नई दिल्ली(एजेंसी):मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) फिलहाल एनआईए की गिरफ्त में है। पटियाला कोर्ट ने राणा को NIA की 18 दिन की हिरासत में भेज दिया है। भारत आने के बाद तहव्वुर राणा की पहली रात NIA के लॉकअप में गुजरी।
राणा को सेल में क्या सुविधा दी जाएगी?
जानकारी के मुताबिक, राणा को सीजीओ कॉम्प्लेक्स में NIA हेडक्वार्टर के ग्राउंड फ्लोर पर बने लॉकअप में रखा गया है। इस सेल का साइज लगभग 14/14 फुट का है। सीसीटीवी कैमरे से लैस सेल के अंदर जमीन पर एक बिस्तर लगा है। बाथरूम भी सेल के अंदर ही है।
बता दें कि सेल के अंदर केवल 12 नामित एनआईए अधिकारियों को ही इजाजत है। इजाजत है। सेल के अंदर ही राणा को सारी जरूरी सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
बता दें कि आज (11 अप्रैल) से एनआईए की टीम राणा से पूछताछ करने में जुट गई है। एनआईए अधिकारियों द्वारा की जाने वाली पूछताछ की रिकॉर्डिंग की जा रही है। पूछताछ के दौरान राणा को बीच-बीच में ब्रेक भी दिया जाएगा। बता दें कि पूछताछ के लिए आठ एजेंसियों ने एनआईए से सिफारिश की है।
NIA की टीम राणा से क्या पूछताछ करेगी?
मुंबई आतंकी हमले को लेकर जांच एजेंसी के अधिकारी, राणा के साथ विस्तार से बातचीत करेंगे। बातचीत के जरिए अधिकारी आतंकी हमले से जुड़े सबूतों को जुटाएंगे। बता दें कि शुरुआत के कुछ दिनों तक राणा से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद उसे देश के कई शहरों, जैसे दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, पुष्कर, गोवा, पुणे ले जाया जाएगा। आतंकी हमले से पहले राणा ने इन जगहों की रेकी की थी।
एनआईए का सबसे बड़ा लक्ष्य है राणा की जुबान से मुंबई आतंकी हमले का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड हाफिज सईद और उसके गुर्गों का नाम उगलवाना। बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज के इशारों पर ही आतंकियों ने 26/11 हमले को अंजाम दिया गया था। हाफिज इस समय पाकिस्तान में है।
कौन लड़ने वाला है राणा का केस?
तहव्वुर हुसैन राणा की ओर से दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने वरिष्ठ अधिवक्ता पीयूष सचदेव को कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त किया है। पीयूष सचदेवा ने आईएलएस लॉ कॉलेज, पुणे से पूरी की और उसके बाद एलएल.एम. की डिग्री लंदन के किंग्स कॉलेज से हासिल की।