नई दिल्ली@M4S:एलन मस्क ने कहा है कि ट्विटर पर उन सभी पत्रकारों के अकाउंट्स एक्टिवेट होंगे, जिन्हें पहले सस्पेंड कर दिया गया था। गौरतलब है कि ट्विटर से न्यूयॉर्क टाइम्स, सीएनएन और वॉशिंगटन पोस्ट जैसे कई मीडिया संस्थानों के पत्रकारों के अकाउंट्स बीते दिनों में सस्पेंड कर दिए गए थे। मस्क का कहना था कि यह पत्रकार उनके परिवार के लिए खतरा पैदा कर रहे थे। ट्विटर पर कराया था पोल
एलन मस्क ने अकाउंट सस्पेंड करने के बाद विरोध को कम करने के लिए इस मुद्दे पर एक पोल भी कराया था। इसमें पूछा गया था कि क्या पत्रकारों के अकाउंट्स को तुरंत रीस्टोर करना चाहिए या बाद में। इसमें हिस्सा लेने वाले 36 लाख लोगों में से 59 फीसदी ने कहा था कि मस्क को पत्रकारों के अकाउंट्स तुरंत वापस लाने चाहिए। जिन अकाउंट्स को वापस लाया गया है, उनमें वॉक्स के ऐरन रूपर शामिल हैं।
एलन मस्क ने क्यों लिया था एक्शन?
दरअसल, जैक स्वीनी नाम के शख्स ने ट्विटर प्रमुख एलन मस्क के निजी जेट को वास्तविक समय में ट्रैक कर लिया था। इसकी जानकारी लगते ही ट्विटर टीम ने उसके खाते को निलंबित कर दिया। अरबपति उद्यमी ने अकाउंट चलाने वाले जैक स्वीनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी धमकी दी थी। एलन मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्लेटफॉर्म के मालिक जैक स्वीनी, जो अन्य ट्विटर अकाउंट भी चलाते थे, 2020 से खाते का संचालन कर रहे थे। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इसने मार्क जुकरबर्ग और अन्य हस्तियों के निजी जेट को ट्रैक किया है।
मस्क ने इसके बाद ट्विटर यूजर्स को लाइव स्थानों की डॉक्सिंग पर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे शख्स के रियल टाइम स्थान की जानकारी को ‘लाइव डॉक्सिंग’ की कोशिश करता है तो उसके अकाउंट को निलंबित कर दिया जाएगा क्योंकि यह सुरक्षा का घोर उल्लंघन है। दरअसल, “डॉक्सिंग” किसी व्यक्ति या संगठन की पहचान करने वाली संवेदनशील जानकारी, जैसे घर का पता या फोन नंबर, की सार्वजनिक रिलीज है। इसी के मद्देनजर ट्विटर ने कथित तौर पर उन पत्रकारों के अकाउंट भी सस्पेंड कर दिए, जिन्होंने जैक स्वीनी और लाइव ट्रैकिंग से जुड़ी खबरें शेयर की थीं। हालांकि, ट्विटर ने अपने इस एक्शन की कोई वजह नहीं बताई।
अकाउंट सस्पेंड करने के बाद मस्क ने किया ट्वीट
पत्रकारों के अकाउंट्स को सस्पेंड करने के बाद कंपनी के मालिक एलन मस्क ने ट्वीट किया था। मस्क ने लिखा, “दिन भर मेरी आलोचना करना पूरी तरह से ठीक है, लेकिन मेरी रियल-टाइम लोकेशन की डॉक्सिंग करना और मेरे परिवार को खतरे में डालना ठीक नहीं है”। बता दें कि डॉक्सिंग का मतलब किसी भी व्यक्ति की पर्सनल जानकारी को बिना उसकी अनुमति के ऑनलाइन शेयर करना है।