नई दिल्ली(एजेंसी):कोरोना वायरस महामारी के दौर में जहां दो गज दूरी बेहद जरूरी का नारा दिया जा रहा है, वहीं देश की राजधानी दिल्ली में कुछ लोग शराब और हुक्का पार्टी का आयोजन कर रहे हैं। हैरत की बात ये है कि पार्टी में डॉक्टर, इंजीनियर, योगा ट्रेनर जैसे लोग भी शिरकत करते पाए गए। पुलिस ने पश्चिम विहार के एक कैफे में आयोजित हुई ऐसी ही एक पार्टी पर छापा मारकर बिना इजाजत पार्टी कर रहे 40 लोगो को गिरफ्तार किया है।
पश्चिम विहार ईस्ट पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में 15 युवतियां एवं शादीशुदा महिलाएं भी हैं। रेस्त्रां में शराब एवं हुक्के का सेवन भी किया जा रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पश्चिम विहार के डीडीए मार्केट सी ब्लॉक इलाके में अवैध गतिविधियां चलने की सूचना मिल रही थी। रविवार रात पुलिस को गश्त के दौरान मालूम हुआ है कि क्रॉस रोड कैफे में सरकारी आदेशों की अवहेलना कर पार्टी की जा रही है। इसकी जानकारी एसएचओ के.बी. झा को दी गई। इसके बाद थाने से पहुंची फोर्स ने कैफे पर छापा मारा।
शराब की बोतलें, हुक्के का ढेर लगा था : एसआई पंकज सरोहा की टीम ने जब छापा मारा तो कैफे में करीब 40 लोग मौजूद थे, जिनमें 15 युवतियां थीं। ये लोग डीजे की धुन पर झूम रहे थे और शराब और हुक्के का सेवन कर रहे थे। छापे के दौरान कुछ लोग दूसरी इमारत की छत से कूदकर भागने में भी सफल रहे। पुलिस मौके पर मौजूद सभी को गिरफ्तार कर थाने लाई और इनके परिजनों को सूचना दी। चूंकि मामला जमानती धाराओं में दर्ज था इसलिए कैफे मालिक तन्वय सिंघल को छोड़कर सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
महिला एसआई को कस्टमर बनाकर भेजा : पुलिस ने कैफे में छापा मारने से पहले ट्रेनी महिला एसआई सुमन और सविता मलिक को सबूत जुटाने के लिए भेजा था। सादी वर्दी में गईं महिला पुलिसकर्मियों पर किसी को कोई शक नही हुआ। इन्होंने जब अंदर के वीडियो और फोटोने थाने में भेजे तब जाकर पुलिस की टीम ने कार्रवाई की।
गिरफ्तार लोगों में डॉक्टर और इंजीनियर तक शामिल थे
कैफे में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में डॉक्टर और इंजीनियर, आर्किटेक्ट और योगा प्रशिक्षक तक शामिल थे। हालांकि, दस युवक मंगोलपुरी एवं अन्य इलाकों के भी थे। ये सभी अपने दोस्तों के बताने पर दूसरी या तीसरी बार यहां पर आए थे। पूछताछ में मालूम हुआ कि लॉकडाउन में पब, डिस्कोथेक एवं अन्य मनोरंजन के साधन बंद होने की वजह से यहां आते थे। आयोजन की सूचना वॉट्सऐप ग्रुप पर दी जाती थी।