कोरबा@M4S:ज्योतिषार्च के अनुसार इस बार एकादशी की तिथि में वृद्धि होने से यह संयोग बन रहा है। ऐसे में दो मार्च को स्मार्त और दूसरे दिन वैष्णव मत वाले एकादशी का व्रत रखेंगे।पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली पर्व धूमधाम से मनाई जाएगी। होली पर्व से आठ दिन पहले से होलाष्टक शुरू हो जाती है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार होलाष्टक अवधि में ग्रहों का स्वभाव उग्र हो जाता है। इस अवधि में दुष्प्रभाव का खतरा बढ़ जाता है। होलाष्टक की शुरुआत फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि यानी 27 फरवरी की मध्यरात्रि 12.59 बजे शुरू होगी। समापन सात मार्च मंगलवार को होलिका दहन के दिन होगा।होली पर्व को लेकर रंग-पिचकारी के कारोबारियों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। विगत तीन साल तक कोरोना महामारी की वजह से कई लोग होली पर्व मनाने से बच रहे थे। इस कारण कारोबार पर भी असर पड़ा था। इस बार लोगों में पर्व को लेकर खासा उत्साह है। ऐसे में बेहतर व्यापारियों को बेहतर कारोबार की उम्मीद है।