प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर गिट्टी डंप यात्रियों को हो रही परेशानी, दुर्घटना का खतरा

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कोरबा@M4S: कोरबा रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं की कमी के बीच अव्यवस्था का आलम है। प्लेटफार्म में गिट्टी डंप कर दिये जाने से परेशानी बढ़ गई है। यात्री कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं। रेल प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।


रेलवे प्रबंधन ने ट्रैक पर बिछी हुई गिट्टी को हटाकर प्लेटफार्म नंबर दो व तीन में एक माह से डंप कर दिया है। फर्श पर गिट्टियां बिखरी पड़ी हुई है। प्लेटफार्म पर चलना और ट्रेन पर चढऩे में दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। फर्श व कुर्सियों में गंदगी पसरी हुई है। इसके बाद भी प्रबंधन गिट्टी हटाने को लेकर ध्यान नहीं दे रहा है। बताया जा रहा है कि पाथ-वे का काम स्ट्राटर कार्यालय से लेकर सीएंडडब्लू कार्यालय तक प्लेटफार्म नंबर दो व तीन पर बनेगी। इसलिए ट्रेक से गिट्टी हटाकर प्लेटफार्म पर रखा गया है। रेलवे स्टेशन कोरबा के प्लेटफार्म नंबर दो व तीन पर जगह-जगह एक माह से गिट्टी डंप है। यह गिट्टी ट्रैक की है। लंबे समय से गिट्टी डंप होने की वजह से यह पूरे प्लेटफार्म पर बिखर रही है। ऐसे में दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। बावजूद इसके गिट्टियों को हटाने को लेकर गंभीर नहीं है।इस प्लेटफार्म पर छत्तीसगढ़, यशवंतपुर सुपरफास्ट एक्सपे्रस से लेकर मेमू लोकल पहुंचती है। दोनों ही टे्रनों में इसी प्लेटफार्म पर पहुंचती है। इन ट्रेन में यात्रियों की भीड़ रहती है। प्लेटफार्म पर बिखरी पड़ी गिट्टी की वजह से कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। इसके अलावा यात्रियों के बैठक के लिए रखी गई कुर्सियां और फर्श पर कोल डस्ट की मोटी परत जमी हुई है। ट्रैनों के विलंब होने पर यात्रियों को बैठक तक की सुविधा नहीं हैं।कुर्सियों में बैठने से पहले यात्रियों को स्वयं ही कुर्सियों व बैठक स्थान की सफाई करनी पड़ रही है। बावजूद इसके रेलवे प्रबंधन सफाई को लेकर ध्यान नहीं दे रही है। इसे लेकर यात्रियों में नाराजगी है। रेलवे प्रबंधन का कहना है कि यह गिट्टी स्टेशन के ट्रेक में बिछी हुई थी। ट्रेक पर पाथ-वे निर्माण कार्य जारी है। इस कारण ट्रेक से गिट्टी हटाकर प्लेटफार्म पर रखा गया है।

स्टेशन में ही खड़ी रहती है मालगाड़ी
रेलवे स्टेशन में जो काम कराए जा रहे हैं, वह भी कोयला लदान से ही जुड़ी हुई है। विभिन्न क्षेत्र से मालगाड़ी कोरबा रेलवे स्टेशन पहुंचती है। स्टेशन के ट्रेक पर मालगाडिय़ों को खड़ी कर कर्मचारियों के द्वारा वैगन की खुले दरवाजे को बंद किया जाता है। काम पूरा होने के बाद साइडिंग के लिए रवाना किया जाता है। तब तक स्टेशन पर मालगाड़ी खड़ी रहती है। इस कारण यात्री ट्रेनों को ग्रीन सिग्नल नहीं पाती और टे्रन विलंब से कोरबा पहुंचती है। हालांकि पाथ-वे निर्माण से इन कर्मचारियों को राहत मिलेगी।

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