कोरबा@M4S: पर्यटन के मानचित्र पर अपनी सुंदरता के लिए मशहूर हो रहा सतरेंगा सैलानियों को आकर्षित कर रहा है। वहीं दूसरी ओर अधिकारियों की लापरवाही के कारण पुरानी वोट की मरम्मत करने के बजाय नए खरीदने की तैयारी हो रही है ।ट्रिपल डेकर क्रूज के टेंडर में देरी हुई है।
एक तरफ सतरेंगा में पुराने बोट की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। तो दूसरी ओर नए पोनटून बोट खरीदने के लिए टेंडर किया गया है। यह बोट 12 सीटर का होगा। इसके लिए निकाली गई पहली निविदा को निरस्त कर दिया गया था। अब दूसरी बार फिर निविदा निकाली गई है। कंपनी को बोट के साथ एक साथ ऑपरेशन व मेंटनेंस भी करना होगा।पर्यटन स्थल सतरेंगा में बीते एक महीने से बोटिंग की सुविधा बंद है। दरअसल छोटे बोट खराब हो गए हैं। साथ ही संचालन का ठेका भी समाप्त हो गया है। उधर त्रिपल डेकर क्रुज के टेंडर में देरी की वजह से इसमें भी देरी है। इस वजह से पर्यटकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है। बोटिंग की उम्मीद लेकर पर्यटक सबसे अधिक सतरेंगा जाते हैं। पूरे ठंड सीजन में पर्यटकों के खचाखच भीड़ से सतरेंगा गुलजार है, लेकिन सबसे अहम बोटिंग की सुविधा ही बंद होने से पर्यटकों में नाराजगी है। बताया जा रहा है कि जिस कंपनी को बोटिंग का जिम्मा दिया गया था। उसे बोट का मेंटनेंस भी करना था। कंपनी द्वारा मेंटनेंस पर ध्यान नहीं दिया गया। अब बोट खराब हो चुके है। कंपनी ने अपने समय अवधि तक काम करने के बाद वापस लौट गई। अब जब पर्यटक बोटिंग स्थल पर पहुंच रहे हैं तो बताया जा रहा है कि बोट खराब है। पर्यटन विभाग द्वारा बोट की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। हालांकि विभाग का दावा है कि बोट ठीक है। अगर ऐसा है तो अस्थाई तौर पर कर्मचारियों से बोटिंग को चालू कराया जा सकता था, लेकिन बोट में तकनीकी खराबी की वजह से लोगों को सुविधा नहीं मिल रही है।पहली बार जब कु्रज के लिए निविदा निकाली गई थी उसमें बड़े पैमाने पर सुधार कर फिर निविदा निकाली गई है। छत्तीसगढ़ का यह पहला त्रिपल डेकर क्रुज होगा जिसके सबसे पहले तल में चार एसी कमरे साथ में बाथरूम, बीच में रेस्टारेंट और आखिरी में लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसमें 80आम लोग और 15 स्टॉफ के बैठने की क्षमता होगी। यह सतरेंगा से शुरु होकर बुका और गोल्डन आइलैंड से होकर वापस सतरेंगा तक आएगा। पर्यटन विभाग के मुताबिक आगामी छह माह में इसकी सुविधा मिल सकेगी।