कोरबा@M4S:मणिपुर की घटना को लेकर पूरे देश में आग सुलग रही है। अलग-अलग शहरों व राज्यों में घटना के आरोपियों को सजा दिलाने से लेकर भविष्य में ऐसी घटना को दोहराया न जाए इसके लिए कड़े कानून बनाने को लेकर लोग मांग उठा रहे हैं। वहीं मणिपुर में हुई घटना के विरोध में छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद संगठन, छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा संगठन के पदाधिकारियों ने कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान समाजिक पदाधिकारियों ने नारेबाजी की।
छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद संगठन, छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा संगठन के जिलाध्यक्ष श्रीमती जे.बी.कारपे ने कहा कि मणिपुर की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। मणिपुर दो माह से जल रहा है, हिंसा में सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी है। महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं।
मणिपुर दो माह से जल रहा है, हिंसा में वहां सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी है। महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं।अत्याचार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई कर सजा दिया जाए। ताकि दोबारा ऐसा कृत्य किसी भी महिलाओं व बहन बेटियों के उपर न हो सके। मणिपुर की पीडित आदिवासी महिला, एक महिला नहीं है अपितु वह भारत देश की बेटी है। यह घटना एक माँ, बेटी, बहू के साथ हुआ है। जघन्य अपराध करने वाले आरोपियों को बक्शा नहीं जाए। इसके विरोध में दिनांक 9 अगस्त को विश्व दिवस आदिवासी सांस्कृतिक सेवा केंद्र शक्ति पीठ बुधवारी बाजार कोरबा में उत्सव नहीं मनाया जाएगा।
मणिपुर हिंसा का विरोध, आदिवासी विकास परिषद ने सौंपा ज्ञापन
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