कोरबा@M4S: औद्योगिक नगरी कोरबा को राखड़ की नगरी कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। बिजली उत्पादन की होड़ में पावर प्लांटो द्वारा शहर के खुले स्थानों में राखड़ डंप कर दिया गया है। प्लांट के भर चुके राखड़ डेम के राख को यहां वहां फेका जा रहा है। इसी लापरवाही के कारण क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा बालको को नोटिस जारी करते हुए 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। राजस्व मंत्री की फटकार के बाद विभाग हरकत में आया है।
प्रदूषण की नगरी कोरबा के रहवासियों को ना तो शुद्ध हवा मिल पा रहा है और ना ही साफ सुथरा वातावरण। शहर के इर्द-गिर्द जहां भी देखिए राख ही राख नजर आता है। कोरबा-चांपा मार्ग पर भिलाईखुर्द के समीप सडक़ किनारे राख का पहाड़ बना दिया गया है। जिसके कारण ना सिर्फ राहगीरों को समस्या हो रही है बल्कि स्थानीय रहवासियों का भी जीना मुश्किल हो गया है। इस गंभीर मसले को ध्यान में रखते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 2 दिन पहले ही भिलाई खुर्द पहुंचकर मौके का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासनिक अफसरों को जमकर फटकार लगाई। मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि भिलाईखुर्द में डंप किए गए राख को संबंधित पावर प्लांट के डेम में शिफ्ट किया जाए। आनन फानन में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा संयंत्र प्रबंधन को एक नोटिस जारी किया गया है। जिसमें नियमों को ताक में रखकर राख डंप करने का जिक्र है। प्रबंधन को हिदायत दी गई है कि 3 दिन के भीतर इस मसले पर स्पष्टीकरण नहीं दी गई तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। दरअसल नियमों को ताक में रखकर यहां वहां राख फेंका जा रहा है। अफसरों की लापरवाही को जानकारी मिलने पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल खुद मौके पर पहुंचे और अफसरों को दो टूक में कहा है कि अगर 7 दिन के भीतर हालात में सुधार नहीं हुआ तो ठीक नहीं होगा। मंत्री की इसी चेतावनी के बाद प्रशासनिक अफसरों की नींद खुली है।