कोरबा@M4S:कहते है मानव जीवन में अन्न दान का बड़ा महत्त्व होता है उसी तरह किसी के जीवन को बचाने रक्तदान को महादान कहा जाता है,गर्भवती महिलाओ को प्रसव के समय रक्त की जरुरत होती है,ऐसे में कोरबा के ४५ वर्षीय पेशे से अधिवक्ता राजेंद्र साहू पिछले २७ सालो में अब तक ४४ बार रक्त दान कर जरूरतमंद लोगो की जान बचाई है,चैत्र नवरात्र में हर साल रक्तदान कर रहे है,साल में दो बार नियमित रक्त दान कर मानव जीवन की रक्षा कर रहे है,हाउसिंग बोर्ड रामपुर निवासी राजेंद्र साहू का रक्त समूह ए पाजेटिव है,राजेंद्र साहू बताते है
सबसे पहले १९९० में एक गर्भवती महिला के परिजन ब्लड के लिए परेशान थे,उसको इसकी जानकारी लगी तो खुद ही जिला अस्पताल पहुंच कर अपना रक्त दिए महिला का सफल ऑपरेशन में ख़ून का उपयोग हुआ तो उन्हें आत्मीय खुशी हुई,फिर तब से लेकर आज तक नियमित हर जरुरतमंद लोगो को रक्तदान करने पीछे नहीं हटे,रक्तदान का रिकॉर्ड बनाने वाले राजेंद्र साहू से उनके अधिवक्ता साथियों को भी रक्तदान करने की प्रेरणा दे रहे है,उनका मानना है की हर इंसान को अपना रक्तदान जरूर करना चाहिए इससे रक्त की कमी नहीं बल्कि ताजा खून बनने से शरीर में स्फूर्ति बरक़रार रहती है।
GOOD NEWS@कोरबा के अधिवक्ता राजेंद्र साहू ने ४४ बार रक्तदान कर बचाई जान और बनाया रिकॉर्ड
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