भारत सरकार लिखी लावारिश कैश वैन से निकला एक टन गांजा

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 अधिकारियों की मौजूदगी में खोला गया ताला, जब्त गांजा की कीमत 50 लाख

कोरबा@M4S: पाली थाना अंतर्गत नुनेरा में गुजरात पासिंग की कैश वैन जैसी बड़ी गाड़ी लावारिश हालत में मिली थी। वाहन के आगे-पीछे भारत सरकार लिखा हुआ स्टीकर लगा है। अंदर से गांजे की महक आ रही है। लेकिन पिछले दरवाजे में लॉक होने की वजह से पुलिस तस्दीक नहीं कर सकी थी। रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में वैन का ताला खोला गया। जिसमें से एक-एक कर बोरी में भरा एक टन गांजा बाहर निकाला गया। गांजा की कीमत लगभग 50 लाख रुपए बताई जा रही है। कैशवैन से भारी मात्रा में निकले गांजा ने बड़े नेटवर्क की ओर इशारा कर दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस जब्त गांजा व वैन के माध्यम से तस्करों तक पहुंच पाती है या नहीं।
पाली थाना अंतर्गत नुनेरा गांव में साप्ताहिक बाजार के समीप मोहल्ले में दो दिन से कैश वैन जैसी गुजरात पासिंग की चार पहिया वेन क्रमांक जीजे-01-डीटी-0992 लावारिश हालत में खड़ी थी। गाड़ी में आगे व पीछे की ओर भारत सरकार लिखा हुआ स्टीकर भी लगा था। सरकारी गाड़ी समझकर ग्रामीणों ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन शनिवार को गाड़ी के पास से गुजरने वाले लोगों को उसमें से गांजे की महक आई। जिसके बाद नुनेरा क्षेत्र में इसकी खबर फैल गई। देर शाम को पाली पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। पुलिस टीम वहां पहुंची तो गाड़ी के पीछे दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। अंदर से गांजे की महक पुलिस टीम ने भी महसूस की। लेकिन दरवाजे पर ताला व सभी खिड़कियों के बंद होने की वजह से गाड़ी के अंदर में क्या भरा है इसकी तस्दीक नहीं हो सकी। पुलिस ने गाड़ी को जब्त करके थाना ले जाने की कोशिश की गई लेकिन स्टेयरिंग लॉक था। जिसके बाद गाड़ी में लगे ताले में सील लगा दिया। वहीं रात में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए पुलिस कर्मियों की वहां ड्यूटी लगाई गई है। गाड़ी के संबंध में जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। रविवार की सुबह पाली तहसीलदार सुरेश कुमार साहू, पाली टीआई मान सिंह राठिया व अन्य पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में कैशवैन का ताला खोला गया। कैशवैन में 34 बोरी में रखे 1 टन गांजा को देखकर उपस्थित लोगों की आंखे चौंधिया गई। वैन में 1020 किलो गांजा भरा हुआ था। जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपए बताई गई है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। आरोपी वाहन चालक व वाहन मालिक के खिलाफ 106/17, धारा 20 बी नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। वाहन में मिले दस्तावेज से वाहन लिमियोर सिक्योर लेजिक्ट प्रायवेट लिमिटेड पता संजीव पार्क एसओजी आश्रम रोड अहमदाबाद गुजरात का पता चला है। पुलिस मामले की विवेचना में जुटी हुई है।

पिछले माह भी मिला था लावारिश वाहन
पाली क्षेत्र में मई में एक लावारिश ट्रक मिली थी। उसमें भी गांजे की गंध आ रही थी। जिसकी तस्दीक पुलिस ने कराई थी। लेकिन वाहन में गांजा नहीं था। पुलिस ने वाहन जब्त कर लिया था। उक्त मामले में माना गया कि वाहन का उपयोग गांजा परिवहन में किया गया था। जिसकी जांच की जा रही है। लावारिश मिले वेन को भी उक्त गिरोह से जोड़कर देखा जा रहा है।

चेकिंग के डर से छोड़कर भागे
कोरबा पुलिस द्वारा वाहनों की सघन जांच की जाती है। माना जा रहा है कि जांच कार्रवाई के कारण ही वाहन चालक मौके पर वाहन छोड़कर भाग गया होगा। क्योंकि वाहन में भारी मात्रा में गांजा भरा हुआ है।

पैकिंग से लग रहा बड़ा गिरोह
जिस तरह से गांजा को बोरी में भरने से पहले पैक किया गया है उससे लग रहा है कि यह अंतरप्रांतीय कोई बड़ा गिरोह है। जो शातिर अंदाज से भारत सरकार लिखे वाहन के माध्यम से इसकी तस्करी कर रहे थे। लेकिन चालक के कारण उनका प्लान फेल हो गया।

पाली से क्या  है कनेक्शन
गांजा की खुशबू वाली ट्रक उसके बाद कैश वैन में एक टन गांजा पाली क्षेत्र से बरामद किया गया। दोनों वाहनें पाली क्षेत्र में लावारिश हालत में मिली है। पाली से गांजा का क्या कनेक्शन इसकी पतासाजी पुलिस द्वारा की जा रही है। कहीं ऐसाा तो नहीं कि पाली व आसपास के किसी रसूखदार के ठिकाने पर गांजा को खपाया जाता हो। इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। वैसे भी तस्कर निजी एंबुलेंस तक को गांजा तस्करी में उपयोग में ला रहे हैं। पाली पुलिस निश्चित ही इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है।हन के आगे-पीछे भारत सरकार लिखा हुआ स्टीकर लगा है। अंदर से गांजे की महक आ रही है। लेकिन पिछले दरवाजे में लॉक होने की वजह से पुलिस तस्दीक नहीं कर सकी थी। रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में वैन का ताला खोला गया। जिसमें से एक-एक कर बोरी में भरा एक टन गांजा बाहर निकाला गया। गांजा की कीमत लगभग 50 लाख रुपए बताई जा रही है। कैशवैन से भारी मात्रा में निकले गांजा ने बड़े नेटवर्क की ओर इशारा कर दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस जब्त गांजा व वैन के माध्यम से तस्करों तक पहुंच पाती है या नहीं।
पाली थाना अंतर्गत नुनेरा गांव में साप्ताहिक बाजार के समीप मोहल्ले में दो दिन से कैश वैन जैसी गुजरात पासिंग की चार पहिया वेन क्रमांक जीजे-01-डीटी-0992 लावारिश हालत में खड़ी थी। गाड़ी में आगे व पीछे की ओर भारत सरकार लिखा हुआ स्टीकर भी लगा था। सरकारी गाड़ी समझकर ग्रामीणों ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन शनिवार को गाड़ी के पास से गुजरने वाले लोगों को उसमें से गांजे की महक आई। जिसके बाद नुनेरा क्षेत्र में इसकी खबर फैल गई। देर शाम को पाली पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। पुलिस टीम वहां पहुंची तो गाड़ी के पीछे दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। अंदर से गांजे की महक पुलिस टीम ने भी महसूस की। लेकिन दरवाजे पर ताला व सभी खिड़कियों के बंद होने की वजह से गाड़ी के अंदर में क्या भरा है इसकी तस्दीक नहीं हो सकी। पुलिस ने गाड़ी को जब्त करके थाना ले जाने की कोशिश की गई लेकिन स्टेयरिंग लॉक था। जिसके बाद गाड़ी में लगे ताले में सील लगा दिया। वहीं रात में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए पुलिस कर्मियों की वहां ड्यूटी लगाई गई है। गाड़ी के संबंध में जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। रविवार की सुबह पाली तहसीलदार सुरेश कुमार साहू, पाली टीआई मान सिंह राठिया व अन्य पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में कैशवैन का ताला खोला गया। कैशवैन में 34 बोरी में रखे 1 टन गांजा को देखकर उपस्थित लोगों की आंखे चौंधिया गई। वैन में 1020 किलो गांजा भरा हुआ था। जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपए बताई गई है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। आरोपी वाहन चालक व वाहन मालिक के खिलाफ 106/17, धारा 20 बी नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। वाहन में मिले दस्तावेज से वाहन लिमियोर सिक्योर लेजिक्ट प्रायवेट लिमिटेड पता संजीव पार्क एसओजी आश्रम रोड अहमदाबाद गुजरात का पता चला है। पुलिस मामले की विवेचना में जुटी हुई है।

पिछले माह भी मिला था लावारिश वाहन
पाली क्षेत्र में मई में एक लावारिश ट्रक मिली थी। उसमें भी गांजे की गंध आ रही थी। जिसकी तस्दीक पुलिस ने कराई थी। लेकिन वाहन में गांजा नहीं था। पुलिस ने वाहन जब्त कर लिया था। उक्त मामले में माना गया कि वाहन का उपयोग गांजा परिवहन में किया गया था। जिसकी जांच की जा रही है। लावारिश मिले वेन को भी उक्त गिरोह से जोड़कर देखा जा रहा है।

चेकिंग के डर से छोड़कर भागे
कोरबा पुलिस द्वारा वाहनों की सघन जांच की जाती है। माना जा रहा है कि जांच कार्रवाई के कारण ही वाहन चालक मौके पर वाहन छोड़कर भाग गया होगा। क्योंकि वाहन में भारी मात्रा में गांजा भरा हुआ है।

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