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दशहरा 2017: इस तरह करें शस्त्र पूजा, जानें शुभ मुहूर्त

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नई दिल्ली(एजेंसी):दशहरा को हिन्दू धर्म में बेहद खास माना जाता है। दशहरा को विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है। दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।  इस दिन शस्त्र, शास्त्र और शक्ति को पूजा जाता है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि शास्त्रों की रक्षा शस्त्र करते हैं। इसलिए सर्वत्र शांति के लिए शस्त्र पूजन होता है। भगवान राम ने भी शस्त्र तभी उठाए, जब शांति से बात नहीं बन सकी।

विजयादशमी पर इस विधि से करें शस्त्र पूजन

इस दिन सभी अपने शस्त्रों का पूजन करते है। सबसे पहले शस्त्रों के ऊपर जल छिड़क कर पवित्र किया जाता है फिर महाकाली स्तोत्र का पाठ कर शस्त्रों पर कुंकुम, हल्दी का तिलक लगाकर हार पुष्पों से श्रृंगार कर धूप-दीप कर मीठा भोग लगाया जाता है। शाम को रावण के पुतले का दहन कर विजया दशमी का पर्व मनाया जाता है।

शुभ मुहूर्त

दशमी तिथि की शुरूआत 29 सितंबर रात 11 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 1 अक्टूबर रात 1 बजकर 35 मिनट तक रहेगी।

दशहरे के दिन अगर आपको दिखा ये पक्षी तो समझिए…

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दिल्ली(एजेंसी):बुराई पर अच्‍छाई का प्रतीक माने जाने वाला दशहरा इस बार 30 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन माना जाता है कि नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने से कई बिगड़े काम बन जाते हैं। नीलकंठ पक्षी को भगवान का प्रतिनिधि माना गया है।

दशहरे पर नीलकंठ पक्षी के दर्शन होने से पैसों और संपत्ति में बढ़ोतरी होती है। मान्यता है कि यदि दशहरे के दिन किसी भी समय नीलकंठ दिख जाए तो इससे घर में खुशहाली आती है और वहीं, जो काम करने जा रहे हैं, उसमें सफलता मिलती है।

नीलकंठ का दिखना क्यों शुभ है?

जब श्रीराम रावण का वध करने जा रहे थे। उसी दौरान उन्हें नीलकंठ के दर्शन हुए थे। इसके बाद श्रीराम को रावण पर विजय मिली थी।  यही वजह है कि नीलकंठ का दिखना शुभ माना गया है।

विजयादशमी पर इस विधि से करें शस्त्र पूजन

इस दिन सभी अपने शस्त्रों का पूजन करते है। सबसे पहले शस्त्रों के ऊपर जल छिड़क कर पवित्र किया जाता है फिर महाकाली स्तोत्र का पाठ कर शस्त्रों पर कुंकुम, हल्दी का तिलक लगाकर हार पुष्पों से श्रृंगार कर धूप-दीप कर मीठा भोग लगाया जाता है। शाम को रावण के पुतले का दहन कर विजया दशमी का पर्व मनाया जाता है।

मुंबई भगदड़: हादसे के बाद अतिरिक्त फुटओवर ब्रिज के लिए टेंडर जारी

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मुंबई(एजेंसी):रेलवे ने मुंबई के एलफिंस्टन स्टेशन पर एक अतिरिक्त फुटओवर ब्रिज (एफओबी) के लिए शुक्रवार को टेंडर जारी किया। स्टेशन पर एक पुराने ब्रिज पर भगदड़ के कारण 22 लोगों की मौत हो गई और 35 लोग घायल हुए हैं।

मुंबई भगदड़ हादसा : PM,राष्ट्रपति ने जताया दुख, 22 लोगों की मौत

40 फुट चौड़े एफओबी की घोषणा 2016 के रेल बजट में की गई थी। यह मुंबई उपनगरीय खंड के लिए स्वचालित सीढ़ियां, एफओबी और स्वचालित टिकट मशीनों (एटीवीएम) के लिए आवंटित 45 करोड़ रुपये का हिस्सा है।

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अधिकारियों ने बताया कि एफओबी पर 9.5 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। इसके अगले साल के शुरू में यात्रियों के लिए चालू कर देने की उम्मीद है। पश्चिम रेलवे सूत्रों के अनुसार छह स्टेशनों में 12 स्थानों पर स्वचालित सीढ़ियां तथा पांच रेलवे स्टेशनों पर एफओबी बनाने की योजना पर पहले से ही काम जारी है।

ट्रेनों-यात्रियों की संख्या के आगे रेलवे का बुनियादी ढांचा कमजोर पड़ा

सरकार उपनगरीय एफओबी की सुरक्षा, क्षमता की जांच कराएगी: रेल मंत्री पीयूष गोयल
भगदड़ में 22 लोगों की मौत के कुछ घंटे बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उपनगरीय ट्रेन नेटवर्क में सभी एफओबी की पूरी सुरक्षा और क्षमता जांच कराने की घोषणा की। उन्होंने कहा, उपनगर ट्रेन नेटवर्क में सभी एफओबी की पूरी सुरक्षा और क्षमता जांच करायी जाएगी ।  

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मंत्री ने कहा, अमूमन किसी घटना की रिपोर्ट आने में 20 दिन लगता है लेकिन सभी एफओबी के जांच उद्देश्यों के लिए हमें तकनीकी विशेषज्ञ भेजने की जरूरत है और अनुमान है कि 20 दिन के भीतर उपनगर ट्रेनों के सभी एफओबी की ऑडिट रिपोर्ट हमारे पास होगी। 

हकीकत: भगदड़ से हादसे का इंतजार था -एचटी रिपोर्ट

वह बीएमसी संचालित केईएम अस्पताल में बोल रहे थे, जहां पर हादसे में मारे गए लोगों का शव रखा गया है। वहां पर कई घायल भी भर्ती हैं। 
       
गोयल ने कहा कि रेलवे शीर्ष प्राथमिकता से उपनगर ट्रेन सेवाओं में सुधार करेगा । 

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मुझे पता चला है कि हादसे के शिकार ब्रिज को चौड़ा करने की आधिकारिक प्रक्रिया चल रही थी। पिछले साल बजट का आवंटन हुआ और निविदा प्रक्रिया हुयी लेकिन दुभार्ग्यपूर्ण है कि यह दुखद हादसा हुआ।  

कोमा में जिंदगी और मौत से जूझ रहे दादू के जीवन रक्षा के लिए आगे बढ़े हाथ:मिला दुर्लभ बॉम्बे ब्लड की पांच यूनिट

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घायल की बहन सरिता और अरविंद ने दिया दुलर्भ बॉम्बे ब्लड
EXCLUSIVE:विशेष संवाददाता

बिलासपुर@M4S: जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे दादू सिंह कंवर की जान बचाने डोनर आए सामने,थिंक फाउंडेशन के विनय शेट्टी के सहयोग से शुक्रवार को दो यूनिट ब्लड मुंबई में दो डोनरों ने किया डोनेट, आज एयर कूरियर से मुंबई से होगा डिस्पैच,सिर में गंभीर चोट से कोमा की हालत में अपोलो अस्पताल के आई सी यू में भर्ती दादू के ऑपरेशन के लिए पांच यूनिट दुलर्भ  बॉम्बे ब्लड की जरुरत डॉक्टरों ने बताई, कोरबा जिला के हरदीबाज़ार निवासी २४ वर्षीय दादू सिंह कंवर २७ सितंबर की रात ड्यूटी जाते समय उनकी मोटर साइकिल दूसरे मोटर साइकिल से भिड़ंत होने से गंभीर रूप  घायल हो गया था,हादसे में दादू को सिर और जबड़े में गंभीर चोट आई है,दादू सिंह एस ई सी एल गेवरा के सेंट्रल वर्कशॉप में गार्ड के पद पर तैनात है,कुसमुंडा पुलिस ने हादसे के बाद घायल ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था,जहा हालत नाजुक होने पर बिलासपुर के अपोलो रेफर किया गया,कोमा में पहुंच चुके दादू जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है,अपोलो के न्यूरो सर्जन डॉ.सुनील शर्मा के देख रेख में उपचार जारी है,अपोलो के डॉक्टर तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी है,लेकिन दादू के सामने सबसे बड़ी समस्या ब्लड की जो बेहद दुर्लभ है जो  बॉम्बे ब्लड ग्रुप है,

बहन का ब्लड निकला बॉम्बे ब्लड

दादू की छोटी बहन १९ वर्षीय सरिता कंवर का रक्त साहू चेक किया गया तो उसका रक्त समूह बॉम्बे ब्लड निकला,अपने भाई की जान बचाने सरिता से सबसे पहले एक यूनिट ब्लड डोनेट किया,एक यूनिट रायपुर से अपोलो हॉस्पिटल की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ.प्रेरणा मोहन के सहयोग से प्राप्त हुआ ।

दादू को ब्लड और दवा तो मिला गया अब दुआ की जरुरत

दादू की जिंदगी बचाने मुंबई की संस्था थिंक फाउंडेशन सामने आई है,संस्था के कर्मठ सहयोगी विनय शेट्टी के सहयोग से शुक्रवार की रात बॉम्बे ब्लड डोनर सूरज उटेकर और हरिकेश ने दो यूनिट ब्लड डोनेट किया है,जो आज एयर कोरियर से बिलासपुर अपोलो के लिए डिस्पैच किया गया,वही डॉ.प्रेरणा मोहन की सहयोग से रायपुर के ब्लड बैंक से एक यूनिट मिला है,दादू की छोटी बहन सरिता और अरविंद का दो यूनिट ब्लड मिलकर कुल पांच यूनिट हो गया है,दादू की जिंदगी ऑपरेशन के साथ दुआ की जरुरत है।

अरविंद ने पहली बार दिया अपना दुर्लभ बॉम्बे ब्लड
जरहाभाठा ओमपुर निवासी  १८ वर्षीय अरविंद कुमार बघेल  ने अपने पहली बार घायल दादू के जान बचाने ब्लड डोनेट किया,गौरतलब है की ये वही मासूम अरविंद  है जिसके दिल में बचपन से छेद था,जिसका उपचार वर्ष २००६-२००७   भी बिलासपुर अपोलो में ही हुआ था,लेकिन दुर्लभ बॉम्बे ब्लड होने के कारण अपोलो के डॉक्टर बड़ी मुश्किल से मिले तीन यूनिट ब्लड के मिलें के बावजूद ऑपरेशन से इंकार कर दिया था,चेन्नई अपोलो रेफर कर दिया था,वहा पहुंचने पर डॉक्टरों ने बिलासपुर अपोलो में रखे तीन यूनिट ब्लड को उपयोग करने से साफ इंकार कर दिया था,और तीन यूनिट ब्लड ३५ दिन बाद ख़राब हो गया,फिर ब्लड की तलाश शुरू की गई,लगातार मीडिया में प्रकाशित खबरों के बाद एक बार फिर डॉनर अरविंद की जान बचाने सामने आये, बंगलुरु के नारायणा हृदयालय हॉस्पिटल में वर्ष २००७ में अरविंद के दिल का सफल ऑपरेशन हुआ,वो भी केवल दो यूनिट ब्लड में,अरविंद की जान बचाने अहम भूमिका  टाटा जमशेदपुर के अमिताभ कुमार सिंह और रायगढ़ के सतीश सिंह ठाकुर खुद बंगलुरु पहुंचकर ब्लड डोनेट कर नई जिंदगी दी,अरविंद को नई जिंदगी देने में शिक्षिका शिव कुमारी,अपोलो हॉस्पिटल की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ.प्रेरणा मोहन,रायपुर निवासी ए के पौराणिक,शिक्षक राकेश बाटवे,पत्रकार अब्दुल असलम अहम् भूमिका रही।
क्या आपने कभी कोई दुर्लभ रक्त समूह के बारे में सूना है,शायद नहीं,तो चलिए हम आपको बताते है,बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या है ?
बॉम्बे रक्त समूह रक्त का एक दुर्लभ रक्त समूह है, इस रक्त समूह की खोज सबसे पहले मुंबई  में १९५२ में डा.वाई एम भेंडे द्वारा की गई थी
इसलिए इस रक्त समूह का नाम बॉम्बे  रक्त समूह पड़ा,इस रक्त समूह को hh और oh रक्त समूह भी कहते है, इस रक्त समूह में h प्रतिजन खुद को अभिव्यक्त नही कर पाता जो की O रक्त समूह में होता है,इसके कारण ही यह रक्त समूह अपनी लाल रक्त कोशिकओं में A और B प्रतिजन नही बनाता,A और B प्रतिजन न बनाने के कारण ही इस रक्त समूह के लोग किसी भी रक्त समूह के लोगो को अपना रक्त दे तो सकते है पर किसी और रक्त समूह से रक्त ले नही सकते। बंबई रक्त समूह उन लोगो में पाया जाता है जिन्हें विरासत में २ प्रतिसारी एलील मिलते है H अनुवांश के,इस रक्त समूह के मनुष्य H कार्बोहायड्रेट नही बना पाते जो की A और B प्रतिजन के अग्रगामी है,इसका यह मतलब है की इस रक्त समूह में A और B प्रतिजन के एलील मौजूद तो है पर वह खुद को अभिव्यक्त नहीं कर पाते,यह रक्त समुह उन बच्चों में देखने को मिलता है, जिन्हें वंश परम्परा से दोनों ही एलील ऐसे मिले जो की प्रतिसारी हो।
रेयर ऑफ द रेयरेस्ट ब्लड ग्रुप है बॉम्बे ब्लड
बॉम्बे ब्लड टाइप रेयर ऑफ़ द रेयरेस्ट ब्लड टाइप है,विश्व में कुल जनसंख्या में सिर्फ 0.0004 फीसदी लोगों के भीतर ये ब्लड टाइप पाया जाता है। 
बॉम्बे ब्लड:दुनिया के  सबसे बड़े  ब्लड बैंक न्यूयोर्क में भी नहीं  
जब हमने वर्ष २००७ में मासूम अरविंद के लिए बॉम्बे ब्लड के लिए दुनिया के सबसे बड़े ब्लड बैंक न्यूयोर्क से संपर्क किया था,तो मेल में जवाब मिला”यू बेटर ट्राई इन इंडिया ओनली”.
पूरे भारत में केवल ६४  लोग ही चिन्हांकित

 वर्ष २००७ में जब अरविंद के लिए इस रक्त समूह के लिए प्रयास किया जा रहा था,कोलकत्ता के हेमोटोलॉजिस्ट प्रशांत चौधरी के अनुसार वर्ष २००७ तक केवल ५८   लोग पुरे देश में बॉम्बे रक्त समूह के चिन्हांकित थे,अब इस रक्त समूह के कुल ६४   चिन्हाकित,जिसमे छत्तीसगढ़ में केवल ६ बॉम्बे ब्लड रक्त समूह के  है।
बॉम्बे ब्लड ग्रुप हेल्पलाइन  की मुहीम जारी 
 अरविंद बघेल के जीवन रक्षा के बाद बॉम्बे ब्लड ग्रुप हेल्प लाइन का गठन किया गया,वर्ष २००७ से लेकर अब तक २० से अधिक जरुरतमंदो को निःशुल्क निःस्वार्थ भाव से इस दुर्लभ बॉम्बे ब्लड डोनेट कर मानव जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
बॉम्बे ब्लड ग्रुप  हेल्प लाइन से जरुरतमंद संपर्क कर सकते है।
  9302413646

 सड़क हादसे में घायल युवक कोमा में,पांच यूनिट दुर्लभ बॉम्बे ब्लड की जरुरत 

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घायल की बहन सरिता और अरविंद ने दिया दुलर्भ बॉम्बे ब्लड
EXCLUSIVE:विशेष संवाददाता:विशाल झा 

बिलासपुर@M4S: दुलर्भ रक्त समूह बॉम्बे ब्लड की तत्काल एक युवक को जरुरत है,कोरबा जिला के हरदीबाज़ार निवासी २४ वर्षीय दादू सिंह कंवर २७ सितंबर की रात ड्यूटी जाते समय उनकी मोटर साइकिल दूसरे मोटर साइकिल से भिड़ंत में गंभीर रूप  घायल हो गया था,हादसे में दादू को सिर और जबड़े में चोट आई है,दादू सिंह एस ई सी एल गेवरा के सेंट्रल वर्कशॉप में गार्ड के पद पर तैनात है,कुसमुंडा पुलिस ने हादसे के बाद घायल ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था,जहा हालत नाजुक होने पर बिलासपुर के अपोलो रेफर किया गया,कोमा में पहुंच चुके दादू जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है,अपोलो के न्यूरो सर्जन डॉ.सुनील शर्मा के देख रेख में उसका  उपचार जारी है,अपोलो के डॉक्टर तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी है,लेकिन दादू के सामने सबसे बड़ी समस्या ब्लड की जो बेहद दुर्लभ है जो  बॉम्बे ब्लड ग्रुप है,

बहन का ब्लड निकला बॉम्बे ब्लड

दादू की छोटी बहन १९ वर्षीय सरिता कंवर का रक्त साहू चेक किया गया तो उसका रक्त समूह बॉम्बे ब्लड निकला,अपने भाई की जान बचाने सरिता से सबसे पहले एक यूनिट ब्लड डोनेट किया,एक यूनिट रायपुर से अपोलो हॉस्पिटल की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ.प्रेरणा मोहन के सहयोग से प्राप्त हुआ,

दादू को ब्लड,दवा,दुआ की जरुरत

अगर आप दादू की जिंदगी बचाने सहयोग करना चाहते है संपर्क कर सकते है।

सरिता कंवर (छोटी बहन):79871181699

इतवार सिंह (जीजा):8718849050

 

अरविंद ने पहली बार दिया अपना दुर्लभ बॉम्बे ब्लड

जरहाभाठा ओमपुर निवासी  १८ वर्षीय अरविंद कुमार बघेल  ने अपने पहली बार घायल दादू के जान बचाने ब्लड डोनेट किया,गौरतलब है की ये वही मासूम अरविंद  है जिसके दिल में बचपन से छेद था,जिसका उपचार वर्ष २००६-२००७   भी बिलासपुर अपोलो में ही हुआ था,लेकिन दुर्लभ बॉम्बे ब्लड होने के कारण अपोलो के डॉक्टर बड़ी मुश्किल से मिले तीन यूनिट ब्लड के मिलें के बावजूद ऑपरेशन से इंकार कर दिया था,चेन्नई अपोलो रेफर कर दिया था,वहा पहुंचने पर डॉक्टरों ने बिलासपुर अपोलो में रखे तीन यूनिट ब्लड को उपयोग करने से साफ इंकार कर दिया था,और तीन यूनिट ब्लड ३५ दिन बाद ख़राब हो गया,फिर ब्लड की तलाश शुरू की गई,लगातार मीडिया में प्रकाशित खबरों के बाद एक बार फिर डॉनर अरविंद की जान बचाने सामने आये, बंगलुरु के नारायणा हृदयालय हॉस्पिटल में वर्ष २००७ में अरविंद के दिल का सफल ऑपरेशन हुआ,वो भी केवल दो यूनिट ब्लड में,अरविंद की जान बचाने अहम भूमिका  टाटा जमशेदपुर के अमिताभ कुमार सिंह और रायगढ़ के सतीश सिंह ठाकुर खुद बंगलुरु पहुंचकर ब्लड डोनेट कर नई जिंदगी दी,अरविंद को नई जिंदगी देने में शिक्षिका शिव कुमारी,अपोलो हॉस्पिटल की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ.प्रेरणा मोहन,रायपुर निवासी ए के पौराणिक,शिक्षक राकेश बाटवे,पत्रकार अब्दुल असलम अहम् भूमिका रही।

क्या आपने कभी कोई दुर्लभ रक्त समूह के बारे में सूना है,शायद नहीं,तो चलिए हम आपको बताते है,बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या है ?
बॉम्बे रक्त समूह रक्त का एक दुर्लभ रक्त समूह है, इस रक्त समूह की खोज सबसे पहले मुंबई  में १९५२ में डा.वाई एम भेंडे द्वारा की गई थी
इसलिए इस रक्त समूह का नाम बॉम्बे  रक्त समूह पड़ा,इस रक्त समूह को hh और oh रक्त समूह भी कहते है, इस रक्त समूह में h प्रतिजन खुद को अभिव्यक्त नही कर पाता जो की O रक्त समूह में होता है,इसके कारण ही यह रक्त समूह अपनी लाल रक्त कोशिकओं में A और B प्रतिजन नही बनाता,A और B प्रतिजन न बनाने के कारण ही इस रक्त समूह के लोग किसी भी रक्त समूह के लोगो को अपना रक्त दे तो सकते है पर किसी और रक्त समूह से रक्त ले नही सकते। बंबई रक्त समूह उन लोगो में पाया जाता है जिन्हें विरासत में २ प्रतिसारी एलील मिलते है H अनुवांश के,इस रक्त समूह के मनुष्य H कार्बोहायड्रेट नही बना पाते जो की A और B प्रतिजन के अग्रगामी है,इसका यह मतलब है की इस रक्त समूह में A और B प्रतिजन के एलील मौजूद तो है पर वह खुद को अभिव्यक्त नहीं कर पाते,यह रक्त समुह उन बच्चों में देखने को मिलता है, जिन्हें वंश परम्परा से दोनों ही एलील ऐसे मिले जो की प्रतिसारी हो।
रेयर ऑफ द रेयरेस्ट ब्लड ग्रुप है बॉम्बे ब्लड
बॉम्बे ब्लड टाइप रेयर ऑफ़ द रेयरेस्ट ब्लड टाइप है,विश्व में कुल जनसंख्या में सिर्फ 0.0004 फीसदी लोगों के भीतर ये ब्लड टाइप पाया जाता है। 
बॉम्बे ब्लड:दुनिया के  सबसे बड़े  ब्लड बैंक न्यूयोर्क में भी नहीं  
जब हमने वर्ष २००७ में मासूम अरविंद के लिए बॉम्बे ब्लड के लिए दुनिया के सबसे बड़े ब्लड बैंक न्यूयोर्क से संपर्क किया था,तो मेल में जवाब मिला”यू बेटर ट्राई इन इंडिया ओनली”.
पूरे भारत में केवल ६४  लोग ही चिन्हांकित 

वर्ष २००७ में जब अरविंद के लिए इस रक्त समूह के लिए प्रयास किया जा रहा था,कोलकत्ता के हेमोटोलॉजिस्ट प्रशांत चौधरी के अनुसार वर्ष २००७ तक केवल ५८   लोग पुरे देश में बॉम्बे रक्त समूह के चिन्हांकित थे,अब इस रक्त समूह के कुल ६४   चिन्हाकित,जिसमे छत्तीसगढ़ में केवल ६ बॉम्बे ब्लड रक्त समूह के  है।

बॉम्बे ब्लड ग्रुप हेल्पलाइन  की मुहीम जारी 
अरविंद बघेल के जीवन रक्षा के बाद बॉम्बे ब्लड ग्रुप हेल्प लाइन का गठन किया गया,वर्ष २००७ से लेकर अब तक २० से अधिक जरुरतमंदो को निःशुल्क निःस्वार्थ भाव से इस दुर्लभ बॉम्बे ब्लड डोनेट कर मानव जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
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  9302413646

विश्व हृदय दिवस : मुख्यमंत्री ने बच्चों के माता-पिता से मोबाइल पर बातचीत कर पूछा बच्चों का हाल-चाल

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भावुक होकर माता-पिता ने बताया ’ लौट आया उनके बच्चों का हंसता-खेलता बचपन’ 

रायपुर@M4S:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज विश्व हृदय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना से लाभान्वित बच्चों के माता-पिता से मोबाईल पर बातचीत की और उनसे बच्चों के स्वास्थ्य और पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी प्राप्त की। ये वे बच्चे हैं, जिनके हृदय का आपरेशन सरकारी खर्चें पर हुआ है। मुख्यमंत्री ने आज इन बच्चों के अभिभावकों से बातचीत कर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना के अंतर्गत इन बच्चों के हृदय का सफल ऑपरेशन हुए दो से आठ वर्ष का समय बीत गया है। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों को स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
दुर्ग के मोतीपारा निवासी श्री अमृत यादव ने अपने मोबाइल पर मुख्यमंत्री की आवाज सुन कर अचंभित रह गए। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि आज विश्व हृदय दिवस है। इस मौके पर वे मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना से लाभान्वित बच्चों के माता-पिता से बातचीत कर बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने श्री यादव से उनके बेटे सागर का हालचाल पूछा। सागर के पिता श्री अमृत यादव फल-सब्जियों की दुकान लगाते हैं। सागर की माता गृहणी है। मुख्यमंत्री ने श्री यादव से यह भी पूछा कि सागर स्कूल जाता है या नहीं।  सागर के हृदय का ऑपरेशन पांच वर्ष पहले किया गया था। सागर अब 10 वर्ष का हो गया है।
श्री यादव ने मुख्यमंत्री को बताया कि सागर पूरी तरह स्वस्थ है और स्कूल गया है। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि वे सागर की पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान दें और उसका भविष्य संवारे। मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान अमृत यादव भावुक हो गए। उन्होंने सागर के हृदय के ऑपरेशन के लिए राज्य सरकार द्वारा दी गई सहायता के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि उनके लिए अपने बेटे का हृदय का ऑपरेशन कराना काफी कठिन काम था, लेकिन सरकार की मदद से उनका बेटा अब पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य बच्चों की तरह खेलता-कूदता है।
मुख्यमंत्री ने बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखंड के मुरता गांव के श्री शीतल साहू से मोबाइल पर उनकी बेटी मानसी साहू के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मानसी जब छह माह की थी, तब उनके हृदय का ऑपरेशन किया गया था। अभी मानसी तीन वर्ष की हो गई है। श्री शीतल साहू और उनकी धर्मपत्नी दोनों ही रोजी-मजूरी का काम करते हैं। श्री शीतल साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि ऑपरेशन के बाद मानसी सामान्य बच्चों की तरह स्वस्थ है। अगले साल से वे मानसी को स्कूल पढ़ने भेजेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्य सरकार की योजना से उनके छोटे से परिवार में खुशियां लौट आयी हैं।
मुख्यमंत्री ने सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड के गांव गोरखपुर बस्ती कलारी निवासी श्री श्याम बिहारी को फोन लगाकर उनके बेटे आशुतोष के स्वास्थ्य का हालचाल पूछा। आशुतोष जब चार वर्ष का था, तब उसका ऑपरेशन श्री बालाजी अस्पताल में हुआ था। वर्तमान में आशुतोष 12 साल का हो गया है और पूरी तरह स्वस्थ है। श्री श्याम बिहारी 10वी बटालियन सिलफिली में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री ने श्री श्याम बिहारी से आशुतोष को पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाने कहा।
बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर के मोहम्मद मईम खान ने मुख्यमंत्री को मोबाईल पर बताया कि उनकी बेटी आफरीन निशा के हृदय का सफल ऑपरेशन दो वर्ष पहले रायपुर के एस्कार्ट अस्पताल में हुआ था। तब आफरीन दो वर्ष की थी। ऑपरेशन के बाद अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। अगले वर्ष से वे आफरीन को स्कूल भेजेंगे। आफरीन के पिता छोटे ठेकेदार हैं, जो घरों में प्लास्टर ऑफ पेरिस का काम करते हैं। आफरीन की मां मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान भावुक हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि आपने मेरी बेटी को अच्छा कर दिया। उसे अपना आशीर्वाद दीजिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका आशीर्वाद हमेशा आफरीन के साथ है। आफरीन की पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दें और सामान्य बच्चों की तरह ही खेलने-कूदने दें। आफरीन के माता-पिता ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।

आफत:चार राज्यों में बारिश से तबाही, बिहार में 12 जिले बाढ़ की चपेट में

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नई दिल्ली(एजेंसी):देश के चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और असम में बारिश से तबाही भारी तबाही हुई है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में सोमवार सुबह बादल फटने से छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार में कई जिले जलमग्न हैं। असम में बाढ़ से बिगड़े हालात को देखते हुए पूर्वोत्तर की ओर जाने वाली कई टे्रन को बुधवार तक रद्द कर दिया गया है।
उत्तराखंड में नौ की मौत:कैलास मानसरोवर मार्ग में रविवार देर रात मालपा और मांगती नाले से सटे क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। जिसमें सेना के जेसीओ सहित नौ लोगों की मौत हो गई है। हादसे में चार लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद से मांगती क्षेत्र के आठ लोग लापता हैं। आपदा में सेना के दो सैन्य सामग्री ले जा रहे वाहन मलबे में दब गए। सेना के अस्थायी कैंप में भारी मलबा घुस गया है। सेना के मांगती कैंप में एक जेसीओ, पांच जवान व दो अन्य लोग लापता हैं।
यूपी में नदियां उफान पर:नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते उत्तरी पूर्वांचल में नदियां उफान पर हैं। सिद्धार्थनगर में दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कुशीनगर र्में रग बांध सोमवार सुबह टूट गया। इससे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए।
बाढ़ का कहर: बिहार में अब तक 70 की मौत, 65.37 लाख लोग प्रभावित
केंद्र की नजर:बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार और असम में बाढ़ की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। बचाव राहत कार्य में मदद के लिए एनडीआरएफ के दल भेजे गए हैं।
बिहार
65 लाख आबादी बाढ़ की चपेट में
बिहार में 41 लोगों की मौत, बाढ़ से 12 जिले जलमग्न
कटिहार मंडल में 33 ट्रेनें रद्द
असम
राज्य के 21 जिलों में 22.5 लाख लोगों पर आफत
राज्य में बाढ़ से अब तक 99 लोगों की मौत हो चुकी है
राहत कार्य के लिए सेना बुलाई गई

कोरबा में आजादी की 70 वीं वर्षगांठ हर्षोंल्लास और उमंग के माहौल में संपन्न संसदीय सचिव लखन देवांगन ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली

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कोरबा@M4S: कोरबा में देश की आजादी की 70 वीं वर्षगांठ उमंग और हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री लखन देवांगन ने फुटबाल मैदान सीएसईबी कोरबा (पूर्व) में मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरा कर परेड की सलामी ली। समारोह में छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक पी.टी. एवं सास्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया । समारोह में शासकीय सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत भी किया गया। मुख्य अतिथि संसदीय सचिव  लखन देवांगन ने मुख्यमंत्री डा. रमनसिंह द्वारा प्रदेश की जनता के नाम पे्रषित संदेश का वाचन किया।
         कोरबा में स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री लखन देवांगन ने हजारों दर्शकों की उपस्थिति में प्रातः 9 बजे ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। इस अवसर पर राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया। सुरक्षा बलों द्वारा हर्ष फायर किया गया और जिला पुलिस बल, सुरक्षा बल, स्काउट गाईड सीनीयर जूनियर डिवीजनों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। परेड कमांडरों द्वारा परेड रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मुख्य अतिथि ने परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ कलेक्टर मो कैसर अब्दुल हक एवं पुलिस अधीक्षक डी.श्रवण उपस्थित थे। उन्होंने अनेकता में एकता के प्रतीक गुब्बारे आकाश में छोड़े। इसके बाद विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा पी.टी. का प्रदर्शन किया गया। विभिन्न शालाओं के छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। जिसका दर्शकों द्वारा करतल ध्वनि से स्वागत किया गया ओर कार्यक्रमों का आनंद लिया।
   समारोह में अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद होने वाले जवानों के परिजनों को सम्मानित किया गया वहीं शिक्षा के क्षेत्र की प्रतिभाओं को मुख्य अतिथि के करकमलों द्वारा सम्मानित किया गया। समारोह में रक्षा का वादा अंतर्गत रक्षाबंधन में अपनी बहन को शौचालय प्रदान करने वाले भाईयों को सम्मानित किया गया। मुख्य समारोह में शासकीय अधिकारी, कर्मचारी जिन्होंने अपने कर्तव्यों का श्रेष्ठ निर्वहन किया है, उन्हें भी प्रशस्ति पत्र प्रदान कर मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण- समारोह में मुख्य अतिथि श्री देवांगन के करकमलों द्वारा परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दलों को शील्ड और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
परेड में जिला पुलिस बल महिला को  मिला प्रथम स्थान- परेड प्रोफेशनल में प्रथम पुरस्कार जिला पुलिस बल महिला, द्वितीय छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, तृतीय जिला पुलिस बल, और सांत्वना पुरस्कार केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल,एवं ़ नगर सेना ने हासिल किया। परेड नान प्रोफेशनल सीनियर में एन.सी.सी. सिनियर  बालिका प्रथम और एन.सी.सी. सिनियर बालक को द्वितीय स्थान प्रदान किया गया। जूनियर वर्ग में एनसीसी जुनियर बालिका गु्रप प्रथम, एनसीसी जूनियर बालक द्वितीय, सिक्यूरिटी सर्विस महिला तृतीय स्थान पर रही तथा गाईड दल, स्काउट दल एवं सिक्यूरिटी सर्विस पुरूष को सात्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में ब्लू वर्ड उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रथम – सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में ब्लू वर्ड उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रथम स्थान हासिल किया। द्वितीय स्थान कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास कोरबा, तृतीय स्थान निर्मला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोसाबाड़ी कोरबा, और सरस्वती शिशु मंदिर बुधवारी कोरबा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
   पी.टी.प्रदर्शन में प्रथम पुरस्कार प्राकृतिक विद्या निकेतन लाइवलीहुड कालेज आईटीआई कोरबा और द्वितीय पुरस्कार शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरबा को दिया गया।
प्रतिभाशाली विद्यार्थी, उत्कृष्ट कर्मी भी सम्मानित- बोर्ड परीक्षा की कक्षा 12 वीं और दसवीं की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को भी समारोह में मुख्य अतिथि लखन देवांगन  द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।
      समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश  जी. के. मिश्रा,, जिला पंचायत सीईओ  इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, वनमंडलाध्किारी  वेंकटाचलम, कटघोरा से एस जगदीशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  तारकेश्वर पटेल,, निगमायुक्त  अजय अग्रवाल, सहित अन्य विभागीय अधिकारी, पार्षदगण, गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में शहरवासी पत्रकार गण उपस्थित थे।

रक्षाबंधन: विशेष लिफाफों में भाईयों तक बहनों का प्यार पहुंचाएगा डाक विभाग

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मुरादाबाद@(एजेंसी):बहन-भाई के त्योहार रक्षा बंधन पर डाक विभाग ने राखी भिजवाने को कमर कसी है। विभाग ने राखियों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष लिफाफे भी मंगाए है। मुरादाबाद मंडल भर में विभाग ने हर शाखा पर रक्षाबंधन के लिए दो काउंटर अलग से खोलने के आदेश दिए गए है। विभाग रविवार को भी राखी की डाक बंटवाएगा। अगले सोमवार को रक्षा बंधन का पर्व है।

पर्व पर बहनें भाईयों को राखी भेजती है। डाक विभाग ने राखियों की बुकिंग से लेकर उसे तत्काल बंटवाने की भी तैयारी कर रहा है। मंडल में मुरादाबाद, रामपुर और अमरोहा हेड पोस्ट आफिस के अलावा 80 शाखाओं में दो काउंटर खोलने के आदेश दिए गए है। इसके अलावा विभाग ने राखी स्पेशल लिफाफा भी मंगाया है। दस रुपये की कीमत वाले लिफाफे में राखियों को बंटवाने की तैयारी की गई है। यह लिफाफा पूरी तरह से वाटर प्रूफ है और इसे चिपकाने के लिए गोंद का प्रयोग नहीं करना पड़ेगा, साथ ही इन लिफाफों का प्रयोग करने पर विभाग इसे पहुंचाने को प्राथमिकता भी देगा। मुरादाबाद के प्रवर डाक अधीक्षक उग्रसेन ने बताया कि त्योहार के कारण मंडल में हर ब्रांच पर दो काउंटर अलग से खोले जा रहे है। राखियों को रविवार के दिन भी सार्टिंग कराकर बंटवाया जाएगा।

VIRAL चिट्ठी: PM मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति को लिखा दिल छू जाने वाला पत्र, बेटी से मिला प्यारा जवाब

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नई दिल्ली@(एजेंसी):प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को उनके कार्यकाल के आखिरी दिन एक दिल छू जाने वाली चिट्ठी लिखी। इस चिट्ठी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को इतना प्रभावित किया किया वह इसे शेयर किए बिना नहीं रह सके। प्रणव दा की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी पीएम मोदी के इस पत्र का एक खूबसूत जवाब दिया है।

गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने जब इस चिट्ठी को ट्वीट किया तो लोगों ने इस हाथों हाथ लिया। 24 घंटे में ही इसे अब 52 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं और 22 हजार लोग रिट्वीट कर चुके हैं। पीएम को मोदी की यह चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो गई है।चिट्ठी को शेयर करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने लिखा है- ‘राष्ट्रपति के रूप अपने आखिरी दिन, मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक पत्र प्राप्त किया जो मेरे दिल को छू गया। आपके साथ साझा कर रहा हूं।’प्रधानमंत्री मोदी ने इस चिट्ठी में प्रणव मुखर्जी को अपने पिता तुल्य बताते हुए लिखा है कि वह दिल्ली एक बाहरी व्यक्ति के रूप में आए थे। उनके सामने जो काम था वह बहुत ही बड़ा और चुनौती पूर्ण था। इस दौरान प्रणव दा ने एक पिता रूप में भूमिका अदा की और मेरा मार्गदर्शन किया। मोदी ने आगे लिखा- आपके ज्ञान, मार्गदर्शन और निजी लगाव ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है और मुझे ताकत दी है।

 

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