भू विस्थापितों का आंदोलन 476 वें दिन से जारी अब करेगें खदान बंदी और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल

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कोरबा@M4S: भू विस्थापित किसानों के लंबित रोजगार मामले को लेकर छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ द्वारा सीजीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शन 476 वें दिन भी जारी रहा। अब एक बार फिर कुसमुंडा खदानबंदी और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी गई है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा,भू विस्थापित रोजगार एकता संघ ने एक बार फिर व्यापक आंदोलन का ऐलान किया है।एसईसीएल के कुसमुंडा क्षेत्र के लिए अर्जित ग्राम जरहाजेल,खमहरिया,मनगांव,गेवरा, बरपाली, दुल्लापुर,बरकुटा, दुरपा, सोनपुरी, जटराज, भैसमाखार, बरमपुर के भू विस्थापितों के लंबित रोजगार प्रकरणों की समस्याओं के निराकरण के लिए एसईसीएल कुसमुंडा मुख्यालय के सामने प्रदर्शन के बाद महाप्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा। मांग पत्र सौंपते हुए समस्याओं का समाधान की मांग की। साथ ही भू विस्थापितों की समस्या का समाधान नहीं होने पर 2 मार्च से कुसमुंडा मुख्यालय में अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल की घोषणा के साथ ही 10 मार्च को कुसमुंडा खदान बंद करने की चेतावनी भी दी है।किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने बताया कि जिला प्रशासन की मदद से एसईसीएल के कुसमुंडा, गेवरा,कोरबा, दीपका क्षेत्र द्वारा पूर्व में कई गांवों का अधिग्रहण किया गया, लेकिन आज भी हजारों भू विस्थापित रोजगार,बसावट, मुआवजा के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहे है। भू विस्थापितों की समस्याओं के लिए जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन दोनों ही जिम्मेदार हैं। कुसमुंडा में जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर 476 दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है, लेकिन जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन भूविस्थापितों को गुमराह करने का काम कर रही है। किसी भी पुनर्वास ग्राम में बुनियादी मानवीय सुविधाओं के साथ बसाहट नहीं दी गई है और न ही यहां के लंबित रोजगार प्रकरणों का निराकरण किया गया है। इन समस्याओं की ओर कई बार प्रशासन और प्रबंधन का ध्यान आकर्षित किया गया है, लेकिन भू विस्थापितों की इन समस्याओं के निराकरण के प्रति किसी ने भी गंभीरता से काम नहीं किया। इस दौरान मोहन यादव,रेशम यादव,दामोदर श्याम,जय कौशिक, रवि यादव,राघुलाल, चंद्रशेखर,अनिल बिंझवार,उत्तम, होरीलाल, सुमेन्द्र सिंह ठकराल, नरेंद्रयादव, हरिहर,फणीन्द्र, दीनानाथ, जितेंद्र, हेमलाल के साथ भू विस्थापित शामिल थे। ज्ञापन की प्रतिलिपि कलेक्टर के साथ एसईसीएल सीएमडी को भी भेजा गया है।किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर,जय कौशिक ने कहा कि ज्ञापन में सभी प्रभावित छोटे-बड़े खातेदारों को स्थाई नौकरी देने के साथ ही 3 सूत्रीय मांगपत्र महाप्रबंधक सौंपा गया है। यदि भूविस्थापितों, किसानों के रोजगार के सवाल पर प्रशासन और प्रबंधन सकारात्मक पहलकदमी नहीं करती है तो आंदोलन किया जाएगा। भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के अध्यक्ष रेशम यादव सचिव दामोदर श्याम ने कहा कि जिनकी जमीन एसईसीएल ने ली है उन्हें बिना किसी शर्त के रोजगार दिया जाए, क्योंकि जमीन ही उनके जीने का एकमात्र सहारा था। आज भुखमरी के कगार पर भूविस्थापित खड़े है। अब आर पार की लड़ाई का समय आ गया है 2 मार्च को पूरे परिवार सहित सैकड़ों भू विस्थापित कुसमुंडा मुख्यालय के सामने भूख हड़ताल में बैठेंगे और खदान बंद हड़ताल में भी शामिल होंगे।

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