जिस सांप के काटने से हुई पति की मौत, उसी के सामने सुहाग का सामान रखकर पत्नी ने मांगी जिंदा करने की मन्नत

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धौलपुर((एजेंसी): राजस्थान के धौलपुर शहर से सटे दरियापुर की गौरव कॉलोनी में रहने वाले महेश और उसके बेटे विनीत को रविवार सुबह एक सांप ने काट लिया। परिजन उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय दिनभर भोपा (बायगीर) और तांत्रिकों के पास ले जाकर झाड़-फूंक करवाते रहे, लेकिन दोनों की मौत हो गई। इस बीच, ग्रामीणों के कहने पर एक सपेरे ने उस सांप को पकड़ लिया, जिसने उन्हें काटा था।

अंधविश्वास की हद देखिए कि मृतक की पत्नी ने श्मशान में ही उस सांप के सामने सिंदूर और सुहाग का सामान रखकर अपने पति और बेटे की जिंदगी वापस मांगने लगी। सांप ने जैसे ही उस सामग्री को सूंघा तो वहां मौजूद लोगों को लगा कि अब सांप मान गया है और मृतकों की जान बख्श देगा।

गुस्साए ग्रामीणों ने सांप को मार दिया
फिर क्या था, लोग तुरंत सांप को पकड़कर चिता पर ले गए। सांप को चिता पर छोड़कर उम्मीद करने लगे कि वह पिता-बेटे का जहर वापस चूस ले। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ, बल्कि सांप पलटकर वहां से भागने लगा। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने उस सांप को वहीं मार दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस पिता-पत्र के शवों को चिता से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी। वहां मौजूद ग्रामीणों ने शवों को नहीं ले जाने दिया। दोपहर लगभग 3 बजे सदर थाना पुलिस दरियापुर पहुंची और सपेरे और बायगीरों को खदेड़ा। इसके बाद शवों का पोस्टमार्टम कराया।

परिजनों ने पार की अंधविश्वास की पराकाष्ठा
पिता-बेटे के शवों का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे परिजनों को कुछ लोगों ने कहा कि चित्तोरा गांव में एक झांडफूंक करने वाला तांत्रिक है, जो इन्हें जिंदा कर देगा। यह सुनते ही परिजनों ने अंधविश्वास में पड़कर चिता पर रखे पिता-बेटे के शव निकाल लिए। इसके बाद फिर झाड़-फूंक का खेल शुरू हो गया। इस बीच, पुलिस भी वहां पहुंच गई। श्मशान घाट में तमाशबीनों की भीड़ तो थी ही मौके पर सदर थाने का पुलिस दल भी तैनात था। लेकिन, पुलिस कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। जब एडिशनल एसपी बचन सिंह मीणा वहां पहुंचे तो उन्होंने पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई और चिता से दोनों के शव निकलवाए।

जिला कलेक्टर राकेश जायसवाल का कहना है कि पुलिस को झाड़फूंक करने वाले बायगीर, भोपा और तांत्रिकों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। इस तरह अंधविश्वास की वजह से सांप काटने के मामलों में फिर किसी की जान न जाए, इसलिए दोषियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। लोगों में अंधविश्वास दूर करने के लिए गांवों में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोग सांप के काटने पर रोगी को सीधे अस्पताल लेकर जाएं।

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