कोरबा और कटघोरा वन मंडल में विचरण कर रहे 110 हाथी

- Advertisement -

कोरब@M4S: जिले के कोरबा और कटघोरा वन मंडल में हाथियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी बनी हुई है। कटघोरा में 50 तो कोरबा वन मंडल के कुदमुरा में 60 हाथियों के विचरण से ग्रामीण दहशत में हैं।
वन मंडल कटघोरा में घूम रहा 50 हाथियों का झुंड रविवार को कोरिया जिले की सीमा पर पहुंच गया है। हाथी धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसकी वजह से ग्रामीण भी निगरानी करने में लगे हुए हैं। हाथियों का झुंड पसान और केंदई रेंज के बीच से पनगवां होते हुए आगे बढ़ रहा है। यह क्षेत्र सिरमिना सर्किल में आता है। हाथियों के आगे बढऩे से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। शाम को हाथी अलग-अलग झुंड में घूमते हैं। एक दंतैल हाथी पिपरिया के नाले में पानी पीता हुआ नजर आया। हाथी आगे बढ़ सकते हैं और वापस भी आ सकते हैं। इसकी वजह से टीम निगरानी कर रही है। इसी तरह करतला अंतर्गत कुदमुरा वन परिक्षेत्र में हाथियों ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। 60 की संख्या में पहुंचे हाथियों की चिंघाड़ से कुदमुरा जंगल थर्रा उठा है। खेतों में लगी धान की फसल को हाथी चट कर रहे हैं। जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग द्वारा हाथियों की निगरानी में कोताही बरती जा रही है, जिसके कारण हाथी खेतों में पहुंचकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। उनका कहना है कि हाथियों को जंगल की ओर खदेडऩा चाहिए। इसके अलावा हाथियों के हमले का खतरा भी बना हुआ है। हाथियों के विचरण से ग्रामीण दहशत में है। किसान फसल कटाई के लिए जंगल के नजदीक स्थित खेतों में जाने से भी डर रहे हैं। कई इलाकों में ग्रामीणों ने खुद ही निगरानी शुरू कर दी है। वहीं कई किसानों ने धान की कटाई कर खलिहान में इसे रखा है। जिसकी खुशबू पाकर हाथियों के गांव में प्रवेश का भी खतरा बना हुआ है।

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!