लुधियाना(एजेंसी):प्रसिद्ध पंजाबी गायक सुरिंदर शिंदा का 20 दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद 26 जुलाई को लुधियाना में निधन हो गया। गायक 64 वर्ष के थे और उन्होंने सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में अंतिम सांस ली।
पुत्त जट्टा दे, बल्ले-बल्ले शावा-शावा, जेठ नजारे लेंदा, ढोला वे ढोला, खंड दे भुलेखे गुड़ चट गई, ट्रक बिलिया, नवां लै लेया ट्रक तेरे यार ने नी बाबियां दे चल चलिए आदि पंजाबी गीतों की लिस्ट इतनी लंबी है कि गिनना मुश्किल होगा। पंजाबी गीतों को आवाज देने वाले लोकगायक सुरिंदर शिंदा की रूहानी आवाज सदा के लिए खामोश तो हो गई पर उनकी आवाज हमेशा अमर रहेगी। मौत की खबर से पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई।
ਉੱਘੇ ਗਾਇਕ ਸੁਰਿੰਦਰ ਸ਼ਿੰਦਾ ਜੀ ਦੀ ਮੌਤ ਦੀ ਖ਼ਬਰ ਸੁਣਕੇ ਬਹੁਤ ਦੁੱਖ ਹੋਇਆ…ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਬੁਲੰਦ ਆਵਾਜ਼ ਅੱਜ ਸਦਾ ਲਈ ਖ਼ਾਮੋਸ਼ ਹੋ ਗਈ…
ਸ਼ਿੰਦਾ ਜੀ ਭਾਵੇਂ ਸਰੀਰਕ ਤੌਰ 'ਤੇ ਨਹੀਂ ਰਹੇ ਪਰ ਉਹਨਾਂ ਦੀ ਆਵਾਜ਼ ਸਦਾ ਗੂੰਜਦੀ ਰਹੇਗੀ… ਵਿਛੜੀ ਰੂਹ ਨੂੰ ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਆਪਣੇ ਚਰਨਾਂ 'ਚ ਨਿਵਾਸ ਦੇਣ ਤੇ ਪਰਿਵਾਰ ਨੂੰ ਭਾਣਾ ਮੰਨਣ ਦਾ ਬਲ ਬਖ਼ਸ਼ਣ…… pic.twitter.com/d2va6dbvK3
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) July 26, 2023
पंजाबी गायक कुलदीप मानक के रहे हैं सहयोगी सुरिंदर शिंदा पंजाबी गायक कुलदीप मानक के सहयोगी रहे हैं। लुधियाना के अयाली गांव में एक सिख परिवार में उनका जन्म हुआ था। 64 वर्षीय गायक वेंटीलेटर पर थे। सुरिंदर शिंदा को गायकी विरसेे से मिली थी। जब भी उनके पिता गायकी का रियास किया करते तो वह भी उन्हें देख गाना शुरू कर देते। उन्होंने जसवंत भंवरा से गायकी की सीख हासिल की। पंजाबी लोकगायक की गायकी की खासियत ही यह थी कि वह अपने हर गीत में क्लासिकल टच को कायम रखते।
इन गानों के लिए जाना जाता है
सुरिंदर शिंदा का जन्म 20 मई, 1959 को सुरिंदर पाल धम्मी के रूप में हुआ था और वह पंजाब के लुधियाना जिले के छोटी अयाली गांव के रहने वाले थे। रामघरिया सिख परिवार से आने वाले गायक को उनके गाने ‘जिओना मोर’ और ‘बदला ले लें सोहनेया’ के लिए जाना जाता है।
फिल्मों में भी किया अभिनय
उनके कुछ अन्य चार्टबस्टर्स में ट्रक बलिए, बलबीरो भाभी, काहेर सिंह दी माउट, ऊंचा बुर्ज लाहौर दा (कलियान), ऊंचा बुर्ज लाहौर दा (कलियान), रख ले क्लिंदर यारा और बहुत कुछ शामिल हैं। उन्होंने क्रमशः ‘पुत्त जट्टन दे’ और ‘उचा दर बेब नानक दा’ सहित कई फिल्मों में अभिनय किया।
Deep condolences to the fans & the family of legendary Punjabi singer Surinder Shinda. His contribution to Punjabi music is priceless. He had an incredibly powerful voice.
Shinda ji will be missed by millions of his fans around the world. May his soul rest in peace. pic.twitter.com/7Z7eJndUF8— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) July 26, 2023