कोरबा@M4S: माहे रमजान आखिरी हिस्से में मुस्लिम समुदाय के लोग रात और दिन इबादत में डूबे हुए हैं। शबे कद्र में बीती रात जहां मस्जिदों और घरों में लोग रातभर खास इबादत करते रहे। वहीं शुक्रवार को माहे रमजान का आखिरी जुमा पडऩे की वजह से अलविदा जुमा की नमाज पढऩे हजारों की तादाद में नमाजी उमड़े।
शहर की तमाम मस्जिदों में गुरुवार 27 मार्च की शाम से शुक्रवार 28 मार्च की सुबह तक लैलतुल कद्र (शब-ए-कद्र) की रौनक दिखी। घरों और मस्जिदों में लोगों ने रातभर इबादत के साथ खूब दुआएं की। तमाम इबादतों के साथ खास तौर पर सलातुत तस्बीह (नमाजे तस्बीह) का भी एहतमाम किया गया। इसी तरह शहर की दीगर मस्जिदों में भी लोगों ने खूब इबादतें की गई। इस मौके पर तरावीह पूरी होने पर मस्जिदों में इमाम, मुअज्जिन और अन्य लोगों का इस्तकबाल किया गया। हर मस्जिद में तरावीह पढ़ाने वाले हाफिजों को नजराना पेश किया गया। सुबह फजर की नमाज में दुआओं के बाद लोग घरों को लौटे। शुक्रवार की दोपहर माहे रमजान का आखिरी जुमा होने की वजह से अलविदा जुमा पढऩे के लिए हजारों की तादाद में रोजेदार-नमाजी मस्जिदों में पहुंचे। इस दौरान खूब दुआएं की गई रोजेदारों ने अपने गुनाहों से माफी मांगी और अपने रोजों को कबूल करवाने दुआएं की। इमाम सहित तमाम नमाजियों ने दुआओं के लिए हाथ उठा कर गिड़गिड़ाते हुए बारगाह-ए-इलाही में दुआएं मांगीं। ईद उल फितर अब करीब होने की वजह से मस्जिदों के सामने खास तौर पर सेवई व मेवों की दुकान में जुमा तुल विदा के दिन भारी भीड़ नजर आई।लोग सेवई और मेवा खरीदने यहां पहुंचते रहे। वही फलों की दुकानें भी मस्जिदों के सामने सजी रही। लैलतुल कद्र के मौके पर घरों में भी औरतों बच्चों ने इबादत की और अपनी गुनाहों से माफी की लिए दुआएं भी की।
चांद के दीदार का इंतजार
अब ईदुल फितर मनाने चांद के दीदार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मस्जिद कमेटियों की तरफ से 29 मार्च की शाम चांद देखने की तैयारियां की गई हैं। अपील की गई है कि चांद दिखने पर खबर करें। 29 मार्च की शाम शव्वाल का चांद नजर आता है तो ईदुल फितर 30 मार्च को मनाई जाएगी। नहीं तो 31 मार्च को होगी।