इंटरव्यू में असफलता आगे क्या!

- Advertisement -

नई दिल्ली(एजेंसी):नौकरी के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया के बाद वह समय काफी हताश करता है, जब  पता चलता है कि चयन नहीं हुआ। अधिकतर लोग इसकेकारणों पर विचार किये बगैर आधे-अधूरे मन से दोबारा आवेदन की प्रक्रिया में जुट जाते हैं। किसी भी इंटरव्यू में असफलता के बाद आपकी तैयारी कैसी होनी चाहिए, बता रहे हैं करियर एक्सपर्ट अरबिंद मिश्र

आपने हाल में ही एक ऐसे पद के लिए  इंटरव्यू दिया था, जिसे आप सचमुच पाना चाहते थे। आप जानते हैं कि आपने इंटरव्यू के दौरान बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। जब आपको पता चलता है कि वह जॉब किसी और को मिल गई तो आप बहुत हतोत्साहित हो जाते हैं। परन्तु एक खराब इंटरव्यू का अर्थ यह नहीं होता कि आप बिल्कुल ही असफल हो गए और आपके लिए नौकरी के सभी दरवाजे बंद हो गए हैं। यहां आत्ममंथन करते हुए अपनी सोच और कार्य प्रणाली में सुधार लाया जाना बेहद जरूरी है।

बनाएं रखें आत्मविश्वास
आपको कितनी ही बार इंटरव्यू में असफलता क्यों न मिली हो, कोशिश करनी होगी कि इसका असर आपके आत्मविश्वास पर नहीं पड़े, अन्यथा आपको खुद ही अपनी काबिलियत पर शक होने लगेगा। अगर नौकरी की तलाश में निकले हैं और इंटरव्यू दे रहे हैं तो इस सत्य को हमेशा ध्यान में रख कर चलें कि कभी भी असफलता का सामना करना पड़ सकता है। आपका इंटरव्यू चाहे जितना अच्छा रहा हो, लेकिन यह आशंका हमेशा रहती है कि कोई और प्रत्याशी आपसे बाजी मार ले जाये, आवश्यक नहीं है कि वह आपसे बेहतर हो। इंटरव्यू भी एक वनडे क्रिकेट मैच की तरह होता है। आपका प्रदर्शन काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका वह दिन कैसा रहा।

असफलता के कारण
कई बार तो आपके इंटरव्यू में असफल होने के ऐसे कारण भी होते हैं, जिनसे आपका या आपके व्यक्तित्व का कोई संबंध ही नहीं होता। जैसे आप जिस पद के लिए इंटरव्यू देने गए हैं, उसके लिए पहले से ही किसी उम्मीदवार को तय कर लिया गया हो या नियोक्ता को ऐसा महसूस हो जाये कि आप इस नौकरी को एक सीढ़ी की तरह उपयोग करने वाले हैं या आप इस पद में ज्यादा दिनों तक काम नहीं करेंगे। बहरहाल, कारण कोई भी हो इससे पहले कि इंटरव्यू की कोई असफलता आपके आत्मविश्वास को बुरी तरह से हिला कर रख दे, जरूरी है कि भविष्य के लिए आप कुछ ऐसी तैयारी कर लें, जो आगे आपके सफल होने की संभावना बढ़ा दे।

अपनी कमियों को सुधारें
आप एक बार मन ही मन पूरे इंटरव्यू के दौरान की सारी छोटी-बड़ी घटनाओं का स्मरण करने की कोशिश करें और अंदाजा लगाएं कि क्या कुछ गलती हुई या क्या-क्या समस्याएं आईं, जिनका हल नहीं निकल पाया। एक-एक करके सारे प्रश्नों के उत्तर देने के तरीके और इंटरव्यूअर के साथ आपकी बातचीत की समीक्षा करें। अपनी कमियों की पहचान करने के बाद सोचें कि अगले इंटरव्यू में आप इन्हें कैसे सुधार पाएंगे या बातों को बेहतर ढंग से कैसे प्रस्तुत कर पाएंगे। अगर आपका उत्तर बहुत संक्षिप्त था तो आप उसे कैसे कुछ उपयोगी जानकारियों के साथ थोड़ा विस्तार के साथ समझा सकेंगे। अगर आप उत्तर देते वक्त ज्यादा लापरवाह थे तो आपको ज्यादा प्रोफेशनल ढंग से और ज्यादा संजीदगी से उत्तर देने का अभ्यास करना चाहिये।

फीडबैक करेगा मदद
अगर संभव हो तो इंटरव्यू के बाद किसी और दिन इंटरव्यूअर से मुलाकात करने की कोशिश करें। उनसे सलाह लें कि आप कैसे स्वयं के प्रदर्शन को भविष्य के साक्षात्कारों के लिए पहले से बेहतर कर सकते हैं। हालांकि यह थोड़ा मुश्किल काम है, फिर भी आप पहले इंटरव्यूअर को विश्वास दिलाइए कि उनका फीडबैक आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप इसके लिए ईमेल के माध्यम से भी संपर्क कर सकते हैं। इंटरव्यूअर की सलाहें आपके अंदर की ऐसी कमियों की पहचान करने में काफी सहायक होंगी, जो आपको ज्ञात नहीं हैं। आप उनकीसलाह को उदाहरण के साथ पूछ कर समझने की कोशिश करें और प्राप्त जानकारी को अगले इंटरव्यू के लिए अपने दृष्टिकोण में शामिल करने की कोशिश  करें। सलाह लेते वक्त ध्यान रखें कि इंटरव्यूअर को ऐसा बिल्कुल न लगे कि आप अपनी असफलता का दोष उस के ऊपर मढ़ रहे हैं। मान लीजिए वह आपकी कोई ऐसी कमी बता रहा हो जो आपके अंदर हो ही नहीं तो आप सफाई देने के बजाय चुपचाप सुन लें, उसे ये एहसास होना चाहिए कि आप उससे कुछ सीखने आए हैं। योग्यता के साथ-साथ      व्यक्ति का रवैया या उसकी प्रवृत्ति भी बहुत महत्वपूर्ण होती है, इसलिए स्वयं की कमी जानने और उसे सुधार करने की आपकी इच्छा कभी-कभी नियोक्ता को आपको नौकरी देने के लिए भी प्रेरित कर सकती है।

वर्कशॉप में भाग लें
कई कोचिंग संस्थान और कॉलेज जॉब ट्रेनिंग के लिए वर्कशॉप का आयोजन कर के बताते हैं कि इंटरव्यू में कैसे सफलता पाई जाए। अपने क्षेत्र में ऐसे संस्थानों का पता लगा कर उनकी वर्कशॉप में भाग लेना चाहिए। किसी अपने से ज्यादा अनुभवी दोस्त या मेंटर के साथ इंटरव्यू के लिए प्रैक्टिस करें इससे आपको अपने जवाबों को मजबूत बनाने, स्वयं को अधिक पेशेवर दिखाने, ज्यादा प्रभावशाली उम्मीदवार के रूप में स्वयं को पेश करने सहायता मिलेगी। आप किसी एचआर प्रोफेशनल की भी सलाह ले सकते हैं।

भविष्य की तैयारी
भविष्य में होने वाले साक्षात्कारों की प्रभावी रूप से तैयारी करें। शायद आपका पहला इंटरव्यू इसलिए अच्छा नहीं हुआ हो कि आपने जिस कंपनी के लिए इंटरव्यू दिया था, उसके बारे में आपने कोई रिसर्च नहीं की थी या उससे संबंधित कोई उत्तर उचित तरीके से नहीं दे पाए थे। यह भी हो सकता है कि इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले कुछ स्टैंडर्ड प्रश्नों के उत्तर के बारे में आपने तैयारी नहीं की होगी। प्रश्नों के उत्तर देते वक्त आपके उत्तर से भी कुछ प्रश्न निकल सकते हैं। आप को उस के लिए भी तैयार रहना होगा। इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले कुछ स्टैंडर्ड प्रश्न होते ही हैं। इनकी तैयारी आपको पहले से कर लेनी चहिये। कुछ ऐसे ही प्रश्न :

‘    अपने बारे में हमें बताएं?
‘    आपकी कमजोरी/ताकत क्या है ?
‘    आप अपनी मौजूदा नौकरी क्यों छोड़ना चाहते हैं?
‘    अपनी मौजूदा नौकरी के बारे में बताएं, आपका काम क्या है?
‘    आप ये कंपनी क्यों ज्वॉइन करना चाहते हैं?
‘    हम आपका चयन क्यों करें?
‘    अब तक की आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि क्या रही है?
‘    क्या आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं?

      असफलता से सीख
‘    नियोक्ता जैसा उम्मीदवार ढूंढ रहा होता है, हम वैसा बनने की कोशिश करते हैं। लेकिन हमारी बनावट वे पहचान जाते हैं। हमें स्वयं को हमेशा जैसे हैं उसी रूप में पेश करना चाहिए।
‘    आत्मविश्वास सारे एम्प्लॉयर्स को आकर्षित करता है। कोई भी कंपनी आप पर तभी विश्वास कर सकती है, जब आप स्वयं पर विश्वास करें।
‘    इंटरव्यूअर से प्रश्न पूछने में न हिचकें। इससे आप की कंपनी में कितनी रुचि है यह तो पता चलता ही है, साथ ही आपको इंटरव्यू को मनचाही दिशा में ले जाने का मौका मिलता है।
‘    कभी-कभी असफलता आपकी भलाई के लिए भी होती है। कुछ बेहतर मौके आपके इंतजार में
होते हैं।

Related Articles

http://media4support.com/wp-content/uploads/2020/07/images-9.jpg
error: Content is protected !!