कोलकाता (एजेंसी):बंगाल के हुगली जिले के उत्तरपाड़ा में हुई चौथी कक्षा के छात्र श्रेयांशु शर्मा की खौफनाक हत्या की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा लिया है। इस हत्याकांड में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बच्चे की मां और उसकी समलैंगिक पार्टनर को गिरफ्तार किया है।
ईंट और भारी चीजों से बच्चे का किया गया कत्ल
हत्या की वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। पुलिस के अनुसार, बेटे ने मां और उसकी समलैंगिक पार्टनर को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। बच्चा मुंह न खोल दे, समाज में झूठी इज्जत की खातिर बस इसी वजह से दोनों ने मिलकर 10 वर्षीय मासूम की बेरहमी से हत्या कर दी। कत्ल भी ऐसे-वैसे नहीं बल्कि ईंट और दूसरी भारी चीजों से उसके सिर पर वार कर, हाथ की नसें काट और चाकू मार कर किया।
8 फरवरी की है घटना
गिरफ्तार आरोपितों में बच्चे की मां शांता शर्मा और उसकी सहेली इशरत परवीन शामिल है। घटना हुगली के उत्तरपाड़ा थाना के कोननगर में 18 फरवरी की है। श्रीरामपुर के डीसीपी अर्णब विश्वास के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया है।
बताया जा रहा है कि 18 फरवरी की शाम को अचानक एक मकान से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आई। पता चला कि चौथी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे का किसी ने कत्ल कर दिया। हत्या की सूचना मिलते ही उत्तरपाड़ा की पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंची। पुलिस के अलावा फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की एक टीम भी आई।
जब घर में कोई न था तब हुआ श्रेयांशु का कत्ल
मामले की तफ्तीश शुरू की। लेकिन शुरू में किसी को भी ये बात समझ में नहीं आ रही थी कि आखिर इतने छोटे से बच्चे की हत्या के पीछे कौन-सी वजह हो सकती है? कातिल ने श्रेयांशु की हत्या तब की थी, जब घर में कोई और नहीं था। शुरुआत में लगा कि लूटपाट की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया है।
वहीं, पुलिस ने शुरुआती तफ्तीश में पाया कि ना तो आस-पड़ोस में किसी ने किसी अजनबी को घर के अंदर जबरदस्ती घुसते हुए देखा है और ना ही दरवाजे पर किसी तोड़फोड़ या जबरदस्ती एंट्री के निशान हैं। पुलिस को ये भी पता चला है कि घर का पालतू कुत्ता भी वारदात के वक़्त खामोश था।नव
कुत्ते से मिला कातिल का सुराग
श्रेयांशु के घर में एक कुत्ता भी था, जो किसी भी अजनबी को देखते ही भौंकने लगता था, लेकिन हैरानी की बात ये थी कि उसी घर में श्रेयांशु का कत्ल हो गया और कुत्ते को एक बार भी किसी ने भौंकते हुए नहीं सुना। सामान भी अपनी जगह जस का तस रखा था। कुछ इन्हीं सवालों के साथ पुलिस ने इशरत से सवाल जवाब शुरू किया।
फिर तो इसके बाद जो कहानी निकल कर सामने आई, उस पर पुलिसवालों के भी होश उड़ गए। पता चला कि बच्चे की मां शांता शर्मा के उसकी सहेली इशरत से समलैंगिक संबंध हैं। वो संबंध जो दोनों के बीच शांता की शादी के पहले से चले आ रहे हैं। इशरत ने पुलिस को बताया कि इस संबंध के बारे में वैसे तो शांता के पति पंकज को भी खबर थी, लेकिन ये बात कभी बाहर नहीं आई।
बेटे ने मां के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था
लेकिन कुछ रोज पहले शांता के बेटे श्रेयांशु ने इशरत को अपनी मां के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। बस, इसी दिन से इशरत और शांता दोनों इस बात से बेहद परेशान थी कि बच्चा मुंह न खोल दे। यदि ऐसा हुआ तो समाज में उनकी इज्जत चली जाएगी। बस इसी झूठी इज्जत की खातिर इशरत और शांता ने श्रेयांशु के कत्ल का फैसला कर लिया।
इसके बाद पूरी प्लानिंग के तहत 18 फरवरी की रात को दोनों ने मिलकर श्रेयांशु श्रेयांशु के सिर पर पहले ईंट से वार किया। फिर घर में ही रखी भगवान गणेश की एक मूर्ति उठाई और उससे हमला किया। एक टूटे हुए टेबल से भी उसे कुचलने की कोशिश की। इसके बाद भी मां और उसकी सहेली का जी नहीं भरा, तो फिर दोनों ने घर में रखे किचन नाइफ (चाकू) से मासूम के हाथ की नसें काट डालीं।
खून बहने से उसकी मौत हो जाए, इसलिए एक के बाद एक कई बार चाकू मारे। पुलिस को मोबाइल की कॉल डिटेल, सीडीआर, मौका ए वारदात पर मौजूद फिंगर प्रिंट सहित दोनों के खिलाफ कई सबूत मिले हैं। कत्ल के पीछे की कहानी जानकर पूरा इलाका सदमे में है।