पुष्य नक्षत्र दो दिन, शुभ योग में खरीदी का रहेगा महामुहूर्त  सर्वार्थ-अमृत सिद्धि के साथ गुरु पुष्य योग उत्तम, मिनी धनतेरस पर बरसेगा बाजार में धन

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कोरबा@M4S: त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। इस माह धनतेरस और दिवाली है। त्योहारी सीजन में खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र इस साल दो दिन 24 व 25 अक्टूबर को है। ज्योतिषियों की मानें तो दिवाली से पहले खरीदारी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र से प्रारंभ हो जाता है। जिसे मिनी धनतेरस के रूप में देख जाता है। गुरु पुष्य पर चल व अचल संपत्ति जैसे भवन, वाहन व ऑफिस तथा भूमि की खरीदारी करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र में इस बार विशेष फलदायी संयोग स्थायी समृद्धि का संकेत कर रहा है। यानी गुरु और शुक्र पुष्प नक्षत्र में सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग बन रहा है। दिवाली से पहले 24 अक्टूबर को गुरु पुष्य योग का विशेष दिन है। दीपावली के दिनों में बाजार में करोड़ों की खरीदारी होती है। हजारों लोग मार्केट में पहुंचकर दुकानों में जरूरी सामान खरीदते हैं। लेकिन पुष्य नक्षत्र में चल-अचल संपत्ति की खरीदी शुभ मानी जाती है। चल संपत्ति सोना, चांदी, हीरा, प्लेटिनम के आभूषण की जमकर खरीदी होगी। अचल संपत्ति मकान, प्लॉट, फ्लैट, कृषि भूमि और व्यावसायिक संपत्ति, ऑटोमोबाइल कार, दोपहिया वाहन, इलेट्रिक टू व्हीलर-फोर व्हीलर, रेफ्रिजरेटर, टीवी, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप, माइक्रोवेव ओवन आदि की भी डिमांड रहेगी। व्यापारी कहते हैं कि कभी-कभी भीड़ होने की वजह से दुकानदार आपको कोई सामान दिखाने में पर्याप्त समय नहीं दे पाते। इसलिए अगर आप कीमती और अच्छी चीज आराम से खरीदना चाहते हैं। तो इसके लिए दिवाली से पहले 24 व 25 पुष्य नक्षत्र में वाहन से लेकर सोने चांदी प्रापर्टी अन्य किसी चीज की भी खरीदारी कर सकते हैं।

खरीदारी का महामुहूर्त
ज्योतिषविद के अनुसार इस बार पुष्य नक्षत्र दो दिन रहेगा। 24 अक्टूबर गुरुवार को पुष्य नक्षत्र प्रात: 6.15 से आरंभ होकर पूरे दिन व रात रहेगा। वहीं 25 नवंबर को 7.39 तक पुष्य नक्षत्र रहेगा। गुरुवार को पुष्य नक्षत्र होने से गुरु पुष्य योग बन रहा है जो सोने में सुहागा के समान शुभ है। वहीं 24 अक्टूबर को सूर्योदय से 11.20 तक सर्वार्थ सिद्धि योग व 11.20 दिन से रात अंत तक अमृत सिद्धि योग रहेगा।

नक्षत्रों में पुष्य बलवान
ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र माना गया है। पंचांग में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा गया है। जिस प्रकार चौपायों में सिंह बलवान माना जाता है। इसी तरह नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र बलवान माना गया है। इसे अबूझ मुहूर्त कहा गया है। इस कार्य में किया गया कोई भी कार्य शुभ होता है। खासकर संपत्ति क्रय के लिए यह तिथि खास मानी जाती है।

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