भोपाल@एजेंसी:सितारे बुलंद हों तो पत्थर भी हीरा बन जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ है मध्यप्रदेश में एक गरीब मजदूर के साथ। रातों-रात मजदूर की किस्मत ऐसी चमकी कि वह करोड़पति बन गया। खनिज संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में एक 50 वर्षीय व्यक्ति कम से कम 1.5 करोड़ रुपये का हीरा पाया है।
एक हफ्ते में चमकी किस्मत
पन्ना जिला खनन अधिकारी संतोष सिंह के मुताबिक मजदूर मोतीलाल प्रजापति ने भोपाल के 413 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में पन्ना के हीरा खनन क्षेत्र में कृष्णा कल्याणपुर पट्टी गांव के पास 25 स्क्वॉयर फीट जमीन लीज़ पर ली थी। जमीन लेने के एक हफ्ते बाद ही यह हीरा उसके हाथ लगा है।
नहीं हो रहा था विश्वास
मजदूर प्रजापति ने बताया कि जब उन्हें हीरे की कीमत बताई गई तो उन्हें अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हो रहा था। प्रजापति के मुताबिक तीन पीढ़ियों उनके दादा, पिता और अब वह खनन क्षेत्र में जमीन लीज़ पर लेते आ रहे हैं लेकिन पहले कभी हीरा खोजने में सफल नहीं हुए। हीरे को बेचकर मिलने वाले पैसा अपने बच्चों की शिक्षा, माता-पिता के लिए एक अच्छा जीवन और अच्छे घर की तरह अन्य जरूरतों, भाइ की बेटियों के विवाह पर खर्च करेंगे।
42.59 कैरेट का हीरा
हीरे का वजन अनुमानतः 42.59 कैरेट है। जो कि वजन के मामले में दूसरा सबसे बड़ा और कीमत के मामले में पहला ऐसा हीरा है। संबंधित अधिकारी ने बताया कि इससे पहले 1961 में जिले के कचुआ टोला इलाके में रसूल अहमद 44.55 कैरेट का हीरा मिला था। भारत में पन्ना में ही एक मात्र हीरा खान है। राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) लिमिटेड की देखरेख में खनन का सारा काम चलता है। जिले में कुछ ऐसी खान भी हैं जो राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में संचालित होती हैं और मजदूर परिवारों को लीज़ पर दी जाती है।
1.5 करोड़ से ज्यादा है कीमत
हीरे के विशेषज्ञ के मुताबिक प्रजापति को मिले हीरे की कीमत 1.5 करोड़ से ज्यादा है। हीरे को कलेक्टर के कार्यालय से जमा कर दिया गया है। इसे नवंबर में राज्य विधानसभा चुनाव के बाद नीलामी के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि हीरे की नीलामी से मिली राशि प्रजापति को 11 प्रतिशत कर कटौती के बाद दी जाएगी।
इससे पहले भी कई मजदूरों को मिल चुका है हीरा
इससे पहले भी कई मजदूरों को राज्य सरकार द्वारा लीज़ पर दी गई जमीन से हीरे मिले हैं। इस साल 14 सितंबर को एक मामूली किसान प्रकाश कुमार शर्मा को 30 लाख रुपये की कीमत का 12.58 कैरेट का हीरा मिला था। साल 2011 में शंभू दयाल कौधर ने 16.13 कैरेट का हीरा पाया था। 2014 में, अनन सिंह यादव को 12.93 कैरेट का हीरा मिला था।
हीरा संभावित क्षेत्र 240 किमी में विंध्य रेंज के उत्तर-पूर्व तक फैला हुआ है। पन्ना में खानों को राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की हीरा खनन परियोजना के तहत प्रबंधित किया जाता है। अन्य हीरे की खान सरकारी एजेंसी द्वारा मजदूरों को लीज़ पर दी जाती है। हीरा मिलने पर जिला प्रशासन द्वारा इनकी नीलामी की जाती है।
मजदूर के हाथ लगा बेशकीमती हीरा, रातों-रात चमकी किस्मत बन गया करोड़पति
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