कोरबा@M4S:निर्धन परिवार के अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर है । मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिले में
वित्तीय वर्ष के शेष लक्ष्य 147 जोड़े
निर्धन परिवार के बेटियों का विवाह करने की कवायद शुरू कर दी गई है । होली के ठीक बाद 17 से 22 मार्च के दरम्यान कटघोरा में जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान ही उक्त पुनीत आयोजन को संपन्न कराने की तैयारियों में जिला प्रशासन ,महिला एवं बाल विकास विभाग जुट गया है।
यहां बताना होगा कि निर्धन परिवार के लिए विवाह योग्य पुत्रियों का विवाह करना काफी मुश्किल भरा कदम होता है । खासकर आजकल के महंगे परिवेश में मजदूरी कर दो जून की रोटी का जुगाड़ कर जीवन यापन करने वाले परिवार को अपनी बिटिया के हाथ पीले करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इन्हीं सब दिक्कतों को देखते हुए निर्धन परिवार की इस चिंता को मुक्त करने छत्तीसगढ़ सरकार ने सन 2004 से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की है । जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ के मूल निवासी ऐसे निर्धन परिवार जिनके यहां 18 साल से अधिक आयु की विवाह योग्य कन्या है उनका विवाह सरकार अपने खर्चे पर संपन्न कराकर ऐसे परिवारों को चिंतामुक्त कर रही। बेटियों का भविष्य संवार रही।चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रति जोड़े निर्धारित राशि 50 हजार रुपए की दर से 260 जोड़ों के लिए 1 करोड़ 30 लाख रुपए का आबंटन प्राप्त हुआ है । जिले में कुल 10 एकीकृत बाल विकास परियोजना हैं जिनके अधीन 2599 आंगनबाड़ी केंद्र हैं ,इनमें 2291 मुख्य एवं 308 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र शामिल है। प्रत्येक परियोजना को 26 -26 जोड़ों का लक्ष्य आबंटित किया गया है। जिसके लिए 13 -13 लाख रुपए का बजट जिला से पुनराबँटित कर दिया गया है।जिसमें से
नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पूर्व 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के आतिथ्य में सीएसईबी कोरबा पूर्व फुटबॉल मैदान में संपन्न हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम में शहरी क्षेत्रों के परियोजनाओं से 102 जोड़ों का महिला एवं बाल विकास विभाग जिला प्रशासन कोरबा ने सामूहिक विवाह का पुनीत आयोजन कराया था। जिसमें सत्यापन उपरांत 2 जोड़े अपात्र पाए जाने एवं एक जोड़े की आपातकालीन परिस्थितियों की वजह से भागीदारी सुनिश्चित नहीं की जा सकी थी। शेष 99 जोड़ों का भव्य सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। जिसमें स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने दाम्पत्य जीवन में बंधे बेटियों को सुखद ,खुशहाल जीवन का आशीर्वाद दिया था। विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी रेणू प्रकाश ने बताया कि 8 परयोजनाओं से शेष 147 जोड़े बच गए हैं। जिनका उपलब्ध बजट में इसी वित्तीय वर्ष में सामूहिक विवाह का आयोजन की तैयारी कर रहे। ताकि गरीब परिवार के अभिभावकों को अपनी बिटिया के हाथ पीले करने लंबा इंतजार और धन जुटाने की चिंता न करना पड़े। उन्होंने बताया कि कलेक्टर अजीत वसंत के नेतृत्व में होली के उपरांत 17 से 22 मार्च के बीच कटघोरा में उक्त पुनीत आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। जिसके लिए परियोजनावार आवेदन प्राप्त हो गए हैं। जिनकी सत्यापन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है।जिला प्रशासन जल्द ही अतितिथियों की हामी के बाद विवाह आयोजन की तिथि तय करेगी।
डीपीओ रेणू प्रकाश ने बताया कि लगभग 150 जोड़ों का विवाह का आयोजन कोरबा से भी भव्य स्वरूप में होगा अल्पसमयावधि में उक्त वृहद स्तर के आयोजन को संपन्न कराने की तैयारी शुरु कर दी गई है।
परियोजनावार ये जोड़े बंधेंगे परिणय सूत्र में
परियोजना -जोड़े
कोरबा शहरी -4
बरपाली -13
पाली-17
कटघोरा -18
हरदीबाजार -22
पोंडी -21
पसान-26
चोटिया -26
कुल -147
बेटियों को मिलेगा 35 हजार रुपए का चेक
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत स्वीकृत 50 हजार रुपए प्रति जोड़े प्रोत्साहन राशि में से योजनांतर्गत लाभान्वित होने वाले जोडों को 35 हजार रुपए का चेक प्रदान किया जाएगा। शेष 15 हजार की राशि में विवाह आयोजन के खर्च किए जाएंगे। जिसमें वर वधु के कपड़े,श्रृंगार ,दैनिक जीवन के उपयोग में आने वाली सामाग्रियों की खरीदी के साथ साथ विवाह आयोजन का पूरा खर्च वहन किया जाएगा।
जनसमुदाय से भागीदारी अपेक्षित
मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष में 260 जोड़ों का लक्ष्य मिला था । जिसमें 99 जोड़ों का विवाह 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान संपन्न कराया गया था। 8 परियोजनाओं से शेष लक्ष्य 147 जोड़े बचे हैं ,जिनका सत्यापन उपरांत होली के तत्काल बाद 17 से 21 मार्च के बीच कटघोरा में सामूहिक विवाह के आयोजन की तैयारी कर रहे। इस पुनीत आयोजन में जन समुदाय की भागीदारी अपेक्षित है।
रेणू प्रकाश , डीपीओ ,महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा(छग)