शासकीय खाद्यान्न से वंचित हो रहे हैं ग्रामीण
कोरबा@M4S: करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत गिधौरी के सरपंच पति यह तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। इस फरमान से ग्रामीण काफी आक्रोशित है। सरपंच पति गोविंदा कंवर ने नवरात्रि का चंदा देने पर ही सोसायटी से राशन मिलने का नियम बना दिया है। जो चंदा देगा उसे राशन मिलेगा और जो नहीं देगा उसे वंचित कर दिया जाएगा। पूजा पाठ के नाम पर जिस तरह से सरपंच द्वारा मनमानी की जा रही है उससे ग्रामीण काफी परेशान है।चैत्र नवरात्री का चंदा वसूलने के लिए ग्राम पंचायत गिधौरी के सरपंच द्वारा ऐसा फरमान जारी किया है। जिससे पूरे गांव के ग्रामीण काफी परेशान है। सरपंच ने नियम बना दिया है कि जो चंदा देगा उसे ही सोसायटी से राशन मिलेगा। सरपंच की इस मनमानी से पूरे गांव में आक्रोश फैल गया है। लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा मुफ्त में राशन दिया जा रहा है लेकिन सरपंच पति के आदेश पर राशन उसी को मिल रहा है,जो चंदा दे रहा है जो सरासर गलत है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले पंच और सरपंच घर घर जाकर मांगते थे और वे स्वेच्छा से देते थे। मगर जिस तरह से चंदा मांगने का नया नियम बनाया गया है उसकी शिकायत करने की बात ग्रामीणों ने कही है।गांव में ऐसे भी कई लोग है,जो आर्थिक रुप से काफी कमजोर है और सरकारी राशन के भरोसे ही उनकी रोजी रोटी चल रही है। मगर सरपंच के नए फरमान से उनके सामने नई परेशानी खड़ी हो गई है। इस दिशा में प्रशासन को हस्तक्षेप करने की जरूरत है ताकि गरीबों को राशन से वंचित न होना पड़े।
सरपंच पति तुगलकी फरमान, नवरात्रि का चंदा नहीं तो राशन नहीं
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