नई दिल्ली(एजेंसी):संसद के दोनों सदनों में आज फिर मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा किया। राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच आज सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
लोकसभा में जहां सरकार ने विपक्ष से मामले में चर्चा की बात कही। वहीं, विपक्ष पीएम मोदी के बयान देने की मांग पर अड़ा रहा। उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष ने हंगामा किया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
इसलिए हुई नोकझोंक
दरअसल, धनखड़ ने नियम 176 के तहत प्राप्त 11 नोटिसों का विवरण देते हुए सांसदों और उनसे संबंधित राजनीतिक दलों के नाम पढ़े, जिसमें राजस्थान से लेकर मणिपुर तक के राज्यों में हिंसा पर अल्पकालिक चर्चा की मांग की गई थी।
लेकिन, जब उन्होंने विपक्षी दलों के सांसदों से नियम 267 के तहत प्राप्त नोटिस को पढ़ना शुरू किया, जिन्होंने मणिपुर मुद्दे को उठाने के लिए दिन के कामकाज को अलग करने की मांग की, तो उन्होंने पार्टी का उल्लेख नहीं किया।
इसपर नाराज टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने सभापति से उन सांसदों की पार्टियों का भी उल्लेख करने को कहा, जिन्होंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया था, जैसा कि उन्होंने नियम 176 के तहत नोटिस देने वाले सांसदों के लिए किया था।
धनखड़ ने भी जताई नाराजगी
विपक्ष के हंगामे के बीच टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने सभापति से पार्टी का नाम भी लेने को कहा और शोर मचाने लगे। इसपर धनखड़ भड़क गए और उन्होंने सांसद को सीट पर बैठने को कहा। धनखड़ ने कहा, ” डेरेक आप सीट पर बैठें, आप मुझे चैलेंज कर रहे हैं।”
धनखड़ ने ओ’ब्रायन से अपनी सीट लेने के लिए कहा, लेकिन टीएमसी नेता नरम मूड में नहीं थे। ओ’ब्रायन को अपने साथी सांसदों का भी समर्थन मिला। धनखड़ ने इसके बाद कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।