वर्तमान में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों को जरूरत पड़ रही है 110.30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की,
जबकि छत्तीसगढ़ में रोजाना हो रहा है कुल 386.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का प्रोडक्शन
रायपुर@M4S:छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना संक्रमित एवं अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों के लिए ऑक्सीजन गैस की कोई कमी नहीं है। 15 अप्रैल की स्थिति में राज्य में प्रतिदिन 386.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का उत्पादन राज्य में हो रहा है, जबकि वर्तमान में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 5 हजार 898 मरीजों के लिए प्रतिदिन 110.30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ही जरूरत पड़ रही है।
राज्य के सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में डिमांड के अनुरूप ऑक्सीजन गैस की निरंतर आपूर्ति की जा रही है। कोविड-19 मरीजों के लिए स्थापित कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल, कोविड केयर सेंटर्स में ऑक्सीजन प्लांट जम्बो ऑक्सीजन सेलेण्डर एवं ऑक्सीजन कंसनटेªटर के द्वारा मरीजों को ऑक्सीजन की निरंतर उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना पीडित मरीजों की मृत्यु गंभीर संक्रमण एवं बीमारी की वजह से हो रही है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों की मृत्यु की बात बिल्कुल भ्रामक है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में बीते 14 मार्च से ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजोें की संख्या में लगातार वृद्धि होने से ऑक्सीजन खपत भी बढ़ी है। 14 मार्च की स्थिति में राज्य में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मात्र 197 मरीजों के लिए 3.68 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, जो आज 15 अप्रैल की स्थिति में बढ़कर 110.30 मीट्रिक टन हो गई है। 15 अप्रैल की स्थिति में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों की संख्या 5 हजार 898 है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में पी.एस.ए. ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट की संख्या कुल 27 है, इनके द्वारा रोजाना 176.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य के दो लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन मैन्युफेक्चर्स द्वारा रोजाना 210 मीट्रिक टन एयर डेस्टीलेशन युनिट और पी.एस.ए. ऑक्सीजन जनरेट किया जा रहा है। इस प्रकार राज्य में कुल 29 प्लांट द्वारा 386.92 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का प्रोडक्शन किया जा रहा है, जबकि वर्तमान में मात्र 110.30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का ही उपयोग ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए हो रहा है।
निर्माता मेसर्स लूपिन गैस उरला द्वारा प्रतिदिन 9.32 मीट्रिक टन, मेसर्स स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड भिलाई स्टील प्लांट द्वारा 15 मीट्रिक टन, मेसर्स पी.एस गैस कुरांडी जगदलपुर द्वारा 2.8 मीट्रिक टन, मेसर्स विद्या गैस इंडस्ट्रिज सूरजपुर द्वारा 5.45 मीट्रिक टन, मेसर्स सर्वमंगला गैस रजगामर रोड कोरबा द्वारा 5 मीट्रिक टन, मेसर्स अतुल ऑक्सीजन कम्पनी रसमड़ा दुर्ग द्वारा 7.8 मीट्रिक टन, मेसर्स अतुल ऑक्सीजन कम्पनी नंदनी रोड भिलाई द्वारा 7.8 मीट्रिक टन, मेसर्स सिद्धि विनायक रायगढ़, मेसर्स सत्गुरू ऑक्सीजन कम्पनी बिलासपुर द्वारा 5-5 मीट्रिक टन, मेसर्स जीपी गैसेस जगदलपुर, मेसर्स जीएनएस गैसेस, मेसर्स श्री कृष्णा ऑक्सीजन उरला रायपुर एवं श्री रायपुर सीमेंट प्लांट सिमगा बलौदाबाजार, श्री बालाजी एयर प्रोडक्ट कोरबा द्वारा 1-1 मीट्रिक टन, मेसर्स ऋषि गैसेस द्वारा 2.95 मीट्रिक टन, मेसर्स श्री बालाजी गैसेस रजगामार रोड कोरबा, मेसर्स रामा गैसेस सोमनी राजनांदगांव तथा मेसर्स श्री बालाजी गैसेस सिरगिट्टी बिलासपुर द्वारा 2-2 मीट्रिक टन, मेसर्स विंध्याचल ऑक्सीजन गिरवानी रोड रायगढ़ द्वारा 5.4 मीट्रिक टन, मेसर्स गोदावरी पावर एण्ड इस्पात लिमिटेड रायपुर द्वारा 3.12 मीट्रिक टन, मेसर्स अमृत मेटल एण्ड गैसेस उरला रायपुर द्वारा 1.09 मीट्रिक टन, मेसर्स पंकज ऑक्सीजन लिमिटेड उरला रायपुर द्वारा 6.23 मीट्रिक टन, मेसर्स बजरंग पावर एण्ड इस्पात लिमिटेड तंडवा तिल्दा द्वारा 13.65 मीट्रिक टन, मेसर्स रायपुर कार्बाेनिक्स उरला रायपुर द्वारा 3.64 मीट्रिक टन, मेसर्स महामाया स्टील सरोरा रायपुर द्वारा 1.87 मीट्रिक टन, मेसर्स नहाटा मेटल एण्ड एयर प्रोडक्ट द्वारा 34.2 मीट्रिक टन तथा मेसर्स साकेत इंडस्ट्रियल द्वारा 22.8 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का प्रोडक्शन रोजाना किया जा रहा है। मेसर्स जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड खरसिया रोड रायगढ़ द्वारा 15 मीट्रिक टन तथा मेसर्स प्रॉक्सीया इंडिया लिमिटेड भिलाई स्टील प्लांट भिलाई द्वारा 195 मीट्रिक टन एलएमओ (लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन गैस) का उत्पादन प्रतिदिन किया जा रहा है।