कोरबा@M4S:कोरबा में बोलेरो चालक की अंधे कत्ल की गुत्थी को कोरबा पुलिस ने सुलझाया, फिरौती के इरादे से किया गया था अपहरण,पहचान उजागर हो जाने के कारण हत्या को दिया अंजाम।हत्या के तीनों आरोपी मृतक के ही गाँव के निकले,गाँव में ही 15 दिन कैंप करके पुलिस ने हत्या के मामले का खुलासा किया,हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए 20 सदस्यों की विशेष टीम गठित किया गया,आरोपियों को उत्तर प्रदेश गोरखपुर नेपाल बार्डर और रायपुर से किया गया गिरफ्तार,लूट के मोबाईल से मृतक को बोलेरो बुकिंग के बहाने किया गया था फोन, तीनो आरोपियों ने 14-15 फरवरी की दरमियानी रात औरई- लबेद जंगल के बीच मे की थी हत्या,
कोरबा के करतला थाना क्षेत्र में 14-15 फरवरी की दरमियानी रात बोलेरो चालक 35 वर्षीय अमित कुमार साहू की अंधे क़त्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है,हत्या की और ने नहीं बल्कि गांव के ही तीन युवको ने दिया था अंजाम,प्रार्थी नवाडीह सेंदरीपाली निवासी अजय प्रकाश साहू ने करतला थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि दिनांक 14.02.2024 के रात्रि 22:30 बजे से दिनांक 15.02.2024 के सुबह 09:00 बजे के मध्य मेरे भाई अमित कुमार साहू को किसी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ग्राम औरई से लबेद वनमार्ग पर सिर को पत्थर से कुचलकर और बोलेरो वाहन से कुचलकर हत्या कर दिया गया है कि रिपोर्ट पर अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कोरबा एस पी सिद्वार्थ तिवारी द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अजाक बनेडिक्ट मिंज के पर्यवेक्षण मे एक टीम गठित किया गया जिसमे थाना करतला, थाना उरगा, सायबर सेल कोरबा को जांच में लगाया गया,जांच टीम के द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया, टीम के साथ फोरेंसिक अधिकारी, डॉग स्कॉड को भी शामिल किया गया। टीम के द्वारा घटना स्थल कि बारीकी से जाँच की गई, जाँच के दौरान पाया गया की बोलेरों मे भी खून के निशान पाये गए। घटना स्थल पर ही बोलेरो के साथ मृतक के बॉडी के पास मोबाईल फोन, घड़ी, खून से सना पत्थर और हुडी कैप मिला जिसे पुलिस के द्वारा कब्जा में लिया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा 05 टीम बनाकर जांच में लगाया गया,
पुलिस की टीम के द्वारा थाना करतला क्षेत्र में कैम्प करके सभी पहलुओं को बारीकी से जाँच पड़ताल करने में जुट गई, टीम को पूछताछ के दौरान यह जानकारी प्राप्त हुई कि मृतक को फोन करके बोलेरो कोरबा हॉस्पिटल मरीज को ब्लड देने जाने के लिए किया गया था। पुलिस के जाँच पड़ताल में यह पता चला कि जिस नंबर से फोन आया था वह मोबाईल केरवा के व्यक्ति का था, जिससे पूछताछ पर पता चला कि काले रंग के स्कुटी मे दो अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा शाम को बात करने के बहाने मेरे मोबाईल फोन को लूट लिया गया था। जाँच के दौरान पुलिस को मृतक के परिवार द्वारा बताया गया कि मेरा छोटा बेटा अजय प्रकाश साहू ग्राम नवाडीह मे ही ग्राहक सेवा केन्द्र का संचालन करता है एवं मेरा बड़ा बेटा अमित साहू द्वारा गाडी बुकिंग एवं खेती किसानी का कार्य अपने पिताजी दादूलाल साहू के साथ करता है।
पुलिस को यह भी शंका हुआ कि मृतक के मृत्यु का कारण जमीन विवाद, परिवरिक कलाह, आपसी लेनदेन का विवाद हो सकता है। इन सभी पहलुओं पर लगातार गाँव वालों और लोगो से आसपास के गाँव के व्यक्तियों से विवाद संबंधित बातों को लेकर किसी व्यक्ति से कोई दुश्मनी तो नही है, लेकिन पुलिस को जाँच के दौरान मृतक व उनके परिवार के बारे मे कोई बात ऐसा पता नही चला सघन पूछताछ जारी रखा गया था। टीम के द्वारा केराकछार, नवाडीह, सेंदरीपाली, केरवाद्वारी, फत्तेहगंज, गनियारी, औराई, लबेद, रीवापार, तुमान, चिकनीपाली आदि गाँव के लोगो से पूछताछ किया गया। पूछताछ के दौरान टीम को सूचना मिली कि घटना दिनांक के बाद से गाँव नवाडीह के तीन व्यक्ति गॉव मे नही थें। जिस पर इन व्यक्तियों की पतासाजी किया गया जिस पर संदेही पवन कुमार कंवर से पूछताछ किया गया पूछताछ में उसने अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पवन कुमार कंवर के निशानदेही पर रायपुर से हेमलाल दिव्य और राजेश कुमार लहरे को उत्तर प्रदेश, गोरखपुर नेपाल बार्डर के पास से पकड़ा गया। आरोपियों की पहचान कार्यवाही कराया गया जिसमे मोबाईल लूट के आरोपियों को प्रार्थी द्वारा पहचाना गया।
आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किये उनके द्वारा बताया गया कि लूटपाट और फिरौती के नियत से मृतक को धोखे से बुलाकर अपहरण किये थे। हम लोग जानते थे कि उन दोनो भाईयों के पास पैसा रहता है, इसलिए हम लोगो ने योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया,मृतक अमित द्वारा आरोपियों को पहचान लेने और पकड़े जाने के डर से बोलेरो वाहन से कुचलकर और सिर पर पत्थर पटककर हत्या कर दिये थे। आरोपियों के निशानदेही पर घटना मे प्रयुक्त हसिया, गमछा, लूटा गया मोबाईल, स्कूटी को बरामद किया गया है,एस पी ने पूरी टीम को नगद पुरस्कर की घोषणा की,साथ प्रशंसा पत्र की अनुशंसा की है, और उत्तर प्रदेश की पुलिस कोरबा एस पी ने धन्यवाद किया है,जांच टीम के सदस्यों से के साथ कुर्सी से खड़े होकर फोटो खिचाया और हाथ मिला कर शाबाशी दे कर हौसला बढ़ाया।
कोरबा पुलिस की आरोपियों तक पहुंचने की जीतोड़ मेहनत रंग लाई,आरोपियों को सलखो के पीछे भेज दिया,इधर मृतक अमित कुमार साहू के परिजन एस पी सिद्धार्थ तिवारी को बुके देकर पूरी टीम को बधाई दी और आभार जताया,
इस ब्लाइंड मर्डर में आरोपियों द्वारा खुद का मोबाइल तो उपयोग नहीं किया गया,लूटे गए मोबाइल से पूरी मर्डर की कहानी बना कर दी,लेकिन कानून के लंबे हाथ आरोपियों तक पहुंच गए,और अब आरोपियों की जिंदगी सलाखों के पीछे कटेगी,