एकीकृत हरित हाइड्रोजन केंद्र का निर्माण विशाखापत्तनम के अच्युतपुरम मंडल में किया जाएगा
पुदीमदका हरित हाइड्रोजन केंद्र का लक्ष्य नई ऊर्जा प्रतिमान में प्रौद्योगिकियों के लिए एक विश्व- स्तरीय इकोसिस्टम का निर्माण करना है। इनमें इलेक्ट्रोलाइजर और ईंधन सेल विनिर्माण, संबंधित सहायक उद्योग व स्टार्ट-अप, इन्क्यूबेशन, परीक्षण सुविधाएं, हरित हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव्स जैसे हरित अमोनिया व हरित मेथनॉल का उत्पादन और निर्यात शामिल हैं। इस परियोजना में भारत की सबसे बड़ी हरित हाइड्रोजन उत्पादन सुविधा (हर दिन 1,200 टन) का निर्माण शामिल है। यह हरित हाइड्रोजन को हरित अमोनिया और हरित मेथनॉल जैसे डेरिवेटिव्स में परिवर्तित करने में सक्षम बनाएगा, जो मुख्य रूप से विभिन्न निर्यात बाजारों में इसकी आपूर्ति करेगा।
अमरावती स्थित आंध्र प्रदेश सचिवालय में एनजीईएल के मुख्य महाप्रबंधक शिवकुमार वी.वी. और एपीआईआईसी के उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक प्रवीण कुमार के बीच इस भूमि पट्टा विलेख का आदान-प्रदान किया गया। इस अवसर पर आंध्र प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव के.एस. जवाहर रेड्डी, एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक आर. सारंगापानी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।