कोरबा@M4S: यात्री ट्रेनों के नाम पर जिले में रेल प्रबंधन के द्वारा की जा रही उपेक्षा किसी से छुपी नहीं है। कोरोना काल का बहाना बनाकर जहां लंबे समय तक यात्री गाडिय़ों का परिचालन बंद रहा वहीं अब कोरबा से यात्री ट्रेन को चालू करने के बावजूद भी समय पर ट्रेनों का परिचालन नहीं करने से जिलेवासी बेहद परेशान है। दूसरी ओर जिले के अंतिम छोर पर स्थित गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से तो अभी तक एक भी यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं किया गया है ।जिस वजह से गेवरा रोड से यात्रा करने वाली रेल यात्री बेहद परेशान है ।इसी परेशानी को समझते हुए विकास नगर कुसमुंडा के व्यापारियों ने रेल प्रबंधन की कुंभकर्णीय नींद को तोडऩे स्टेशन परिसर में रविवार को दोपहर साफ सफाई का अभियान चलाया।
अनोखे अंदाज में किए गए विरोध प्रदर्शन के तहत स्टेशन के टिकट काउंटर, प्लेटफार्म तथा यात्रियों के बैठने की कुर्सियों को गीले कपड़े और झाड़ू लगाकर साफ किया। करीब घंटे भर की साफ-सफाई के बाद व्यापारियों ने बिलासपुर डीआरएम के नाम एक पत्र गेवरा रोड स्टेशन मास्टर को सौंपा ।जिसमें उन्होंने गेवरा रोड से यात्री ट्रेन पुन: शुरू करने का निवेदन किया है। इस अवसर पर विकास नगर व्यापारी संघ के अध्यक्ष अशोक राठौर ने बताया कि आज का अभियान रेलवे प्रबंधन के ध्यानाकर्षण के लिए था ।बीते 3 वर्षों से यहां यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है जिससे क्षेत्र की लाखों जनता बेहद परेशान है ।जिसे देखते हुए आज प्रदर्शन किया है ।जिसके तहत स्टेशन परिसर की साफ-सफाई की है और रेल प्रबंधन को पत्र लिखकर क्षेत्र की जनता को होने वाली परेशानी से अवगत कराया है। अन्य व्यापारियों में आस्था फार्मेसी के संचालक ने बताया कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन कोरबा जिला का अंतिम रेलवे स्टेशन है ।इस स्टेशन से सुदूर के लगभग 15 से 20 किलोमीटर के लोगों का एकमात्र साधन यह रेलवे स्टेशन है जो कि सरकार द्वारा प्राप्त हुआ है।वर्तमान में यहां से यात्री गाडिय़ों के परिचालन बंद होने की वजह से सभी लोग बेहद परेशान हैं, चाहे वह व्यवसाय से संबंधित हो या इलाज कराने के लिए हो, सडक़ों के खराब होने की वजह से एकमात्र निर्भरता रेल है जो आज दिनांक तक बंद है जिससे सभी बेहद दुखी हैं। व्यापारी कार्तिक राठौर ने बताया कि यहां से ट्रेन बंद होने की वजह से हमें कोरबा से यात्री ट्रेन लेना पड़ता है।एक ओर सडक़ का काम चल रहा है जिस वजह से लोग परेशान हैं। दूसरी तरफ रात के समय कुसमुंडा से कोरबा रेलवे स्टेशन आने जाने में दुगना से तिगुना किराया हमें देना पड़ता है जो भी बहुत दुखद है। गेवरा रोड रेलवे स्टेशन के सामने होटल का संचालन करने वाले गिलसा होटल के संचालक एमबी गोपी ने बताया कि उन्हें कैंसर है और हर महीने इलाज कराने के लिए बेलूर जााते हैं। हूं वर्तमान में आज 5 रुपए का व्यवसाय होटल में नहीं हो रहा है ,जो भी व्यवसाय होता था वह गेवरा रोड स्टेशन पर आने वाली यात्रियों से होता था, वह अब बंद हो गया दूसरी बात कोरबा रेलवे स्टेशन जाने के लिए 150 से 200 खर्च हो जाते हैं।