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वैवाहिक सीजन में ट्रेनें रहेंगी रद्द, बढ़ेगी परेशानी  4 ट्रेनों का किया गया मार्ग परिवर्तित

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कोरबा@M4S:वैवाहिक सीजन में रेलवे द्वारा प्रमुख ट्रेनों को रद्द किया गया है तो 4 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। रद्द ट्रेनों में टाटा-इतवारी व बिलासपुर एक्सप्रेस महीने भर अलग-अलग दिन रद्द रहेगी। लगातार देरी से चल रही ट्रेनों की समस्या से रेल यात्रियों को निजात नहीं मिली है कि अब ट्रेनों को रद्द और उनका रूट डायवर्ट किया जा रहा है। अलग-अलग सेक्शन में चल रहे कार्यों की वजह से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे कुल 7 ट्रेनों को रद्द किया गया है, वहीं 4 ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है।
इस दौरान 18109/18110 टाटानगर-नेताजी सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) टाटानगर एक्सप्रेस 24, 28, 31 मई व 4, 7, 11, 14, 18, 21, 25 व 28 जून को रद्द रहेगी। इसी तरह 18113 टाटानगर-बिलासपुर एक्सप्रेस 4, 11, 18 और 25 जून को रद्द रहेगी। 18114 बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस 5, 12, 19 व 26 जून को रद्द रहेगी। इसी तरह निपनिया यार्ड ईस्ट एंड पर रिलिविंग गर्डर की डी लान्चिग की वजह से चार ट्रेनों को रद्द किया गया है। मई में एक दिन एवं 3, 10, 17 व 24 जून को पुरी से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 18477 पुरी-योग नगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग व्हाया कटक-संबलपुर सिटी-झारसुगुड़ा रोड-ईब के रास्ते चलेगी। 1 जून, 08, 15, 22 व 29 जून योग नगरी ऋषिकेश से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 18478 योग नगरी ऋषिकेश-पुरी उत्कल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग व्हाया ईब-झारसुगुड़ा रोड-संबलपुर सिटी-कटक के रास्ते चलेगी। 27 मई एवं 3, 10, 17 व 24 जून को आरा से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 13288 आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग व्हाया कान्ड्रा-सीनी (टाटानगर छोडक़र) के रास्ते चलेगी। 24 व 31 मई एवं 7, 14, 21 व 28 जून को दुर्ग से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 13287 दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग व्हाया सीनी कान्ड्रा (टाटानगर छोडक़र) के रास्ते चलेगी।

भरणी नक्षत्र व शोभन योग में होगी वट वृक्ष की पूजा, सोमवती अमावस्या का भी संयोग  वट सावित्री अमावस्या 26 को, अखंड सौभाग्य के लिए महिलाएं रखेंगी व्रत

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कोरबा@M4S:वट सावित्री अमावस्या भरणी नक्षत्र एवं शोभन योग में 26 मई को मनाई जाएगी। अखंड सौभाग्य की कामना के लिए सुहागिन महिलाएं वट सावित्री का व्रत रखेंगी। इस बार सोमवार को अमावस्या होने से इस दिन सोमवती अमावस्या का पुण्यकारी संयोग भी बन रहा है। महिलाएं घरों के साथ मंदिरों में पहुंचकर वट वृक्ष की पूजा करेंगी।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अमावस्या तिथि सोमवार दोपहर 12.11 बजे से शुरू हो जाएगी और दूसरे दिन 27 मई मंगलवार को सुबह 8.31 बजे तक रहेगी। ऐसे उत्तम संयोग में वट सावित्री की पूजा करना फलदायी होगा। उन्होंने बताया कि वट वृक्ष को देव वृक्ष माना गया है। इस दिन बरगद के वृक्ष की पूजा कर महिलाएं देवी सावित्री के त्याग, पति प्रेम और पति व्रत धर्म का स्मरण करती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र, अच्छी सेहत और रिश्तों में मजबूती के लिए उपवास रखती हैं।मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है। इसके अलावा वट पूजा और व्रत से वैवाहिक जीवन भी सुखमय बनता है। इस दिन सत्यवान सावित्री तथा यमराज की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि सावित्री ने व्रत के प्रभाव से अपने मृत पति सत्यवान को धर्मराज यमराज से छुड़ाया था, इसलिए विवाहित महिलाएं पति की कुशलता, दीर्घायु की कामना से वट सावित्री व्रत का पालन करती हैं। पंडितों ने बताया कि व्रत करते समय महिलाओं को नियमों और श्रद्धा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा के लिए समय साफ-सुथरे वस्त्र पहनें। 16 श्रृंगार अनिवार्य रूप से करें। व्रत की कथा सुनें। महिलाएं वट वृक्ष को अक्षत, पुष्प, चंदन, ऋ तुफल, पान, सुपारी, वस्त्र, धूप-दीप आदि से पूजा कर रक्षासूत्र बांधकर वृक्ष की परिक्रमा करें। विधि-विधान से की गई पूजा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। वट सावित्री व्रत न सिर्फ एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह प्रेम, समर्पण और विश्वास का प्रतीक भी है। सही नियमों और श्रद्धा के साथ किया गया यह व्रत वैवाहिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देता है।

सात समंदर पार कर पहुंचे मॉनसून के मैसेंजर कनकेश्वर धाम कनकी में एशियन बिल्ड स्टार्क पक्षी का आगमन शुरू

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कोरबा@M4S:जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर कनकेश्वर धाम में मॉनसून का संदेश लेकर प्रवासी पक्षी पहुंच चुके हैं। कनकी में अब एशियन बिल्ड स्टार्क पक्षी का आगमन शुरू हो चुका है। अब तक 100 से अधिक पक्षियों ने यहां शिव मंदिर परिसर में लगे अलग अलग पेड़ों में अपना आशियाना बना लिया है, या इसकी शुरुआत कर दी है। जुलाई माह में ये पक्षी अंडे देते हैं। इसके लिए वह मॉनसून आने के ठीक पहले पेड़ों पर अपना घोंसला बनाते हैं। पक्षियों को क्षेत्रवासी मानसून का संदेश देने वाले देवदूत मानते हैं।
भगवान शिव की आराधना के लिए मशहूर कनकेश्वर धाम प्रवासी पक्षियों के आगमन के लिए भी पहचाना जाता है। कांग्रेस के शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री ने कनकेश्वरधाम को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। यह घोषणा अब तक अधूरी है, वन विभाग ने पक्षियों के अंडों को सुरक्षित रखने के लिए कई तरह के इंतजाम करने की बात भी कही थी। पक्षी यहां वंशवृद्धि के लिए आते हैं। वह मॉनसून की शुरुआत में आते हैं, यह उनके प्रजनन काल होता है। फिर जुलाई, अगस्त के बीच अंडे से चूजे निकल आते हैं। अक्टूबर नवंबर तक ये उड़ान भरने योग्य होने पर ये वापस चले जाते हैंं। यह पक्षी शिव मंदिर परिसर के पेड़ों में ही अपना घोसला बनाते हैं। धान की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को भी ये नष्ट कर किसानों के लिए सहयोगी होते हैं। ग्रामीण कहते हैं कि वे तो दशकों से देख रहे हैं कि गांव में शिव मंदिर परिसर के आसपास के पेड़ों पर ही पक्षी अपना घोंस बनाते हैं यदि इस क्षेत्र का पर्यटन स्थल के तौर पर विकास होगा तो आसपास रोजगार भी विकसित होगा और पक्षियों को भी सुरक्षित किया जा सकेगा। वन विभाग के कनकी को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का प्लान है। यहां पक्षियों को अधिक सुरक्षा देने के लिए चबूतरा को भी संरक्षित किया जा रहा है, ताकि उनके अंडों को सुरक्षित किया जा सके। कुछ समय पहले इन्हें स्थानीय जानवरों से भी खतरा था. जो उनके अंडों को नुकसान पहुंचा रहे थे, उसके लिए रात को यहां लाइट लगाए गए थे। पेड़ के नीचे नेट भी लगाए गए हैं। बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं, जिससे पक्षी अच्छा समय व्यतीत कर सकें और अपने प्रजनन काल ठीक तरह से पूर्ण कर सकें. कनकी में और भी कई विकास कार्य प्रस्तावित हैं’।

कई देश तक फैली है इन पक्षियों की नस्ल
प्रवासी पक्षी एशियन ओपन बिल्ड स्टार्क भारत उपमहाद्वीप के साथ साथ दक्षिण पूर्व एशिया के चीन, आस्ट्रेलिया, कमबोडिया, थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेसिशा, श्रीलंका, म्यामार, मलेशिया, फिलिंपिंस, सिंगापुर में पाए जाते हैं। भारत में इसे घोघिंल के रूप से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि कनकी में अधिकांश पक्षी दक्षिण और श्रीलंका से आते हैंं। इनकी 20 प्रजातियां पाई जाती हैं।

खड़ी हाईवा से भिड़ी एक अन्य हाईवा केबिन में फंसा चालक लगा रहा जाम 

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कोरबा@M4S:जिले में सड़क हादसों का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। कटघोरा-कोरबा मुख्य मार्ग पर छुरी के निकट शुक्रवार तड़के 5 बजे बड़ा सड़क हादसा हो गया। खड़ी हाईवा से पीछे से आ रही हाईवा भिड़ गई। भिड़ंत में हाईवा को भारी नुकसान पहुंचा है। सामने खड़े हाईवा के डाला से टकराई हाईवा का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से चालक केबिन में ही फंस गया।टक्कर इतनी जोरदार थी कि दुर्घटना के बाद वाहन का डीजल और ऑयल टैंक फट गया। सड़क पर फैले तेल की वजह से कई बाइक सवार फिसल कर गिरे और घायल हुए।हादसे की वजह से मार्ग में कई घंटे तक जाम लगा रहा। हादसे की सूचना मिलते ही कटघोरा पुलिस और डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। लगभग 3 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद केबिन में फंसे घायल चालक अनीश पटेल को बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघोरा पहुंचाया गया।

सुरक्षा गार्डों की तैनाती को लेकर रहें सतर्क सराफा दुकानों और गोल्ड लोन कंपनियों की सुरक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी

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कोरबा@M4S:शहर में स्थित सराफा दुकानें और गोल्ड लोन कंपनियों की सुरक्षा जांच के बाद पुलिस की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें सराफा दुकानदारों और गोल्ड लोन कंपनियों से कहा गया है कि वे काम करने वाले सुरक्षा गार्डों की तैनाती को लेकर भी सतर्क रहें। उनसे कहा गया है कि प्रशिक्षित गार्ड को ही अपने प्रतिष्ठानों में रखें।अपने प्रतिष्ठान के बाहर-भीतर उच्च गुणवत्ता वाला सीसीटीवी कैमरा लगाएं, जो मुख्य द्वार को कव्हर करता हो, साथ ही लेनदेन काउंटर और सेफ रूम पर भी नजर रखता हो। पुलिस ने कहा है कि ऐसे कैमरों की रिकार्डिंग कम से कम 30दिन अवश्य होनी चाहिए ताकि जरूरत पडऩे पर कैमरों की मदद ली जा सके।
पुलिस ने कोरबा शहर में स्थित सभी सराफा और गोल्ड लोन कंपनियों के अलावा अन्य वित्तीय प्रतिष्ठानों की जांच की है और इसमें कई खामियां पाई है। पुलिस का कहना है कि इन कमियों को दूर करने के लिए सराफा कारोबारियों के साथ-साथ वित्तीय प्रतिष्ठानों के व्यवस्थापकों से कहा गया है। पुलिस ने इन दुकानदारों से कहा है कि रात में दुकानों के बाहर और भीतर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करें। दुकान बंद करने के बाद लाइट को बंद न करें ताकि कैमरे सही तरीके से काम करते रहे और दुकान में होने वाली सभी गतिविधियों पर नजर रख सकें। पुलिस की इस एडवाइजरी का मकसद सराफा दुकानों के साथ-साथ सभी वित्तीय संस्थानों में सुरक्षा को मजबूत करना है ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी होने पर अपराधियों तक पहुंचा जा सके। कैश लाते ले जाते, आभूषण को निकालते समय भी विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। दुकानदारों से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के निकटतम थाना और चौकियों का नंबर भी रखें ताकि जरूरत पडऩे पर मदद ली जा सके। दुकानों में डॉयल 112 जैसे आपातकालीन नंबर को प्रदर्शित करने के लिए भी कहा गया है। साथ ही किसी व्यक्ति की जानकारी संदिग्ध होने पर इसकी सूचना थाने को देने के लिए कहा गया है।

कॉलेजों में 119 प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापकों के पद रिक्त  जिले में उच्च शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल

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कोरबा@M4S:जिले में उच्च शिक्षा का बुरा हाल है। शासन ने एक के बाद एक नए महाविद्यालय तो खोल दिए। लेकिन इन महाविद्यालयों में ना तो पर्याप्त संसाधन है और ना ही पर्याप्त विषय विशेषज्ञ प्राध्यापक। जिन महाविद्यालय में प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक मौजूद थे, उन्हें नए सरकारी महाविद्यालय खुलने के बाद स्थानांतरण कर दिए गए। लेकिन नए प्राध्यापकों के नियुक्ति नहीं की गई। अब इसकी जगह महाविद्यालयों की पढ़ाई अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है।जिले में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय संबद्ध जिले में 15 सरकारी महाविद्यालय संचालित हैं। बताया जा रहा है कि इन महाविद्यालयों में प्राध्यापकों के लगभग 268 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 149 पदों पर ही प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक पदस्थ हैं। लेकिन 119 प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापकों के पद रिक्त हैं। इस कारण डिग्री संकायों में प्रवेश लेकर भी विद्यार्थी पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। शासकीय पीजी कॉलेज की बात करें तो सेटअप 48 प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक की है। लेकिन वर्तमान में महज एक प्राध्यापक और 30 सहायक प्राध्यापकों के भरोसे विभिन्न संकाय संचालित हो रहीं हैं। जबकि विद्यार्थियों की मानें तो इस महाविद्यालयों में जिले के अन्य सरकारी महाविद्यालयों की अपेक्षा स्थिति बेहतर है। शासकीय इंजीनियर विश्वेशरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोरबा में स्नातक और स्नातकोत्तर संकाय के बीए, बीएससी गणित, बीएससी जीव विज्ञान, बी.कॉम, एमए, एसएससी, एम.कॉम सहित अन्य संकायों के विभिन्न पाठ?क्रम संचालित है। लेकिन विडंबना यह है कि इन पाठ?क्रमों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक व संसाधनों की कमी है। इस अव्यवस्था से कॉलेज में प्रवेश लेकन नियमित रुप से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ता है। इस कारण जिले के सरकारी महाविद्यालयों में प्रवेश लेकर उच्च शिक्षा की डिग्री हासिल करने में रुचि कम हो गई।डिग्री हासिल करने के लिए विद्यार्थियों को जिला या फिर प्रदेश के बाहर रुख करना पड़ रहा है। हालांकि प्रबंधन का दावा है कि रिक्त पदों पर गेस्ट प्रोफेसरों की भर्ती की गई है। उनकी ओर से पाठ्यक्रमों को पूरा कराया जा रहा है।

अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू एसईसीएल कोरबा क्षेत्र ने चलाया अभियान

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कोरबा@M4S:एसईसीएल कोरबा क्षेत्र ने अंबेडकर नगर,सुभाष ब्लॉक और मानिकपुर में अवैध कब्जे और बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। इसमें अवैध निर्माण हटाए गए और एक मामले में एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। अधिकारियों ने कहा है कि कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
एसईसीएल कोरबा क्षेत्र ने अंबेडकर नगर,सुभाष ब्लॉक कालोनी और चीफ हाउस में अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। इस अभियान के तहत अवैध बिजली कनेक्शन काटे गए और अवैध निर्माण हटाए गए। कार्रवाई सार्वजनिक परिसर (अनधिकृत अधिभोगियों की बेदखली) अधिनियम और कंपनी अधिनियम के तहत की जा रही है।एसईसीएल क्षेत्र में कई कब्जाधारी बिजली चोरी कर रहे थे, जिसमें कुछ ने हुकिंग और कुछ ने खंभों से सीधे तार खींचकर अवैध कनेक्शन बनाए थे।
इससे न केवल एसईसीएल को वित्तीय नुकसान हो रहा है, बल्कि जयप्रकाश और सुभाष ब्लॉक कालोनी जैसे क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या भी बनी हुई है। इस कारण निवासियों के विद्युत उपकरण खराब हो रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।एक मामले में 15 ब्लॉक कालोनी में अवैध कब्जा करने वाले एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के खिलाफ न्यायालय ने एसईसीएल प्रबंधन के पक्ष में फैसला सुनाया। आरोपी पर 1,00,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। बता दें कि मानिकपुर और पोखरी पारा में खाली पड़ी एसईसीएल की जमीनों पर अवैध कब्जे का सिलसिला लंबे समय से जारी है। कुछ भूमि दलाल इन बेशकीमती जमीनों को प्लॉट बनाकर बेच रहे हैं। कई जगहों पर कब्जा कर निर्माण भी कर लिया गया है। संबंधित विभाग को इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

एस ई सी एल की मानिकपुर खदान में हुए मारपीट करने वाले 8 आरोपियों ग्रिफ्तार अब तक कुल 12  आरोपी ग्रिफ्तार अन्य फरार की तलाश जारी

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कोरबा@M4S:मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी एलेश पी आनंद पिता आनंद उम्र 40 वर्ष सा० मुड़ापार कालीबाड़ी पास चौकी मानिकपुर थाना सिटी कोतवाली  ने एक लिखित आवेदन पत्र प्रस्तुत कर प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया कि यह केसीसी कंपनी मे कार्य करता है कलिंगा कंपनी अंतर्गत अकाउंट विभाग मे कार्य करता है यह दिनांक 17.05.2025 को अपने ड्यूटी मे कार्य कर रहा था की शांम करीब 05.30 के आसपास सुरेश पटेल, सुरेश पटेल, उदय पटेल एवं अन्य लोग के०सी०सी० कार्यालय मानिकपुर माईस में आफिस आये और अपने साथ मे एक आवेदन रखे थे, उसी आवेदन की बात को लेकर सुरेश पटेल, सुरेश पटेल, उदय पटेल एवं उसके अन्य साथियों के द्वारा जबरन कार्यालय में घुस कर लोहे का रॉड, डंडा को रखकर चकधर मोहंती, दीपक डे को मां बहन का गंदी-गंदी गाली गलौज कर जान से मारने का धमकी देकर हाथ मुक्का से मारपीट किये है जिससे चक्रधर मोहंती एवं दीपक डे को काफी चोट आई है। जिनको इलाज के लिए एनकेएच अस्पताल में भर्ती करवाया गया है का रिपोर्ट दर्ज कराया है जो प्रार्थी के रिपोर्ट पर पुसके मानिकपुर थाना कोतवाली जिला कोरबा में अपराध क्रमांक 353/2025 धारा 296, 351(2), 115(2), 324(4), 3(5) बी०एन०एस० का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया।
इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक  सिद्धार्थ तिवारी के द्वारा मामले की गंभीरता से जांच करने के संबंध में निर्देशित करने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  नितीश ठाकुर यातायात एवं साइबर सेल प्रभारी रविंद्र कुमार मीना व नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का के मार्गदर्शन में पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाकर आरोपियों की पत्ता तलाशी कर धर पकड़ करने के निर्देश प्राप्त हुए।
वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त दिशा निर्देश पर पुलिस टीम के द्वारा दौरान घटनास्थल एवं सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान कार्यवाही किया गया। विवेंचना एवं संकलित साक्ष्य के आधार पर प्रकरण में उक्त धारा के अतिरिक्त धारा 191(2), 191(3), 308(4), 333, 241, 117(2) बीएनएसएस का अपराध घटित होना पाये जाने से प्रकरण में धारा जोड़ी गई। प्रकरण में आरोपीयान आलोक कुमार पटेल, विजय कुमार यादव, उदय कुमार पटेल एवं सुरेश पटेल के विरूद्ध धारा सदर का अपराध घटित करना सबूत पाये जाने से विधिवत् गिरफ्तार कर नाइक रिमांड पर भेजा गया है सोशल मीडिया एवं फुटेज के आधार पर अन्य फरार आरोपियों लव कुमार पटेल, राजकुमार पटेल, सुशील कुमार पटेल, अजय कुमार पटेल, संजय कुमार सारथी, जितेन कुमार पटेल, धनीराम यादव, सरजू कुमार जांगड़ाकी पहचान कर मानिकपुर पुलिस ने उन्हें भी तलब कर घटना के संबंध में पूछताछ किया एवं घटना में संलिप्तता पाने पर 08 आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजो।

टमाटर एक फल, फ‍िर भी सब्‍ज‍ियों में क्‍यों होती है इसकी ग‍िनती? यहां जानें सही जवाब

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नई द‍िल्‍ली(एजेंसी): हमारे यहां भारत में खाने पीने के चीजों की कमी नहीं है। फल से लेकर सब्‍ज‍ियों तक में आपको कई ऑप्‍शंस म‍िल जाएंगे। हमारे यहां के रसोई में मसाले अहम भू‍म‍िका न‍िभाते हैं। वहीं खाने की ऐसी भी कई चीजें हैं जो सब्‍ज‍ियों में जायका बढ़ाने का काम करती हैं। ब‍िना उसके खाना मानो फीका लगता है। जी हां, हम टमाटर की बात कर रहे हैं।

टमाटर को हम कई तरह से खाते हैं। इसे सब्‍जी में डालने पर ग्रेवी की रंगत न‍िखर आती है। वहीं इसे हम सलाद के रूप में भी खाते हैं। कई लोग तो टमाटर का सूप पीना भी पसंद करते हैं। टमाटर में व‍िटाम‍िन ए, सी, लाइकोपीन, पोटैश‍ियम, फाेलेट, फाइबर, मैग्नीशियम और आयरन जैसे कई पोषक‍ तत्‍व पाए जाते हैं। इसका रंग लाल होता है। वहीं स्‍वाद में खट्टा मीठा टमाटर सेहत को भी कई फायदे पहुंचाता है।

कुल म‍िलाकर कह सकते ह‍ैं क‍ि ये हमारी रसोई और थाली का मुख्‍य ह‍िस्‍सा रहा है। हालांक‍ि इस बात को लेकर लोगों के मन में हमेशा ये सवाल रहता है क‍ि टमाटर एक फल है, फ‍िर भी इसकी ग‍िनती सब्‍ज‍ियों में क्‍यों होती है। अगर आप भी इस बात को लेकर कन्‍फ्यूज रहते हैं तो ये लेख आपको जरूर पढ़ना चाह‍िए। आज हम आपको बताएंगे क‍ि टमाटर को हम सब्‍जी के रूप में क्‍यों इस्‍तेमाल करते हैं। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से-

क्‍यों टमाटर को कहा जाता है फल ?

आपको बता दें क‍ि टमाटर में बीज होते हैं और ये फलों की तरह ही पौधों पर लगे फूलों से उगता है। इस कारण इसे फल कहा जाता है। जबक‍ि सब्‍ज‍ियों में पत्‍त‍ियां, जड़ें और टहनी होती हैं। ऐसे में आप साफ-साफ जान सकते हैं क‍ि ये एक फल है। ऑक्‍सफोर्ड और कैम्‍ब्र‍िज जैसे कई ड‍िक्‍श्‍नरि‍यों में भी टमाटर को फल ही ल‍िखा गया है।

क्‍यों होती है सब्‍ज‍ियों में ग‍िनती?
फल के तौर पर देखें तो इन्‍हें डेजर्ट या स्‍वीट्स में भी इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। सेब, लीची, स्‍ट्रॉबेरी और आम से लेकर कई फलों के स्‍वीट्स बनाए जाते हैं। लेकिन टमाटर के साथ ऐसा नहीं है। इसे हमेशा मेन काेर्स के ल‍िए इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। टमाटर को हमेशा सलाद के रूप में खाया गया। सब्‍ज‍ि‍यों में ग्रेवी की रंगत न‍िखारने के लि‍ए इस्‍तेमाल क‍िया गया, इस ल‍िहाज से ये एक सब्‍जी हुई। हालांक‍ि साइंस इसे फल ही कहता है। 

टमाटर खाने के फायदे
  • कैंसर के खतरे को कम करे
  • हार्ट ड‍िजीज से बचाए
  • वेट लॉस में फायदेमंद
  • बॉडी को हाइड्रेट रखे
  • डाइजेशन सुधारे
  • त्‍वचा की रंगत न‍िखारे

SALMAN KHAN की सिक्योरिटी में लगी सेंध, गैलेक्सी अपार्टमेंट में जबरन घुसने वाली महिला गिरफ्तार

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नई दिल्ली(एजेंसी): हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता सलमान खान का नाम इस वक्त एक बार से सुरक्षा इंतजामों को लेकर चर्चा में बना हुआ है। लंबे समय से सलमान को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग की तरफ से जान से मारने की धमकियां मिल रही है और अब खबर आ रही है कि मुंबई में एक्टर के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट में एक अज्ञात महिला ने जबरन घुसने की कोशिश की।

जिससे सलमान खान की सिक्योरिटी में एक तरह से सेंध लगी है। हालांकि, मुंबई पुलिस ने तुरंत ही इस महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पूरा मामला क्या है आइए उसे विस्तार से जानते हैं।

सलमान खान के घर में घुसी महिला

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के अंदर जाने के लिए एक महिला ने जबरन कोशिश की है। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बिना किसी अनहोनी के उसे तुरंत पकड़ लिया और घर के अंदर जाने से रोका। इसके बाद मुंबई पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई और उस महिला को अरेस्ट कर लिया। फिलहाल उस महिला से पूछताछ चल रही है कि आखिर क्यों वह इस तरह से सलमान खान के घर के अंदर जाना चाहती थी।

कुछ महीनों पहले ये खबर सामने आई थी कि दो बाइक सवार युवकों ने मुंबई के बांद्रा स्थित सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग की थी। जिसके बाद से सलमान की सिक्योरिटी को और अधिक बढ़ा दिया गया। लेकिन उनके अजीज दोस्त और राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से भाईजान की जान को खतरा बना हुआ है। इसको देखते हुए उनको Y प्लस सिक्योरिटी मुहैया कराई गई।

समय-समय पर सलमान खान को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों की तरफ से जान से मारने की धमकियां भी मिलती रही हैं। जिसकी वजह से जब भी सलमान कहीं जाते हैं तो उनके साथ सुरक्षाकर्मियों का काफिला चलता है। मुंबई पुलिस भी सलमान की सिक्योरिटी को लेकर गंभीर है और प्रशासन के कुछ सिपाही भी उनके साथ मौजूद रहते हैं।
ब्लैकबक केस में होगी सुनवाई
हाल ही में ये खबर सामने आई थी कि सलमान खान से जुड़े 26 साल पुराने ब्लैकबक केस के सभी मामलों को लेकर 28 जुलाई को कोर्ट में सुनवाई होनी है। जिसके लिए राजस्थान सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में लीव-टू-अपील दाखिल की गई है। बता दें कि इस मामले में सलमान जमानत पर बाहर चल रहे हैं।

 

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