कोरबा@M4S:चुनाव सीजन भले ही बीत गया हो, लेकिन कुछ कांग्रेसियों के मन में मलाल अब भी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कटघोरा में दो नेताओं की खीज सामने आई है। सार्वजनिक रूप से हुई हॉट टॉक की सियासी गलियारे में जमकर चर्चा चल रही है।
कटघोरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आज इसी बात को लेकर दो बड़े पदाधिकारियों के बीच जमकर कहा-सुनी और नोंक-झोंक हो गई।पहले तो संगठन के बड़े नेताओं के सामने दोनों बड़े नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग हुई। वहां से जब वापस लौटे तो सडक़ पर भी इन दोनों के बीच कहा-सुनी होती रही। संगठन के एक पदाधिकारी को इस बात का मलाल और गुस्सा है कि पार्टी के कुछ लोगों ने चुनाव में विपक्षी दल के लिए काम किया और यह भी बड़ा आरोप लगा कि चुनाव में भाजपा नेत्री सरोज पांडे से सांठगांठ कर, उनसे पैसे लेकर कांग्रेस के विरुद्ध में काम किया गया जिसकी वजह से हार का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ इस बात को संबंधित पदाधिकारी ने नकारते हुए ऊंची आवाज में चिल्ला चिल्लाकर कहा कि उन्होंने सरोज पांडे से कोई पैसा नहीं खाया है। वैसे दबी जुबान में यह बात तो आज भी चल रही है कि बीत चुके विधानसभा, लोकसभा, नगरीय निकाय और हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस संगठन की भीतरी खामियों और कमजोरी सतही तौर पर देखने को मिली, उससे कहीं ना कहीं यह सत्य है कि पार्टी में कुछ लोग भीतरघात की हैं। अब यह तो भीतरघात करने वाला ही जाने कि वह किस हद तक संगठन के विरुद्ध में जाकर काम कर रहा है या कम कर चुका है। कमरों के भीतर होने वाली बातचीत और आरोप- प्रत्यारोप जब इस तरह खुलकर सडक़ पर होने लगी तो दूसरे पदाधिकारी और कांग्रेस नेताओं ने दोनों को समझाने का काम किया और उन्हें वहां से हटाकर किसी तरह मामले को शांत कराया।