जनतांत्रिक आंदोलन संगठित करके ही लोकतंत्र, संविधान एवं जनअधिकारों की रक्षा हो सकती है:मनोहर
कोरबा@M4S:सीटू ने स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर देशव्यापी पखवाड़े अभियान के तहत कुसमुंडा समेत जिले के सभी उद्योगिक क्षेत्रों में पर्चे बांटकर जनतांत्रिक आंदोलन संगठित करने के साथ लोकतंत्र, संविधान एवं जनअधिकारों की रक्षा का संकल्प लिया।
सीटू नेता वी.एम.मनोहर ने कहा की सीटू के देशव्यापी अभियान के तहत कुसमुंडा क्षेत्र में भी अभियान चलाया गया देश जनता को बचाने के लिए वर्गीय एकता कायम रखे नवउदारवादी नीतियों, शासन और साम्राज्यवादी तंत्र में काबिज सांप्रदायिक कार्पोरेट गठजोड़ को परास्त करें। राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन सिर्फ ब्रिटिश उपनिवेशवाद से आजाद होने का नाम लेकर नहीं चल रहा था, विश्व के महानतम स्वतंत्रता आंदोलन के लक्ष्यों में भूख, गरीबी,निरक्षरता,जातिवाद, साम्प्रदायिकता,क्षेत्रिय एवं अन्य विषमताओं से मुक्ति भी शामिल थी।
ऐसे समय में जब अपनी स्वतंत्रता के 75 वे वर्ष मना रहे हैं मोदिनित भाजपा सरकार आवाम के तीव्र प्रतिरोध के बावजूद अपने नवउदारवादी एजेंडे के साथ तूफानी गति के साथ आगे बढ़ रही है। किसान वर्ग कृषि को कार्पोरेट नियंत्रित खेती में परिवर्तित करने के साजिश के खिलाफ एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए तथा बेहतर जीवन और आजीविका के लिए संघर्षरत है, दूसरी ओर मजदूर वर्ग उन श्रम संहिताओं के खिलाफ लड़ रहे हैं जो उन्हें संगठन निर्माण के अपने मूल अधिकार, सामुहिक सौदेबाजी और सामुहिक कार्यवाहियों से वंचित करके उन्हें गुलामी जैसे स्थिति मे धकेलना चाहती है। श्रम संहिताकरण की प्रक्रिया के जरिए, श्रम अधिकारों पर क्रूर हमला किया गया है।
सीटू नेता ने कहा कि राष्ट्र की संपत्ति, पी एस यू और सार्वजनिक स्वामित्व वाली हर चीज जो कि जनता की है, निजीकरण के माध्यम से और सम्पत्ति मौद्रीकरण, आईपीओ के माध्यम से पूंजीपतियों को सौंपी जा रही है।
सीटू नेता ने कहा कि आजादी की 75 वीं साल पर गंभीरता से यह विचार करना होगा कि मजदूर वर्ग और जनता के अधिकारों को बचाना तथा समाज में अधिक से अधिक जनतांत्रिक आंदोलन संगठित करने के लिए समाज के सभी स्तर के लोगों को एकत्रित करना है।
घर घर पर्चे वितरण और पखवाड़े कार्यक्रम में प्रमुख रूप साजी टी जॉन,अनिल,सद्दाम,ओझा,प्रेमपाल, इरफान हुसैन, वीनू वर्गीस,टंडन ,के साथ बड़ी संख्या में सीटू कार्यकर्ता शामिल थे।