कोरबा@m4s: सिटी बसों की परिचालन की कवायद तेज हो गई है ।नए साल से एक बार फिर सड़कों पर सिटी बसें दौड़ती नजर आएंगी ।इसके लिए नगर निगम ने पहल की। बसों के परिचालन से पहले स्टॉपेज की मरम्मत का कार्य करना पड़ेगा ,क्योंकि बसों के बंद रहने के कारण स्टॉपेज जीर्ण शीर्ण हालत में है ।
सिटी बसों के परिचालन के साथ-साथ यात्रियों के लिए नगर निगम ने शहर में स्टॉपेज का निर्माण कराया गया था। स्टॉपेज तो 80 जगह चिंहित किए गए थे, लेकिन निर्माण सिर्फ 30 जगह पर ही हो सका था। दरअसल कई मार्गों पर जगह नहीं मिल पाने की वजह से निगम ने कुछ ही जगह पर निर्माण कराया गया था। लाखों रुपए खर्च कर किए गए निर्माण के बाद अधिकारी रखरखाव करना भूल गए हैं।कोरोनाकाल में सिटी बसों के बंद होते ही निगम ने स्टॉप को भी ध्यान देना बंद कर दिया। इन ढाई वर्षों में स्टॉप कुछ जगह टूट गए तो कुछ जगह कबाड़ चोरों ने पार कर दिया।सभी स्टॉप की मरम्मत के लिए नए सिरे से सर्वे की जरुरत है ताकि किस स्टॉप की कितनी मरम्मत की जानी है इसका खाका तैयार हो सके। सिटी बस शुरु होते ही स्टॉपेज को लेकर ही विवाद शुरु होता है। इसलिए स्टॉपेज की मरम्मत जरुरी है। इससे सिटी बस के अलावा ऑटो और बसों के यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी।स्टॉपेज में शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है। जब स्टॉपेज बनाने की प्लानिंग हुई थी तब दावा किया गया था कि लाइट की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि शाम के बाद यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, लेकिन निगम ने प्रकाश व्यवस्था को भूल गया। ऐसे में शाम होते ही असामाजिक तत्वों का डेरा लग जाता है।