रायपुर@M4S:राजधानी रायपुर में हर रोज कोरोना पॉजिटिव मरीजों का रिकॉर्ड टूटता जा रहा है। यहां एक ही दिन में 122 मरीजों का कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आना बता रहा है कि कोरोना को रोकने के सारे उपाय विफल साबित हो रहे हैं। अब तो लोग इस बात को लेकर डरने लगे हैं कि कल उनके इलाके की बारी तो नहीं है। ऐसा ही कुछ नजारा राजधानी के अमलीडीह बस्ती के मारुति रेसीडेंसी में देखने को मिला, जहाँ स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा एक कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिला।* इस कॉलोनी में स्वतंत्र बंगलों के अलावा दो बहुमंजिला फ्लैट्स हैं। इसी में से पाम ग्रूवस नामक एक फ्लैट की दूसरी मंजिल का एक शख्स कोरोना पॉजिटिव निकला। इसकी सूचना देने के लिए जब न्यू राजेंद्र नगर थाने के टी आई यहां पहुंचे, तब यहां सनसनी फैल गई, सारे लोग भयभीत नजरों से फ्लैट की बालकनी और छतों पर खड़े होकर नीचे की ओर देख रहे थे। लोगों को इस बात का भी डर था कि कहीं उनकी पूरी कॉलोनी को सील न कर दिया जाए, लेकिन राहत वाली बात यह थी कि फ्लैट का जायजा लेकर नीचे उतरे कर टी आई ने केवल फ्लैट की दूसरी मंजिल के एक हिस्से को ही ब्लॉक करने की सूचना दी। मगर जाते-जाते वे यह भी ताकीद करते गए कि पूरी कॉलोनी के लोग सावधानी बरतें, अन्यथा किसी और को कोरोना निकला तो पूरी कॉलोनी सील कर दी जाएगी।
कोरोना के लॉक डाउन की परिस्थितियों पर नजर डालें तो मारुति रेसीडेंसी में शुरुआत में काफी कड़ाई बरती गई, मगर धीरे-धीरे यहाँ बाहरी लोगों का आना शुरू हो गया, और काम के लिए बाईयाँ भी आने लगीं। कॉलोनी के पदाधिकारी जब भी इसका विरोध करते तो कई बार झगड़े की नौबत तक आ जाती। धीरे-धीरे लोग लापरवाह गए और आखिरकार इस कॉलोनी में भी कोरोना ने प्रवेश कर लिया। इसके बाद तो आलम ये है लोगों ने घर से निकलना बंद कर दिया है, और कॉलोनी में सूनापन छा गया है।
कोरोना से बचाव तभी हो सकेगा जब लोग लॉक डाउन के पहले चरण की तरह ही सावधानी बरतें, और सारे दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करें। फिलहाल जिले में लॉक डाउन 28 जुलाई तक जारी है, और कोरोना के बढ़ने का क्रम अगर इसी तरह जारी रहा तो संभव है कि लॉक डाउन की अवधि को और बढ़ा दिया जाए।
राजधानी में कम्युनिटी स्प्रेड का बढ़ा खतरा एक ही दिन में मिले 122 मरीज हर रोज नए इलाके से निकल रहे मरीज
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