कुणाल घोष ने रविवार को भी ट्वीट किया था, ‘यह मायने नहीं रखता कि कौन सा नेता है और किस पद पर है। यदि कानून की नजर में गलत पाया जाता है तो फिर पार्टी और सरकार की ओर से उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस गिरफ्तारी ने विपक्ष को मुद्दा दिया है। यदि यह जांच लंबी चली तो ऐसा ही जारी रहेगा। हम मांग करते हैं कि जल्दी और समयबद्ध जांच हो जाए।’ पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद से ही टीएमसी बैकफुट पर नजर आ रही है। ममता बनर्जी या फिर किसी भी नेता ने पार्थ का बचाव नहीं किया है, लेकिन पार्टी के पदों या फिर मंत्री पद से हटाया भी नहीं गया है।
बंगाल कैबिनेट की आज होने वाली है बैठक, हो सकता है बड़ा फैसला
कहा यह भी जा रहा है कि पार्थ को लेकर टीएमसी में आपसी मतभेद भी हैं। बता दें कि आज बंगाल कैबिनेट की बैठक होने वाली है। ऐसे में इस बात के भी कयास लग रहे हैं कि बैठक के दौरान पार्थ चटर्जी को कैबिनेट से हटाने का फैसला लिया जा सकता है। बता दें कि ममता बनर्जी ने भी बुधवार को कहा था कि मैं किसी एजेंसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन उनका इस्तेमाल किसी राजनीतिक दल को बदनाम करने के लिए नहीं होना चाहिए। पार्थ चटर्जी का नाम लिए बिना ही उन्होंने कहा था कि जो काम करता है, उससे ही गलती होती है। यदि किसी ने गलती की है तो उसे सजा मिलनी चाहिए, लेकिन किसी के खिलाफ मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए।