सुकमा(एजेंसी):छत्तीसगढ़ के सबसे अधिक उग्रवाद प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुए है। सुकमा में शनिवार को पांच महिला कैडरों समेत कुल 20 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी है। सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि सभी नक्सली अमानवीय और खोखली माओवादी विचारधारा से निराश होकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
कई माओवादी गतिविधियों को अंजाम देने में थे सक्रिय
उन्होंने आगे बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी कथित तौर पर जिले के जगरगुंडा पुलिस थाना क्षेत्र में पोस्टर लगाने, प्रतिबंधित संगठन की विचारधारा फैलाने और रेकी करने सहित कई माओवादी गतिविधियों को अंजाम देने में शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में जिला पुलिस इकाई और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुनर्वास अभियान नीति से प्रभावित थे सभी नक्सली
पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी उग्रवादी जिला पुलिस के नक्सलियों के पुनर्वास अभियान नीति से प्रभावित थे। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
नौ नक्सली को किया गया गिरफ्तार
मालूम हो कि दो दिन पहले दंतेवाड़ा के भांसी में निर्माण कार्य में लगे वाहनों को आग लगाने वाले नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। पांच दिसंबर को डीआरजी, बस्तर फाइटर्स दंतेवाड़ा, सीआरपीएफ 111वीं बटालियन एफ कंपनी फरसपाल व थाना फरसपाल का संयुक्त बल सर्चिंग पर निकला था।