1 दर्जन से अधिक संगठन शामिल
पर्यावरण बचाओ धरती बचाओ के नारे लगे
रायपुर@M4S:आज पर्यावरण संरक्षण के तहत 27 सितम्बर शुक्रवार को लीड फॉउंडेशन की ओर से ग्रेटा थनबर्ग की पृथ्वी बचाओ मुहिम में मानवीय जिम्मेदारियों का निर्वहन करने मरीन ड्राइव आनन्द नगर चौक से तेलीबांधा तालाब तक पृथ्वी बचाओ मार्च छत्तीसगढ़ के एक दर्जन से अधिक संगठनों द्वारा निकाला गया ।
इस मार्च में गुरुकुल कालेज, दुर्गा कालेज के विद्यार्थियों इशिता अग्रवाल, हर्षिता तिवारी सहित सैकड़ों विद्यार्थियों ने “पर्यावरण बचाओ धरती बचाओ” के नारों के साथ रैली में भाग लिया ।
विद्यार्थियों के अतिरिक्त आज कारवां छत्तीसगढ़ से सृष्टि त्रिवेदी, कथाकार से सौरभ तिवारी, अग्निशिखा मंच से अनिता झा, शुभ्रा ठाकुर, रचना झा, सोसायटी फ़ॉर पालिसी रिसर्च से उमाप्रकाश ओझा, जीवेश चौबे, अधीर भगवानानी , छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से संकेत ठाकुर, ग्रीन आर्मी से किशन साहू, इशिता शिर्के, आदि ने हिस्सा लिया ।
हसदेव-अरण्य बचाओ समिति, कोरबा से आये कार्यकर्ताओं वेद , विपाशा आदि ने कोयला खदानों को निरस्त करने की मांग करते हुए रैली में हिस्सा लिया ।
आज की रैली में दुनिया के शासकों को होश में आओ, धरती बचाओ, धरती बचाओ; धरती हमारी क्या है, माँ है, माँ है, सेव नेचर, सेव फ्यूचर आदि नारे लगते रहे । तेलीबांधा में रैली के पश्चात सभी प्रदर्शन कारियों ने आधा घण्टा का धरना दिया और जमकर नारेबाजी की ।
आज की रैली में लीड फॉउंडेशन के श्रुति ओझा, पवन सक्सेना, मयंक जैन, भास्कर साहू, अन्यतम शुक्ला, विनीत भोजवानी, अंकित जैन, अमन नवलानी, लक्ष्मण सेन, अज़ीम खान सहित सैकड़ों साथियों ने पर्यावरण बचाओ रैली कर आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई ।
उल्लेखनीय है कि 18 अगस्त 2018 को एक 15 साल की बच्ची ग्रेटा थनबर्ग ने स्वीडिश पार्लियामेंट के बाहर अकेले ही पर्यावरण बचाने एवं तेजी से हो रहे प्रकृति के विनाश के खिलाफ धरना दिया था । बाद में हर शुक्रवार को अकेले ही पार्लियामेंट के बाहर वह धरना देती, धीरे-धीरे उसके सहपाठी और मित्र भी हर शुक्रवार को उसके साथ बैठने लगे । इस तरह आहिस्ते आहिस्ते एक 15 वर्षीय बच्ची के पर्यावरण संरक्षण के लिये जिद करो दुनिया बदलो की वजह से फ्राइडे फॉर फ्यूचर मूवमेंट की शुरुआत हुई । जो क्लाइमेट स्ट्राइक के रूप में आज विश्व के 139 देशों में स्कूली विद्यार्थियों के दम पर फैल गई है।
आज क्लाइमेट स्ट्राइक दुनिया के 160 देशों के लगभग 3000 शहरों में ग्लोबल संस्था फ्राइडे फ़ॉर फ्यूचर के आव्हान पर किया गया ।
पूरी दुनिया के लोग ग्रेटा थनबर्ग के साथ खड़े हैं । दुनिया को वापस प्राकृतिक तौर पर बेहतर बनाने के लिए ग्रेटा ने 20 से 27 सितम्बर तक पूरे दुनिया के छात्र-छात्राओं से अपील की है कि अपने आने वाले भविष्य को बचाने के लिये सड़कों पर उतरा जाए और नष्ट होती प्रकृति को बचाने की शुरुआत अभी से ही करने समस्त देशों के राष्ट्राध्यक्षो पर दबाव डाला जाये ।