कोरबा@M4S: निदेशक तकनीकी संचालन एसके पाल ने शुक्रवार दोपहर दीपका मेगा प्रोजेक्ट का दौरा किया। उन्होंने माईन प्लान के ज़रिए खदान के विस्तार व उत्पादन गतिविधियों की समीक्षा की। समीक्षा के लिए वे माईन फ़ेस तक गए। उन्होंने ओबीआर पैच का भी निरीक्षण किया। इस दौरान एरिया कोर टीम भी साथ रही।
एसईसीएल दीपका खदान को मौजूदा वित्तीय वर्ष में 40 मिलियन टन कोयला उत्पादन का टारगेट दिया गया है। वित्तीय वर्ष के पहले 4 माह में दीपका एरिया लक्ष्य के अनुरूप उत्पादन करने में नाकाम रहा है। इस परियोजना से प्रबंधन को बड़ी उम्मीदें हैं। खदान से कोयला उत्पादन और डिस्पैच की रफ्तार बढ़ाने लगातार मुख्यालय से अफसर निरीक्षण के लिए पहुंच रहे हैं। इस कड़ी में निदेशक तकनीकी ने भी दीपका खदान में उतरकर उत्पादन और डिस्पैच गतिविधियों का जायजा लिया और कोर कमेटी सदस्यों से उत्पादन व डिस्पैच में आ रही अड़चनों के संबंध में जानकारी जुटाई। इसके अलावा खदान विस्तार से जुड़े पहलुओं पर भी चर्चा की गई है। प्रबंधन की मंशा है कि में परियोजना दीपका से जल्द से जल्द कोयला उत्पादन में बढ़ोतरी की जाए। कोरबा की खदानों की बात की जाए तो गेवरा और कोरबा परियोजना से लक्ष्य अनुरूप कोयला उत्पादन हो रहा है। दोनों ही एरिया अब तक बेहतर स्थिति में हैं, हालांकि दीपका के अलावा कुसमुंडा एरिया भी लक्ष्य पीछे चल रहा है।
निदेशक तकनीकी ने दीपका खदान का लिया जायजा उत्पादन व डिस्पैच बढ़ाने दिए निर्देश
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