बिलासपुर@M4S: महिला से नौकरी लगाने के नाम पर स्र्पये लेकर फरार आरोपित को पुलिस ने धमतरी से गिरफ्तार किया है। आरोपित को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया है।

सरकंडा क्षेत्र के सरकंडा कपिल नगर में रहने वाली महिला ने बताया कि उनका भाई ऋषभ किसी काम से जिला अस्पताल गया था। इस दौरान उसकी पहचान सरकंडा के गीतांजली सिटी में रहने वाले नीरज लाल से हुई। नीरज ने ऋषभ को बताया कि उसकी पहचान आइटीआइ के अधिकारियों से है। वर्तमान में कोनी स्थित आइटीआइ में वेकेंसी है। इसमें वह नौकरी लगवा सकता है। ऋषभ ने उसकी बातों में आकर अपनी बहन स्वाति पांडेय से स्र्पये मांगे। इस पर स्वाति ने नीरज से मुलाकात की। आइटीआइ मंे नौकरी लगवाने की बात पर उसने तीन लाख स्र्पये दे दिए। स्र्पये लेने के बाद नीरज ने स्वाति को भारत सरकार श्रम एंव रोजगार मंत्रालय का एक नियुक्ति पत्र दिया। इसके कंपोजिट बिल्डिंग स्थित कार्यालय में ले जाकर नौकरी ज्वाइन करने कहा।

महिला अपने भाई को लेकर कार्यालय पहुंची। यहां पूछताछ में पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। इस पर महिला ने नीरज को फोन लगाकर नियुक्ति पत्र के संबंध में बात की। साथ ही अपने स्र्पये वापस मांगे। इसके बाद से आरोपित ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। साथ ही वह अपने ठिकाने से गायब हो गया। महिला ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी। इस बीच आरोपित लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। वह नागपुर और धमतरी में छुपकर रह रहा था। पुलिस ने शनिवार को धमतरी में दबिश देकर आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायालय में पेश किया गया है।