान किया था।

अफगान खुफिया एजेंसी के कार्यालय के समीप हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। इस विस्फोट की आवाज कई मील दूर तक सुनाई दी और आसमान काले धुएं से ढक गया।

पुलिस प्रमुख ने बताया कि इस हमले में कम से कम 28 लोगों की मौत हुई है जबकि तीन सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सेदिक सेदिक्की ने बताया पहला विस्फोट कार में एक आत्मघाती हमलावर ने किया और संभवत: एक या दो हमलावर अब तक प्रतिरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अफगान सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने दावा किया कि उनके लड़ाके मुख्य अफगान सुरक्षा एजेंसी के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के कार्यालय में घुसने में सफल रहे।

अफगान अधिकारियों ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है लेकिन एनडीएस परिसर के समीप गोलीबारी की तेज आवाज सुनी जा सकती है।

माना जाता है कि तालिबान लड़ाई के बारे में दावे अक्सर बढ़ा चढ़ा कर करता है। अफगान राष्ट्रपति भवन के एक बयान में कहा गया है कि काबुल शहर के पुली महमूद खान इलाके के समीप आज हुआ आतंकी हमला अफगान सुरक्षा बलों के साथ लड़ाई में दुश्मन की साफ पराजय बताता है।

पाकिस्तान ने की काबुल आतंकी हमले की निंदा
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। पाकिस्तानी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा, हम उन लोगों के प्रति सहानुभूति और संवेदना प्रकट करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और घायलों के जल्द सेहतमंद होने की दुआ करते हैं। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान इस हमले की कड़ी निंदा करता है। विदेश विभाग ने कहा कि पाकिस्तान सभी तरह के आतंकवाद की निंदा करता है और दुख की इस घड़ी में अफगानिस्तान की सरकार और लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हैं।

‘अतुल्य भारत’ के लिए कभी नहीं किया गया संपर्क: अमिताभ

0

नई दिल्ली(एजेंसी):बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने मंगलवार को कहा कि ‘अतुल्य भारत अभियान’ का एंबेसडर बनाने के लिए किसी ने उनसे कभी संपर्क नहीं किया है। अमिताभ ने यह बयान मीडिया में आई उन खबरों के बाद दिया है, जिसमें कहा गया था कि पनामा पेपर्स लीक में नाम आने की वजह से सरकार उन्हें यह जिम्मेदारी देने को लेकर फिर से विचार कर रही है।

अमिताभ की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया, मीडिया की ओर से मेरे ‘अतुल्य भारत अभियान’ का ब्रांड एंबेसडर बनने को लेकर पूछताछ की जा रही है। मैं यह बताना चाहता हूं कि इस पद के लिए मुझसे संपर्क नहीं किया गया है। जहां तक मीडिया में इसको लेकर लगाए रहे कायास का सवाल है, तो यह मेरे लिए प्रासंगिक नहीं है और न ही मैं इसको लेकर चिंतित हूं।

अमिताभ ने पनामा पेपर्स लीक के बारे में पूछे जा रहे सवालों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जिन्हें इससे संबंधित जानकारी चाहिए, वे सरकार को संपर्क करें। उन्होंने कहा, मैं अपने रुख पर कायम हूं कि इस मामले में मेरे नाम का दुरुपयोग किया गया है। यहां तक कि मीडिया रिपोर्ट में भी यह नहीं कहा गया है कि कोई गलत काम मैंने किया है। मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं।

गौरतलब है कि मंगलवार को मीडिया में रिपोर्ट आई थी कि पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद संस्कृति मंत्रालय ने उन्हें अतुल्य भारत अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाने के प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि उनके स्थान पर किसी और सेलिब्रिटी के नाम पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि अमिताभ पर विदेश में ऑफशोर कंपनी खोलने का आरोप है।

जुड़वां मगर उम्र में है दो साल का अंतर, जानिए कैसे

0

लंदन(एजेंसी):ब्रिटेन में एक दंपति के दो जुड़वां बच्चे हैं मगर इनमें दो साल का अंतर है। यह मजाक नहीं बल्कि आईवीएफ तकनीक का करिश्मा और ईश्वर का नायाब तोहफा है। दोनों ही बच्चे स्वस्थय हैं। छोटा बेटा हूबहू बड़े भाई जैसा ही है और ब्रिटिश दंपति इन्हें प्यार से ‘बिग ट्विन’और ‘लिटिल ट्विन’ नाम से पुकारते हैं।

लीसेस्टर में रहने वाले रिचर्ड और रशेल बेस्ट को कुछ साल पहले तक कोई संतान नहीं हो रही थी। अब उनके  दो जुड़वां बेटे हैं ओलिवर और इसैक। ओलिवर की उम्र दो साल है जबकि इसैक एक महीने के हैं। उम्र में अंतर की वजह से इन्हें जुड़वां मानना थोड़ा कठिन है लेकिन तकनीकि रूप से ये जुड़वां ही हैं। क्योंकि दोनों एक ही भ्रूण का हिस्सा हैं। बेस्ट दंपति ने बच्चे के लिए आईवीएफ तकनीक की मदद ली थी। ओलिवर के दौरान डॉक्टरों ने भ्रूण के एक हिस्से को फ्रीज कर दिया था।

दूसरे बेटे से परिवार हुआ पूरा
रशेल बताती हैं इसैक के आने से हमारा परिवार पूरा हो गया। संतान न होने से निराश उन्होंने आईवीएफ तकनीक की मदद ली। सात बार नाकामी हाथ लगी। इस दौरान रशेल ने तीन बच्चों को गर्भ में ही खो दिया। आठवीं बार डॉक्टरों ने भ्रूण को दो हिस्से में बांटा। एक हिस्से से गर्भाधान कराया और दूसरे को फ्रीज कर दिया। 22 मार्च 2014 को रशेल मां बनीं और ओलिवर पैदा हुआ। एक साल बाद रिचर्ड और रशेल ने तय किया कि जिस भ्रूण से बेटा मिला है उसके दूसरे हिस्से को भी जन्म का अधिकार मिलना चाहिए। रशेल ने नौवीं बार प्रयास किया और इस बार भ्रूण के दूसरे हिस्से से इसाक का जन्म हुआ ओलिवर से ठीक दो साल बाद। इसैक को  22 मार्च को ही पैदा करने की कोशिश की गई थी लेकिन वह पांच दिन पहले ही दुनिया में आया। बेस्ट दंपति इन्हें प्यार से ‘बिग ट्विन’और ‘लिटिल ट्विन’ पुकारते हैं।

जुड़वों वाली बात भी 
रशेल बतातीं हैं कि दोनों में सिर्फ उम्र का अंतर है लेकिन सूरत सिरत से ये एक ही हैं। यादगार के लिए ओलिवर की हर महीने की तस्वीरें निकाली गईं थीं। इसैक अपनी उम्र में हू-ब-हू ओलिवर के जैसा ही दिखता है।

रिचर्ड बताते हैं ओलिवर भी इसैक से जुड़वां भाई की ही तरह प्यार करता है। वह उसके बेड के पास जाता है, गले लगाने की कोशिश करता है। जब इसैक रोता है तो उसे चुप कराने का प्रयास करता है।

संपत्तिकर बढ़ाया तो कांग्रेस करेगी विरोध : जयसिंह

0
 कोल वाशरी से जिले में बढ़ेगा प्रदूषण
कोरबा@M4S:पिछले वर्ष छत्तीसगढ़  नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने प्रदेश के समस्त नगर पालिक निगम, नगर पालिकाओं को निर्देश जारी किये थे कि संपत्ति कर के लिये वार्षिक भाड़ा मूल्य में वृद्धि कर 50 प्रतिशत संपत्तिकर बढ़ाया जावे। शासन के उक्त निर्देश को आम जनता के सूचनार्थ नोटिस बोर्ड में चस्पा भी किया गया था। नगर पालिक निगम कोरबा ने शासन के आम जनता पर कर बढ़ाने के तानाशाही आदेश का विरोध करते हुये निगम की विशेष सम्मेलन आयोजित कर राज्य शासन के उक्त निर्देशों का पालन करने को अस्वीकृत कर शासन को अवगत कराया गया था। विशेष सम्मेलन के निर्णय अनुसार नगर पालिक निगम कोरबा में समय-समय पर संपत्तिकर में वृद्धि की गई थी। राज्य शासन का निर्देश उन नगरीय निकायों के लिये होना चाहिये जिन्होंने संपत्ति कर में कोई वृद्धि नहीं की है तथा जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है।
उक्त बातें शहर विधायक जयसिंह अग्रवाल ने तिलक भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कोरबा नगर निगम क्षेत्र में अनेकों औद्योगिक प्रतिष्ठान स्थित होने से उन पर करारोपण से निगम को बहुत बड़ी आय होती है। इसके अलावा औद्योगिक प्रतिष्ठानों की गतिविधियों के कारण आम जनता प्रदूषण आदि अनेक समस्याआं से ग्रसित रहती है। इस प्रकार कोरबा नगर पालिक निगम को अन्य नगरीय निकायों के समान नहीं रखना चाहिये। निगम के विशेष सम्मिलन के प्रस्ताव और प्राप्त अनापत्तियों को राज्य शासन को प्रेषित किया गया था। राज्य शासन द्वारा लगभग 1 वर्ष में इस संबंध में कोई निर्देश नगर पालिक निगम कोरबा को जारी नहीं किये हैं।
छत्तीसगढ़  नगर पालिक निगम अधिनियम में यह स्पष्ट प्रावधान है कि प्रत्येक वर्ष वार्षिक भाड़ा मूल्य एवं संपत्ति कर की दर निर्धारण का अधिकार निर्वाचित महापौर एवं परिषद को है। इसमें शासन का तब तक कोई दखल नहीं हो सकता जब तक कि नगर पालिक निगम की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब न हो। श्री अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस के निर्वाचित महापौर एवं कांग्रेस की बहुमत वाली परिषद ने वर्ष 2016-17 हेतु आयुक्त नगर पालिक निगम के वार्षिक भाड़ा मूल्य वृद्धि के प्रस्ताव को न्यायोचित एवं आम जनता के हित में वैधानिक प्रावधान के अंतर्गत अस्वीकृत किया गया है। आयुक्त द्वारा पुनर्विचार हेतु दिये गये प्रस्ताव को भी अस्वीकृत किया गया है। आयुक्त नगर पालिक निगम कोरबा ने छग नगर पालिक निगम अधिनियम और उसके अंतर्गत बने नियमों की पूर्णत: अवहेलना करते हुये एक अफलातनी एवं पूर्णत: अवैधानिक आदेश पारित करते हुये स्वयं आयुक्त द्वारा दिये गये वार्षिक भाड़ा मूल्य के प्रस्ताव जिसे परिषद द्वारा अस्वीकृत किया गया है को लागू करने का आदेश पारित किया गया है। कांग्रेस के समस्त कार्यकर्ता आम जनता के साथ इस लड़ाई को सड़क से लेकर न्यायालय तक ले जाएगी तथा आम जनता के ऊपर कर का बोझ न बढऩे देने के लिये कृतसंकल्प है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आगामी दिनों में निगम क्षेत्र में जोन एवं वार्ड स्तर पर इसका प्रबल विरोध किया जाएगा। आम जनता से बढ़े दर पर संपत्तिकर पटाने के आदेश का विरोध करने के साथ-साथ कर न पटाने की अपील की जावेगी। इस संबंध में न्यायालय से संरक्षण प्राप्त करने हेतु समस्त वैधानिक उपाय किये जावेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने एसईसीएल द्वारा बनाये जा रहे कोल वाशरी को लेकर कहा कि केन्द्रीय पर्यावरण वन मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा 25 एमटीपीए कोलवाशरी के लिये दिनांक 26 दिसंबर 2015 को टम्र्स ऑफ रिफ्रेंस जारी किया गया। उपरोक्त टम्र्स ऑफ रिफ्रेंस के निर्धारित शर्तों में स्पष्ट उल्लेखित किया गया है कि ईआईए नोटिफिकेशन 2006 एवं टीओआर के अनुसार उपरोक्त परियोजना के लिये उपलब्ध कराई जाने वाली समस्त जानकारी, आंकड़े जो कि अंग्रेजी में हो उनकी प्रमाणित अनुवाद के साथ स्थानीय भाषा में उपलब्ध कराया जाएगा। जैसा कि हम जानते हैं कि संपूर्ण कोरबा जिला संविधान के पांचवे अनुसूची के तहत अधिसूचित क्षेत्र है। वहीं प्रस्तावित परियोजना का कोर एवं बफर क्षेत्र में पूर्णत: हिन्दी भाषा का प्रयोग बोलने, लिखने एवं पढऩे में किया जाता है। इसके विपरीत उपरोक्त परियोजना के लिये तैयार किया गया पर्यावरण प्रभाव आंकलन रिपोर्ट पूर्णत: अंग्रेजी में एवं उसकी सार रिपोर्ट की कुछ आंशिक भाग ही हिन्दी में दिये गये हैं। केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के द्वारा 05 अक्टूबर को एक परिपत्र जारी किया गया जिसमें सभी राज्यों के प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष एवं सदस्य सचिव को अवगत कराया गया है कि यदि किसी परियोजना प्रबंधन के द्वारा ईआईए रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया में किसी अन्य परियोजना के लिये तैयार किये गये ईआईए रिपोर्ट के जानकारी, आंकड़े एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों की कॉपी या नकल किया गया हो तो उपरोक्त परियोजना के पर्यावरण स्वीकृति के लिये चल रही प्रक्रिया जो किसी भी स्टेज पर हो उसे तत्काल निरस्त किया जावे।

100 बिस्तरों वाला ईएसआई अस्पताल ढाई साल बाद भी शुरू नहीं : डा. महंत

0

0 शिलान्यास के बाद भी सरकार गंभीर नहीं
0 छ.ग. आए श्रममंत्री से पूर्व मंत्री ने कार्य प्रारंभ कराने किया आग्रह
कोरबा@M4S:भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा मजदूरों के लिए चलाई जा रही कर्मचारी राज्य बीमा निगम योजना के तहत कोरबा औद्योगिक जिले में एक ईएसआई अस्पताल का भूमिपूजन ढाई वर्ष पहले किया गया, किन्तु आज तक कार्य प्रारंभ नहीं कराया जा सका है।02 (1)

पूर्व केन्द्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री डा. चरणदास महंत ने जारी अपने बयान में 4 अपै्रल को ईएसआई अस्पताल रायपुर एवं भिलाई का शिलान्यास के प्रति धन्यवाद देते हुए केन्द्र व राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण कोरबा जिले के श्रमिकों हेतु प्रस्तावित 100 बिस्तर के अस्पताल की ओर कराया है। डा. महंत ने बताया है कि यूपीए शासन में औद्योगिक क्षेत्र कोरबा के श्रमिकों के लिए लगभग ढाई वर्ष पूर्व ईएसआई अस्पताल का शिलान्यास उनके प्रयासों से हुआ। तत्कालीन स्वास्थ्य व जिले के प्रभारी मंत्री अमर अग्रवाल की उपस्थिति में अस्पताल के लिए शिलान्यास तो किया गया किन्तु राज्य सरकार की उदासीनता के कारण कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हो सका है। प्रभारी मंत्री ने शिलान्यास अवसर पर मंच से उद्बोधन में शीघ्र निर्माण प्रारंभ कराने की घोषणा की थी। इसके बाद के वर्षोँ में अब तक सिर्फ जमीन पर बाउंड्रीवाल खड़ी कर गेट ही लगाया जा सका है। गरीब मजदूरों ने अपने लिए अस्पताल निर्माण की खबर मात्र से बेहतर स्वास्थ्य की उम्मीद जाग गई थी, किन्तु शिलान्यास करने के बाद यह कार्य प्रारंभ नहीं होने से उनमें निराशा है। डा. महंत ने कहा है कि सिर्फ शिलान्यास करने से ही हमारे गरीब मजदूरों हेतु अस्पताल का निर्माण नहीं हो जाएगा वरन् धरातल पर कार्य करना आवश्यक है। डा. महंत ने केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बंडारू दत्तात्रेय से आग्रह किया है कि वे तत्काल राज्य सरकार को निर्देशित करें कि वे कोरबा में प्रस्तावित ईएसआई अस्पताल का निर्माण प्राथमिकता से प्रारंभ कराएं ताकि यहां के हजारों श्रमवीरों को योजना का लाभ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के रूप में जल्द से जल्द प्राप्त हो सके।

जूदेव टेप मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने अमित जोगी को किया बाइज़्ज़त बरी

0

रायपुर/दिल्ली@M4S: बारह वर्ष पूर्व हुए जूदेव टेप मामले में आज दिल्ली के रोहिणी में स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने मरवाही विधायक अमित जोगी एवं अन्य सभी व्यक्तियों को निर्दोष करार देते हुए मामले में बाइज़्ज़त बरी कर दिया।

माननीय अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमित जोगी ने कहा कि “ये सत्य की जीत है। अन्याय पर न्याय की जीत है। मैँ संतुष्ट हूँ। देश की न्याय व्यवस्था को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने मेरे ऊपर से झूठे मामलों का बोझ उतारकर मुझे सम्मानजनक न्याय दिया है । ये छत्तीसगढ़ के उन करोड़ों लोगों की जीत है जिनके प्यार, आशीर्वाद और विश्वास की ताकत से सच को सामने लाया जा सका । भाजपा सरकार ने राजनितिक द्वेष एवं बदले की भावना से मुझे विभिन्न मामलों में फंसाया। मेरे परिवार को राजनीति से दूर रखने का षड़यंत्र रचा गया, लेकिन मुझे मानसिक और सामाजिक रूप से तोड़ पाने में नाकामयाब रहे। जग्गी मामले एवं जूदेव टेप मामले में माननीय न्यायालयों द्वारा मेरे बाइज़्ज़त बरी होने से उन लोगों को निराशा हुई होगी जो केवल झूठे और सनसनीखेज आरोपों के आधार पर अपनी राजनीति कर रहे हैं । अमित जोगी ने कहा कि देश की न्यायिक व्यवस्था में ऐसे कानून और नियम बनने चाहिए जिसमे झूठे आरोप लगाने वालों को भी कड़ी सजा का प्रवाधान हो”।

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!