FRAUD:ठगराज ने दो व्यापारियों को लगाया चूना,कैश लेकर खाते में ट्रांसफर करा दी ठगी की रकम

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 बालको और सिविल लाइन थाना पुलिस ने दर्ज किया एफआईआर
कोरबा@M4S:मोबाइल के जरिए बैंक खाता में ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवा कर ठगी को अंजाम देने का मामला सामने आया है। एक ही शख्स के विरुद्ध बालको और सिविल लाइन पुलिस ने अलग-अलग ठगी के मामले में एफआईआर दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक प्रार्थी वेद प्रकाश जायसवाल कैलाश नगर बालको निवासी का बालको बस स्टैंड में ग्राहक सेवा केन्द्र है। उसके पास 14 नवम्बर को दोपहर 3:20 बजे एक लडका आया और नगद पैसा की जरूरत बताकर अपना नाम धरमवीर जाटव बताया और बोला कि मैं अपने फोन पे मोबाईल से पैसा डलवा दुंगा। उसने बताया कि बालको में ही वह रेडिमेड कपड़े का सेल लगाया है। उसे वेदप्रकाश ने अपना फोन पे का क्यू.आर. कोड दिया तब धरमवीर अपने मोबाईल फोन से फोटो खीचा और किसी दूसरे व्यक्ति को उस क्यूआर कोड को वाट्सअप किया। इसके बाद प्रार्थी के क्यूआर कोड में 5000रूपये, 14200 रूपये डालवाया। धरमवीर बोला कि फोन पे का लिमिट ओव्हर हो गया है,अपना एकाउंट नंबर बता दो मैं उसमें पैसे डलवा दूंगा। एकाउंट नंबर दिया तब 5000 रूपये और डाल दिया। मोबाईल् में पैसा डालने का मैसेज आने पर कुल 24200 रूपये नगद उसे दे दिया। 14 नवम्बर को पुन: 5 बजे वह लडका प्रार्थी की दुकान में आकर उसी क्यूआर में कुल 20,000 रूपये और डलवाया। ये राशि खाता में आने के बाद 20000 रूपये दे दिया गया । अगले दिन फिर 12120 रूपये क्यूआर में डलवाया और रूपये नगद लेकर चला गया। इसके बाद 18 नवम्बर को प्रार्थी के आईडीबीआई बैंक के खाता जो मोबाईल नंबर से लिंक है, उसमें लेन-देन नहीं हुआ तब बैंक जाकर पता किया। बैंक वाले ने बताया कि गुजरात पुलिस के द्वारा उसका बैंक एकाउंट होल्ड करा दिया गया है। गुजरात के किसी व्यक्ति का पैसा एकांउट में 12120 रूपये ट्रांसफर हुआ है इसलिए खाता ब्लाक हुआ है। पीडि़त की रिपोर्ट पर ठग धरमवीर जाटव के विरुद्ध धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।इसी धरमवीर जाटव ने सिविल लाइन थाना रामपुर अंतर्गत प्रकाश आहुजा निवासी पोडीबहार आहुजा मोबाईल का संचालक से भी ठगी किया है। 10 नवम्बर को शाम 6.30 बजे दुकान में संचालक को बोला की उसे नगद पैसों की जरूरत है। पूछने पर नाम धरमवीर जाटव और बाल्को में रेडिमेड कपड़े का सेल लगाना बताया। उसके बातों में आकर अपना फोन पे का क्यूआर कोड दिया तब मोबाईल से फोटो खींचा और किसी दूसरे व्यक्ति को उस क्युआर कोड को व्हाट्सप किया। क्यूआर कोड में 5000-5000 करके 20000रूपये डाले। इसके बाद 14 नवम्बर को प्रार्थी के पीएनबी अकाउंट से लेन देन नहीं हो पा रहा था। बैंक जाकर पता किया तो बैंक वाले ने बताया कि गुजरात पुलिस के द्वारा उसका बैंक एकाउंट होल्ड कर दिया गया है। गुजरात के किसी व्यक्ति का पैसा उसके खाता में ट्रांसफर हुआ है। इस मामले में भी एफआईआर हुई है।

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