- Advertisement -
ग्रामीणों में दहशत व्याप्त , जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
कोरबा@M4S:लेमरू क्षेत्र में भालुओं का आतंक बरपा हुआ है। क्षेत्र में मवेशी चराने गये एक ग्रामीण पर जहां तीन भालुओं ने हमला किया है। वही राशन सामान लेकर लौट रहे ग्रामीण पर दो भालुओं ने हमला कर उन्हे गंभीर रूप से जख्मी कर दिया है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद लेमरू क्षेत्र में दहशत व्याप्त है।
पहली घटना लेमरू अंतर्गत ग्राम नकिया की बताई जा रही है। स्थानीय निवासी बंशीलाल चरवाहा है। जो आज सुबह मवेशियों को चराने के लिए नकिया जंगल की ओर गया हुआ था । जहां जंगल में बंशीलाल का सामना तीन भालुओं से हो गया। जिसमें दो शावक भी शामिल थे। तीनों भालुओं ने बंशीलाल पर हमला कर दिया । उसने यथाशक्ति भालुओं का सामना किया । बचने के प्रयास में लगे बंशीलाल के एक पैर को भालुओं ने बुरी तरह से काट लिया। दूसरी घटना ग्राम लेमरू की है। यहां निवासरत्ï मानसाय 22 वर्ष राशन सामग्री लेने के लिए गांव की ओर आया हुआ था। राशन सामान लेकर लौट रहे मानसाय के सामने अचानक दो भालु आ गये । भालुओं ने उस पर हमला कर दिया। इस घटना में भी मानसाय का एक पैर बुरी तरह जख्मी हो गया है। दोनों ग्रामीणों को आनन-फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां उन्हे भर्ती कराया गया है। दोनेां घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गई है। क्षेत्र में भालुओं के आतंक को देखते हुये वन विभाग भी अलर्ट हो गया है। वही क्षेत्र में भालुओं के विचरण करने से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
अंधेरे में ज्यादा खतरा
भालुओं ने दो ग्रामीणों पर दिन के समय हमला किया है। रात मेें भालुओं का खतरा और भी अधिक रहता है। ग्रामीण बताते हैं कि क्षेेत्र में बिजली की आंख मिचौली चलती रहती हैै। वर्षा ऋतु में बिजली गुल रहने से विषैले जीव-जन्तुओं का खतरा तो था ही अब भालुओं का खतरा भी बढ़ गया है। जिससे ग्रामीणों में भारी दहशत है। हालंकि वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने अलर्ट कर दिया है। इसके बावजूद गांव में खतरा अब भी मंडरा रहा है। विद्युत वितरण विभाग की लापरवाही ने खतरे को और भी बढ़ा दिया है।