बीकानेर(एजेंसी): राजस्थान के जिला बीकानेर में हुई एक शादी युवा पीढ़ी व दहेज लोभियों के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आई है। दरअसल, जिले के उपखण्ड श्रीडूंगरगढ़ निवासी स्वर्गीय सोहन सिंह चौहान की पुत्री संगीता कंवर की शादी जयपुर जगतपुरा कॉलोनी निवासी स्वर्गीय राजवीर सिंह के पुत्र गजेन्द्र सिंह शेखावत के संग रीति-रिवाज के साथ सम्पन्न हुई। इस शादी में दूल्हे ने समाज के लिए मिसाल पेश की। उसने दुल्हन पक्ष से टीके में उनके चाचा मेघ सिंह चौहान द्वारा दिए गए 5 लाख 71 हजार रुपए वापस लौटा कर सिर्फ एक रुपए व नारियल शगुन के रूप में लिए।
इस नेक कार्य को लेकर दूल्हा गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मेरी यह सोच हमेशा से ही मेरे आदर्श व प्रेरणास्रोत मेरे पिता स्वर्गीय राजवीर सिंह शेखावत से मिली। साथ में मेरे मामा पाबूदान सिंह राठौड़ एडवोकेट निवासी बीकानेर से भी। उन्होंने ही बताया कि उनके पिता ने कहा था कि हम भी किसी बेटी के भाई है, किसी के पिता है। और किसी के पति भी हैं. हमें यह सोच बदलनी होगी। क्योंकि मैंने भी अपनी शादी शगुन के रूप में 1 रुपया व नारियल लेकर की थी। हमारे समाज में जो दहेज प्रथा है, इसको जड़ से मिटाना है।
उन्होंने बताया कि लड़की को दहेज में लाखों रुपए, गहना उसके पिता को देना पड़ता है। यह धारणा हमें बदलनी होगी। क्योंकि एक गरीब मध्यम परिवार के पिता द्वारा इतनी बड़ी रकम व गहना देना असंभव होता है। और वो कहीं ना कहीं अपनी जमीन को गिरवी रखकर या अपने मकान पर ऋण लेकर अपनी बच्ची की खुशियों के लिए यह सब सहन करके उसकी शादी करता है। हमें यह सोच अपने स्वयं से पहल करनी होगी। तो आने वाली युवा पीढ़ी भी इसी सोच के साथ यह धारणा बदलेंगे। हम बदलेंगे तो समाज भी बदलेगा और एक नए सुविकसित नए भारत का निर्माण होगा।