कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के चोलनार में रविवार को नक्सलियों द्वारा जवानों से भरी गाड़ी को आईईडी ब्लास्ट कर उड़ाने व हमले में केंद्रीय रिज़र्व बल और पुलिस के 6 जवानों के शहीद होने की घटना पर पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस इलेक्शन कैम्पेन कमेटी के चेयरमेन डॉ. चरणदास महंत ने अपनी शोक-संवेदना व श्रद्धांजलि अर्पित की है इसके साथ ही हमले में घायल जवानों को उच्चस्तरीय चिकित्सा देने की मांग की है। डॉ. महंत ने कहा कि राज्य में नक्सलियों का हमला लगातार जारी है और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह विकास यात्रा के बहाने अपने स्वागत-सत्कार में रमे हुए हैं। हर दिन नक्सलियों की गोली से लोगों की जान जा रही है। जनप्रतिनिधियों से लेकर पुलिस, सीआरपीएफ के जवान, निर्दोष ग्रामीण इनकी गोली का शिकार हो रहे हैं परन्तु सरकार समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाल रही। राज्य के अलावा केन्द्र में भी भाजपा की सरकार बैठी है। पहले तो केन्द्र में जब कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी तब सहयोग नहीं मिलने का रोना रोते थे, परन्तु अब कौन सी मजबूरी है? यह केन्द्र सरकार के मुखिया नरेन्द्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुखिया डॉ. रमन सिंह को बताना चाहिए। धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर संभाग में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जब दौरे पर थे तब भी नक्सली वारदात को अंजाम देने से नहीं चूके। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास के पहले बड़ा हमला नक्सलियों ने किया। बस्तर में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में डॉ. रमन सिंह की विकास यात्रा के दिन भी नक्सलियों ने गाडिय़ों को फूंका। इन बड़े हमलों से कोई सबक लेने का नाम भाजपा की सरकारें नहीं ले रही हैं। अब एक बार फिर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के 21 मई 2018 को छत्तीसगढ़ आगमन से पहले चोलनार में आईईडी ब्लास्ट किया गया। सरकार द्वारा इन घटनाओं पर निन्दनीय, चिंतनीय, कायरना और मुंहतोड़ जवाब देंगे जैसा बयान दे देने से ही नक्सल समस्या का हल नहीं निकलने वाला। बड़ा ही दु:खद और चिंतनीय है कि इधर लोगों के बीच जाकर करोड़ों-अरबों रूपए विकास यात्रा के बहाने फूंक कर कथित विकास का ढोल रमन सिंह पीट रहे हैं जबकि जमीनी हकीकत प्र्रदेश की जनता बखूबी जानती है। भाजपा सरकार विकास का झूठा ढोल न पीटे बल्कि नासूर बनती जा रही नक्सलवाद की समस्या को जड़ से खत्म करने ठोस कदम उठाये।